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Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के पहलगाम हमले (Pahalgam Attack) के बाद कई लोग ऐसे हैं जिनकी किस्मत अच्छी थी कि (Pahalgam Attack Surviour) वो जिंदा बच गए...उन्हीं में से एक है सुबोध पाटिल, (Subhodh Patil) ये महाराष्ट्र (Navi Mumbai Maharashtra) के रहने वाले हैं. पहलगाम अटैक के ये चश्मदीद गवाह (Pahalgam Eyewitness) भी बन चुके हैं और पीड़ित भी. क्योंकि सुबोध पाटिल को भी दहशतगर्दों ने गोली मार दी थी. लेकिन किस्मत से आज वो हमारे सामने हैं. सुबोध पाटिल ने उस खतरनाक
मंजर को बयां किया है.

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~PR.87~HT.408~ED.107~GR.124~

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00:00तो यह टिकेट निकल एक चार पेश्मिन नहीं हम अंदर चलेगे तो पीछे आवाज आने लेगे तो पीछे आवाज आने लेगे तो हम डर गे तो आम आई से पप्लिक के तरफ सामी भी डवड़ गे उधर जब पब्लिक हम चाओ बैटी दी वह आम भी उतर बाढ़ गे कोई �
00:30मुसल्मान हिंदू कोन है कड़े वज़ा हम सब ड़े थे फिर उसने जो फैरिंग चालू किया तो सबको माने ला था आम एक समोतों प्रुपा एक हमारे उपर हम बार बार बार बज़ गे और बोली लगे पिच्छे से चलेगे हम बेवस हो गे बेवस हो गे कई गंटों के ब
01:00नीचे सब प्रलाशे पड़े थे बोड़े वाले थे उसने को देखा में जो मने को लिखे आया तो उपर उने को लोग पाइचाना उने को वहार यह पानी दिया वर साब चोलो कड़े हो जा तो मने को चलने नहीं होता था यह कुसमले पीट पर बिटकर वह भाज गेट के ब
01:30सबोत पाटिल यह महरास्ट के नवी मुंबई के निवासी है
02:00यह किस्मत वाले रहे कि आज वो जिन्दा है मीडिया के सामने पहलगाम हमले के वक्त की रुह कपा देने वाली वारदात का एक-एक सच सामने ला रहे हैं
02:10पहलगाम सर्वाइवर सुबोत पाटिल से अभी तक जो आपने सुना वो तो बस फाइरिंग तक की बात है
02:18हिंदू मुसलिम धर्म पूछने तक की बात है
02:20दहशतगर्दों ने हिंदू मुसलिम यानि धर्म पूछ कर फाइरिंग जो शुरू की उसके बाद क्या-क्या हुआ
02:27ना हम जानते हैं और ना ही आप
02:30जो जो लोग दहशतगर्दों के चंगुल से जिन्दा बच निकले हैं
02:35उनकी दास्ता से पता चल रहा है कि बाई सप्रेल का वो मंजर कितना भयावह था
02:40सुबोत पाटिल से पूरी कहानी सुनिये कि वो खतरनाक पल आखिर गुजरा कैसे और उनकी जान कैसे बची
02:48क्योंकि मारा धर्म पूछ कर जा रहा था टार्गेट थे हिंदू धर्म वाले और ये हिंदू होते हुए जिन्दा बच निकले
02:56टिकेट निकले के चार परेजमन हुए अंदर चलेगे तो पीसे जा आवाज आने अल्यागे आम लोग पतर नंचला कि क्वांसा आवाज लेकर तो तींचा मिंद आवाज आके चलेगे चलेगे तो फिल शे आवाज आने गागे कंटिव पीछे देखे तो फुब्ली दोडन
03:26मुसलमान हिंदू कुण है खड़े वज़ा हम सब ड़े थे फिर उसने जो फैरिंग चालू किया तो सब को माने दा था हम एक समोतो प्रुपा एक हमारे उपर हम बार बार बार बज़ गे और बोली लग के पिच्छे से चलेगी हम बेवस हो गे बेवस हो गे कई गंटों के बा
03:56तो नीचे सप्र लाशे पड़ी थे बोड़े वाले थे उसने को देखा में गजो मने लिखे आया तो उपर उनने को लोग पाइचाना वहार यहार पानी दिया वर साब चोलो कड़े हो जा तो मने को चलने नहीं होता था यह कुसर मने पिट पर बिटकर वहाज गेट के बार
04:26पैल गाम अटेक के गुनयगार दहशतगरदों ना इस बार यह तो साबित कर दिया है कि दहशतगरदों के भी धर्म होते हैं
04:56क्योंकि बकॉल सुबोध पाटिल उन्होंने लोगों से सबसे पहले धर्म पूचा, उसके बाद हिंदूओं को अलग किया और फिर फाइरिंग कर दी, अब आप सोचिए और बताईए कि सुबोध पाटिल ने जो कुछ भी बताया है, उसे सुनने के बाद आपने क्या अनुभ
05:26हुआ हुआ हुआ है

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