Mohini Kavacham | मोहिनी कवचम् । Mohini Kavach With Lyrics #mohini @Mere Krishna
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00:00मोहिनी एकादशी के उसर पर हम मोहिनी कवच लेकर प्रस्तुत हुए हैं तो चलिए शुरू करते हैं मोहिनी कवचम
00:08श्री गणेशाय नमहा भगवन सर्वधर्माग्य सर्वागम विशारद कवचम देवतायास्तु प्रिपया कथय प्रभो ब्रम्मो वाच्च श्रिनु देव महाप्राग्य सर्वशास्त्र विशारद
00:36कवचम मोहिनी देव्या महासिद्धी करंपरं मोहिनी मेशिरह पातु भालं नेत्रयुगं तथा भुवच कामिनी रक्षेन मुखंबागीश्वरी तथा
00:56श्रोत्रे मंगलरू पाच कंठं महिश मर्दिनी भुजव सोंदर्य निलया अस्तव रक्षेद्यश स्विनी
01:08सर्वदाना भिदेशेतु कमला पातुच उदरं विजयारिदयं पातु कटिं सुरवरार्चिता
01:20करव महालया रक्षेत अंगुलीर भक्त वत्सला वैश्णवी पातु जंगेच माया मेड्रम गुदम तथा
01:33पादवच देवजननी तलं पाताल वासिनी पूर्वेतु मोहिनी रक्षेत दक्षिने सुखदाईनी पष्चिमे वारुनी रक्षेत उत्तरे अम्रित वासिनी
01:51इशान्याम पातु चेशानी आग्नेयाम अग्नी देवता नत्याम खडग द्रिग देवी वायव्याम्रिग वाहिनी उर्ध्वं ब्रम्मानी मेरक्षेत अधस्तात वैश्णवी तथा
02:10अग्रतह पातु चेंद्राणी वाराही प्रष्ठतस्त था कौवबेरी च उत्तरे पातु दीक्षणे विष्णु वल्लभा
02:23इदम कवचम अज्यात्वा योभजेन मोही नीम्नरह व्रिथाश्रमो भवेतस्य नमंत्रह सिद्धि दायकह भूर्ज पत्रे समालेख्य कुमकुमादिक चंद नही
02:41शतम अश्टोत्तरम जाप्यम स्वर्गस्थम धार्यते यदी कंठेवादी चने बाहाव अश्टसिद्धे भवेद्रुवम सर्वता सर्वदा नित्यम मोहीनी कवचम जपेत् राजद्वारे सभास्थाने कारा ग्रिहनी बंधने
03:05जल मध्ये भूमी मध्ये तथा निर्जन के वने अरण्ये प्रांतरे घोरे शत्रु संगे महाहवे शस्त्र घाते विशे पीते जपन सिद्धिम वापनुयात ब्रह्मराक्ष स्वेतालाह कूश्मांडा भैरवादयह नश्यन्ती दर्शनात्तस्य कवचे रिदी संस्थिते
03:35मनसा चिन्तितम कार्यम सहस्रम जपतस्तथा पलाश मूले प्रजपेत सहस्रत्रितयम मुदा शत्रुहा नेद्रुवं चात्र जायते नात्र संचयह
03:52अरकमूले जपे नित्यम मंत्र राजम मिमम्शुभं भोजये द्रामनाश्यव लक्षमीर वसती सर्वदा यदिदम कवचम नित्यम भक्त्यातव मयोधितम
04:09योजपेत सर्वदा भक्त्या मोहिन्यह कवचम शुभं वांचितम पलम आपनोती नात्र कार्या विचारणा
04:21इतिश्री भविश्योत्तर पुराणे ब्रह्म प्रोक्तम मोहिनी कवचम स्तोत्रम संपूर्णम