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India Pakistan Tension : Acharya Prashant बोले- जब सामने वाला दुश्मन बन बैठा है तो उसे... 
 

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00:00पाकिस्तान बिल्कुल वरबादी की कगार पर है वो दिवालिया हो चुका देश है
00:05होना तो ये चाहिए कि उसको दिखाई दे कि वो ये सब खर्चे बरदाश्ट करी नहीं सकता है
00:10भारत पाकिस्तान से उलज रहा होगा उधर हमारी उत्तरी सीमा पर चीन मुस्कुरा रहा होगा
00:16तो मुतोर जवाब देना दुश्मन को जरूरी होता है पर हमें ये भी पता होता है कि अब इसके आगे अगर हम उलज रहे हैं
00:24तो हम अपना लाव नहीं कर रहे हैं बलकि हम दुश्मन के इरादों को ही पूरा कर रहे हैं
00:28पीस का रास्ता तो यही है कि आप अननिसेसरी एसकेलेशन ना होने दें
00:40अननिसेसरी तो हमको शांति से एक राश्टर की तरह यह थोड़ा गौर करना होगा
00:49बैठ कर सोचना होगा कि हमारे राश्ट्रिये और सामरिक उद्देश्यों की पूर्ति किस बिंदो पर जाकर हो गई है
00:57सर पहलगाम हमले के बाद जवावी कारवाई करते हुए भारत में आउपरेशन सिंदूर लांच किया
01:03इसके बाद भारत और पाकिस्तान यूद्ध की कगार पे आ चुका है पाकिस्तान इसके लेख कर रहा है चीज़ें
01:09इसको आप आध्यात्मिक दृश्टी कोर से किस तरह से देखते हैं
01:13देखे सबसे पहले तो यह कि जब सामने वाला समझे बूजे नहीं और हर तरीके से हिंसा अन्याय करने पर उतारू हो
01:27तो युद्ध वर्जित तो नहीं होता है और सीधा सिधा उदारण इसमे इता ही है और योधन को संभ्धाने गए थे क्रिश्ण अपनी और से
01:36जो कर सकते थे, शान्ती के लिए, संदी के लिए किया था, पर मानी नहीं रहा, तो ऐसा नहीं है कि युद्ध और संसारी सारा कारूबार एक तरफ होता है और अध्यात में दूसरी तरफ होता है, जो सिर्फ शान्ती के बात करता है, नहीं ऐसा नहीं है, इसी दुनिया में जी
02:06पीछे एक तर्क, एक अर्थ, एक लॉजिक होता है, हम उससे इंकार नहीं कर सकते, लेकिन ये भी देखना पड़ेगा कि जो युद्ध है, हम जैसे गीता की बात करें, तो महाभारत का युद्ध धर्म युद्ध है, अहम युद्ध नहीं बन जाना चाहिए वो, हमें पता हो
02:36परिद्ध पकार रहा है, तो डर नहीं लगना चाहिए, तो कहां तक जाना है, ये पता होना चाहिए, हम जा सकते हैं, हम युद्ध कर सकते हैं, लेकिन फिर ये भी पता होना चाहिए, कि कहां पर रुक जाना है, धर्म सच्चाई, जीवन के उंचे आधर्ष, इनकी खातेर �
03:06वो ठीक नहीं है और इसमें जो एक और मुद्दा है वो हमें समझना पड़ेगा थोड़ा भारत और पाकिस्तान में अंतर है देखिए वहाँ डेमुक्रेसी बहुत समय तक रही भी नहीं है अजादी के बाद से और जब रही भी है तो पीछे-पीछे वो कट्पुतली जो डे
03:36बस अपनी अपनी पकड़ सक्ता पर मजबूत रखनी है वो अकाउंटिबल तो है नहीं लोगों के लिए और उनके पास ऐसा जो मिलिट्री रूर्लर्स थे हैं के पास उनके पास उनके पास एसा कोई विजन भी नहीं है आगे के लिए कि उन्हें पाकिस्तान को बहुत खु
04:06एक फाइटर जेट धाई हजार करोड का आता है एक टैंक मॉडर्न टैंक सौ करोड का आता है एक दिन भी अगर फुल ब्लोन कंवेंशनल वार चल जाए तो उसकी कीमत पढ़ती है तीस हजार करोड से पचास हजार करोड पाकिस्तान बिलकुल वरबादी की कगार पर है वो �
04:36परचे बरदाष्ट करी नहीं सकता है और अभी हमने सिर्फ कंवेंशनल वार की बात करी और इसमें ये जो मैंने आपको आकड़ा बोला 30,000 करोड 40,000 करोड इसमें जो फिटेलिटी होंगी माने जो लोग मारे जाएंगे उनको तो हम गिन भी नहीं रहे जानगी क्या कीमत ल
05:06तबाह कर दिया है इसलिए मिलिटरी को और मजबूत करो ये कितनी अजीब बात है कि पाकिस्तान की तबाही में उनकी मिलिटरी की खुशाली है आबादी है स्वार्थ है वो पाकिस्तान तबाह होगा मिलिटरी बढ़ियां और वो फत्ता पर काबेज हो जाएगी पर भारत �
05:36वरना तो ये फिर एक मनोरंजन का खेल बन जाएगा ना आप उधर प्लेन गिर रहे हैं इधर प्लेन गिर रहे हैं ये हो रहा है वो हो रहा है और जनता ताली बजा रही है और शोज में आकर के जितने भी उध्वनमादी हौक्स होते हैं वो बोल रहे हैं कि ये करना है ऐसे
