माँ...
जिसने बचपन में हर सवाल का जवाब दिया,
हर बार, हर बार, हर बार —
बिना थके, बिना झुंझलाए।
आज जब उम्र की दहलीज़ पर माँ वही सवाल बार-बार दोहराती है,
तो बस इतना याद रखिए —
पहले हमारी बारी थी, अब माँ की बारी है।
"Maa Ki Baari" एक नज़्म है उन माओं के लिए,
जो बुज़ुर्ग होते-होते बच्चों जैसी मासूम हो जाती हैं।
Mother’s Day पर आइए,
AsiaNet News Hindi और Vineet KKN 'Panchhi' के साथ
एक News Se Break लें —
माँ की वो हल्की सी मुस्कान, वो धीमी सी आवाज़ फिर से सुनने का।
#AsianetNewsExclusive #NewsसेBreak #AsianetNewswithVineetPanchhi #NewsSeBreak #VineetPanchhi #AsiaNetNewsHindi #Nazm #PoetryInNews #mothersday
For the full story:
To get the latest news, subscribe to our channel-
Log In Website- https://hindi.asianetnews.com/
Follow Us On Twitter-https://twitter.com/AsianetNewsHN
Follow Us On Instagram- https://www.instagram.com/asianetnews_hindi
Follow Us On Facebook- https://www.facebook.com/AsianetnewsHindi/
Follow Us On Telegram- https://t.me/AsianetnewsHindi
Follow Us On Kooapp-https://www.kooapp.com/profile/asianetnewshindi
जिसने बचपन में हर सवाल का जवाब दिया,
हर बार, हर बार, हर बार —
बिना थके, बिना झुंझलाए।
आज जब उम्र की दहलीज़ पर माँ वही सवाल बार-बार दोहराती है,
तो बस इतना याद रखिए —
पहले हमारी बारी थी, अब माँ की बारी है।
"Maa Ki Baari" एक नज़्म है उन माओं के लिए,
जो बुज़ुर्ग होते-होते बच्चों जैसी मासूम हो जाती हैं।
Mother’s Day पर आइए,
AsiaNet News Hindi और Vineet KKN 'Panchhi' के साथ
एक News Se Break लें —
माँ की वो हल्की सी मुस्कान, वो धीमी सी आवाज़ फिर से सुनने का।
#AsianetNewsExclusive #NewsसेBreak #AsianetNewswithVineetPanchhi #NewsSeBreak #VineetPanchhi #AsiaNetNewsHindi #Nazm #PoetryInNews #mothersday
For the full story:
To get the latest news, subscribe to our channel-
Log In Website- https://hindi.asianetnews.com/
Follow Us On Twitter-https://twitter.com/AsianetNewsHN
Follow Us On Instagram- https://www.instagram.com/asianetnews_hindi
Follow Us On Facebook- https://www.facebook.com/AsianetnewsHindi/
Follow Us On Telegram- https://t.me/AsianetnewsHindi
Follow Us On Kooapp-https://www.kooapp.com/profile/asianetnewshindi
Category
🗞
NewsTranscript
00:00कर दो
00:30झाल झाल
01:00झाल झाल
01:30झाल
02:00झाल
02:29झाल
02:59झाल
03:29झाल
03:59यही खीचाता नहीं है
04:01बार-बार जो पूछती है यही परिशानी है
04:03तू कितने बज़े आएगा खाना क्या घर पे खाएगा
04:07मा के यह पूछने पूछने पर मैंने एक दिन लॉजिक लगाया बोला मा एक बात कहनी है आप बार बार बार एक ही चीज क्यों दोहराते हो।
04:27मा को शायद ये बात भी समझ में नहीं आई
04:30मा को शायद ये बात भी समझ नहीं आई
04:33पता नहीं सुना नहीं सुना थोड़ी दिर में एक्जैक्ट वही सवाल लेकर फिर चली आई
04:38तो कितने बज़े आएगा खाना का घर पे खाएगा
04:41मा को ये बात भी समझ नहीं आई
04:43इग्जाक्ट वही सवाल लेकर फिर चली आई
04:45पिता जी लेकिन
04:47पिता जी लेकिन
04:49मुझे भी मा को भी जानते हैं
04:51पहले मैं छोटा था
04:52अब मा हो रही है
04:54उम्र के निशां अच्छे से पहचानते हैं
04:57पिता जी मुझे भी माँ को भी जानते हैं, बोली पड़े, तुझे याद है बेटा हमारी छट के सामने से जो बिजली की तारेज आया करती थी, उन पर अक्सर कवे आके बैठ जाते थे, जब भी आते थे तेरा एक ही सवाल होता था और हम दोनों तुझे एक ही जवाब बतात
05:27हमने बताना, सवाल ही तो था दे दिया जवाब, क्या समझाना, क्या जताना, ना तुने पूछना बंद किया, ना हमने बताना, जो छोटा होता है ना बेटा, बड़े को उसके साथ पेशिंट होना पड़ता है, जो छोटा होता है ना बेटा, बड़े को उसके साथ पेशिं
05:57झाल झाल
06:27झाल