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Radhika Dil Se - 11th April 2025 Full Episode

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Transcripción
00:00अभी कच्छ वारियों तो में एक सो कही है
00:02क्या होगा
00:03ये आप लोग खाना शुरू कीजिए
00:27वाव
00:27ये तो बहुत देश्ची है
00:29इतनी तेस्टी कचोडिया मैंना आज तक नहीं खाई
00:35वैसे तला हुआ खाना दो में नहीं खाता
00:43लेकिन आपकी तारीख सुनके लग रहा है कि मुझे आज प्राए तो करे ले पूचे
00:48अरे बाद
00:53खाता
00:54अरे भगवान कहीं कहीं लोटा ना पड़ जाए
01:02क्लाइंट की जगे दिव्यम को कहीं शौक ना लग जाए
01:05क्लाइंट काचारी खाने से कैसे रोगू
01:14क्लाइंट काचारी खाने से कैसे रोगू
01:14उबगएंग वच हो च्चे हो भाएंगल
01:39और खाने से कैसे थाएंग
01:44मुझता यह क्या किया तुम्हें कासी आ गई तो हाथ से फिसल गया माजी आप आप ठीक तो है न यह कचोरिया तो सब बर्बाद हो गए इन में तो पानी चला गया है इस ओके मैं बाहर से कुछ मंगवा लेता हूं नहीं नहीं दिव्यम जी रहने दिजे अभी हम बाहर जा ही �
02:14कि बैठी बैठी बैठी बैठी आप लोग टेस्ट कर लीजे उमीद करते हैं आपको अच्छी लगेगी वाव थैंक्यों और स्कीर यह तो सच में बहुत टेस्टी है वागे दिव्यम जी मानना पड़ेगा आपके वाइब काफी आपके
02:44टैलेंटेर है अब को ऐसा लग पए कि बाद साल का कॉंट्रेक्ट एक बार में ही साइन करना पड़ेगा ताकि ऐसा टेस्टी खाना में हर बार खाने मिलें
02:52स्राथिका को और दूसरों की नजरों में जितना गिराना जाते हैं यह उतना ही जादा सब की नजरों में उटती जा रहे है अब ही आपका कोई प्लान काम ही नहीं कर रहा है
03:19यह गोल मुख्ये दिखने में जितनी भोली है अंदर से उतनी शातिर है अब हमें उसे हडाने के लिए कुछ बड़ा सोचना पड़ेगा
03:28पर तुम टेंशन मतलो सुझाता
03:35मैं किसी भी हालत में उस लड़की को दिविम के जिन्देगी से दूर करते रहा हूंगी
03:49अरे अरे हश तो कानपुर में फूट काने वले हम उसकी बारे में तो भूली कई थे
03:56अब यहां पर कैसे किसी को बताए अब यह जाने के लिए मानेंगे भी यह नहीं
04:02काना जाना है दिखाओ क्या चुपारे तविम जी कुछ नहीं है क्या चुपारे दिखाओ
04:11अरे जी पारे जी लिखाओ
04:41हुआ है
04:43लॉट इसलों है
04:47अजय दो
04:53पूर के दराइब
04:59शारी
05:01यह
05:05यह
05:07पूर कानवल क्या है
05:09आज के दिन कानपूर में हर साल फूद कानवल होता है
05:12क्या पर ना अलग अलग तरह का खाना मिलता है
05:15हम हर साल जाते हैं
05:18अच्छा
05:18क्योंकि हमें ना अलग अलग तरह की खाने की बारे में जानने का बहुत चौक है
05:23भूब कैसे बना उसका इतिहास क्या है
05:26इसमें कौन-कौन से मसाली डलते हैं, हर शहर की अलग खासियत होती है
05:30हर सल पापा हमें वहां लेकर जाते हैं, इस पर आप हमें वहां लेकर चल सकते हैं
05:36बहुत मुश्किल अरादेका नहीं हो पाएगा
05:38तर्फिम जी लेकिन क्यों?
05:42तर्फिम जी वहां पर जाने से आपका भी फाइदा हो सकता है
05:56आपका खाने का काम है ना, तो क्या पता वहां पर चीजे देखके आपको कुछ नया आइडिया आजाए
06:01तर्फिर भी, सॉरी ना देखा, मैं जैनुर्ली बहुत बजी हो
06:07तुम हो आँ
06:10हुँए बात ने हो, हम फिर कभी चले जाएंगे
06:15मैं आप बहुत बच्थाने वाला हुए
06:23चलो ठीक है, चलता हूँ
06:27सच में?
06:29लेकिन मैं से विसीले आ रहा हुँ कि तुमने क्लाइट के सामने मेरे इज़द रहती
06:33यह क्या है?
