• 4 days ago
सवाईमाधोपुरण् जिला मुख्यालय पर शुक्रवार को विद्युत निगम की समीक्षा बैठक के दौरान ऊर्जा राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार हीरालाल नागर तथा बामनवास से कांग्रेस विधायक इंदिरा मीना के बीच तीखी नोक.झोंक हुई। किसानों को समय पर ट्रांसफॉर्मर नहीं मिलने तथा दलाल सक्रिय रहने का आरोप लगाने पर मंत्री की ओर से पुरानी सरकार की देन बताने पर विधायक भडक़ गई। मीना ने वर्तमान में भाजपा सरकार होने पर भी भ्रष्टाचार होने का आरोप लगाया तो मामले में खंडार विधायक जितेंद्र गोठवाल भी कूद पड़े और सीधे पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर आरोप जड़ते हुए ठेकेदारी प्रथा शुरू करने की बात कही। इससे बौखलाई कांग्रेस विधायक ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए एजेंडा की कॉपी को फाड़ कर फेंक दिया। साथ ही बैठक का बहिष्कार करके चली गईं। बैठक में भाषा की मर्यादा भी तार.तार नजर आई। भाजपाइयों ने जहां विधायक पर बजरी चलवाने तथा दलाल जैसे शब्दों का आरोप जड़ा। वहीं कांग्रेस विधायक ने भाजपाइयों को चोर कह दिया। कहा कि अब तो भाजपा सरकार हैए रोज हजारों ट्रैक्टर निकल रहे हैं इनको रोक लो। घटना के बाद विद्युत निगम के सभी अधिकारी एक.दूसरे का मुंह ताकते नजर आए और इस मामले में बोलने से ही बचते रहे।

इनका कहना है
क्षेत्र में हमने 132केवी जीएसएस बनवायाए उसका कार्य पूर्ण होने से पहले उद्घाटन कर दिया। अब जब किसानों को ट्रांसफॉर्मर देने का मामला उठाया तो पुरानी सरकार पर आरोप लगा रहे हैं। अरेए अब तो उनकी सरकार हैए कुछ तो करो या फिर आरोप ही लगाते रहोगे। मुझे बैठक में अपमानित किया गया। बजरी तो अब भी चल रही है।
इंदिरा मीना, विधायक, बामनवास।

इनका कहना है
हम तो किसानों की रबी फसल में बिजली समस्या के समाधान को लेकर अधिकारियों की बैठक लेने आए थे। इसमें सुझाव के लिए विपक्ष के जनप्रतिनिधियों को भी बुलाया गया। लेकिन महिला होते हुए भी विधायक ने शब्दों की मर्यादा को भंग किया है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। मीडिया में छाने के लिए विधायक प्री.प्लान करके आई थी। इस कारण वह एजेण्डे की कॉपी फाडकऱ चली गईं। जिले में ट्रांसफॉर्मर की जीरो पेण्डिंग है।
हीरालाल नागर, ऊर्जा राज्य मंत्री, राजस्थान सरकार

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