पूरा वीडियो: मोहनदास करमचंद गाँधी - महात्मा, राष्ट्रपिता या शातिर राजनेता? ||आचार्य प्रशांत, वेदांत महोत्सव(2022)
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00:00मुहंदास कर्मचंद गांधी जैसे भूत लोग बोलते भी कि मैं महात्मा नहीं मानता।
00:04उन्होंने थोड़ी कहा था मुझे महात्मा बोलो।
00:06जरा आज से ठीक सौ साल पहले के भारत में जाना, 1922 के भारत में,
00:11जो भारत के भूखे, नंगे, दुरबल, दरिद्र लोग थे, इनसे कहते सड़क पे आ जाओ, अंग्रेजों को मार के भगा दो।
00:18क्या भारतियों के उस वक्त ये हालत थी, कि आप कहें कि एक जनांदोलन होगा, वो भी हिंसक हो सकता था।
00:23क्या आज आपको लगता है कि क्यों नहीं कर दिया, क्यों नहीं कर दिया, ऐसा कर देंगे, खाने को रोटी नहीं, पढ़े लिखे नहीं है, सौतरे के अंधविश्वासों में लिपते हैं, जातपात और गंदगी के नर्क में डूबे हुए हैं, उनसे कैसे अंदोलन करवा �
00:53एक बात लेकिन बता देता हूं वैसा कोई आदमी आज भी खड़ा हो जाए ना अच्छा लगेगा आसान नहीं होता का लगा