Purvi ने किया Freddy को Prank Call | CID | सी.आई.डी. | 26 Apr 2025
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TVTranscripción
00:00मैं हूँ दयानन शेटी और आप मुझे इंस्पेक्टर दया के नाम से जानते हैं
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00:30कुष्गी कुष्टी
00:31कुष्टी
00:52कुष्थ
00:57झाल झाल
01:27वाख मे मैं मैं
01:40जढ तूछराश् से
01:51मेर
01:58सी एडी को ओन करता हूं
02:03मादन जी
02:04हलो
02:05हलो
02:06मादन जी
02:07मादन जी
02:08मादन जी
02:09क्या हो गया
02:10जी
02:20जी
02:21जै
02:22जै
02:23जी
02:38मादन जी
02:40वक्षिणा
02:46उनक झांच sociais
02:48उनक झांच
02:51उनक, झुलま टूल
03:04उनक
03:05मेंMR
03:08बाद जी?
03:37एए, कोन है?
03:40एए, कोन है?
03:46यह क्या?
03:52उतला?
04:02अब यह?
04:04सर, आने में देर होगी
04:13माएको
04:23यह लीची
04:28आरमस, आरमस
04:33माएक जी
04:37मुद्स जी
04:41आप ठीक तो है ना?
04:43क्या, जा हूँ आपको?
04:44क्या हुआ आपको विया नहीं जाता है कॉम वह फॉर्वत मेरे राक्तास थी अधे उचे कभी अखेला नहीं छोड़ तो से तैस्टी कुछित ने तुम्हें तुम्हें
05:14कि अधे देखिए मदगजी गभराएए मत आपको कुछ नहीं होगा हम लोगें हैं रहला किसकी बात करें कौन कौन आपके पीछे पड़ा हुआ है कुटले है
05:31कि अधिक कटबटली रहा तक कटबटली कि अधिक कटबटली है
05:39हाँ
05:40नहीं मतलब वो तैप की नहीं मतलब जो बेजान हो किसी के इशारे पेनाचे
05:48ये करपुट लिया बाटे करती है
05:56मादम जी
05:57पुंती है
05:59खुद चलती है
06:03मतलब जी
06:11ओ मतलब जी
06:13अव मतलब जी
06:15बाती करने वाली कटुट्लिया
06:17मैं जानता हुआपको
06:19मेरी बाप का यापिन नहीं होगा
06:21लिगे बाती है इस किसी को नहीं होगा
06:28में आपने एसी कटुट्लियों के आरे में सुना है
06:33में
06:35जानते हैं कुछ दिन पहले
06:37मेरे साथ क्या होगा था
06:39उस दिन मेरा
06:41बड्डे था
06:43गर की बैल बजी मुझे लगा
06:45मेरे तोस्ट मुझे मिलने आये है
06:47इतने रात को किसने बैल बजाई होगी
06:55कमाल है
06:57मतलब जी
06:59क्यों
07:03क्यों
07:07क्यों
07:09मैं हूँ
07:11मैं हूँ
07:13मैं ही हूँ
07:17इतना हैरान होने की जरूरत नहीं
07:21पता है
07:23यहां मैं क्यों आया हूँ
07:27क्यों
07:29तुमारी जान लेने
07:31क्या
07:33क्या
07:35हाँ
07:37तुझे जान से मौरने
07:39तुझे जान से मौरने
07:41तुझे जान से मौरने
07:43क्यों
07:45यह
07:47यह
07:49पतला यह इसने मुझे जान लेगा
07:51यह
07:53यह
07:55यह जान पतला है
07:57यह
07:59तो यह आपकी जन कैसे लेगा
08:01यह
08:03यह
08:05यह
08:07मैं आपकी जान पतला है
08:09तुम लोग और वह भी आज के दिन
08:11मैंने खुद सुना इसमें मुझे कहा