06:49और यह रादिका के कम्रे से कैसे आया?
06:57रादिका जी पहले मा को पूछ ले ना, वहां बोलेंगे तो यह जाएंगे ठीक है?
07:03जी हम अभी जाके पूछ लेते हैं
07:05जी होगे
07:07हुआ है
07:09माजी
07:15माजी आप अंदर हैं
07:19मैं पूचा कर रही हूँ और अभी एक गर्टे तक बात नहीं कर सकती है
07:21मैं पूचा कर रही हूँ और अभी एक गर्टे तक बात नहीं कर सकती है
07:30सौरी माजी हम बस इतना पूछने आये थी कि दिव्यमची और हम बाहर जाने का सोच रहे थे
07:36तो बस आपकी इजाज़त लेने के लिए आये थे
07:39हम चले जाएं और खाना भी भारती खाकर आएंगे
07:49ठीके जाओ
07:51जी माजी थांक यू
08:09सुझाथा
08:10सुझाथा
08:11जी माज
08:24मैं तो मंदर जा रहे हैं पर तुम कहां जा रहे हैं
08:26माज वो आजादी का बहुत धग गई है
08:29तो हम सोच रहते की राज का खाना हमी बना लेते
08:32मुना ने इतनी मुश्किल से ये डील हासल की है
08:35तो सारा घाना उसी की पसंद का बनाते
08:37बैसे भी
08:38उसके महमानों के लिए जो कचोरिया बनी थी
08:41उसमें हमसे पाने ही गिर गया
08:42उसकी भी भरपाई हो जाएगी
08:45मा का दिल मैं समझती हूँ
08:46पर उससे ज़्यादा खुशी मुझे इस बात की है
08:49कि रादिका तुमारे दिल में घर कर रही है
08:53ठीक चड़ परे साथ चड़
08:56जी मुश्किल
08:57रादिका तुम्हे उस इवेंट में जितने मसे करनी हैं कर लो
09:09पर जब तुम घर आओगी
09:12तो तुम्हारा मसा ससा में बदल जाएगा
09:17फिर तुम्हारे साथ जो होना है वोगा
09:21पर सुजाता की मैनत परबाद होगी
09:25उसकी खुशी बोनस
09:42आज सुबह सुजाता की तबे ठीक नहीं थी फिर भी देखो कैसे एक पाउं पर खड़े होकर अकेले अपने बेटे के लिए सारा खाना पका रही है
09:54आज तो सारा खाना मनना की पसंद का बनाया है आज हमारा बेटा अपने मुंब्लिया चाटता रह जाएगा
10:03यह मुंबे की चाट का मानना पड़ेगा
10:20मतलब कहीं तेल दिखा इनहीं देरा वना मैं तो अहत द्ली नहीं लगाता
10:26यह जग़ है ही बुवटकार इसलिए तो लिए तोम हम आप आना चाते थे
10:31यहां पर अलग-अलग तरह का खाना मिलता है
10:33और अलग-अलग तरह की खाने की बारी में जानकारी भी मलती है
10:36वैसे हम सब तो यहाँ है लेकिन सुजाता तुमने जिसके लिए खास खाना बनाया है वो कहा है
10:57मेरे मतलब तुम्हारा मुन्ना कहा है
10:59हाँ सुजाता मुन्ना राधिका कहा है
11:02पता नहीं मा हम अभी बुला लेते है
11:06मुन्ना पिटा आजा खाना तयार है
11:10आता ही होगा
11:16हम काम करते हैं हम उसे फोन कर लेते हैं
11:26तुमने तुमने राधिका और दिव्विम को देखा है क्या
11:45हाँ बड़ी मालके वो बाहर गया है
11:47बोल रहे थे कि बाहर से खाना खाके आएंगी
11:50तुमने को बाहर बाहर से खाके लंगी
11:56हाँ मालके वर थे में खाके वपेजीए
11:59काम कर देखा
12:01बड़ बाहर भी खाके बाहर में परपार से पारेंगी
12:15रादिका यहां करना मुझे हमारे नए प्रोजेक्स के लिए काफी सारे आइडिया दारे
12:27मैंना देख रहा हूँ रादिका यहां कफ से सिर्फ मैं ही खा रहा हूँ तुम सिर्फ टेस्ट कर दो
12:36क्यों अपने बेट का इतना टेंशन मतलो कुछ खा लो
12:39नए दahrenा ची हम टेस्ट करके खुश है और वैसे हमिर्श भी हमें खानी का शौक ने हमें
12:45खाने से प्रेम मतलब मतलब यह कि हमें खाना बनाना और दूसरों को खिलाना और
12:51नई नई डिशहत बनाने काश ओट है खाना खाने का उतना दाधा शौक भी है
12:56हाँ वो सब तो ठीक है लेकिन हम इतनी दूर आया है तो कुछ तो खालो, चलो खालो
13:26झाल, झाल, झाल, झाल.
