PM Modi Man Ki Baat On Pahalgam Attack | पहलगाम हल्ला दहशतवाद्यांचा भ्याडपणा दाखवणारा - मोदी
पहलगाम हल्ल्यामुळे प्रत्येक भारतीयाचं रक्त सध्या सळसळतं, पंतप्रधान मोदींचा मन की बातमधून संवाद, हल्ला दहशतवाद्यांचा भ्याडपणा दाखवणारा होता,
देशासमोरच्या संकटाविरुद्ध लढण्यासाठी दृढपणा दाखवला पाहिजे, मोदींचं एकजुटीचं आवाहन
पंतप्रधान मोदींनी मन की बातमधून पहलगाम हल्ल्यावर भाष्य केलंय...पहलगामचा हल्ला दहशतवाद्यांचा हताशपणा दाखवणारा असल्याचं मोदी म्हणालेत...तसंच हल्ल्यात जीव गमावलेल्यांना न्याय मिळेल याची हमी देतो, असंही मोदी म्हणालेत..
दहशतवादी हल्ल्यात जीव गमावलेल्यांना न्याय मिळेल, पंतप्रधान मोदींची ग्वाही, आज मन की बात करताना अत्यंत दु:ख होत असल्याची मोदींकडून भावना व्यक्त, भारताच्या दुश्मनांना काश्मीर पूर्वपदावर येऊ नये वाटतं, मोदींचं मन की बातमध्ये वक्तव्य
पहलगाम हल्ल्यातील पीडितांना न्याय मिळणारच, 'मन की बात'मधून पंतप्रधान मोदींची ग्वाही, कट रचून हल्ला करणाऱ्यांना कठोर शिक्षा करण्याचंही आश्वासन.
पहलगाम हल्ल्यामुळे प्रत्येक भारतीयाचं रक्त सध्या सळसळतं, पंतप्रधान मोदींचा मन की बातमधून संवाद, हल्ला दहशतवाद्यांचा भ्याडपणा दाखवणारा होता,
देशासमोरच्या संकटाविरुद्ध लढण्यासाठी दृढपणा दाखवला पाहिजे, मोदींचं एकजुटीचं आवाहन
पंतप्रधान मोदींनी मन की बातमधून पहलगाम हल्ल्यावर भाष्य केलंय...पहलगामचा हल्ला दहशतवाद्यांचा हताशपणा दाखवणारा असल्याचं मोदी म्हणालेत...तसंच हल्ल्यात जीव गमावलेल्यांना न्याय मिळेल याची हमी देतो, असंही मोदी म्हणालेत..
दहशतवादी हल्ल्यात जीव गमावलेल्यांना न्याय मिळेल, पंतप्रधान मोदींची ग्वाही, आज मन की बात करताना अत्यंत दु:ख होत असल्याची मोदींकडून भावना व्यक्त, भारताच्या दुश्मनांना काश्मीर पूर्वपदावर येऊ नये वाटतं, मोदींचं मन की बातमध्ये वक्तव्य
पहलगाम हल्ल्यातील पीडितांना न्याय मिळणारच, 'मन की बात'मधून पंतप्रधान मोदींची ग्वाही, कट रचून हल्ला करणाऱ्यांना कठोर शिक्षा करण्याचंही आश्वासन.
