पाकिस्तान द्वारा पिछले आठ दिनों से लगातार सीजफायर उल्लंघन और पहलगाम हमले के बाद, भारत-पाक सीमा पर बसे उरी के गांवों में डर का माहौल है। एलओसी के पास रहने वाले नागरिक पाकिस्तानी पोस्ट से होने वाली फायरिंग या संभावित जंग की स्थिति से बचने के लिए खुद ही बंकर बना रहे हैं। एक स्थानीय नागरिक ने कहा, 'इससे हमें बहुत डर है...उससे बचने के लिए सर हम थोड़ा सा ये बंकर बनाया है', और उन्होंने सरकार से इन बंकरों को मजबूत करने में मदद की अपील की है।
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00:00पहल गाम हमले के चल्लादों का टेरर रूप
00:18पहल गाम हमले के बाद भी इसी पीर पंजाल के जंगल से पाकिस्तान के रास्ते से पीर पंजाल के जंगल से पहल गाम पहुंचे और उसी रास्ते से वापस भाग गया ऐसी जानकारी है
00:38जंग की आहा पॉडर पर तहशा
00:49में अगर पाकिस्तां किसी हिमाकत पर उतर आता है और बॉर्डर के इलाकों में अचानक से फारिंग शुरू हो जाती है तो बच्चों ने किस तरह से छुपना है
00:59तो यहां पर बताया था कि कैसी तरह, किस तरह चुपना में, और यहां पर अक्सर हम स्कूल आते हैं तो जादा तर स्कूल में य्यादा फाइरिंग होती है
01:08नो मैंस लेंड की कहाने, गेमरे की जुबान
01:13पाकिस्तान की वो पोस्ट हम दिखाने जा रहा है जहां से उरी सेक्टर में पाकिस्तान लगातार धुस्पैट कराता आ रहा है
01:26इतना ही नहीं तो शेलिंग बम गोले दागने का काम भी उसे पोस्ट में बताने है
01:31पाकिस्तान की वो पोस्ट हम दिखाने जा रहा है जहां से उरी सेक्टर में पाकिस्तान लगातार धुस्पैट कराता आ रहा है
01:45एलोसी को खौफ की आँखों देखिए
01:49हम लोग ही फसते हैं बाडर के लोग हमें ही बहुत भोलियां यहाँ पर पर देखिए बहुत ज़यादा शेलिंग होती है
02:02तो हम लोग उनको यह जहना परता है बहुत ज़यादा
02:04दूर दूर तक घने जंगल पहले हुए हैं
02:14जंगलों के बीच पाकिस्तान के कबजे वाले कश्मीर यानी पीयोके का गाउ दिखाई दे रहा है
02:19कैमरे में गैद गाउ की मारतों से कुछ ही दूरी पर पाकिस्तानी सेना की चौकिया बनी विए
02:25फिल्हाल इस गाउ की मारतों के चारों तरफ सन्नाटा बस्ञा हुआ है
02:44है तो ये पूरा इलाका गोल्यों की अवाज से गूंजुता है पाकिस्तानी फॉज की तरफ से अक्सन यहां सीज फायर का उलंगधन किया जाता है सरहत पार से आए दिन होने वाली फायरिंग का मकसद होता है देशत करदों की गुसबैट कराना उन्हें सरहत के इस पार भेज
03:14पाकिस्तान के टेरर प्लान की पर्दाल के लिए लाइन ओफ कंट्रोल जानी एलोसी की जीरो लाइन पर पहुंचे हैं एबीपी न्यूस संबाद दाता गणेश ठाकोर
03:23अबीपी न्यूस पर आपको पाकिस्तान की वो पोस्ट हम दिखाने जा रहा है जहां से उरी सेक्टर में पाकिस्तान लगातार गुसबैट कराता आ रहा है इतना ही नहीं तो शेलिंग बम गोले दागने का काम भी उसी पोस्ट में होता है