13:56कि आखिक यहुन है, अरkiejद्न आनके अगाए में तो बेस्किनो की सिख उख में साद करूभी नहीं है, तब से चलो जाना करता, जाने में सब्सक्राइब ब làनों को सब्सक्राइब
14:24अब डादी
14:29मैं भी रादीका को खौर्ट हूँ
14:33भी कोई ज़रूरत निहां
14:36रेने तो
14:41साहत हैं
14:44कैनि हिस्से का बना खाना हम
14:48कि नकर देगे
14:54यह सारा खाना दे जाकर के खालो पर अगर नहीं खाना है तो इसे जाके कूले पे फितो जो करना है करो बस इसे हमारी आखो के सामने से हटा दो
15:24सीरिस ते रादेगा थैंकिस सो मच मैंने कभी नहीं सूचा था कि मतलब इतना सारा अलग अलग खाना होगा इतने यूनिक स्टॉल्स होंगे मज़ा आ गया जैने मली बहुत ही एक अलग और बढ़िया सा एक्सपीरिंस था
15:54क्या हो अधादी कुछ होआ क्या ना मुन्ना ना कुछ कैसे हो सकता है बही एक मा यह अपने लाडले बेटे के लिए धेर सारे व्यंजन बनाती है लेकिन उसका बेटा सब कुछ छोड़ चाड़कर बाहर खाना खाने चला जाता है
16:16तो कुछ कैसे हो सकता है कुछ हो सकता है क्या मुन्ना ना तू ऐसा है ना हमारे घर के संसकार है
16:29कि तू बिना किसी को बताए बहार खाना खाने चला गया
16:34मुन्ना, तु नौकरों को बता कर जा सकता है
16:42अपनी मा को बताना जरूरी नहीं समझाता है
16:45पर दादी, मैंने रादिका से कहा था
16:48कि वो मा से पूछने तभी हम लोग जाएंगे
16:50रादिका, तुमने मा से नहीं पूछा था
16:53जूड बोला तुमने मुझ से
16:55नहीं था विम जी हम माजी से इजाज़िस लेकर ही गए थे
17:02उन्होंने हमें कागस पर लिखकर कहा था कि वो पूजा में है
17:05और हमने उन्हें बता है पीटा कि हम खाना खाकर ही आएंगे
17:09पर रादे कब हो? सुझाता तो दिन बर घर पर ही नहीं थे
17:19बिल्कुल वो खुद मेरे साथ बजार गई थी
17:26तुम्हारे लिए खाना बनाने का सामान खरीदने
17:33तो रादिका बेटा तुमने किस से इजाज़त ली? किस ने लिखकर दिया तुमको?
17:43बोलो! हाँ रादिका बहू कोई फला लिखकर क्यों देगा?
17:47हाँ ताही जी हम माची के कमले के पास कहते हैं तो उनका दर्वासा बनता
17:54एक मिनट ये टेबल पे इचिट्स रखी थी
18:04कहा चली गई
18:13और ये कहँ एचिट्स रखी थी
18:33हमने चित सही पर लखी थी जायद किसीने फेग दियोंगी
18:38पस्त!
18:47पस्त राज्का पस्त!
