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00:00चली न, चल देंगे, कहां? अरे वो हमारा गाना सुनने वाला बाजा
00:08अब दादी
00:09मुनना, ये पड़दा इतना फूला फूला क्यों हो रहे?
00:23बड़ी दादी आप छोड़ी ना ये बाहर से बहुत तेज आवा चल रहे है ना इसलिए ये पर्दा एक दम ऐसे फूला फूला सा और फैला हुआ लग रहा है आप चलिए आप बॉक पर जा रहे थी ना आपको पता है आपको ऐसे रोज वॉक पर जाता हुआ देखे तो मैं �
00:53दादी आप चलिए वॉक पर मैं मीटिंग की ले जाता हुआ ठीके बैटा शाम को मिलते हैं ओके मारी दादी आप चलिए ये दिफिन मौराधी का दूनों बहुत चलाग निकले है ये मौका तो हाथ से निकल गया है
01:23पर कोई नहीं आके बहुत सारे मौके मिलेंगे रादी का केचर में तो नहीं है संबेंजी भी दिखाई नहीं दे रहे हैं यहीं इंपजार करते हैं प्याज़ा प्याज़ा
01:53तुम अपनी बेटी से मिलने आई थी ना फिर यहां सोफ़े पैठकर पानी क्यों पहिने लगी और तुमारी बेटी जी जी जी जी जी आप नाराज क्यों हो रहे हैं मैं बात करती हूं ना तुम क्या बात करोगी प्रभा तुमने सबको तो सथ पर चाड़ा रखा है लोगो
02:23इसलिए आप कर बैच इंस व सकते हैं तर अश्ड़ा थे इसलिए हम आपके वाकर समय हो गया ना जाव और यह जिलिया हमाफ कीज़े लेकिन हमी कुछ बात समझ में नहीं है तो यह जो आख़ा कचिन में नहीं थी इसलिए हम यहां आपकर बैचे इंतजाद कर रहे थी
02:53प्यास लगी ते इसलिए पानी लिया, इसमें आउकाद की बाद कहा से आ गई?
02:58ने, ने, ऐसी कोई बात लिये, तुम्हें गलत फैमी हुई है, दरसल जिजी को ऐसे लगता है कि…
03:03जिजी वालों की कोई आउकाद नहीं हो नहीं, जी, अब मुझे नहीं वो बुआ जी को लगता है, वो पुरानी सोच वाली है न, तो इस सुमर में उनके सोच तो हम नहीं बदल सकते, उपर से बुआ जी के आदे ही, आपकी बेटी राधिका ने उन पर आता गिरा दिया, और �
03:33मम्मी, राधिका आगे, चलिए मा बेची मिल लेजी, राधिका बहो, हाँ, मम्मी जी को ले जाओ, जी, मम्मी, चलिए, आपकी चिन में, हाँ, आई, सुबिता, क्या, तुमने मुझे राधिका को सच बोलने से क्यों रोका, क्या मम्मी जी आप भी, देखे, अगर वो हंगा
04:03जी जी को क्या जवाब देती, इससे लिए शुप रहने में ही भलाई है, अग्मान, कब जी जी जाएंगी और कभी नाटा खाता होंगा, तेक राधिका, हमारे या है न, रिवाज, करवाचोट के इन पहले, माता की जुंदरी और शिंगार, पेची को दिया जाता है, कल पह
04:33जादी को दो ही महींने हुए है, ना मंगले सुथर पहना है, ना सिंदूर लगाया है, और ये ऐसे कपड़े क्यों पहने है, कुछ हुआ है या?