08:13कहा कि
08:15जान ले लेगा
08:17मैं देखता हूँ
08:19स्रमाल लार रभी
08:21शान
08:27तो यह
08:29लगता है शायद आपके साथ किसी ने मजा किया है
08:31इस लखडी के पुतले के अंदर
08:33किसीने शाह स्पीकर फिट किया होगा
08:35सेक करो कहीं स्पीकर होगा
08:37हुँ
08:39हुँ
08:43इसमें तो कुछ भी नहीं है
08:45अब कहा है वो पुतला
08:49कैसे होगा
08:51मैं उसी टाइम उसे तोर बोर के जला के
08:55खतम कर दी
08:57कर दीजी दीजी मुझे
08:59उसे मैं कैसे एसे बोड़ देता
09:03कि अपने वाकी देखा था
09:07अँआ
09:09मैं
09:11मादन जी वोच सब्सक्ता है
09:13सबना अपना
09:15मैं अपना देखा
09:17मैं
09:19और
09:21एक बार नहीं
09:23मैं
09:25एसम
09:27परेसाद
09:29ठोड़े तीन बाद भी है
09:31मुझे लगता है कि मदन जी को मारने का
09:33सबसे अच्छा तरीका यह है
09:35कि उनके सीने में
09:37जाकू घूम दिया जाए
09:39उससे तो पुरा फर्ष खोन से गंदा हो जाएगा
09:41सबसे बैस तरीका है
09:43मदन जी को सहर दिया जाए
09:45एक काम करते हैं
09:47क्यों ना उनका गलाही दबा दिया जाएगा
09:49तो आप ही पता दीजे मदन जी
09:51अब कैसे मनना पसंद करेंगे
09:53मदन जी
09:55मदन जी
09:57कहां चले
09:59मदन जी
10:05कहां चले
10:07जिस्टे
10:09मदन
10:11जी
10:13तो बता उमम
10:15दन जी
10:17तो पता
10:19उमम
10:29तो पता
10:31जी
10:33कौन्से तरीके से मरना जाओगे
10:40बोलो मगंधी
10:42बोलो
11:03बोलो
11:05वाकई
11:07मददण जी की जान को वाकई खत्रा था
11:10सही कहरे थे
11:12कोई वैम नहीं था
11:14से बतलब ये
11:17मददण जी का खुण इस कटपुटली नहीं किया
11:19क्या बखवास कर दे हो या
11:21कटपुटली को तोड़ी ना कर सकते है
11:24तो फिर खुण किसने किया होगा
11:27उसीनी फ्रेडी
11:29उसीनी जो कटपुटली का खेल खेलना जानता है
11:33जब हम लोग यहां पर आये तब
11:35कटपुटली के हाथ में ये
11:37चाकुद हो
11:39सारे सबुतों
11:41इसी की तरफ एचारा कर रहे
11:43पर खुण इसी नहीं किया है
11:45भाया
11:47भाया ब्लीच ब्लीच ये भाया को
11:49सर
11:51इस मुतने ले गुट में किया
11:53एक मिनट
11:55आप लोग कौन है
11:57सर
11:58मैं कवीता हूं इनकी पत्मी
12:00और ये मदन भाया है
12:02इनके बड़े भाई ये रवी है
12:04आप लोग अब तब क्या कर रहे थे
12:06कहा थे आप
12:08सर
12:09आज हम अड़ी मैरिज है
12:11अज हमें डिघनर ते
12:13हम ढ़न भाया कहा ता
12:15साथ हमें आने के लिए
12:16लगिए पुछने मना कर दिया
12:18और यह लिए
12:21अब कहह थी कि
12:22कि वटन झाल झाल भाया
12:24हाँ सर
12:25झाल झाल झाल भाई
12:28आप जानती है कुझी को
12:29मुझे पूरा यकीन है, इनका कुल शारदुल ने किया है।
12:35वो इनसे बदला लेना चाहता था।
12:38ये शारदुल है कौन?