18:49वमारा जूट पकड़ान आजाए
18:51इसलिए तुम हमें जूटा साविस करने पर लगी हो
18:55हमने तुम्हें कोई पर्टी लिख करके नहीं दी थी
18:59इसलिए ये चिट धूमने का नाठक भी बंद करो
19:03अरे हम खुद मा के साथ बाहर गए पे मार के सारा समाल लाने के लिए
19:07और वापस लॉट करके पूरा तिन किचन में लग करके
19:11उन्ना की पसंद का खुणा बना रहे थी
19:14अरे अपना जूट अपने पास लखो
19:20रादिका सुजाता आज तक मुझसे बिना पूछे कहीं नहीं गई है
19:30और तुम इतनी बड़ी हो गई कि बाहर जाने से पहले पूछना तो दूर
19:34तुमने बताना तक जरूरी नहीं समझा
19:36तुमसे उम्मीद नहीं थी बिटा
19:45पाफिद
19:47तिर्फिम जी हम
19:54अब सब को केसी यकीन दिला है
20:11कि हम जूट नहीं भोल रहे हैं
20:13हम माची से अजासत लेकर ही बाहर गयते
20:17तिर्फिम जी ये आपकी लिए दूट
20:32रातिका कितने काम करने के लिए का था मैंने तुमसे
20:44हजार काम
20:45सिर्फ मां से अजासत लेने के लिए का था मैंने तुमसे
20:48लेकिन वो भी नहीं हुआ
20:49तुम्हें पता है माँ को आज कितना बुरा रगा है
20:51सिर्फ और सिर्फ तुम्हारी वज़े से रादिका
20:54हरे मैं तो तुम्हारे साथ जाना भी नहीं चाहता था
20:56लेकिन तुम्हें क्लाइंट्स के सामने मेरी हेल्प कर दी
20:58सिर्फ फेवर लोटा रहा था मैं
21:00तेकिन मुझे क्या पता था कि तुम्हें खुश करने के चक्कर में मैं अपनी माँ को जिंदगी का सबसे बड़ा दुख दे दूँगा
21:06ताम तो तुम मेरे सारे खराब करती हो रादिका अब तुम मेरे रिष्टे भी बिगाड़ोगी क्या
21:12एक बातना कहान कोल कर सुन लो रादिका मेरे लिए इस पूरी दुनिया में मेरी माँ से बढ़कर और कोई भी नहीं है
21:23और उन्हें दर देना और उनको दर देने वालों को मैं बिलकुल भी बरदाश्ट नहीं करता
21:27समझी तुम्हें समझी की नहीं
21:42मैं पता है माँ को आज कितना बुरा लगा है
21:58मैं तो तुम्हेरे साथ जाना भी नहीं चाहता था
22:03मुझे क्या बता था तुम्हें खुश करने के चक्कर मैं मैं अपनी माँ को जिंदगी का सबसे बड़ा दुख दे दूँगा
22:08धन को तुम्हेरे साथ जार्द करतियो बदुम्हेरे साथ जार्द करते हैं
22:14इव मैं बता है
22:27इव मैं थाय्न कुम्हें
22:32इव मैं अपका
22:38यह पूले नाग, सब हमें गलत समझ रहें, लेकिन आप तो चानते हैं ना, कि हमने माजी से इजाज़त ली थी, उन्होंने हमें चुट में लगके कहा था, कि हम बाहर जा सकते हैं, पर आप वो मना कर रहे हैं, लेकिन माजी भी जोट क्यों बोलेंगी, और वैसे भी दादी ज
23:08कि माजी उनके साथ बाहर गई थी, इसका मतलब है, कि माजी के कमरे में कोई तो था, पर कौन, यह भूले ना, अब सच तक पहुचने का आप ही कोई रास्ता दिखाए हैं,
23:38यह बादवाण, साइची, साइची, साइची, क्या हो आपको आपकी पेना, गिलाडी, यह पोच्छे माले पानी में तुने क्या डाला देख प्रहाँ गल रहा है, बड़ी मालकिन, मैंने तो सिर्फ इसमें नमक मिलाया था, अब दादी कहते हैं, कि नमक के पोच्छे से घर
24:08में नजर नहीं लगती, इसलिए, लेकिन ताई जी, यह नमक से इतनी जलन क्यों हो रही है आपको, ताई जी, यह यह चोट कैसे लगी आपको, वो दर्वाजे पे,
24:27वो, वो, अलमारी से दब गया, क्यों, इतनी जलन हो रही है ना आपको, इसका मतलब अभी कुछ दिर पहले ही लगी होगी, कब लगी आपको यह चोट, अधे रादीका, यहां हमें चोट लगी है, चोट पर दवाई लगाने की वज़ा है, तुम चोट की कुंदलिया निका
24:57अलमाजी का हाथ दरवाजे में फसा था, तो आज ताई जी के हाथ पर यह चोट कैसे है, तो माजी के हाथ में तो कोई चोट नहीं दिख रही है, इसका मतलब ताई जी,
25:20नहीं नहीं, हम ऐसे ताई जी पर शक नहीं कर सकते, और माजी भी तो हमारी बाद का यकीन नहीं करेंगी, हमें सबसे पहले बद चट ढूनने होगी, जब तक चट नहीं मिली कि तब तक कुछ भी सही नहीं होगा,