04:45अपर नहीं कुछ भी नहीं हुआ है वो तुलारी जी है ना उनके किसी रिष्टेतार की बहुत सादा तब्यत खराब होगी है तो वो छुटी पे गई हुई है घर का सारा काम हमें ही करना पड़ता है जाडू, पोचा, बरतन, खाना तो ऐसे भारी कपडे और गहने पहन के ना
05:15करते वक्त इता पसीना निकलता है ना और मूद होया होगा तो उसमें निकल गया होगा लेकिन देखिए यहां लगा होगा हाँ लगाता है लेकिन बेटा अच्छी सिंदू लगाना चाहिए ना जी मम्मी हम अगली बार से धान रखेंगे जी हम यह रखकर राते आप चाहि�
05:45इतना सारा काम अकेले कैसे करती हो कि हमी थोरी सी मदद कर देते है इतना तो करे सकते है उसके लिए
05:54मम्मी, मम्मी आप यह क्या कपीरें रखें इस엔 कोई ज़रूरत लिये है लादिखा कूरेмы करती है और इतना सुकरिश चक्ति दो मिलिट में करते हुआ
06:08मैं जी मम्मी कि क्या सरूरत है की सारा काम हम कर लेंगे ना आप नहीं दीजिए हमारे यहां तुम इतने बरतन धुले हो कभी हम कर देते हैं तुम सारे काम करती हो मैं अच्छा नहीं लगते हैं हम करते हैं जी यह मैं इसे अच्छा नहीं लग रहे हैं आपी सब कुछी चेह न
06:38जब मा कोई कुछ नहीं आता तो बेटे को क्या आएगा अरे इतना महेंगा वर्तन तोड़ दिया तुम ऐसे सब गड़ पर काम करोगी तो तुम्हें घर में कौन रखेगा
06:47रोकर जी जी जी जी जी आप इतनी जर्दी तहल कर लॉट आएं
06:54अरे हम तहल नहीं काये कहा इतना पल्यूशन था हम सोबे जाएंगे
06:59और ये दोनों हम अजी हमें हमें माफ कर दीजे रादिका की मदद करने के चक्कर में इतनी किमती प्लेट तोट गए नुपसान हो गया रादिका बेचा अपना खयाल रखने
07:12हम बाप कीजिगा है हम हम शिलते है एक एंदा पुल खड़ी-खड़ी मूँ क्या देख रही है अभी से साफ कर और याद रखना इसके पैसे तुम्हारी तंखा में से कटेंगे जी
07:30अनुराद हाँ
07:42अनुराधा मैं जीजी के बरताव के लिए तुमसे माफी मांगना चाहते हूं
07:53नहीं नहीं आप ऐसा करके मुझे शर्मिल्ला मत कीजे आप से बात कहें हाँ को नहीं हमें पता है कि गवाजी रादिका से नाराज है
08:10लेकिन देखिएगा हमें पूरा परोसा है कि रादिका वाजी का देख ज़रूर जीत लेगे
08:17मुझे भी रादिका में पूरा परोसा है और उससे यही उमिय है
08:24जैबोले नाथ
08:27जैबोले नाथ
08:28चलते हैं नियान रखना
08:30जी
08:30अब यह दिन आगए प्रफा कि नौकरों के आगे भी हाथ जोडने पड़ेंगे
08:52नौकर रादिका है उसकी मा नहीं
08:55पर जी जी
08:57मौकर तो रादिका है उसकी मा नहीं
09:01मैं तो बस इंसानियत के चलते एक महमान का सम्मान कर रही थी
09:06नौकर का खांदान नौकर होता है
09:08समझी
09:08जी
09:10मेहंदी का क्या डिसाइन लगाए कुछ भी समझ में नहीं आ रहा है
09:19घर्दिफिम जी का नाम लिख और भरी दादी ने देख लिया
09:22बहुत बड़ी गर्पर हो जाएगी
09:24पहले हैं अपना मंगल सुतर सिंदूर उन से चुपा रहे हैं
09:27फिर मेहंदी पे चुपानी पड़ जाएगी
09:29लेकिन शगुन के लिए कुछ तो मेहंदी लगानी पड़ेगी
09:33और हमारा पहला करवा जोते
09:35कुछ तो खास होना चाहिए
09:37मेरे पास एक खास डिजाइन का एडिया है
09:40तफिम जी आप?
09:46मैं?
09:48आपको पता है हमें क्या बनाना चाहिए?
09:56खास लेगे
09:57अब बना दो?