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00:00मेरे प्यारे देश वाचियों, नमस्कार, आज जब मैं आपसे मन की बात कर रहा हूँ, तो मन में गहरी पीड़ा है, 22 अप्रल को पहलगाम में हुई आतंकी वारदात ने देश के हर नागरी को दुख पहुचाया है,
00:20पीडित परिवारों के प्रती हर भारतिय के मन में गहरी संबेदना है, भले वो किसी भी राजय का हो, वो कोई भी भाषा बोलता हो, लेकिन वो उन लोगों के दर्द को मैसूस कर रहा है, जिनों ने इत हमले में अपने परिजनों को खोया है,
00:42मुझे एसास है, हर भारतिय का खून आतंग की हमले की तश्विरों को देख कर खौल रहा है, पहलगाम में हुआ यह हमला, आतंग के सरपरस्तों की हताशा को दिखाता है, उनकी कायरता को दिखाता है,
01:04ऐसे समय में, जब कश्मीर में शान्ती लोट रही थी, स्कूल, कॉलेजियों में एक वाइबरेंसी थी, निर्मान कारियों में अभुत्मुर्व गती आई थी,
01:18लोकतंत्र मजबूत हो रहा था, परियाटकों की संख्या में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हो रही थी,
01:23लोगों की कमाई बढ़ रही थी, युवाओं के लिए नए अवसर त्यार हो रहे थे, देश के दुश्मनों को, जब कश्मीर के दुश्मनों को, ये रास्त नहीं आया,
01:37आतंकी और आतंक के आका चाहते हैं, कश्मीर फिर से तबाह हो जाएं, और इसलिए इतनी बड़ी साजिस को अंजाम दिया,
01:50आतंकबाद के खिलाब इस युद्ध में देश की एकता, 140 करोड भारतियों की एक जूरता, हमारी सबसे बड़ी ताकत है,
02:01यही एकता, आतंकबाद के खिलाब, हमारी निर्णायक लड़ाई का आधार है,
02:10हमें देश के सामने आई इस चुनवती का सामना करने के लिए, अपने संकल्पों को मजबूत करना है,
02:19हमें एक राष्ट के रूप में, द्रड इच्छा श्रक्ति का प्रदशन करना है,
02:25आज दुनिया देख रही हैं, इस आतंक की हमले के बाद, पुरा देश एक स्वर में बोल रहा है,
02:36साथियों, भारत के हम लोगों में जो आक्रोश हैं, वो आक्रोश पुरी दुनिया में है,
02:42इस आतंग की हमले के बार लगातार दुनिया भर से सम्वेदनाएं आ रही है
02:49मुझे भी ग्लोबल लीडर्स ने फून किये हैं पत्र लिखे हैं संदेश पीजे हैं
02:56इस जधन्य तरीके से किये गए आतंग की हमले की
02:59सब ने कठोड निंदा की है
03:02उन्होंने मुरुतकों के परिवार जनों के प्रतिस सम्वेदनाएं प्रगट की है
03:07पूरा विश्व आतंग वाद के खिलाफ हमारी लड़ाई में
03:12140 करोर भारतियों के साथ खड़ा है
03:16मैं पीडित परिवारों को फिर भरोसा देता हूँ
03:20उन्हें न्याय मिलेगा
03:23इस हमले के दोशियों और साजिस रचने वालों को कठोर तम जवाब दिया जाएगा
03:33साथियों दो दिन पहले हमने देश के महान वैग्यानिक
03:40डॉक्टर के कस्तुरी रंगन जी को खो दिया है
03:44जब भी कस्तुरी रंगन जी से मुलाकात हुई
03:48हम भारत के युवाओं के टालेंट आधूनिक सिक्षा
03:53स्पेस साइंस ऐसे विश्वों पर काफी चर्चा करते थे
03:58बिज्ञान सिक्षा और भारत के अंतरिक्ष कारकम को