25:50कि अधिक जब तक कि अधिक तो नहीं फेक दिया, किशन भाईया, जी भावी, जी भावी, जी प्रेक आपने कहां पर रेका, वो अभी बाहर कच्रे वाला आया था, तो मैं सारे कच्रे दे आया उसको,
26:08पुले ना, हमें जाके चिर्च चलती से डूननी होगी, हमारी पूरे भेगोना ही उसे पटे पेंट करती,
26:32भाया, भाया, हमारी कुछ नहीं जरूरी कागज अंदर रहगे, हमें चेक करने दीजे ना,
26:36मैडम, मुझे और भी जगे कच्रा उड़ाने जाना है, मुझे देर हो रही है, आप नी चाहिए,
26:40भाया, प्लीज हम आपके हाथ जोड़ते, बहुत जरूरी कागज है, एक बर शेक करने दीजे ना, प्लीज,
26:44ठीक है, पर जल्दी डूल लीजेगा, जी,
27:06पकवान जाने अब क्या ढूंड रही है, कोडे में,
27:19खेर, हमें क्या,
27:21बस मैडम, अब आपका हो गया, चलो उड़ो, हमें जानी दीजे,
27:24अब हम क्या करें, ये बोले ना, तो हमारी मदद कीजिए, कोई तो रास्ता दिखाई है,
27:50ये तो वही कागज है,
27:52हमारी मदद पिरने के लिए थांकियो, मुशक राज,
28:07माजी,
28:17माजी, सुनिये,
28:20हमें तुमसे कोई बात नहीं करनी है,
28:22माजी,
28:35राथिका,
28:36क्या है ये,
28:38माजी, ये,
28:40कि हमें गोड़े में से मिला है,
28:43हमने आप से छोप नहीं बोला है,
28:45हम आप से अचासत लेने के लिए आई थी,
28:47लेकिन आपके कमरे में से,
28:50किसे ने हमें ये चुट दी थी,
28:52अब एक पर देख लीजी,
28:54मैं पूजा कर रही हूं,
29:01और अब एक घंडे तक बात नहीं कर सकती,
29:03ठीक है, जाओ,
29:07ये चिट्सा में गोड़े में से मिली है,
29:09ये तो कविता भापी के लिए कावट है,
29:14माजी हम,
29:15हम किसी पर एखान नहीं लगाना चाहते हैं,
29:18लेकिन हमें ऐसा लगता है,
29:20कि जब आप घर से बाहर गई थी,
29:23तो,
29:23आपके कम्रे में ताई जी थी,
29:34तुम ये कैसे कह सकती हो,
29:36माजी,
29:37लेकिन माजी,
29:54आपके हाद में तो कोई छोट नहीं है,
29:57पर ताई जी की उंगलियों पर छोट है,
30:04ये तो बापी से भी मुली जासूस है,
30:07हम अभी जाकर के कविदा भावी से पूछते हैं,
30:13कि हम दुनों सास बहू के बीच में,
30:17उन्होंने दरार डालने की कोशिश क्यूं की?
30:20माजी,
30:22आप प्लीज ताई जी से नाराज मत हुए,
30:25हमने ये जग आपको इसलिए नहीं दिखाई है,
30:27कि आपके और ताई जी के पीच में किसी भी तरह का वन उठावो,
30:30हम तो आपको बिस कहीं बताना चाहते थे,
30:34कि हमने आपसे कोई जूट नहीं भूला है,
30:36और नहीं आपका दिल दुखाया है,
30:39हम कभी भी ऐसा नहीं चाहेंगे,
30:42कि आपके और दिफ्यम जी के पीच में धूरिया हैं,
30:54जादिका,
31:01सच में तुम्हारा मन ना थी सुनता रहे,
31:05आइधा से हमें जबल क्रॉस करने की कोशिश भी मत कीचिएगा,
31:10आप सर्वेक प्याता है,
31:12और इस पूरे खेल की काम है,
31:15रानवी,
31:18हाँ, हम जाते हैं,
31:19बेस्ट अफ क्राइम पेट्रॉब,
31:24ये कैसी है,
31:26मेरी चॉइस इतनी कैसे पता है तुम्हे,
31:29पर साइज नहीं पता है,
31:31मीडियम नहीं स्मॉल देना था,
31:33मूटी लग रही हूँ क्या,
31:37नॉट में ठेके है,
31:38आई नो माई साइज,
31:48ये ट्राइ करके देखो,
31:50स्मॉल साइज में ही है,
31:51बोला का न,
31:58स्मॉली आइगर,
32:00अच्छा है ना सूथ,
32:01वहाँ अच्छा,
32:11आपसे नी मैरिट होना,
32:13साब का ख्वाप है,
32:14मगर कैसे,
32:16सिर्फ इनका राज है,
32:17बड़े अच्छे लगते हैं,
32:18नया सीजिन,
32:19जेल, सोनी एंटिटीव्मेंट टेलिविशिन,
32:21और सोनी प्लेफ पर,
32:23सच में तुम्हारा मना थी सुनता रहा है,
32:41माजिया,
32:43माप उमसे नाराज नहीं है न,
32:45नहीं बेटा,
32:46हम तुमसे नाराज नहीं है,
32:49मगर हम काविता बावी से जरूर नाराज है,
32:52वो तुमसे पत्मी के साथ,
32:54ऐसा बरताव कैसे कर सकती है,
32:56रादिका,
32:59बेटा, तुमने ये बात किसी और को तो नहीं बताई न,
33:03रादिका, तो फिर हमसे बादा करो,
33:10कि ये बात तुम घर में किसी को नहीं बताऊगी,