12:41किस बात का बदला लेना चाहता था।
12:45शारदुल एक पेंटर कॉलिस्ट और वाइस ओवर आर्टिस्ट था
12:48मदन भहिया और रवी के बड़े भहिया अंकुष भहिया की बचपन का दोस्त।
12:53अंकुष भहिया को शारदुल से बचपन से बहुत लगाव था।
12:57जब उन्होंने देखा कि शारदुल जिंदिगी में कितनी ठोकरे खा रहा है।
13:01तो पांच साल पहले उन्होंने अपना घर शारदुल को दे दिया।
13:05ताकि वो वहां से अपना थेटे ग्रूप चला सके।
13:10हाला कि भोलो कभी अंकुष भहिया को किराय के पैसे नहीं दे पाई।
13:14मगर अंकुष भहिया को इस बात से कभी कोई तक्लीट नहीं है।
13:17क्योंकि वो जानते थे कि इस कला में इतने पैसे नहीं है।
13:20शारदुलोर उनके स्टूडेंस अंकुष भहिया के घर से ही अपनी वेंटर कॉलिज की प्राक्टिस किया करते थे।
13:26कटपुत्यों से बाते करवाने की इस कला का घंटो बैट कर रियास किया करते थे।
13:31तो एक चीज तुम लोग अच्छे से समझ जाओ।
13:34वेंटिलोक्रिजम की कला आसान नहीं है।
13:37लेकिन इतना भी मुश्कल नहीं है।
13:39इस कला को करने की तक नहीं कि इसके नाम में अच्छिपी है।
13:43वेंटिलोक्रिजम एक लैटन शब्द है।
13:45जिसमें वेंटर का मतलब पेट और लोकवी मतलब बोला।
13:49और वेंटिलोक्रिजम मतलब पेट से बोला।
13:52जैसे
13:54हेलो गरो कर दो आएंची और तुम
13:57पर एक दिनंग कुछ भाहा गुजर गए
14:00और सब कुछ बदल गए
14:05अ कि कर था
14:10तो कर दो।
14:11अधिक ज़िए
14:18मेरे नहीं है
14:19कान थी जिए खायो
14:21अधिक आत पर चाहिए क्या
14:22अधिक मादर्द इसजिए अधिक?
14:25अधिक
14:26ये जो इसने बत्थे तुमारी मुःत्थे
14:28ठुक्तोरी चल रही ही ला
14:29ये की अधिसने बंद बंद हो रही
14:32आपने यहां पई धरमसाला नहीं खोल रखे लेकिन बंदन अंकुष्ट है तो कहा तक हुआ तक हुआ जो मर गया हो सिंदा नहीं है दुनिया में नहीं है आज तक उसके तरीके से चलता था अब मैं हूँ मेरे तरीके से चलेगा तो नहीं हुआ तुमने चलो जगा ठाली करो �
15:024,000,000? 4,000,000 तो हमारे पास नहीं है तो खाली करो वरना पुलिस को बुला के तुम सब को जेल में बिजवा दूँगा वहां पर रहने का कोई किराया भी नहीं देना पोड़ेगा मादर हमें कुछ मोहलत दो हम इतनी जल्दी कहा जाएंगा अलना कुछ मोहलत कुछ नहीं मि
15:32किराया वो सब मेरे कबदे मे रहेगी अर सुम यह भी हमसे छीन लोगे तो हमारा किराय कैसे चुकाएंगा ओ मैं नहीं जानता सरे सामत कीजिए सब हम आपके सारे पैसे चुका देंगे सर फ्लीज सर आपको यह सब बेजान कटुट्रिय लगती हैं मगर हमारी जिंद की बसी
16:02जानते हो क्यों कि यह खलाग खतम हो चुकी है जीरो यह तुम्हारे गुरू है ना कौन शारदूल उसकी तरह किसी काम की नहीं है लूजर है लूजर यह कैले नीटल नीटल एड़
16:20यह भी ना कौन है बाईया और कौन शारदूल बार बार मुझे इस तरह फोन करके धंकिया देता है मैं देखता हूं
16:41मैं आ रहा हूं तुझे मारने अब तेरी जिंदगी कुछी दिन की महमान है अलो
16:48भाईया मेरे खाल से हमें पुलिस के पास जाना चाहिए पुलिस डपार्टमेंट में मैं किसी को जानता हूं शायद वो हमारी मदद करें हाँ भाईया मुझे बिलकुल भी उमीद नी थी कि शारदूल इतना संकी निकलेगा हमें पुलिस के पास जाना चाहिए कोई फाइद
17:18शार्दूल मुझे मौर्गृरूम से दंकी बरे फोन क्यों करेगा?
