Skip to playerSkip to main contentSkip to footer
  • today
Akshaya Tritiya Puja Vidhi 2025: हिंदू पंचांग अनुसार इस साल अक्षय तृतीया का त्योहार 30 अप्रैल को मनाया जाएगा। इस दिन सोना-चांदी के आभूषण खरीदने का खास महत्व माना जाता है। कहते हैं इससे माता लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। इस साल इस पर्व पर एक शुभ संयोग भी बन रहा है। जिसमें अक्षय तृतीया की पूजा बेहद फलदायी साबित होगी। बता दें इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व होता है। चलिए आपको बताते हैं अक्षय तृतीया की पूजा विधि क्या है।Akshaya Tritiya Puja Vidhi 2025:Akshaya Tritiya Par Kiski Puja Kare,Saral Puja Vidhi Kya Hai ?

#akshayatritiyapujavidhi2025 #akshayatritiyapooja #akshayatritiyapujakaisekare #akshayatritiyapujaniyam #akshayatritiya30april2025 #akshayatritiya #akshayatritiyapujanvidhi #akshayatritiyapujaathome #akshayatritiyavideo #akshayatritiyaupdate

Category

🗞
News
Transcript
00:00तो पंचंग अनुसार इस साल अक्षरत रतिया का तेवहार 30 एप्रिल को मनाय जाएगा इस दिन सो ना चांदी के आभूशन खरीदने का खास महत्व है
00:11कहते हैं कि इस से माता लक्षमी की विशेश कृपा मलती है
00:14इस साल इस पर्व पर एक शुब संयोग भी बन रहा है जसमें अक्षरत रतिया की पूजा बेहद फलदाई मानी गई है
00:21बता दें कि इस दिन भगवान वशनो और माता लक्षमी की पूजा का विशेश महत्व है
00:25आईए इस वीडियो में जानते हैं कि इस दिन किस की पूजा करनी चाहिए
00:30साथ ही पूजा विधी क्या होगी
00:32आपको बता दें कि इस दिन भगवान वश्नु और माता लक्षमी के साथ ही धन के देवता कुबेर की भी पूजा करनी चाहिए
00:40अब आईए जानते हैं अक्षत रुतिया की पूजा विधी
00:42घर में जहां भी अक्षत रुतिया की पूजा करनी हैं सुस्थान को गंगाजल से शुद्ध कर लें
00:48इसके बाद वहाँ एक चौकी रखे और उस पर लाल या पीला कपड़ा बिछाएं
00:51चौकी पर माता लक्ष्मी, श्री हरी विष्णू, भगवान गनेश और कुबेर देवता की मूर्ती स्थापत करें
00:57वहीं घर पर रखा सोना चांदी और जों रखें
01:00अब सबसे पहले गनेश जी की वंधना करें
01:02साथी उन पर अक्ष्रत सिंदू, सुपारी, नारियल, धूप, दीप, चंदन, दूर्वा, पान, फूल, फल, मोदक आदी चड़ाएं
01:09फिर माता लक्ष्मी और भगवान विष्णू की विधिविधान से पूजा करें
01:13इने कुमकुम अक्ष्रत कमल गट्टा, माला, हल्दी, धूप, दीप, कमल का फूल, लाल गुलाब का फूलादी अर्पित करें
01:19अखाने की खीर का भोग बना कर भी लगाएं
01:22इसके बाद विधिविधान से कुबेर देवता की भी पूजा करें
01:25उन्हें अक्ष्रत कमल गट्टा, इत्र, लोंग, चंदन, दूरवा, एलाईची, नवेध्य, फल, सुपारी, धनिया, फूलादी अर्पित करें
01:32अब आप कनकधारा, स्तोत्र या, श्री सुप्त का पाट करें
01:37पूजा के समय मातालक्ष्मी, भगवान गनेश और कुबेर देवता के मंत्रों का जाप भी शुब मानते हैं
01:59अक्षर तृत्या के दिन इस मंत्र का भी जाप जरूर करें, मंत्र है ओम श्रीम क्लीम महालक्ष्मी महालक्ष्मी एही सर्व सौभाग्यम देही में स्वाहा
02:10फिलहालस वीडियो में इतना ही वीडियो को लाइक और शेयर करें, साथी चैनल को सब्सक्राइब करना ना भूले

Recommended