04:04नई उंचाई देने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा
04:09उनके नेतुरतों में इसरों को एक नई पहचान मिली
04:14उनके मारदर्शन में जो स्पेस प्रोग्राम आगे बढ़े
04:18उसे भारत के प्रयासों को ग्लोबल मानेता मिली
04:21आज भारत जिन सेटिलाइट का उप्योग करता है
04:26उनमें से कई डॉक्टर कस्तुरी रंगन की देखरेग में ही लौच की गई थी
04:32उनके व्यक्तित्व की एक और बात बहुत खास थी
04:36जिससे युआपीडी उनसे सीख सकती है
04:40उन्होंने हमेशा इनोवेशन को महत्व दिया
04:45कुछ नया सीखने, जानने और नया करने का वीजन बहुत प्रेदित करने वाला है
04:53डॉक्टर के कस्तूरिय रंगन जी ने देश की नई राष्ट्रिय शिक्षा नीति तियार करने भी भी बहुत बड़ी भूमी का निभाई थी
05:02डॉक्टर कस्तूरिय रंगन 21 सदी की आधुनिक जरुरतों के मताबिक
05:08फॉर्वर्ड लुकिंग एजुकेशन का विचाल लेकर आये थे
05:12देश की निश्वार्त सेवा और राष्ट निर्वान में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा
05:20मैं डॉक्टर के कस्तूरिय रंगन जी को विनम्र भाव से सरधान्जली अर्पित करता हूँ
05:26मेरे प्यारे देश्वास को इसी महीने अप्रेल में आर्य भट सेटिलाइट की लॉंचिंग के पचास वर्ष पूरे हुए है
05:37आज जब हम पीशे मुड़ कर देखते हैं पचास वर्षों के इस यात्रा को वियात करते हैं तो लगता है हमने कितनी लंबी दूरी ताय की है
05:48अंत्रीश में भारत के सपनों की ये उडान एक समय केवल हौसलों से शुरी हुई थी
05:56राश्टर के लिए कुछ कर गुजरने का जजबा पाले कुछ युवा वैग्यानेक उनके पास न तो आज जैसे आधुनिक समसाधन थे
06:07नहीं दुनिया की टेक्नोलोजी तक वैसी पहुँच थी
06:11अगर कुछ था तो वो था प्रतिभा लगन मेहनत और देश के लिए कुछ करने का जजबा बेल गाडियों और साइकलों पर
06:24क्रिटिकल एक्विप्मेंट को खुद लेकर जाते हमारे वैग्यानिकों की तस्विरों को आपने भी देखा होगा
06:30उसी लगन और राष्ट सेवा की भावना का नतीज़ा है कि आज इतना कुछ बदल गया है
06:37आज भारत एक ग्लोबल स्पेस पावर बन चुका है
06:42हमने एक साथ एक सो चार सेट्रिलाइट का लाँच करके रेकॉर्ड बनाया है
06:48हम चंद्रमा के साथ पोल पर पहुंचने वाले पहले देश बने हैं
06:54भारत ने मार्स अर्बिटर मिशन लाँच किया है
06:59और हम आदित्य एलवन मिशन के जरिये सूरज के काफी करीब तक पहुंचे है
07:06आज भारत पूरी दुनिया में सबसे ज़्यादा कॉस्ट इफेक्टिव लेकिन सक्सेस्फूल स्पेस प्रोग्राम का नित्युत्व कर रहा है
07:19दुनिया के कई देश अपनी सेट्रिलाइट्स और स्पेस मिशन के लिए इस्रो की मदर लेते हैं
07:28साथियों हम जब इस्रो द्वारा किसी सेट्रिलाइट का लौँच देखते हैं तो हम गर्व से भर जाते हैं
07:37ऐसी ही अनुहुती मुझे तब हुई जब मैं 2014 में PSLV C23 की लौँचिंग का साक्षी बना था
07:462019 में चंद्रयान 2 की लेंडिंग के दोरान भी मैं बैंगलूरू के इस्रो सेंटर में मौझूद था
07:56उस समय चंद्रयान को वो अपिक्षित सफलता नहीं मिली थी