17:23इस नमर से इन लोगों को दंकी बरे कॉल आरा है
17:25खल रात के भी आया अज सुबा भी
17:27लगातार तीन दीनों से आरा है
17:29और कर रहा है ये कॉल
17:30सर इस फोन से किसी को भी फोन करने की इजाधत नहीं है
17:34मैं सारे दे यही पहराता हूं इस फोन से किसमे कोई थो
17:37तो प्र तुमने किया होगा फोन
17:40काब मै क्यों पोन करूँगा
17:41मैं तो आप लोगो को जानता भी नहीं हो
17:43आ तो होसे का है तिमने र reicht equ Keeping your
17:47और शदूल
17:49शदूल
17:52जानते हो ये साठिस लृचका मुझें लिए गणा
17:54यह अपतो यह की आप लोगोन काल सकता है
17:58क्यों नहीं कर सकता क्वाल
18:05हरा
18:07त Deck C
18:09जानते हremos लुभा तीन देनीं कि मृत हो चुका है
18:13भाधी आनकी मृत संकती है
18:16इनोंने शराब पी रखी थी, एक कार इंप उड़ागे चली गए, मोके इनकी मौत हो गए
18:21अगर यह यहां मरा बारा है तो, मुझे धंकी वरे फोन कॉन करता था
18:30सर अगर पुलिस रेकॉर्ड के मुताभिक तो यह सारे कॉस मौ के लाइन लाइन से आए थे
18:42इनकी मौका फोन लाइन तो कोई इस्तमाल करी नहीं रहा था यह सब केस है
18:47पुरवी, अच्छी तरुसरी चेक करो, इनकी कुछ चक्कर क्या है, अमला बड़ बड़े है
18:54सर, इनकी कुछ पता नहीं चलेगा
19:00आपैसा क्यों करीगे?
19:03क्योंकि C.I.D. जिन्दा इंसानों को पकर सकती आत्माओं को लहीं
19:09और मैं जानती हूँ, इस अब शारदिल की आत्मा ने किया है
19:13तेकि आत्मा वात्मा जैसी कोई चीज नहीं होती है
19:16पड़ी लिखी होने के बाद भी आप ऐसी बाते कर रहीं है
19:18आप भी तो पड़े लिखे आप भी तो पड़े लिखे आप बताहिए ना
19:22एक लाश मॉर्ग से फोन कैसे कर सकती है
19:25कैसे मदन भाया से वो कटपुतिया बात कर सकती है
19:28सर आपको यह सब नॉन्मल लग रहा है
19:31आप लोगों ने भी ऐसा कुछ आनुगाओ किया जैसे मदन जी नी किया था
19:35जी सिर्श
19:38नहीं!
19:39अजका!
19:41अजमने तुछोड़ा नहीं!
19:43तुम लोगों ने मुझे!
19:45माहन लोगा भाया तुछोड़ा नहीं!
19:48वाया?
19:49अजका!
19:50वाया, क्या हुआ?
19:51यह बता लाए यह क्या अब यह क्याँ एप जैडर्या दूर एना
19:57वाज अपर एक आए मुझे काथ ना
20:00फिर एक मुझे ऐसे बाद तो सूरिए यह क्या और आ अप
20:02जब जब दो हमें जब वाज बहुत पर दिया एग कि अवाज आरी है अज़िक आरे बादा तो कुछ भी नहीं है जब अफे स्टोर्णों है और जब बंद पड़ा हूआ कम्रा है तो रहुद स्टोर्म में तो मैंने सारी कटपटलिया बड़े से बट बदे पक्से में ताला �
20:32बैया, आप, आप डिर्या में.
20:36आइए, उपड़ चल्लिए.
20:37राभी, लेकिन...
20:40चल्वाइए.
20:45अराम से.
20:46संबल के.
21:02मातres एंदी.
21:22माईसाब, अब आज इस कमरे से आरी है.
21:26वाई.