33:15कि घर के किसी भी सदस से को ये बात बता चली,
33:18तो खाम खा घर में आशांती फैल जाएगी,
33:20और बात और बिखड जाएगी,
33:22हम आप से बाता करते हैं, माजी,
33:42हम किसी से कुछ भी नहीं कहेंगी,
33:46अब जाओ, जागर के फ्रेश हो जाओ,
33:49तुम खोड़ी के डपे को छोग कर आई होगा,
33:52ये क्या बत्तमीजी है सुजाथा,
34:04मैं कुछ इंपोर्टेंट चीज़ पर रही थी,
34:10इस से भी जादा कुछ इंपोर्टेंट था भावी,
34:12मैं कहां इंपोर्टेंटेंटेंटेंगे
34:34मैं यह दिए ज़िए
34:46आटो मुझे पता था बहीं है
34:59अंधा नहीं हूँ मैं
35:01मैं नहीं रखे तो आपको
35:04तरफिम जी कुस्से में भी कितने क्योट लगते हैं
35:11खेर हमने माजी की तो नाराज की दूर करती है
35:15अब इन्हें भी जल्दी मनाना पड़ेगा
35:17यहां हमें चोट लगी है चोट पर दवाई लगाने के वज़ा
35:25तुम चोट की कुंदलिया निकाल रही हो
35:27एक काम करते पाईजी को लेजा की मलम दे देते है
35:32वो यह द द द द द द द द द द रसलम द नहीं
35:46बस, बस कीजिये बाभी
35:49आपके किसी भी जूट पर में कोई भरोजा नहीं है
35:55आप बस हमको इतना बताए
35:57कि आपने ये सब किया क्यों
36:01आप हमारे कमरे में क्यों गई
36:03और हमारी जगे रादिका को आपने अजासत क्यों दी
36:16इतना क्यों सुना रहे हो तुम मुझे
36:21तुम्हें चाहती थी ना कि राधिका दिव्यम के नजरों से गिर जाए
36:25तो गिरा दिया मैंने
36:27तो इसमें इतना क्यों भड़क रही हो थी
36:29भाभादी
36:36खुद को बचाने के लिए अच्छी चाह चलिए आपने
36:42हाँ हम चाहते हैं कि राधिका दिव्यम के जिन्दगी से दूर हो जाए
36:48लेकिन यहां आप तो हमारे मुन्ना को हमसे दूर करने पर तो लिए है
36:56जा बख्वास करी हो ऐसा कुछ नहीं है
36:58ऐसा ही है भाभी
37:01आपने राधिका के साथ जो कुछ भी किया
37:04उसे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता
37:05लेकिन आपने हमारे मुन्ना को हमारे हाथ का बना खाना काने से रोका
37:13यह बहुत हम कभी वर्दाश्ट नहीं कर पाईए
37:17और आपने हमको पना पताए
37:22अकेले सब कुछ तेह कैसे किया
37:24आइंदा से हमें डबल क्रोस करने की कोशिश भी मत कीचिएगा
37:31और यह कभी मन भूलिएगा
37:35इस पूरे खेल में
37:37आप सिर्फ एक प्याता है
37:41और इस पूरे खेल की
37:45हम है रानी
37:48भाभी भी अपनी गल्टे की
38:00माफी माँ के जी
38:02यू भाभी
38:03सॉर्य
38:08कोन मुखी को इस घर से बाहा निकालना है
38:17डगेती जिसका धर्म क्यों आया आज साइं शर्ण
38:22अगर डगेती करने के बजाए तुम मदद मांगते
38:35कोई मदद नहीं करता है साइं
38:37सुनकर बिर्सु की बुकार
38:38क्यों दिया साइं ने पोटली भरा नाज
38:41क्यारा सो लोगों के लिए
38:43बस एक पोटली नाज
38:44साइं कैसे दिखाएंगे एक डाकू को उम्मीद का द्वार
38:4821 अप्रेल से सुमवार से शुक्रवार रात साथ बज़े
38:51सोनी एंटरेटेंवन टेलेविजिन और सोनी लिव पर
38:54जब जर्म जह और गुना
38:59करेगा हदें बार
39:03एक कुछ पड़ा है और खतरनाग पर
39:10तब इनसाफ की होगी जी
39:11और अब रात की होगी हार
39:15क्राइम काओ रिकाल 12 शुक्त ब
39:20सथ शुवार के बाक से शुवार से एंटरेंबंट टेलेविजिन पर
39:24इस दिन का इंतेजार था मुचे
39:25प्रीड स्मूध लजी देना
39:35स्टैज बखनेड शुरी खते बाक रिज़े
39:42पोहोषी फिर गॉह तो जो लाप अम्यूह बीजा गॉए लिजा सूर्द कर चाफ सेखना अजंग सब्सेट अटर्द में अबार्ण्ट लिज विजा बिज्ञ पर्णी कॉर्फ लुए टेंग सेखने अट लुए अटुए लेहीं सौन्ग लुए लुए
39:56Slam sequence for a girls night out
39:58So let's roll
40:00Harpal, a different you
40:02Harpal on trend with Amazon
40:04From global brands to indie brands
40:06Amazon, Harpal fashionable
40:09New Aerial Liquid
40:10Nikaalee सुखे दाग
40:11But how many सुखे?