08:02तब वेग्यानिकों के लिए वो बहुत मुश्किल गड़ी थी
08:07लेकिन मैं अपनी आँखों से वेग्यानिकों के धैगिया और कुछ कर गुजरने का जजबा भी देख रहा था
08:17और कुछ साल बात पुरी दुनिया ने भी देखा
08:22कैसे उनी व्यज्यानिकों ने चंद्रयान थी को सफल करके दिखाया
08:28साथियों अब भारत ने अपने स्पेस सेक्टर को प्रावेट सेक्टर के लिए भी ओपन कर दिया है
08:37आज बहुत से युवा स्पेस स्टार्ट अप में नई जंडे लहरा रहे हैं
08:44दस साल पहले इस शेत्र में सिर्फ एक कंपनी थी लेकिन आज देश में सवा तीन सो से ज़्यादा स्पेस स्टार्ट अप काम कर रहे हैं
08:57आने वाला समय स्पेस में बहुत सारी नई संभावनाएं लेकर आ रहा है
09:04भारत नई उचाईयों को छूने वाला है
09:08देश, गगनियान, स्पैडेक्स और चंद्रयान फोर जैसे कई अहम मिशन के तैयारियों में जुटा है
09:18हम विनस आर्बिटर मिशन और मार्श लेंडर मिशन पर भी काम कर रहे हैं
09:26हमारे स्पेज सैंटिस अपने इनोवेशन से देश वाच्यों को नए गर्व से भरने वाले हैं
09:36साथियों, पिछले महिने म्यानमार में आये भूकम की खौपनाक तस्विर है, आपने जरूर देखी होगी
09:45भूकम से वहाँ बहुत बड़ी तभाई आई, मल्बे में फसे लोगों के लिए एक-एक सांस, एक-एक पल किम्ती था
09:57इसलिए भारत ने म्यानमार के हमारे भाई बहनों के लिए तुरंट आपरेशन ब्रम्मा शुरू किया
10:05हैरफोर्स के एरकाप से लेकर नेवी के सिप्स तक म्यानमार की मदद के लिए रवाना हो गए
10:12वहाँ भारतिये टीम ने एक फिल्ड हॉस्पिटल तयार किया
10:18इंजिनियरों की एक टीम ने एहम इमारतों और इंफरस्ट्रक्टर्स को हुए नुक्षान का आकानन करने में मदद की
10:26भारतिये टीम ने वहाँ कंबल, टेंट, स्लिपिंग बैक, दबाईया, खाने पिने के सामान के साथ ही
10:32और भी बहुत सारी चीजों के सप्लाई की
10:48इसके कई दिल छूच जाने वाले उदान सामने आये, भारत की टीम ने सतर वर्ष से जादा उमर की बुजूर्ग महला को बचाया, जो मलबे में अठारा गंटों से दबी हुई थी, जो लोग अभी टीवी पर मन की बात देख रहे हैं, उन्हें उस बुजूर्ग महला का च
11:18कि हर सुविदा उपलब्द कराई, जब इस बुजूर्ग महला का अस्पताल से चुट्टी मिली, तो उन्होंने हमारी टीम का बहुत आभार जताया, वो बोली कि भारतिये बचाव दिल की बज़े से उन्हें नया जीवन मिला है, बहुत से लोगों ने हमारी टीम को बताया
11:48मानले कि एक मनिस्ट्री में भी कई लोगों के फसे होने की आशंका थी, हमारे साथ्यों ने यहां भी राहत और बचाव भ्यान चलाया, इसकी वज़े से उन्हें बद्द विक्षियों का धेर सारा आशिर्वात मिला, हमें ऑपरेशन ब्रह्मा में हिसा लेने वाले सभी लो
12:18पूरी दुनिया एक परिवार है, संकड के समय, विश्व मित्र के रूप में भारत की तत्परता और मानवता के लिए भारत की प्रतिवद्दता हमारी पहचान बन रही हैं
12:32साथियों, मुझे आफरिका के इथोपिया में प्रवासी भारतियों के एक अभिनव प्रयास का पका चला है