21:32मतन जी
21:41मतन जी
21:48कैसा लगा मुझे मिल के
21:52सोचा मारने से पहले मिल तो लू
22:02मैं और हुआ है वा गए
22:07सांन मैं भाइसाब ने सभी कटुत्लियों को बखसे बंद करके रखा था
22:13लिविदे निए कर डिया यह काँ और यह करता है
22:20हम इसे तो जी बखसा भी कि देखने है का ऐसा लोगो ने हो कट पुत्लीति
22:26कर दोनों कमरे उपर यह सर चलिए दिखाएगे आई सिर
22:41कि अच्छर पैरो कि आवाज हमने कॉल डॉर में सुनी थी और वो पुतला हमने भी हाँ इस जगह पर लेखा था सर
22:56यह कमरा एक्डम खाली क्यों है सर मैंने सुचा था कि यहाँ पर ट्रेड़़् और बाइसिकल रखोंगा और सुड़ी एक्सराइस करूंगा पर कभी टाइम ही नहीं मिला
23:26यही पेटिया जिन में कट्पतलिया बन थी इस यही वो पेटिया जिन में कट्पतलिया बन थी
23:52इस यह लाइटान गंड़ा जी
24:01सर यह कमरा बहुत दिन से बंध है तो शायद बल खराब हो गया
24:21सर सारे पेटियों पे नाला लगा है
24:28मगर यह ताले मजबूत नहीं है कोई भी से आसानी से खोल सकता है
24:42इतने सारे पुतले
24:52देखे जरा इसमें कोई मेकानिसम फिट तो नहीं
24:57सर मैं आपसे बोल तो रही हूँ ये बात नहीं करते हैं जरूर इसमें शादुल की आत्मा अकर बात करती है
25:11को अंदर कोई मेकानिसम या कोई स्पीकर तो है ने जिससे आउज आशेकं
25:16सब्सक्राइब ना तो कोई मैकनीजम है और ना ही कोई स्पिकर तो फिर यह कटपूट लिया बोल कैसे सकती है
25:28अज़ लॉक खराब है लॉक खराब से यहां से तो कोई भी आसानी से अंदर आ सकता है
25:44है कि घड़ी लगाई है तो भी आसानी से ऊफर आ सकता है और जो भी कोई असानी से इस कमरे में आ सकता है वो बकसे में बंद पड़े कुट्वधलियों को उठा कर बार ले ले भर घूण कहीं भी रख सकता है जैसे यहां रखात तुम्हों को डर अने के लिए है
26:01सर, मतलब ... मतलब कोई आत्मा थेहा ?
26:06ना अलुण अलुड़ी. हृति आत्मा होती नहीं भी एंग अग भीए होती ही नही तो वही उसकता है
26:11जिसगर का चप पजयां जान दाग激ंगラशा आ एट चप पाज्पप येपी-कटीओंग्स ही एक अच्छी महravत रखता हि
26:21और यहो सकते हैं शारदुल की स्टूडन्स शारदुल की स्टूडन्स पता लगाना पड़ेगा ये शारदुल की स्टूडन्स इस वक्त है कहाँ और कर क्या रहे हैं
26:38है मेरा नाम है फरीडा मेरा नाम ते पेश मेरा नाम है तरल और मेरा नाम है लोचन
26:45आज में आप सब को एक बहुती अच्ची कहानी सुनाने वाली हूँ
26:53नहीं, हमेशा तुन ही क्यों सुना होगी कहानी
26:56अरे, तुम्हारी इसमें अरजी क्या है?
27:00हाहा, फ्रीडा, तुम्हें हमेशा सबसा अच्छा रूल चाहिए होता है
27:04हादी पेश, तुम्हें बिल्कुल सही कहा
27:07मैंनेद हां करते हैं और फेमस तुन होती हो
27:10तुम्हारी कटपुतली का भी यही कहना है
27:12सर, समझ में नहीं आरा सर, यह कटपुतली बात कैसे करें?