09:59आप बनाएंगे
10:00आप बनाएंगे
10:00तो मेरे लिए करवा जोत खवरत रख रही है
10:05तो यह चुल डिजाइन है
10:06यह हम दोनों के लिए एक तम खास होना चाहिए
10:09आप बनाएंगे
10:39राधिया
10:59तुम्हें पता है राधिका
11:01हम दोनों ना बिना एक दूसरे के अधूरे
11:09लेकिन अगर
11:20साथ हैं तो पूरे हैं
11:25तुम्होरे
11:29जर।
11:33जर।
11:36दोनों दुम्हेंगे
11:39दिविम्जी छेड साइन तो सबसे बेस्त है
11:43है और आपने बनाए इसलिए और भी ज्यादा कास है इसा लग रहे है जिसे ये सब एक सपना है
11:51इसारी राधिका लेकिन इस सब एक सपना ही तो है अधिका
11:59तो फिर्म जी खुली आखों से सपने देखने लगी हो क्या
12:10कि मेंधी क्या कर रहे है रूम में तुम्हें बता है इसकी स्मेल मेरे सर पे चड़ जाती है
12:17इतनी रात को सबसे पहली बद तुम मेंधी लेके बैठी क्यों है वो तुम को यह जो भी करना है ना तुम रूम के बाहर जाके करो जाओ
12:28सपना था लेकिन सपने में सहीं तुम्हें आइडिया दे दिया तुम्हें क्या टेसाइन लगाना चाहिए
12:46सारे खिर की दर्वाजे अच्छे से बन कर दिया है में दूर भी बन दे जाते हैं
13:12यह वी पर पॉल किसने पेका
13:22तादी
13:31हाँ
13:33माजी आप भी यहां पर है दादी जी क्या बात है वो
13:45कविता जिजी सो गई
13:48क्या हुआ दादी जी
13:51तादी जी रादिका तुम्हे याद है ना कल तुम्हारा पहला करवाजात है जिजी के सामने बात नहीं कर सकती थे ना इसलिए तुम्हे या बुलाए
13:59माम्मी जी मैं क्या कहती हूँ कि बुआ जी इस घर में होते हुए ऐसी आफत क्यों लेनी है रादिका का करवाजात रहने देते हैं
14:09नहीं नहीं ताई जी यह हमारा पहला करवाजात का वरत है तुम्हारा बहुत बद है
14:18हाँ रादिका तुम्हें ये करवा चौद का व्रत जरूर रखना चाहिए क्योंकि हमारे मुन्ना की लंबी उम्र का सवाल है तुम्हारे इस व्रत में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए
14:31चलो तुम लोग सर्गी की तयारी करो वैसे भी जिजजी से बात करते करते इत्ति रात हो गई है
15:01मैंने इचादी कोई भी अड़्चन हूँ
15:04कहां से आवाद आ रही है ये सुपह सुपह अभी तो नीन लगी थी
15:31कि अच्छोग सुपह अच्छोग ज़स्युपहए इतनी
15:50कि अच्छोग मैं अच्छोग भी आधा ये ना लेक्टतक्र अच्छोग अच्छोग तुम्द्ध कर दो दो है
15:56इस बाहर से हवाद आ रही है
15:59खुश रहो, सदा सुहागन रहो
16:07खुश रहो, सदा सुहागन रहो
16:16सरगी रट से पहले का सिर्फ खाना नहीं होता है
16:20ये एक सास का अपनी बहु के लिए प्यार, दुलार, परवा होती है
16:25इसी से सास और बहु का रिष्टा मजबूत होता है
16:30सुजाता, जी माँ
16:31चार बजने वाले है, अब राधिका को भी सरगी दो
16:35जी माँ
16:36कौन बेखोफ यहां अलारम लगा के चला गया है
16:51सुबह सुबह पोन पे
16:52रही तो कभीता का फोन है, उसने सरगी के लिए अलारम लगाया होगा
16:58तो नीचे होगी
16:59सदसुआ कंट्रो
17:11चलो, शुरो