12:41इथोपिया में रहने वाले भारतियों ने ऐसे बच्चों को इलाज के लिए भारत भेजने की पहल की हैं
12:51जो जन्म से ही रुदय की बिमारी से पीडित हैं
12:55ऐसे बहुत से बच्चों की भारतियों परिवारों द्वारा आर्थिक मदद भी की जा रही है
13:02अगर किसी बच्चे का परिवार पैसे की वज़े से भारत आने में असमर्त है
13:08तो इसका भी इंतजाम हमारे भारतिय भाई बहन कर रहे हैं
13:13कोशिश ये है कि गंबील बिमारी से जूज रहे इथोपिया के हर जरुरतमन बच्चे को बहतर इलाज मिले
13:22प्रवासी भारतियों के इस नेक कारे को इथोपिया में भरपूर सरहाना मिल रही है
13:30आप जानते हैं कि भारत में मेडिकल सुविर्हाय लगातार बहतर हो रही है
13:36इसका लाप दूसरे देश ये नागरिक भी उठा रहे है
13:40साथियों कुछी दिन पहले भारत ने अफगानिस्तान के लोगों के लिए बड़ी मात्रा में वैक्सिन भी बेजी है
13:49ये वैक्सिन रहे बीच, टिटनेस, हेपेटाइटिस, बी और इन्फियेंजा जैसी खतरनाग भीमारियों से बचाव में काम आएगी
14:01भारत ने इसी हपते नेपाल के आगरे पर वहाँ दवाईयां और वैक्सिन की बड़ी खेब बेजी है
14:09इनसे थेलेसिमिया और सिकल सेल डिसीज की मरीजों को बहतर इलाज सुनिश्चित होगा
14:19जब भी मानवता की सेवा की बात आती हैं तो भारत हमेशा इसमें आगे रहता है
14:26और भविश में भी ऐसी हर जरुवत में हमेशा आगे रहेगा
14:32साथियों अभी हम डिजास्टर मेंजमेंट की बात कर रहे हैं और किसी भी प्राक्रूतिक आपदा से निफटने में बहुत अहम होती है
14:43आपकी एलर्टनिस आपका स्वचेत रहना
14:47इस एलर्टनिस में अब आपको अपने मोबाइल के एक स्पेशल एप से मदद मिल सकती है
14:55ये एप आपको किसी प्राक्रूतिक आपदा में फंसने से बचा सकते हैं
15:00और इसका नाम भी है सचेत
15:04सचेत एप भारत की नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट ऑथोरिटी ने तयार किया है
15:12बाड़, साइकलोन, लैंसलाइड, सुनामी, जंगलों की आग, हिम्सकलन, आंधी, तुफान
15:25या फिर बिजली गिनने जैसी आपनाए हो
15:28सचेत एप आपको हर प्रकार से इनफॉर्म और प्रोटेक्टेड रखने का प्रयास करता है
15:35इस एप के माद्यम से आप मौसम विबाग से जुड़े अपडेट्स प्राप्त कर सकते हैं
15:42खास बात ये है कि सचेत एप शेत्रिय भाशाओं में भी कई सारी जानकारिया उपलब्द कराता है
15:51इस एप का आप भी फायदा उठाए और अपने अनुभव हमसे जुरूर साजा करे
15:58मेरे प्यारे देशवास्यों आज हम पूरी दुनिया में भारत के टैलेंट की तारीफ होते देखते हैं
16:07भारत के युवाओं ने भारत के प्रति दुनिया का नजेरिया बदल दिया है
16:12और किसी भी देश के युवा की रूची किस तरफ है किदर है उससे पता चलता है कि देश का भविश्य कैसा होगा
16:23आज भारत का युवाओं साइंस टेक्नोलोजी और इनोवेशन की और बढ़ रहा है
16:30ऐसे इलाके जिनकी पहचान पहले पिछड़ी पन और दूसरे कारणों से होती थी
16:36वहाँ भी युवाओं ने ऐसे उदाहर पस्तुत किये हैं जो हमें नया विश्वात देते हैं
16:4436 गट के दंतेवाडा का विज्ञान केंद्र आजकल सबका ध्यान खीच रहा है
