सीमावर्ती जैसलमेर जिले में पश्चिमी विक्षोभ के चलते करीब 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार वाले अंधड़ और बारिश से सरकारी व निजी स्तर पर लोगों का खासा नुकसान हुआ है। गत गुरुवार शाम से देर रात तक मौसम तंत्र में आए इस बदलाव के कारण सबसे ज्यादा नुकसान विद्युत तंत्र को हुआ है। जिले के कम से कम 125 गांवों में अंधेरा छा गया है और व्यवस्था को पुन: पटरी पर आने में दो दिन या उससे अधिक समय लगेगा। इसी तरह से जैसलमेर शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में ऊंचे-ऊंचे पेड़ तेज हवाओं के प्रहार को झेल नहीं पाए और धराशायी हो गए। इससे आवागमन में बाधा आई। शहर स्थित अमर शहीद सागरमल गोपा राउमावि की चारदीवारी का एक हिस्सा बड़े पेड़ के गिरने से जमींदोज हो गई है। कई घरों, प्रतिष्ठानों व अन्य भवनों में एयरकंडीशनर की बाहरी यूनिट गिर गई। सडक़ किनारे लगे अनेक हॉर्डिंग्स व बैनर्स व दुकानों आदि के साइन बोर्ड्स को नुकसान पहुंचा। साथ ही कहीं-कहीं पर पत्थर गिरने की घटनाएं भी सामने आई हैं।
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