17:19हाँ
17:20अजे, हम पानी लाना तो भूली गए
17:27हम लाते हैं अपी
17:28माजी, आप रुके हम जाके पानी ले आते हैं
17:31अजे, हम भूली अजे, हम अपी
17:52अजे, हम ले अजे, हम ले वाया है शुर्बी
17:54लेकिन सरगी पे तुम्हारा मूड खराब नहों सुबे सुबे इसलिए ले आए है
18:04हमारी मीन तोड़ दी पूरी
18:07सौरी बुवा जी माफ कर दीजिए
18:11हाँ सौरी बुवा जी
18:12चलो तुम लग शुरू कर जी बुवा
18:24सरगी के तीन थाली क्यों है
18:27तीसरा को
18:28इस सरगी के तीन थाली किसकी है
18:45नई नई नई नई नई बुवा दो यह थाली है
18:49तीन देखिये हमने
18:50दो है बुवा दो थाली आए
19:03आई दो ही है अभी तो हमने है तीन थालीया देखिए
19:06बुवा जी दो यह थाली थी
19:09दो थाली थी दो
19:12शायद हम कच्छी नीम में उठकर आगए ना इसलिए हमें दो की जगे तीन दिखाई देरी जी जी जी चुट कोई बात नहीं तुम रोग सर्गी करो जी
19:24भगवान का लाख लाख शुकर है कि वो चली गई
19:35ए भगवान इस सर्गी के थाली कैसे गिर गई
19:48रादिका तुम जाकर थाली समेटो जितना इशौर हुआ है न जिजी जरूर नीचे आजाएंगे
19:57अरे इशौर कैसा था
20:05अरे क्या हो रहे है भाई अ कुछ नहीं बॉजी कुछ नहीं इतनी ओवाजी क्यों आ रही थी
20:15वो हमसे चमच गर गई थी बॉजी चमच की ओवाजी इतनी ओवाजी
20:22तुम लगों ने न मेरी नीम पूरी तोड़ दी
20:33अब हम सोच रहे हैं कि हम प्राणयाम कर लेते हैं
20:37अरे वह जिजी यह तो आपने बहुत अच्छी बात दो लिए प्राणयाम प्राणयाम तो जरूर करना चाहिए
20:45आप एक काम कीजिए आप बागीचे में जाएए मैं चाहे बिजवाती हूं आपके लिए
20:51प्रभा अभी थोड़ी ठंड है अभी हम यहीं बैठते हैं और यहीं बैठके थोड़ा प्राणयाम करते हैं
20:57तुम लोग अपनी सर्गी शोड़ करो जी यहीं बैठ गई अब रादिका के सर्गी रह गई तो पूरा दिन व्रत कैसे रख पाएगी वह
21:16झाल प्राणयाम करते हैं
21:46...
21:57...
22:03...
22:04...
22:10...
22:11...
22:12कर दो जल्दी जल्दी खतम करो दस मिट का टाइम रहे गया है सर्गी का
22:22जी बॉजी आज तो रादी का पूरे दिन भू की प्यासे रहने वाली है ये गेंदा फूल काहे नहीं उठी अभी तक
22:33अगरा निको सर पे तांडाव करा होगे तो यह होगा हम उठा कर लाते हैं उसे
22:39दिव्या तो इत्ती सुबह उड़ गया ये आप सब लोग सुबह सुबह यह क्या कर रहे हैं कोई पाटी बाटी चल रहे है
22:51नहीं मुना हम सर्गी खा रहे थे आज करवा चोथ है ना तब ही रहते का चल्दी उड़ गई पर वहेगा अड़ी दाती पैठिये पूछ भी नहीं सकता
23:02मैं अपना प्रोटीन शेख बना के ले आता है नहीं मुना रुक जा हम बना देते हैं वैसे भी हमारी सर्गी हो गई है अब ये काजू बदा हम फल मिठाए हमसे और नहीं घाया जाएगा
23:15अच्छा रुको
23:17ले बिटा ये खाओ इसमें बहुत प्रोटीन है इससे हट्डिया मजबूत होती है शरीर में जान आती है ये तुम्हारे प्रोटीन शेख फेख सब बेकार है