27:21अरे, पंकज, यह कला है, आवाज बदलने की कला
27:23इसे कहते हैं बेंट्रिकुलिजम
27:26बिल्कुल, बात तु यही लोग कर रहे हैं
27:28लेकिन लगता है कि यह आवाज कटपुतली के मूँ से निकल रही है
27:32वगर सर, यह लोग कहां बात कर रहे हैं
27:37देखे न, इनके तो मूँ भी नहीं चल रहे हैं
27:39देखो मैं कहहा हूं मैं सबसे बेस्टू
27:40यही तो कला है पंकाज, बिना मूँ खोले इतनी साफ आवाज में पात करना
27:45आवाज यहां प्रेट से निकलती है
27:47वो आत्मा भी इसी कला की पेदाइश थी
27:50पुतलों ने इसी कला के जरिये मादन जिसे बात की थी और वो
27:54निउस रीडर्स ने भी
27:56तो यह लोग तो कड़ पुतलों को ऐसे हाथ से हिला रहें सर
28:01हाँ तो अब अभी तो होता है अप्ट्छों में
28:05तो मतन जीनों पुतला रेख था उसे तो कोई हाथ से नहीं यहा बात कर था तैंसे
28:11कोई चौज ये लिए को दो सीर्माकर जाविने बहुड़ गुड़ता हो ऩा स्सावी नहीं डिलता लेकिन
28:22लेकिन स्कें आंदर कोमी कार्णिसम्ट ता उसन था चछर विल्ग अर्वि को छोड़ा हो
28:29सें कर दोलिया बनाना सारदुल की घा इसके किसी becomes क्रिकन का लित
28:35जो मदन जी के घर क्वा चपा चपा चपा चीतर से जानता है
28:40इन्हें पता होगा उस किर्की के बारे में जिसका लास्ट उटावा था
28:43करमें गुषके जगे-जगे कट्पुकियां लगाना और उनसे बाते करवाना है और उनके बायंत का खेले
28:49वह सर्व पता चल गया कि मॉर्ग्रूम वाले फोन कैसे आ रहे हैं जार इसके लिए पूफिंग सॉफिवर का इस्तमाल के एगे
29:06पूफिंग सॉफिवर यह क्या होता है सर अभी बताते हो
29:19कि अधिए अरे यार मेरी वाइफ को भी अभी फोन करना था है
29:26अधिए
29:28सर मैं बिजली का बिल भरना फिर से भूल गया हूँ शायद बिजली कट गई होगी डाठने की निए मुझे फोन के होगा
29:37फोन उठाऊं क्या ले लो ज़दी बात करो
29:41हेलो हाँ मैं मैं घर आने से पेले बिजली का पील भर दूँगा अधिए अधिए
29:47इस बार बिजली कठी जाएगी
29:51अधिए
29:53अधिए
29:55पुर्वी तुम ने फोन किया
29:57मगर ये तो मेरी वाइफ का फोन नंबर है
30:01पुर्वी ये कैसे किया
30:04ये तो स्पूफिंग स्वाफ्चवर का कमाल है
30:06फोन कहीं से बिकर
30:08नंबर वही दिखाओ जाप चाहते हैं
30:10तुर्वी ये वही तो मिला कहां से
30:13सर साइब यूनिट से लिया है
30:15सर इसकी मदद से
30:17सिर्फ नंबरी ने बल्कि
30:19इंसान अपनी लोकेशन भी गलग बतासता है
30:21और ये वापने
30:23सर यो तो बड़ा
30:25खतरनाक सौफ्टेवर है
30:27हाँ
30:29खुनिनी मौर का नंबर इसलिए चुणा
30:31ताकि हमें लगे कि ये सारा चकर
30:35शारदुल की आत्मा का है
30:39शारदुल की आत्मा का
30:41आत्मा का
30:43अच्छा बच्चो आप लोके मिलगे बहुत मसा आया
30:45अगी बार सिर मिलेंगी
30:47बाई
30:49सावाल की बच्चे
30:51बाई बाई
30:53बाई
30:55जी कहिए
30:57क्या मैं आपकी मदद कर सकता हूँ
30:59यह आप लोग मदद ने गरेंगा तो और कौन करेगा
31:03यह जानना चाहते हैं कि
31:07मदद जी को डराने का प्लान
31:09आप में से किसका था
31:13हम लोग कुछ समझे नहीं
31:15अच्छा
31:17तुम लोग भी नहीं समझे
31:19नहीं सर अबी नहीं समझे
31:21पैदेल दोश हो
31:23पैदेल दोश हो
31:25बहुत असी आवी
31:27अच्छा
31:29एक आदे की जान चली गई
31:31तुम सब को बहुत हासी आरी है
31:33जान? किसकी जान?
31:35मदन जी की
31:37थोन वा है उनका
31:39सियाईडी सेम लोग
31:41सियाईडी?
31:43सियाईडी
31:45और हमारे शक के दारे में उत तुम सब
31:51कल तुम लोग का थे
31:53मैं कल अबनी दोस्त
31:55सलोनी की घर पे था सर आप उसके
31:57घरवालों से पूछ सकते
31:59और तुम तुम का थे?
32:01सर हम मेरा मतलग लोजन और में
32:03एक शो के लिए गयते पुने
32:05आज सुब ही लोटे हम
32:07पुनेग
32:08कैसे कहते है पुने?