06:06बीस साल पीछे फेग देगा, नुकलियर वार की बात अभी हम नहीं कर रहे हैं, पाकिस्तान को उससे दूना पीछे फेग देगा पर पाकिस्तान को अंतर नहीं पड़ता है, क्योंकि वो पहले ही बरबाद हो चुके हैं, एक तरह से उन्हों सुईकार कर लिया है, कि हाँ ठीक
06:36रीजनल पावर नहीं, भारत पाकिस्तान से उलज रहा होगा, उधर हमारी उत्तरी सीमा पर चीन मुस्कुरा रहा होगा, तो मुहतोर जवाब देना दुश्मन को जरूरी होता है, पर हमें ये भी पता होता है, कि अब इसके आगे अगर हम उलज रहे हैं, तो हम अपना ला�
07:06इसको युद्ध भी मनुरंजन की तरह परोसना ये खूब चलता रहा है, और आगे भी चलता रहेगा, पाकिस्तान और लगातार लगातार ऐसी हरकते करता रहेगा, कि आपको लगे अभी इसको और जवाब दे, एसकेलेशन होता रहेगा, इसकेलेशन में हमने का वो तबहा
07:36तो हमें थोड़ा देखना हो गए, अब जो हो रहा है, इसको कैसे समझेंगा, वो इगो की बज़े से हो रहा है या कोई सच्छी समर्शया है जिसकी आच्छी समधान की हो रहत है, दिखिए, शांते भी अच्छी चीज होती है, और कुछ मौके आज आते हैं ऐसे जीवन में
08:06ठीक क्या नहीं होता है, ठीक होता है भीतरी अंधापन, भीतरी बेहोशी, जब हमको पता ही नहीं होता है कि हमारी प्रतिक्रिया है हमारी नहीं है, वो हमसे उकसाई जा रही है, हमारी प्रतिक्रिया हमारे भीतर से उगाही जा रही है, हमें मजबूर करा जा रहा है प्रतिक
08:36होना नहीं चाहिए, पर कई बार ऐसा होता है, कम होना चाहिए, और कम होना चाहिए, अच्छा हो कि हमें ऐसी दुनिया में आ जाएं जहां युद्ध बिल्कुल ही ना हो, लेकिन वैसा है नहीं, वहार एक तौर पर युद्ध की ज़रूरत है, ये जो emotional reactivity होती है, जिसमें कई
09:06बहुत अच्छी बात है, लेकिन अंधाराश्ट्रवाद गडबल कर देता है, तो उसके प्रत्य हमें सतर्क रहना होगा, क्योंकि पाकिस्तान तो भढ़काएगा, उकसाएगा, हमें समझना होगा, क्योंकि हम पाकिस्तान कह रहे हैं तो उसका मतलब है वहां के military, अरे भाई
09:36जन्तंत का मतलब है कि हमें जन्ता के हित का खयाल करना है, सिर्फ हमें यह नहीं देखना है कि हम बिलकुल एक्षण कावेश में आकर, क्रोध में आकर के कूद पड़े, या कि टीवी की स्क्रीन पे हमको दिखाई पड़ रहे हैं कि एक के बाद एक ऐसे रॉकेट गिर रहे ह
10:06इसको मारना भी जरूरी हो, मार पीट के भगा देना, पर उसी से गुत्थम गुत्था हो जाना, यह ऐसा ही है कि जैसे आपने उसके उद्देशे की ही पूर्ति कर दी, तो हमें यह पता होना चाहिए कि वेंट टो स्टार्ट और अल्सो वेंट टो स्टॉप, यह दोनों बा
10:36रास्ता तो यही है कि आप अन्निसेसरी एसकेलेशन ना होने दें, अन्निसेसरी, तो हमको शान्ति से एक राश्ट्र की तरह, यह थोड़ा गौर करना होगा, बैठकर सोचना होगा, कि हमारे राश्ट्रिये और सामरिक उद्देश्यों की पूर्ति किस बिंदो पर जाकर हो
11:06इंतराश्टिये समुदाय को भी इसमें साथ लेना होगा, अर्थ व्यस्था पर पाकिस्तान की जो चोट पड़ रही है, इसको सामने लाना होगा, जितने भी तरीकों से है, और अगर पूछ रहे हो, इस समय मैं बोलूँगा तो विच्चितर सा लगेगा, लेकिन देखिए
11:36लेकिन आप सच पूछो तो इसकी शुरुवात धर्म के विकार से हुई है, the distortion of religion, तो आखरी शान्तित तो तभी मिलेगी, जब इस युद्ध के पीछे जो religious principles थे, distorted, विकृत, सोच, समझ, सिध्धान्त धर्म को लेकर के, जिसमें two nation theory भी आती है, जब तक हम उन चीजों को �
12:06आखरी शान्ति तो नहीं आने वाली है, बहुत खेद की बात है, लाशें गिरती रहेंगी, बम बरस्ते रहेंगे, और ये कोई आखरी लडाई नहीं होने वाली है, जब तक विशेशकर पाकिस्तान में, इसलाम का वही अर्थ चलता रहेगा, जो उन्होंने पकड़ रखा ह
12:36जो मूल बात है, वो तो यही है कि हिंदूस और मुस्लिम्स और टू डिफरेंट नेशन्स जो जिन्ना बोल गए थे, और जस्केन नॉट लिफ टोगेदर, वही बात तो उनके सेना प्रमुख ने बोली, पहलगाम हमले से एक हफते पहले ही उन्होंने फिर से वही रागल आ
13:06कोई और कारण बता दो, इंडस वाटर ट्रीटी बता दो, कोई भी और कारण बता दो, लेकिन वो कारण तो वही रहेगा, आप अगर रूथ यूक्रेन की भी लडाई देखोगे ने, तो आप गोगे अच्छा वहाँ पे कौन सी धर्म के लिए लडाई हो रही है, पर बात �
13:36कि भी यूक्रेन के लिए अग् � Miller, बता दो, अग्यूक्रा

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