23:29बड़ी दादी लेकिन इतना कुछ में अरे चुप चाप खा ले हम भी जूते पहन कर आते हैं फिर हमार साथ तैल ने चलना है ठीक है दादी
23:39रादिका का रादिका रादिका तुम बड़ी दादी के डर से यहां नीचे टेबल के नीचे चूपी थी
23:54माँ अगर दो तिन दिन में बड़ी दादी घर नहीं गई ना वापिस मैं खुद उन्हें बोल दूँगा के रादिका कोई नोकरानी नहीं नहीं है मेरी पत्त नहीं
24:07ठीक है दिव्यम सब कुछ बता देना लेकिन आज ऐसा कुछ मत करना
24:18ठीक है
24:22रादिका यह दो
24:25सुबह सुबह ना मुझसे इतना सारा नीक हाया जाएगा बड़ी दादी देखें उसके पर तुम यह सब खताम कर लो चलो
24:33हुआ हुआ हुआ हुआ है
24:36हुआ हुआ हुआ है
24:39हुआ हुआ हुआ है
24:43अजया हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ है
24:50हुआ हुआ है
24:52मम्मी जी में बहुत थक गई हो और वह सिर्फ सारे चारे बजे हैं जगी रहुंगी तो प्यास भी लगेगी ना
24:59सुजाता चल जाके सुजाते
25:01पार्ट का भी समय हो गया है, मैं भी पाट करी वे थी, हम ये अंदर रखते थे, अच्छा सुनो, तुम्हें मेरे लिए वरत रखने की कोई ज़रूरत नहीं है, मैं वैसे भी इन सब में नहीं मानता, मेरे लिए भूख आ रहे के कुछ नहीं खा के मेरी उमर लंबी नहीं नही
25:31मुमारे मर से ठीक है
26:01तो हम तक पहुचा दी, कि ये बाग हमारा अपने रिष्टे पर विश्वास और भी जादा मजबूत हो गया है
26:07अच्छा
26:31ये क्या सबको सुके सुके पराठे बाट रही हो
26:33कुछ दही अचार तो ले के आओ
26:35जी मारके
26:36ये लीजी बुआ जी, ये मैंने बनाया है, इसे खाइए
26:44ये यूपी की स्पेशल रेसिपी है
26:47सन्नाटा रायता
26:48अरे फाड में गया, तुम्हारा सन्नाटा रायता
26:51तुमसे कितनी भर मना किया है कि रोसवी महमत रहा करो
26:54नौकरानी के साथ रोसवी में काम कर रहे हो
26:56और हमसे पूछते हो कि गल्ती क्या की है
26:58रत कविता का हो सुझाता का है
27:00इसका नहीं
27:01देखो इसको
27:04अदुआ जी
27:20मालके मूद प्लीज आज के दिन अन्ने का आप मान मत कीछिए
27:25अच्छा तो तुम्हारी एश हो गई
27:30इसलिए रायता फेकने में तुम्हारी जान जा रही है
27:33लेकिन यह मत सोचना कि तुम्हारा काम कम हो गया
27:36जाओ जाकर टमाटर की चटनी बना कर लाओ
27:39जी
27:40अबरिज तुम बैठ जाओ
27:47आज के दिन मुझे घर में कलेश नहीं चाहिए
27:51बैठो
28:00सुजाता
28:10सुजाता
28:23मुझे तु मेंदी लगाने में ही थकावट हो गई
28:26प्यास भी लग रही और देखो चक्कर भी आ रहे हूं
28:30भावी अगर अभी से आपका ये हाल है तो पूरे दिन में बाकी क्या करेंगी आप
28:38मुझे बड़ी दादी को अब भी बताना होगा कि रादेका मेरी पक्तनी है और आज उसका पहला करवा चौत है
28:56मैं रादेका के साथ ऐसे गलत नहीं होने के सकता है
28:59अरे दिव्या आपैट एक यंदा पूल प्रेट लगाओ जी
29:19मैं लगा लोगा
29:26वो कठल का अचार था ना वो कहां है
29:32आप जी लेकर आते है
29:37आप पानी पानी
