Sunscreen Cream Vs Pills:Sun की Harmful Rays से खुद को बचाने के लिए sunscreen लगाना चाहिए। Sunscreen creams, lotions, and gels के फॉर्म में होता है लेकिन oral sunscreen pills भी मार्केट में मिलने लगी हैं, जो काफी Common Skincare Products बन चुकी हैं। Oral Sunscreen Pills में आमतौर पर Antioxidants होते हैं, जैसे किAsthaxanthin or Polyphenols, जो त्वचा को यूवी किरणों से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करते हैं
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00:00सूरज के हनिकारा किर्णों से खुद को बजाने के लिए संस्क्रीन लगाना चोई है
00:03संस्क्रीन क्रीम, लोशन और जेल के फॉर्म में होता है
00:06लेकिन ओरल संस्क्रीन पिल्स भी मार्केट में मिलने लगी है
00:09जो काफी कॉमन स्कीन केर प्रोड़क्ट बन चुकी है
00:12वहीं ओरल संस्क्रीन पिल्स में आम तोर पर एंटी ऑक्सिदेंट्स होते है
00:16और यह पिल्स आपकी तोचा को अंदर से सुरक्षा प्रदान करती है
00:19और यह तोचा को आंतरिक रूप से यूवी रेज से लड़ने की छमता देती है
00:24लेकिन इसका असर बाहर से सीधे दिखाई नहीं देता
00:27तो क्या यह ओरल पिल्स खाने से पुरे शरीर को यूवी रेज से बचवाने में मदद मिलती है
00:32तो आए जानते हैं आज किस वीडियो में लेकिन से पहले हैं अश्कार माज़ों तो शुपाया दारा बोल्ट स्काई देख रहे हैं
00:37हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि ओरल संस्क्रीन कैप्सूल में आम तोर पर निकोटिनामाइड यानि कि विटामीन 3 एंटी ऑक्सिदेंट होते हैं
00:45या एकर नए संप्रोटेक्टर के रूप में उभर रहे हैं मगर इसका असर स्कीन पर सही तरीके से हो रहा है या नहीं या कहना सभी के लिए सही नहीं होगा
00:53वह आपको बता दें ओरल संस्क्रीन का संप्रोटेक्शन फैक्टर यानि कि SPF के वल SPF 3 और 5 के बराबर होता है जबकि हमें नियुम्तम SPF 30 वाले संस्क्रीन लगाने की हिदायत दी जाती है
01:05वह आपको बता दें कि एक्सपोर्ट्स बताते हैं कि गोलियां मेलनोमा यानि की स्किन कैंसर से बचाओ करने में फादमन साबित हो सकती है क्योंकि ये UV रेज का शरीर पर असर कम करती है
01:16मगर यदि हम संबर्ण या फिर टैनिंग के लिए हाद से देखें तो UV रेज के प्रभाव को घटाने के लिए गोलियां उतनी कार अगर नहीं होगी
01:23मगर एक्सपोर्ट्स आगे बताते कि अच्छी तोर से लगाया गया संस्क्रीन, धूप से बचाने वाले कपड़े, छाओं में रहना और धूप से बचने जैसी चीजों से खुद को टैनिंग से बचाना गोलियों से अधिक लाबकारी हो सकता है
01:34वह आपको उतारे कि क्रीम या फिर लोशन का अपयोग बाहरी स्तर पर किया जोता है जो तोचा की सता पर यूवी किर्णों के प्रभाव को कम करने का काम करते हैं
01:42या स्कीन की सुरक्षा के लिए तुरंद प्रभावी होते हैं और इन्हें प्रतेक दो से तीन घंटे में दुबारा लगाने के आवशक्ता होती हैं
01:49वह पिल से बाहरी यूवी रेज से होने वाले नुकसान को पूरी तरसे रोकने के लिए परयाप्त नहीं हो सकते
01:55तो चलिब जानते हैं कि आखी गोलियां किसके लिए सही है एक्सपोर्ट के मताबिक यूवी रेज का असर कम करने वाली गोलियां स्किन प्रॉब्लम्स जैसे एक्जिमा ल्यूपस और स्किन कैंसर जैसे बिमारियों के रस्क में रहते हैं उन्हें खाने की सला दी जाती है
02:25झाल झाल झाल