16:51कुछ समय पहरे तक दंतेवाडा का नाम केवल हिंसा और अशांती के लिए जाना जाता था
16:59लेकिन अब वहाँ एक साइन्स सेंटर बच्चों और उनके माता-पिता के लिए उमीद की नई कीरन बन गया है
17:08इस साइन्स सेंटर में जाना बच्चों को खुब पसंद आ रहा है
17:12वे अब नई-नई मशिने बनाने से लेकर टेक्नलोजी का उप्योग करके नई प्रोडक्स बनाना सीख रहे हैं
17:21उन्हें 3D प्रिंटर्स और रोबोटिक कारों के साथ ही दूसरी इनोवेटिव चीजों के बारे में जानने का मौका मिला है
17:31अभी कुछ समय पहले मैंने गुजराथ साइंस सीटी में भी साइंस गैलेरिज का उद्घातन किया था
17:38इन गैलेरिज से ये जलक मिलती है कि आदुनिक विज्यान का पॉटेंशल क्या है
17:45विज्यान हमारे लिए कितना कुछ कर सकता है
17:48मुझे जानकारी मिली है
17:51कि इन ग्यालेरीज को लेकर
17:53वहां बच्चों में बहुत उत्सा है
17:56साइन्स और इनोवेशन के प्रती
17:58ये बढ़ता आकर्षन
18:00जरूर भारत को नई उचाई पर ले जाएगा
18:04मेरे प्यारे देश वाच्चियो
18:06हमारे देश की सबसे बड़ी काकत
18:09हमारे 140 करोण नागरीख है
18:12उनका सामर्त है
18:14उनकी इच्छा शक्ती है
18:17और जब करोणों लोग
18:19एक साथ किसी अभ्यान से जुड़ जाते हैं
18:23तो उसका प्रभाव बहुत बड़ा होता है
18:25इसका एक उदाहरान है
18:27एक पैड मा के नाम
18:30यह अभ्यान उस मा के नाम है
18:33जिसने हमें जन्म दिया
18:36और यह उस धर्ती मा के लिए भी है
18:38जो हमें अपनी गोद में धारन किये रहती है
18:43साथियो
18:45पाच जून को
18:46विश्व परियावरन दिवस पर
18:49इस अभ्यान के
18:51एक साल पूरे हो रहे है
18:53इस एक साल में
18:56इस अभ्यान के तहट
18:58देश भर में
19:00मा के नाम पर
19:02एक सो चालीस करोड से ज़्यादा पैड लगाए गए है
19:06भारत की इस पहल को देखते हुए
19:09देश के बाहर भी लोगों ने
19:11अपनी मा के नाम पर पैड लगाए है
19:15आप भी इस अभ्यान का हिस्सा बने
19:18ताकि एक साल पूरा होने पर
19:21अपनी भागीदारी पर आप गर्व कर सके
19:25साथियों
19:26पेडों से सीतलता मिलती है
19:30पेडों की शाओं में
19:32गर्मी से रहत मिलती है
19:34यह हम सब जानते हैं
19:36लेकिन बिते दिनों
19:38मैंने इसी से जुड़ी एक और ऐसी
19:41खबर देखी
19:42जिसने मेरा ध्यान खीचा
19:44गुजरात के
19:46अमदाबाद शहर में
19:48पिछले कुछ वर्षों में
19:51सत्तर लाग से जादा पैड लगाए गए हैं
19:54इन पैडों ने
19:55अमदाबाद में ग्रीन एरिया
19:57काफी बढ़ा दिया है
19:58इसके साथ साथ
20:00सावरमती नदी पर
20:02रिवर्फंट बनने से
20:03और कांकरिया जील जैसे
20:05कुछ जीलों के पुननिर्मान से
20:08यहां वाटर बॉडिज के संख्या
20:10भी बढ़ गई हैं
20:12अब नूज रिपोर्ट कहती है
20:14कि बीते कुछ वर्सों में
20:17हमदाबाद ग्लोबल बॉर्मिंग से
20:19लड़ाई लड़ने वाला
20:20प्रमुख शहरों में से एक हो गया है
20:22इस बड़लाव को
20:25वातावर में आई सितलता को