29:54जी जी मैं ले आती हूँ
29:56चुपर हो रहा तुम इसको इसलिए तो रखा है
29:59अरे इस गवरत थोड़ी है
30:01सुजाता और कभी ता गवरत है
30:03दादी जी आप परिशानमत होई है हम दे दे ते पानी
30:07मालके
30:24रादिका
30:26अमारी महंदी सूख रही है
30:29निमु शकर का घोल ले आना
30:30जी मैं अची लेकर आते है
30:33क्या हुआ दिगन
30:40तुम कुछ खाने जाए
30:42बाबा मुझे ज़्याद आए
30:44एक बहुत इंपोर्टन मीटेंग ए ओफिस में
30:46क्लाइट से वेट कर रहे हूँ
30:47मुझे जाके लंच कर लोगा
30:49मुझे तुम से किसी मेटें के बारे मने पता हुआ
30:54तो यह दिग्रम किस मेटें की बात कर रहा है
30:57पराठा खतम होगे अगे इंदा फूर
31:01मुझे हम अभी बना कर लिया आते है
31:04बड़ी दादी अब ये पराठा खाई है
31:12ये गलम भी है जूटा भी ने
31:15तुम जी को पराठा काने का मन नहीं राक्या
31:30उन्हें तो पराठे में तेल भी कम लगाया था
31:33तो बहुत प्यारे कंगन है
31:37खांदानी कंगन है तुम्हारे लिए
31:40बुआ घर में अगर कहीं वो देख लेंगी तो
31:42रादी का ये कंगन कैसे पहन सकती है
31:44क्या हो रहा है या
31:45तादी जी हम चलते हैं
31:50हाँ नोकरानी के हाथ में खांदानी कंगन कैसे
31:54अब दाता हुकम कभी विश्वास हो जाएगा कि मैं उनकी तरफ साहती हूँ
32:02प्रित्वी तो साहत को साहत समझता है
32:05दाता हुकम की तलवार दो
32:07इसने किया यह सब
32:10अभी भी उसकी आत्मा मन और शरीर के पीच में कोई संतुलन नहीं
32:15दाता हुकम चाहता है कि मुझ में संतुलन आए
32:17और वो मैं लाके दिखाऊंगा
32:19फिर तो उन्हें मेरी पेट धपदपानी पड़ेगी ना
32:21पाने पिता का सम्मान
32:24उम्र से नादार
32:25कैसे बना पृत्वी चक्रवर्थी सम्राठ
32:28पृत्वी राज जोहान
32:30उन्नीस मैं से राग सारे साथ बचे
32:33सोनी एंटेडेमन टेलिविजिन और सोनी लिव बार
32:36एक औडियो क्लिप
32:38जिसने उड़ाए सब के हो
32:40हमारी बीच में गद्दार है
32:42बर्बुजा तुम जीत गए है
32:44कुमने मेरे टीम को तोर दिया
32:46मैं भूल जाओंगा कि हम दोस्त है
32:48एक दूसरे से लगेंगे
32:50यह फश्यात बड़ी जाएंगे
32:52क्या मिटकर पना हो जाएगी
32:54सी आईडी
32:56कल बराद दस बजे
32:58और जूनी लिवबर्ण
33:28धर एक, मौका एक
33:30इसलिए सिमेंट भी देश का
33:32नमबर एक, अल्ट्राटेक
33:34इंडियाज नमबर वन सिमेंट
33:36कासे हुई
33:38हमारी माला तोड़ दी तुमने
33:40कि तीन चाल मोती भी गिर गए
33:42कोई ऐसे कैसे कर सकता है
33:44कि दो कदम ठीक से चल भी ना पाए
33:46तोड़ी, तोड़ी मालकिन वो गल्ती से हो गया
33:56लाइए हम इसे वापस से पे रो देते हैं
34:00लोग, ठीक से पे रो
34:02जी
34:04और प्रभा
34:08तुम्हारे सठी आने के दिन है
34:10पता नहीं तुम कब समझोगी
34:12नौकरानी के सामने तुम पैसे और जेवर की बात करती हूँ
34:16जी जी
34:18मुझे राधिका पर पूरा भारोसा है
34:20अरे गहने और पैसे देखकर