03:39मैं फिलाल मौजुदू उरी के लोसी या नो मैन लैंड पर जिसे जिरो लाइन भी कहते हैं एक तरफ पाकिस्तान एक तरफ भारत है और वो पोस्ट सजीवार और ख्वाजा बांडी की वो दो पोस्ट आपको पाकिस्तान की दिखाने जा रहा हूं जहां से चार दिन पहले �
04:09हाजी पीर की पहाडिया यह है जो पाकिस्तान के अंडर में आती है और हाजी पीर के नाले की ठीक ऊपर यह जो टिन शेड में आपको पोस्ट दिखाए दे रहें यह नीचे सबसे पहली पोस्ट है जिसे सजीवार पोस्ट कहते हैं और उस पोस्ट के ठीक ऊपर अगर हम जा
04:39का पोस्ट कहते हैं वो पाकिस्तान के अंदर आने वाले सारे गाव है हाजी पीर का ये पुरा पहाड है यहीं से कई सालों से लगातार घुसपैट की जा रही थी क्योंकि इस हाजी पीर के पीछे पूंच का पीर पंजाल का जंगल शुरू होता है
04:58ABP News की टीम ने उस इलाके को भी कैमरे में कैद किया जिसे घुसपैटियों का टेरर रूट कहा जाता है
05:06शक है कि पहलगाम में निहत्थे सलानियों पर गोल या बरसाने वाले आतंकियों शायद इसी टेरर रूट से सरहत पार की थी
05:15इसी रूट से वो लोग पहलगाम तक पहुँचे थी और फिर इसी रूट से वो लोग सरहत के उस पार वापस भाग गए
05:23पहलगाम हमले के बाद भी इसी पीर पंजाल के जंगल से आतंकी पाकिस्तान के रास्ते से पीर पंजाल के जंगल से पहलगाम पहुचे और उसी रास्ते से वापस भाग गया ऐसी जानकारी है
05:34तो ये पूरा इलाका पाकिस्तान का है और ये पोस्ट आपको हम दिखा रहे हैं ये सजिवार पोस्ट और ख्वाजबांडी की दो पोस्ट पाकिस्तान की हैं जहां से खुसपैट लगातार होती आ रहे हैं
05:46ABP News यहां पहुँचा है और दिखाना चाहा है कि आखिर कैसे घने जंगलों का आधार लेकर ये आतंकी इन पोस्ट के जरीए बारत में घुसपैट करते हैं अब पहले हम जानते थे सर्जिकल स्ट्राइक से पहले P.O. के यानि मुझफराबाद इन जगहों पर जो पाकिस्तान
06:16जो गुफाएं जहां पर इनसान नहीं पहुंचते हैं उन गुफाओं में अपने कैम्स या वहां रुकने की तैयारी शुरू की वहां वो रुकने लगे वहां पर आतंकी ठहरने लगे और उन गुफाओं के बाद धीरे-धीरे इन घने जंगल, पेड, पौधों, पत्तों क
06:46बनकर बनाकर उन जगाओं पर अपने आपको आतंकी ठहरते हैं वहां पर और उनी का आधार या सहारा लेकर इन पोस्ट के जरीए अंदर यानि भारत में घुफाट करते हैं और आतंकी हमले को अंजाम देते हैं पहल काम हमले के बाद ये पोस्ट काफी आक्टिव हुई इस
07:16लोग भी सहमे हुएं
07:46जीरो लाइन से खास पड़ताल के दौरान हमारी टीम ने सरहत पार बसे एक गाउं की कई इमारतों को कैमरे में कैट किया उस गाउं की खामोशी कवाही दे रही है कि पहल गाम टेरर अटेक के बाद वहां के लोग भारत के जवाबी एक्शन से टरे हुए हैं
08:05पहलगा में सैलानियों पर हुए आतंकी हमले ने पाकिस्तानी सेना के टेरर प्लान को पूरी दुनिया के सामने बेनकाब कर दिया है
08:20पाकिस्तान में पलने वाले आतंकी मोहरों के खलाफ भारत के ताबड तोड एक्शन ने आतंकी आखाओं की नीन दुडाती है
08:28देश्चत गर्दों को पियो के में चलने वाले टेरर केम्पो पर सर्जिकल स्ट्राइक और एर स्ट्राइक जैसे जवाबी हमले का टर सता रहा है