20:26वहां के लोग भी महसूस कर रहे हैं
20:28हमदाबाद में लगे पेड़
20:31वहां नई खुशाली लाने के वज़े बन रहे है
20:34मेरा आप सबसे फिर आगरह है
20:37कि धर्ती की सहे ठीक रखने के लिए
20:40क्लाइमेट चेंज की चुनोतियों से निपटने के लिए
20:44और अपने बच्चों का भविश शुरक्षित करने के लिए
20:48पेड़ जरूर लगाए
20:51एक पेड़ मा के नाम
20:54साथियों एक बड़ी पुरानी कहावत है
20:59जहां चाह वहां रह
21:02जब हम कुछ नया करने की फान लेते हैं
21:07तो मंजिल भी जरूर मिलती है
21:09आपने पहड़ों में उगने वाले सेव तो खुब खाय होंगे
21:14लेकिन अगर मैं पूछूं कि क्या अपने करनाटका के सेव का स्वात चाखा है
21:21तो आप हैरान हो जाएंगे
21:23आम तोर पर हम समझते हैं
21:27कि सेव की पैदावर पहाड़ों में ही होती है
21:30लेकिन करनाटका के बागल कोट में रहने वाले
21:34स्री शैल तेली जी ने मैदानों में सेव उगा दिया है
21:40उनके कुलाली गाओं में
21:4235 डिगरी से ज़्यादा तापमान में भी
21:46सेव के पैड फल देने लगे
21:49दरसल स्री शैल तेली को खेती का शौक था
21:54तो उन्होंने सेव की खेती को भी
21:58हाजमाने की कोशिश की
22:00और उन्हें इसमें सफलता भी मिल गई
22:04आज उनके लगाए सेव के पैड़ोग पर
22:07काफी मात्रा में सेव उगते हैं
22:10जिसे बेचने जो उन्हें अच्छी कमाई भी हो रही है
22:14साथियो अब जब सेवों की चर्चा हो रही है
22:18तो आपने किन्नोरी सेव का नाम जरूर सुना होगा
22:23सेव के लिए मशूर किन्नोर में
22:27केसर का उपादन होने लगा है
22:29आम तोर पर हिमाचल में
22:33केसर की खेती कम ही होती थी
22:36लेकिन अब किन नोर की खुबसुरत सांगला घाटी में भी
22:41केसर की खेती होने लगी
22:43ऐसा ही ये कुदारण किरला के वाइनार का है
22:47यहां भी केसर उगाने में सफलता मिली
22:52और वाइनार में ये केसर किसी खेत या मिट्टी में नहीं
22:58बलकि एरोपोनिक्स टेक्निक्स से उगाए जा रहे हैं, कुछ ऐसा ही हैरत भरा काम लीची की पैदावर के साथ हुआ है, हम तो सुनते आ रहे थे कि लीची बिहार, पस्चिममगार या जारखन में उगती हैं, लेकिन अब लीची का उत्पादन दक्षिन भारत और रहस्तान
23:28काफी की खेती करते थे, कोड़े कनाल में उन्होंने लीची के पैद लगाए और उनकी साथ साल की महनत के बाद, अब उन पैडों पर फलाने लगे, लीची उगाने में मिली सफलता ने, आज पाद के दूसरे किसानों को भी प्रेदित किया है, राजतान में जितेंद सी रा
23:58अगर हम कुछ नया करने का इरादा कर लें, और मुश्किलों के बावजूर डटे रहें, तो अज संभव को भी संभव किया जा सकता है, मेरे पहरे देश्वासियों, आज अपरेल का आखरी रभिवार है, कुछी दिनों में मैं का महिना शुरू हो रहा है, मैं आपको आज स
24:28साल 1917, अपरल और मै के यही दो महिने, देश में आजहादी की एक अनोखी लड़ाई लड़ी जा रही थी, अंगरीजों के अत्याचार उफान पड़ थे, गरीबों, वंचितों और किसानों का सोशन, अमानवी स्तर को भी पार कर चुका था,