40:127 days old
40:13Challenge on
40:14Impossible
40:17Up possible
40:19New Aerial Liquid
40:20Nikaalee साथ दिन पुराने सुखे जिदी दाग
40:23In one wash
40:24Papa, here is your plot here
40:25मैं आपको ले आउट दिखाता हूँ
40:26यह आपका रूम और इस साथ में बैलकोन है
40:28इस मिट्टी पे घर
40:31Papa सब
40:31चुचा, घर जिन्दगी में एक ही बार बनता है
40:34भरोसर रखे, घर मजबूत ही बनेगा
40:37एक है मौका, इसमें सब लगाऊंगा
40:39अपने इरादों सा मजबूत एक घर बनाऊंगा
40:42विजवाना सिर्फ अल्टर टेकी
40:44अल्टर टेकी क्यों?
40:45आप यह ने तो कहा था
40:46कि घर जिन्दगी में सिर्फ एक ही बार बनता है
40:49धर एक, मौका एक
40:53इसलिए सिमेंट भी देश का नमबर एक
40:56हम तो बसी दवाई लेकर आये थे आपकी लिए
40:59यह लीज़े
41:04चलो, चलो हमारे साथ
41:10कहा?
41:19मेरी उंगली का सखम
41:30तो बिना मरम के भी ठीक हो जाएगा
41:35पर इस कोल मुखी से माफी मंगवा कर सुझाता
41:41तुमने जो हमारे दिल पे सखम दिया है
41:43तो किसी भी मरम से ठीक नहीं होगा
41:48पर ना ही मैं इसे ठीक होने दूँगी
41:53यह जोट मुझे हर बार बार बार
41:57यह याद दिलाएगी
41:59कि मुझे इस गोल मुखी को
42:05इस घर से बाहार निकालना है
42:09आप सब से हमारी एक विनती है
42:13आप सब रादिका को माफ कर देजे
42:20हम मानते हैं रादिका से गल्ती हुई है
42:31लेकिन अभी वो नई है
42:33और हम सब बड़ो का ये फर्ज बनता है कि
42:35उसकी छोटी मोटी गल्तियों के लिए उसे माफ करते है
42:38मुझे तो यकीन नहीं आ रहा
42:43तूम इतनी बड़ी बात बोल रही हूँ
42:44इसमें यकीन ना करने वाली कौन सी बात है
42:47हम रादिका की सिर्फ सास ही नहीं बसकी माँ भी है
42:52सच में माँ आप सच में बहुत अच्छी है
43:00I love you
43:02कविता भापी का प्लान तो सवर्दस्त था
43:14बस हमें धोखा नहीं देथी तो ये राधिका जल्द घर के बाहर होती
43:20अगर राधिका इस विंज में हिस्सा लेगी तो क्या होगा
43:25राग बन के रह जाएगा और क्या होगा
43:28वो भी पूरे शहर के सामड़ी पर हमाना भीव्यम
43:31सब के साथ वो भी राधिका को ठके मारके घर से बाहर नपाओ
43:36तकेती जिसका धर्म क्यों आया आज साई शर्म
43:41अना आज के भंडार है या? वो लूट में आये थे
43:43अगर डकेती करने के बजाए तुम मदद मांगते हैं
43:46कोई मदद नहीं करता है साई
43:47साई कैसे दिखाएंगे एक डाको को उम्मीद का द्वार
43:5121 अप्रेल से सुम्मार से शुक्रवार रात साथ बजए
43:54सोमी एंटर्टेंबंट टेलविजिन और सोमी लिव पर
43:57अब सुभाग गुदगुद आईगी
44:00तेरे जैसे लोगों में ना औरम जेब के हाथी फाट मारते गे
44:02थाहाकों से गलिया भूलजेंगी
44:05आले सुपरम्याद मेरे को दो दिन के लिए लगेंगे
44:07खुश उनकी लहर फिर आईगी
44:09क्योंकि फिर होगा सुपरभाव
44:11और सल्मान जी बताईए
44:15लाइफ अच्छी कट्री ना
44:17कपल शर्मा शोव