08:38यही वज़ा है कि पाकिस्तानी फाज एलो सी पर फाइरिंग करके जंग का माहौल बना रही है
08:45भारती सुरक्षा बलों ने भी इस कायराना हमले का बदला लेने के लिए पूरी तैयारी की है
08:51सरहत पर बढ़े तनाव का असर वहां रहने वाले लोगों की जिन्दगी पर भी पड़ा है
08:57पहल गाम टेरर अटेक के बाद भारत ने पाकिस्तान में छुपे बैठे आतंक की आकाओं को कड़ा सबक सिखाने का एलान किया है
09:08इस एलान के बाद सरहत के दोनों तरह एक जैसा तनाव नजर आ रहा है
09:13इस तनाव और तलखी का असर उन लोगों पर साफ साफ दिखाई दे रहा है जो एलोसी के पास बसे गाओं में रहते हैं
09:20ABP News जमवाद दाता गनेश ठाकुर उरी सेक्टर के ऐसे ही गाओं में पहुंचे जहां गोलियों की आवाज सुनते ही तरे सह में लोग बंकर की तरफ दोड़ पड़ते हैं
09:34जिस जगह पर मैं खड़ा हूँ ये एक बंकर है ये भारतिय आर्मी का बंकर नहीं तो एलोसी पर रहने वाले अपने भारतिय नागरिकों ने बनायवा बंकर है
09:46मैं फिलाल उरी एस शेतर में मौझूद हूँ, उरी भारत पाकिस्तान सीमा पर बसा एक तहसील है तो उरी के बारे में सब जांते है और जिस तरह पहल गाम हमले के बाद भारत पाकिस्तान के बीज जंग के आसार बने हैं
10:00उसे उरी के
10:02तमाम नागृक कौभ जादा है
10:04क्योंकि उरी के नागृकों
10:07ने पिछले कई सालों से
10:08इस तरह के हालाथ देखे हैं
10:10और इन हालातों में अपना घर
10:12अपना सब कुछ
10:14बरबाद होते हुए देखा है, नष्ट होते होते हुए
10:16देखा है अब जब जंग के आसार लग रहे हैं तो इस तरह बंकर बनाए जा रहे हैं ताकि अगर पोस्ट जो पाकिस्तान पोस्ट है वहां से शेलिंग होती है युद्ध जंग शिरता है तो सीधा आसर उन पर हो सकता है उनके घरों पर हो सकता है तो इस वज़े से अगर कोई
10:46बॉर्डर के आसपास अचानक होने वाली फारींग के खौफ से इन लोगों का पुराना वास्ता है
10:58सरहत पार से जब जब पाकिस्तानी फॉज काराना धंक से भोले भाले लोगों को निशाना बनाती है
11:04तब तह यहार रहने वाले लोगों सुरक्षि ठीकाने ढूडने पड़ते हैं
11:34अबी भी शेलिंग होती है हम पूरा असर हम पर पढ़ता है हमारे गरूपर कहीं बार लगता है आकर उससे बजने के लिए सरहम थोड़ा सा यह बंकर बनाया है हमने मतलब कुछ टाइम तो हुआ था बंद हुआ था उससे हमें बहुत खुशी मिली थी और हमने मतलब बंकर �
12:04हमें आते हैं और हम चाहते हैं कि अगर हमारे साथ कुछ किया जाए इस बंकर को थोड़ा मजबूत ही दी जाए अपील करते हैं कि इस बंकर को थोड़ा मजबूत बनाए जाए ताके हम हमारी सेफटी के लिए हमारे लिए इतना कुछ किया जाए कितने हैं कौन कौन रहते है
12:34जलता है और सीमा पार से गोलियों की आवाज सुनाई देती है तो दिल में तहशत पैश जाती है आधी आधी रात में उटका ये लोग सीधे बंकर की तरफ भागते हैं
12:45पूरे गर के लिए हम दो तीन गर हैं यहां तो नार में हम तीन गर उने मिल की बनाया है यहां पर यह बंकर