32:09रीडियो कैप से
32:11आप चेक कर सकते है
32:13यह लीजे
32:15क्या हुआ
32:17क्या हुआ
32:19बात पसीने चूट नहीं है
32:21तुम कहां दे कल्दा है
32:23सर वो
32:24मैं बताता हूँ
32:26तुम कल रात मदन के गर में थे
32:29यह नहीं
32:30हाँ
32:31था मैं वहाँ
32:33लेकिन
32:35मैंने किजी को नहीं मारा
32:36क्या करने गया दा फिर वहाँ
32:38तर हम तो बस मदन को सबक से गाना चाहते थे
32:40जो कुछ उसने
32:41शाड़ो सर के साथ किया
32:43वह बहुत किया
32:44और हाँ
32:45अज अज अगर शाड़ो सर हमारे पिछ नहीं है
32:47तो वो सर्फ एक इंसान के कारण
32:49वो है मदन
32:50उनके कारणी हुरो ने दारू पिना चालो किया
32:52और वक से पले गुजर गए
32:54तुम लोगों ने सोचा अप खून के बदले खून
32:57अज अज तुम आज अज बदले खून
32:58नहीं नहीं सर हम बस घराना चाहते थे और गॉरफ का प्लान था ये
33:03अज तो वैसे ही बहुत लेट गया था
33:07तक्रीवन साड़े गारा बारावजे गास पर लिकिन मैं थोड़ा लेट हो गया और
33:11साड़े वारावजे पोचा
33:27कर पर तोईना बादनी काछून वारावजे वारावजे
33:55सब?
33:56मेरा इसकूं से कोई लिना देना नहीं!
33:58और गॉरव का?
33:59सब?
34:00यह तो गॉरव ही बता सकता ना?
34:02ठीक है
34:03बुलाव गॉरव का रहा है का गॉरव
34:05गॉरव तो फिलाल गॉवाव है
34:09गॉवाव?
34:10गॉवाव किस्वाव?
34:11सब?
34:12यह बता नहीं
34:13अज़ को बचाने की कोशिशिश्ट ना ना खुट पाज जाओ गया, समझें?
34:17अजी सर अज़ अज़ अज़ इसी बात नहीं है
34:19अज़ राग को जब मैनु से फोन किया तो उसका फोन बंद आ था
34:22अज सुग उसका मेरे बास
34:24मैसे, मिजादर, सर अज़
34:30अज़ अज़ अज़ अज़ अज़ नहीं होना चीए था
34:33मैं गोवा पाँच क्या हूँ कुछ दिन चुपनी के लिए
34:38लेकिन ये गोवा पहुंचा कब और कैसे
34:41जब हम लोग क्राइम सीन पे पहुंचे तो तो वह वहां पे था नहीं हाँ
34:54कि अज़ इसके बाद इम लोग वह पाँचे और को को ही फ्लाइटो है इन फोज़ आज़ अज अज़ अज़ अगर और बस याप पर गारी से और
35:04एक पंकाजू
35:05प्राइब करके गोव पांचे में कम से कम बारा गहिंटे लगते हैं
35:09और यह मैसेग आए है सुबह नौबजे
35:11मनलब गोव पांचने से पहले ही उसने मैसेज कर दिया कि वो गोव पांच चुका है
35:15पंकाजू
35:17और पता करो गोरो के मॉबायल के लास्ट लोकेशन के आटे
35:20नमर दे लेकारर
35:22ुक जी थैंक्यू
35:24थैंक्यू
35:25सर रगर जिया अखरी लोकेशन मदन जी का बंढ़ इधा
35:28और कल रात साडे ग्यारा बजे उसका फ़ुन बंदवा
35:30का फूम बंदू है साड़े क्या रहा है अलो थैंक्यू सर गॉरव कुमार नाम का कोई भी आदमी को आपके किसी भी फ्लाइट में नहीं था ना आज शुबे न कल रात को और तो और सर यह किसी भी एपोड के सीसी टीव फुटिज में भी दिखाई ने दिया मतला उपना शक्
36:00वो तो अभी पता नहीं है फ्रेटी लेकिन एक बात समझ में नहीं आ रहे है गौरो जी को मदन जी को मारना था तो वो कभी भी मार सक्चा था यह डराने का ट्रामा क्यों है यह चारो लोग मिलके यह जो कटपुदली का गेम खेल रहे थे और तो और जब उसने मदन जी को म