34:22किसकी नियत बदल जाए किसी का पता नहीं चलता है
34:24खेर
34:26कभीता
34:28जी और सुझाता
34:30यह हम तुम्हारे लिए सिंदूर लेकर आये हैं
34:32यह
34:34माता पारवती के चड़नों में चड़ा हुआ सिंदूर है
34:36इससे तुम अपने अपने पतियों से लगवा लेना
34:38थैंक यू बवा जी
34:40खुश रहो
34:42थैंक यू बवा
34:44खुश रहो
34:46दिव्यम
34:48कब से लेप्ट आप पर काम कर रहा है
34:52कुछ खा ले
34:54अभी
34:56भूक ने यह गुलू भेया
34:58अरे एक तो ले
35:00तेरे मन पसंद शुगर फ्री कुकीज है
35:02आप खा लेता गुलू भेया लेकिन
35:04ज़रूरी काम कर रहा हूं ना
35:06दिव्यम
35:08ज़रूरी काम कर रहा हूं ना
35:10दिव्यम
35:12तेरा शुगर लिवल गडबर ना हो जाए
35:14इसलिए हर दो घंटे में तू
35:16कुछ ना कुछ तो खाते ही रहता है ना
35:18हाँ लेकिन
35:20भूक नहीं है ना गुलू भेया मैंने बुला ना
35:22मुझे नहीं खाना है कुछ भी
35:24लेकन तेरा पेट तो कुछ और ही कह रहा है
35:32कही ऐसा तो नहीं कि रादिका ने व्रत रखा है
35:36तो कहीं तूने भी तो रादिका के लिए व्रत नहीं रखा
35:40दिव्यूं जी
35:42हम एक़र हाद भूकर सिंदूर लगा ले
35:44और उसके बाद आजाते है ठीक है आप चलिए
35:54अब दाता हुकम को भी विश्वास हो जाएगा कि मैं उनकी तरह साहसी हूँ
36:12प्रत्वी तो साहस को साहस समझता है
36:15दाता हुकम की तलवार दो
36:17इसने किया यह सब
36:20तभी भी उसकी आत्मा मन और शरीर के बीच में कोई संतुलन नहीं
36:25दाता हुकम चाहता है कि मुझ में संतुलन आए
36:27और वो मैं लाके दिखाऊंगा
36:29फिर तो उन्ने मेरी पेट ध्रपता पानी ही पड़ेगी ना
36:31पाने पिता का सम्मान
36:34उम्र से नादार
36:36कैसे बना पृत्वी चक्रवर्ती सम्राठ पृत्वी राज जोहार
36:40उन्नीस मैसे राग सारे साथ बचे
36:43सोनी एंटेडेमन टेलिविजन और सोनी लिव बार
36:46एक आडियो क्लिप
36:48जिसने उड़ाए सब के होश
36:50हमारी बीच में गद्दार है
36:52बर्बुजा तुम जीत गया है
36:54कुमने मेरे टीम को तोर दिया
36:56मैं भूल जाओंगा कि हम दोस्त है
36:58एक दुस्ते से लगेंगे
37:00क्या मिटकर पना हो जाएगी
37:04किल राब दस बजे
37:06सुनी एंटेडेमन टेलिविजन और सुनी लिव बार
37:09ग्रोर्स के इंदर ही रखी होगी
37:12जहां मेशा रखते है
37:14एक काम करो चलो तुम मेरे साथ में
37:17मैं जाओंगा ओपर मुझे मिलेगी नहीं
37:18मुझे तुम्हें फोन करके पूछना पड़ेगा
37:20चलो साथ
37:20अब दिविम जी हम एक बर हाथ दोकर सिंदूर लगा ले
37:24कि उसकी बाद आजाते हैं ठीक है आप चलिए यार रादिक आप सिंदूरी तो है कहाँ
37:38मैं लगा दे रहा हूं
37:54मैं लगा लिए मौगा लादिक सिंदूर प मझे पूछना continuing
38:14झाल झाल
38:44झाल झाल
39:14झाल झाल
39:44झाल
39:46जब से आप आई हो आपना सबसे बात की दिव्यम से कितनी बात की उससे तो बात ही नहीं की चलिए अपन गप पना आदे
39:54अब ही इस वक्त?