44:21सुमबार से रभी बार पूरे हपते
44:23किसी भी माहौल में
44:28ना आप रुकेंगी ना आपकी स्किन
44:30सेटफिल जेंटल स्किन क्लेंजर के साथ
44:32या आपकी स्किन को डिफेंड करें
44:33स्किन सेंसिटिविटी के 5 साइंस से
44:35सेटफिल, हम स्किन की सुने
44:36हाँ हाँ मैं सुजाता का बोल दूंगी
44:40ये क्या सुजाता तुरानी यादों का पिटारा लेके बैठ लियो
44:46बाभी आपको याद है
44:47हम जब इस घर में नहीं नहीं बहु बन करके आये थे
44:51तो इस कॉम्टीशन में हमने हिस्सा ले आथा
44:54और ये खिताब जीता था
44:55हाँ सुजाता बिल्कुल याद है
44:57तुम हमें भूलने ही कहा देती हो
45:00पताया बाभी
45:01हमने सोचा था कि हमारे बाद हमारी बहु जब आएगी ना
45:06तो वो इस कॉम्टीशन में हिस्सा लेगी और ये खिताब जीतेगी
45:09पर नहीं
45:13हमारे गले में तो वो गोल मुखी आकर के लटक गई
45:19हमारे सारे अर्मान, सारी ख्वाइशे, सब तरी की तरी रह गई
45:24अर्य मैं तो भूली गई
45:25वो मेरी किट्टी पाटी वाली फ्रेंड का कॉल था
45:29अचाब
45:29हाँ
45:30वो मुझसे पूच रही थी कि सुजाता राधिका को इस इवेन में हिस्सा दिला रहे की नहीं
45:36तो आपने कहा क्यों नहीं
45:38कि राधिका इस लायक ही नहीं है कि उसे इस कॉम्टिशन में हिस्सा दिलाया जाए
45:41बस सुजाता मेरे हिसाब से
45:44तुमें राधिका को इस मौके पे
45:47इवेन्ट में हिस्सा लेने के लिए बोल देना चाहिए
45:50अभी आप क्या कह रही है
45:53अच्छा इक बाल मताओं अगर राधी का इस विंड में हिस्सा लेगी तो क्या होगा मसाग बनके रह जाएगा और क्या होगा वो भी पूरे शहर के सामने टीवी पर सोचो सुझाता जब राधी का पूरे शहर के सामने बीज़त हो जाएगी तो सिर्फ उसे ही नहीं सबको यक
46:23कि भग बनने किलाएगे फिर सबके साथ वो भी राधी का को ठके मार के घर से बाहां लुका देगा
46:30यह देखो मिस्स सानपूर का कॉंपटिशन होने वाला है हम चाहते है कि तुम भी इस कॉंपटिशन में हसालो हमें नहीं जगता है मिस कॉंपटिशन की क्राइटीरिया में फिट हो पाएंगे बहुत मन से लाय थे तुम्हारे लिए यह फॉम लेकिन हमसे तो यह पेका भी �
47:00कि यूज में मेरे लिए पानी और कुछ खाने के लिए ओटर दे हम यहां पे स्टाफ नहीं है हमने भी कॉंपटिशन में इस सालिया है इस कॉंपटिशन में वेट का क्राइटिरिया 48 kg है पर यहां तो इनके पैर ही 48 kg के लग रहा है
47:18कि अजय को आदर अदर आव इन देनाधार मैं मिदा बचलनार थमको आंचिद करते हुए शुरुज करने जा रहा हुद्ध्यांदार धंवाद्वाद्शांदार पांड़ेगा क्रोपते
47:37बहुत बहुत धन्यवाद आप सबीका बैट जाईए उद्वी संद्वाद्वाद्वाद्वाद्वाद्वाद्वाद्वाद्वाद्वाद्वाद्वाद्वाद्वाद्वाद्वाद्वाद्वाद्वाद्वाद्वाद्वाद्वाद्वाद्वाद्वाद्वाद्व
48:07जानते ही होंगे कि तीर अंदाजी में, तीर अंदाजी में, जो मूल आवेशकता होती है।

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