36:30गौरो कहा है वो सकता है कौनी ने गौरो को मार के उसे गाइब कर दिया और हमारे सामने ऐसे सबूब डाल दिये जिससे हमें यह लगे कि वह हमसे चुप रहा है गौव में है यह यह लोग तूटा हुआ हुआ है इसी किड़की से गौरो उसके साथ ही अंदर आते थे मदन �
37:00कि अगर यहां उसके साथ कुछ हुआ है तो कुछ न कुछ ट्रीसेस तो मिलने चाहिए यह लोगे टेस्स करके देखते हैं पुर्वी
37:12सब्सक्राइब
37:14सब्सक्राइब
37:30तो अगर शर्वाजे से जैसे बाहर निकला होगा इसी ने अमला किया असपर
37:46सब्सक्राइब
37:50सब्सक्राइब
37:52इस तरफ तो कोई निशान नहीं है इस तर देखो
37:54इस तर देखो
37:56इस तर देखो
37:58आगे देखो
37:59आगे देखो
38:01मतलब हमला करने के बाद गवरों को घसीट के यहां स्टोर रूम तक लाएगे हैं
38:11आगे अगे
38:13आगे
38:15आगे
38:17आगे
38:19आगे
38:21आगे
38:23आगे
38:25आगे
38:27आगे
38:29आगे
38:31आगे
38:39सर्कून की बुंदत तो यहां तक है
38:41मतला गौरफ को यहीं पर
38:43और हम लोग यहां पर आये और हमें पता भी नी चला
38:47और अब यहां से गाया
38:49लगता है अब
38:51बॉड़ी को ठिकाने लगा रहे होंगे
38:53इस घर के लोग
38:55आगे लोग
38:57खेवान की वा भी बॉ़्ट
39:01झागे
39:03झागे
39:05झागे
39:07खेवान
39:13कि दुचैनल की जिली डिया है, वाग पांगेगा, पांगे, दो बुच्च, प्रक्राइच, उन्हें भात्या है, हाझ!
39:32को प्रच्च, प्रच्च!
39:37को बुच्च, यह है।
39:39श्रर ली जिन्दा है?
39:41आपको कैसे पता चला कि हम लोग यहां पर है आज काल मुबाइल के जरीए भी मुज्रीमों को पगड़ लेते हम लोग
39:52जल्द लेकर जाओ जल्दी आजा उस खुदगर्ज और लालची इंसान का मरजा नहीं ठीकता
40:11अलकुष भीया कि मौत के बाद मदद भीया केले ही सारी प्रॉपटी हडब जाना चाहते थे हमें क्या मिलता ठेंगा
40:19हमने प्लान तब बनाया जब घर में वो वो कटपुतलियों वाले हाथ से होना शुरू है
40:25हम जाते थे सर कि कोई आत्मा वात्मा का चक्कर नहीं है इसलिए हम एक राज जागे ताकि इसका पुतली के राज से पड़दा फाश कर सके और फिर तुम लोगों ने गारो को पकड़ लिया
40:39हाँ
40:40गौरफ से सारसा चुगलवाने के बाद हमने सोचा कि उनके इस कटपुतलियों वाले खेल का फाइदा उठाकर हम हम मधन भहिया को मार सकते हैं
41:01इसलिए गौरफ हमला करके उसे बक्से में चुपा दिया और फिर मधन जी का खून करके हमें गुम्रा करने की कोशिश की यह दिखाना चाहा के खून पुतले ने किया है हमें मालूम था कि CID कभी भी आत्मा की कहानी और कट पुतलियों के खेल पर विश्वास नहीं करेगी
41:31आप पूरी जिंदेगी भर गौरफ को यहाँ भार ढूंटे रहेंगे और हम उसे मार कर यहाँ दफना देंगे
41:39पैसों के चक्कर में तुमने अपने भाई की जान ले ली
41:42क्या करोगे इन पैसों का
41:45अब यह पैसे ना तो तुम्हें जेल की सलाखों के पीछे जाने से बचा सकते हैं
41:49और शायद भासी के भंदे से
42:15क्या कर दुमने पैसे में अबड़बाने भासी के बड़ब भासी का दे भासी कि जालजूओए पैसे जाड़श भासी के जाज दुमने दुमने जाते हैं