39:55हाँ, आईए तो चलिए आज़ा
39:57आईए
39:58चलो, मेरे फाय टूंता हो
40:04हाँ
40:05हाँ
40:06एक अना पूद
40:12ये पोडली उठा और निकर्जा हमारे घर से अभी किया अब दाता हो कम कभी विश्वास हो जाएगा कि मैं उनकी तरह साहती हूं
40:14पृटली उठा और निकर्जा हमारे घर से अभी किया अब दाता हो कम कभी विश्वास हो जाएगा कि मैं उनकी तरह साहती हूं
40:27पृट्वी तो साहत को साहत समझता है
40:30दाता हो कम की तलवार दो
40:32इसने किया यह सब
40:35उसने किया यह सब
40:37अभी उसकी आत्मा मन और शरीर के बीच में कोई संतुलन नहीं
40:40दाता हुकम चाहता है कि मुझ मैं संतुलन आए
40:42और वो मैं लाके दिखाऊंगा
40:44फिर तो उन्ने मेरी पेट ठपतपानी ही पड़ेगी ना
40:47पाने पिता का सम्मान
40:49उम्र से नादार
40:51कैसे बना प्रित्वी चक्रवर्ती सम्राड प्रित्वी राज जोहां
40:55उन्नीस मैं से रात साले साथ बचे
40:58सोनी एंटेडेमन टेलेविजिन और सोनी लिव बार
41:01वे माचिस्तु दो यार
41:03तबा
41:05यह किसका है
41:09यह किसका है
41:13जरव मश्कराहिए वाडिलाद खाईए
41:19वह वाडिलाद
41:21क्या हुआ
41:23शाम तक काम करते करते ना
41:25रोज बदन में दर्द हो जाता है
41:27वैसे सरदर्द भी हो जाता है
41:29कुव
41:33देवर जी ने
41:35तुम्हारे कहने पर भी
41:37वह सिंदो नहीं लगा ऑद
41:39तुम्हारे बेटे ने बिना कह अपनी पत्नी राधिका को सिंदूर लगा दिया।
41:47वाह।
41:49और तो और राधिका के नाग पर भी सिंदूर गिर गया।
41:54कैसे हैं नाग पर अगर सिंदूर गिरे तो पत्ती अपनी पत्नी से बहुत प्यार करता है।
42:00कि बुगाजी परिवार को बुरी नजर से बचाए रखने के लिए आपने जो दुर्गा माता के आशिरवाद वाला सुरक्षा धागा मंगवाया है ये वही धागा है ये तुमने बहुत अच्छा किया ये सब को बांदो जी पुगाजी भाबी हाद दीजे तुर्ट
42:30मालकिन आपकी चाए रादिका अपना भी हाद दो तुम्हें भी ये रक्षा धागा बांद देते हैं सभी को बांद रहे हैं सुजाता जी पुगा ये घर की सदस्य नहीं है इसे रक्षा सुत्र मत मांदो
42:53हमारे पुरे घर परिवार के लिए फल लाना सबजी लाना सब तो यही बाहर जाकर लाती है ना और इसे तो नजर का सबसे जादा खतरा है अगर इसे नजर लग गई तो हमारे पुरे परिवार को नजर लग सकती है ना वह इसके ये रक्षा धागा बांद दे
43:11चलो ठीक है, बांदो, हाथ आगे करो, रादिका, रादिका, ये वाला ने, दूस्रा वाला हाथ आगे करो,
43:41कैसी है लड़की, पड़ी सुन्दर लड़की है, वो गेंदा फूल की नजर हमारे दिप्यम पर है, इससे पहले की कोई घडबर हो, हम इन दोनों की शादी कर देंगे, वो लड़की आने वाली है,
44:05इसका नाम है सलावंती उर्फकली, ये है दिर्जम की होने वाली पर,