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'आतंक के इंफ्रास्ट्रक्चर को तबाह करने के लिए किया हमला', ऑपरेशन सिंदूर पर देखें विदेश सचिव का बयान

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00:00इस ब्रीफिंग में शामिल होने के लिए आप सभी का धन्यवाद, जैसा कि आप सभी जानते हैं, 22 अप्रिल 2025 को लशकर तयाबा से संबंधित पाकिस्तानी और पाकिस्तान प्रशिक्षित आतंकवादियों ने भारत में जम्मू और कश्मीर के पहल गाम में भारतिय पर्याट
00:30और एक नेपाली नागरिक को कायरता पूर्ण मौत के घाट उतार दिया गया, मुंबई के 26 नवंबर 2008 के हमलों के बाद ये भारत में हुई किसी आतंकवादी हमले में मारे गए आम नागरिकों की संख्या की दृष्टी से सबसे गंभीर घटना है, पहल गाम का हमला अत्या
01:00और उनके परिवारों के सामने सिर पर गोली मारी गई, हत्या के इस तरीके से परिवार के सद्यस्यों को जान भूज कर आगहात पहुँचाया गया, साथ ही उन्हें ये नसिहत भी दी गई कि वे वापस जाकर इस संदेश को पहुँचा दे, ये हमला स्पश रूप से जम्म
01:30का मुख्य आधार बन रहा था, इस हमले का मुख्य उदेश इसे प्रतिकूल रूप से प्रभावित करना था, पिछले वर्ष आप सभी जानते हैं, सवा दो करोड से अधिक परियटक कश्मीर आये थे, इस हमले का मुख्य उदेश इसलिए संभवता ये था, कि इस संग रा
02:00के लिए उपजाओ जमीन बनाने में सहायता की जाए, हमले का ये तरीका, जम्मू और कश्मीर और शेश राष्ट्र दोनों में सामपरदाएक दंगे भढ़काने के उदेश से भी प्रेरित था, इसका श्रे सरकार और भारत के सभी नागरिकों को दिया जाना चाहिए, कि इ
02:30ये समू संयुक्त राष्ट द्वारा प्रतिभंदित पाकिस्तानी आतंकवादी समू लश्कर तयबा से जुड़ा हुआ है, ये उलेखनिया है कि भारत ने मई और नवंबर दोहजार चॉबिस में संयुक्त राष्ट की 1267 कमिटी की सैंक्शिन्स मॉनिटरिंग टीम को अर्
03:00कवर के रूप में टी आरेफ की भूमिका सामने आई थी, इससे पहले भी दिसंबर 2023 में भारत ने इस टीम को लश्कर तयबा और जैशे मोहमद के बारे में सूचित किया था, जो टी आरेफ जैसे छोटे आतंकवादी समूहों के माध्यम से अपनी गत्विधियों को संचाल
03:30पाकिस्तान के दबाव पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। पहलगाम आतंकवादी हमले की जांच से पाकिस्तान के साथ आतंकवादियों के संपर्क उचागर हुए हैं। रेजिस्टेंस फ्रंट दुआरा किये गए दावे और लशकर तयबा से ग्यात सोशल मीडिया हैं�
04:00हमलावरों की पहचान भी हुई है। हमारी इंटेलिजेंस ने इस टीम के योजनाकारों और उनके समर्थों की जानकारी जुटाई है। इस हमले की रूप रेखा भारत में सीमापार आतंकवाद को अंजाम देने के पाकिस्तान के लंबे ट्रैक रेकॉर्ड से भी जुड़
04:30जान बना चुका है। यहां अंतराश्रिय स्थर पर प्रतिभंदित आतंकवादी सजा पाने से बचे रहते हैं। इसके इलावा पाकिस्तान ने इस मुद्दे पर विश्व और फाइनांशिल आक्शिन टास्क फोर्स जैसे अंतराश्रिय मंचों को जान भूज कर गुम्रा
05:00दबाव के परणाम सुरूप वो जीवित पाया गया, इसका सबसे सपष्ट उधारन है। यह सवभाविक है कि पहलगाम में हुए इस हमले से जम्मू और कश्मीर के साथ साथ भारत के अन्य भागों में भी आक्रोश देखा गया। हमलों के बाद भारत सरकार ने सवभावि
05:30तथा पी यह आवशक समझा गया कि बाईस अप्रेल के हमले के अपरादियों और उनके योजनाकारों को न्याय के कटगरे में लाया जाए।
06:00पाकिस्तान आधारित आतंकवादी मॉडूल्स पर हमारी खुफिया निगरानी ने संकेत दिया है कि भारत के विरुद आगे भी हमले हो सकते हैं। अतहर इनको रोकना और इन से निपटना दोनों को बेहद आवशक समझा गया।
06:30का प्रयोग किया है। ये कारेवाई नपी तुली, नॉन एसकलेटरी, आनुपातिक और जिमेदारी पूर्ण है। ये आतंकवाद की इंफ्रस्ट्रक्चर को स्माप्त करने और भारत में बेजे जाने वाले संभावित आतंकवादियों को अक्षम बनाने पर केंदरित है।
07:00पर एक प्रेस वक्ताव्य जारी किया था जिसमें आतंकवाद के इस निंदनिय कार्य के अपराधियों, आयोजकों, फाइनैंसरों और प्रायोजकों को जवाब दे ठहराने और उन्हें न्याए के दाएरे में लाने की आवशक्ता पर जोर दिया गया था।
07:18भारत की आज की इस कार्यवाई को इसी संधर्ब में देखा जाना चाहिए।

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