चंडीगढ़: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी नागरिकों को अपने देश वापस जाने को कहा. इसके बाद से पाकिस्तानी नागरिक अटारी-वाघा बॉर्डर से वापस भेजे जा रहे हैं. इस दौरान कुछ महिलाएं भावुक हो गई. इस अवसर पर भारत से निर्वासित की गई पाकिस्तानी नागरिक रक्षंदा जहूर ने कहा कि ऐसा नहीं है कि हमारी वजह से कुछ हुआ है. हम हमेशा ईमानदारी से यहां रहते आए हैं और कभी कोई गलत काम नहीं किया. फिर हमारे साथ इतना अन्याय क्यों किया जा रहा है? मुझे अपनी बच्ची को छोड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है और मेरी बेटी इस समय बहुत बुरी हालत में है.वहीं, मिनल नाम की अन्य महिला ने कहा कि उन्हें सजा मिलनी चाहिए या हमें? उनके छोटे-छोटे बच्चे हैं और वे अंदर फंसे हुए हैं. हमारी हाल ही में शादी हुई है, अभी दो महीने ही हुए हैं और हमने LTV के लिए आवेदन कर दिया है.यह भी पढ़ें- चीड़ की छाल से बेहतरीन कलाकृतियां बनाते हैं जीवन जोशी, पोलियो की मार के बावजूद कम नहीं हुआ जज्बा
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