24:53बिहार की उपजाव धर्ती पर, यह अंगरीज, किसानों को नील की खेती के लिए मजबूर कर रहे थे, नील की खेती से, किसानों के खेत बंजर हो रहे थे, लेकिन अंगरीजी हुकुमत को, इससे कोई मतलब नहीं था,
25:12ऐसे हालात में, 1917 में, गांधी जी बिहार के चंपारण पहुँचे हैं,
25:22किसानों ने गांधी जी को बताया, हमारी जमीन मर रही है, खाने के लिए अनाज नहीं मिल रहा है,
25:30लाखो किसानों के उस पीड़ा से, गांधी जी के मन में एक संकल्प उठा, वहीं से, चंपारण का एक्तिहासिक सत्याग्र शुरू हुआ,
25:42चंपारण सत्याग्र, ये बापू द्वारा भारत में पहला बड़ा प्रयोग था, बापू के सत्याग्र से पूरी अंग्रेज हुकुमत हिल गई,
25:55अंग्रेजों को नील की खेती के लिए, किसानों को मजबूर करने वाले कानून को स्थगित करना पड़ा,
26:03एक ऐसी जीत थी, जिसने आज़ादी की लड़ाई में नया विश्वात पूखा, आप सब जानते होंगे,
26:13इस सत्याग्र में बड़ा योगदान, बिहार के एक और सपूत का भी था,
26:19जो आज़ादी के बाद देश के पहले राश्पती बने हैं, वो बहान विबूती थे, डॉक्टर राजेंदर्पु साथ, उन्होंने चम्पारण सत्याग्र पर एक किताब भी लिखी है,
26:32सत्याग्र इन्चम्पारण, ये किताब हर युवा को पढ़नी चाहिए,
26:37भायों बहनों, अप्रेल में ही स्वतंत्रता संगराम की लड़ाए के कई और अमिट अध्याय जुड़े हुए हैं,
26:50अप्रेल की छे तारीकों ही गांदी जी की दांडी यात्रा संपन हुई थी,
26:55बारा मार्च से शुरू होकर चौविस दिनों तक चली स्यात्रा ने अंग्रीजों को जबजोर कर रख दिया था,
27:03अप्रेल में ही जलियावला बाग नरसमार हुआ था,
27:10पंजाब की धर्दी पर इस रक्त रंजीत इतिहास के निशान आज भी मौजूद है,
27:16साथियों कुछी दिनों में दस मई को प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की वर्जगान भी आने वाली है,
27:28आजहादी के उस पहली लड़ाई में जो चिंगारी उठी थी,
27:33वो आगे चल कर लाखों सेनानियों के लिए मशाल बन गई,
27:39अभी 26 अप्रिल को हमने 1857 की क्रांती के महान नायक बाबु वीर कुमर सेंजी की पुन्डिती थी भी मनाई है,
27:50बिहार के इन महान सेनानी से पुरे देश को प्रेणा मिलती है,
27:56हमें ऐसे ही लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की अमर प्रेणाओं को जीवित रखना है,
28:03हमें उनसे जो उर्जा मिलती है, वो अमरुत्काल के हमारे संकल्पों को नई मजबुती देती है,
28:14साथियों, मन की बात के इस लंबी यात्रा में आपने इस कारकम के साथ एक आत्मी अरिस्ता बना लिया है,
28:23देश्वासी जो उपलब्दियां दूसरों से साजा करना चाहते हैं, उसे मन की बात के माद्यम से लोगों तक पहुँचाते हैं,
28:33अगले महिने हम फिर मिलकर देश की विवित्ताओं, गवरोशाली परंपराओं और नई उपलब्दियों की बात करेंगे,
28:44हम ऐसे लोगों के बारे में जानेंगे, जो अपने समर्पान और सेवा भावना से समाज में बडलाव ला रहे हैं,
28:53हमेशा के तरह आप हमें अपने विचार और सुझाव बेचते रहे हैं, धन्यवाद, नमस्कार.