12:51डर का महौल है मैं समझ सकता हूँ जब आब रात में घरों में जाते हैं सोने के लिए उस समय भी आपको लगता हूँ कि किसी भी समय इस तरह शेलिंग हो सकती है और गोलियां चल सकती है जिसका असर सिदा अपर हो सकता है तो उस खौफ के साये में आप लोग जी रहे हैं
13:09जी यहां बिल्कुल सर किसी भी टाइम शुरू हो सकता है कुछ भी दमाका हो हमें मतलब बहुत खौफ आ जाता है हम जल्दी से कोशिश करते हैं कि यहां पर पहुंचे पहले तो बहुत प्रॉब्लम हुई थी अब खुशते हम कुछ टाइम कुछ टाइम तो उससे हम बहुत �
13:39केमरे में खैट किया साथ ही बंकर बनाने वाले नौजवानों से भी उन्होंने लंबी बाच्चीत कि इस बाच्चीत में उन्होंने बताया कि यह बंकर कुछ घंटों के लिए तो गाउंवालों को दुश्मन की फारिंग से बचा लेंगे लेकिन भारी गोला बारी का सामना
14:09हमने यहीं पे बनाये थे मतलब पत्थर वगयरा जमा करके और थोड़ी सी सीमेंट वगयरा से बनाया था और ऊपर यह थोड़ी बहुत लगणी थी तो उसी से लेकिन उतना मजबूट नहीं यह सरा अगТर इसके ओपर लगयरा पट जाए तो यह हमारे लिए बहות काइंट �
14:39तो इसी तरीके से कहीं तो हर गर ने एक एक अलग बनाया, यहां दो तीन गरुणे मिलके, वो जो पहले कम्यूनिटी बैंकर्स आये थे, वो तो सर, हमारे महले में तो आया ही नहीं और आया भी तो जहां भी आया बहुत दूर है सर गरुण से तो बहुत खत्रा आकरी सवाल, �
15:09प्रिपेर कर रहा है लेकिन ऐसे हालात में रह रहे हैं कि शायद पढ़ाई पे भी आपका ध्यान नहीं होता होगा इफेक्ट होता होगा जी सर बिल्कुल पूरी पढ़ाई एफेक्ट होगी इससे भी मतलब डर लगा रहता है किताबूं पर बैठें आवाज आ जाए तो कहां
15:39और इसी वजह से अपनी सेफटी के लिए बंकर बना रहे हैं और उमीद करते हैं कि यह तो इन्होंने अपने तरीके से किसी तरह बना दिया है लेकिन अगर इसको मजबूत पुक्ता करना हो जिससे इनका बचाव हो सके तो सरकार से मदद की अपील वो करते हैं कि हमें इसमे
16:09पहलगा मातन की हमले के बाद जम्मू इलाके में भी खौफ का साया मन रहा है वहां इंटरनेशनल बॉर्डर के आसपास बने स्कूलों के बच्चे भी इस खौफ से अच्छूते नहीं हैं लहाजा स्कूली बच्चों को अब पढ़ाई के साथ साथ शेलिंग से बचने के त
16:39जम्मू के एक स्कूल में है जम्मू के बॉर्डर के स्कूल में है और यहां पर स्कूली बच्चों को किस तरह से शिक्षा दी जा रही है कि अगर पाकिस्तान किसी हमाकत पर उतर आता है और बॉर्डर के इलाकों में अचानक से फारिंग शुरू हो जाती है तो बच्चों �
17:09से सटे हुए बॉर्डर के इलाकों में समय स्कूल खुले हुए हैं और अगर दिन के समय स्कूल जिस समय चल रहे हो उस समय अगर इस तरह की हिमाकत और शेलिंग पर पाकिस्तान उतर आता है और शेलिंग करता है और ये वो इलाके हैं जो शेलिंग से अच्छूते नहीं है उस
17:39और आप आप देख सकते हैं यहां पर बच्चे जो हैं खड़े होकर किस तरह से निकाला जाएगा इसका एक प्लान आप यहां देख सकते हैं कि किस तरह से बच्चे यहां जो हैं वो यहां से बाग रहे हैं और अगर इस तरह की हिमाकर पाकिस्तान करता है तो किस तरह से यहां
18:09लगातार इन बच्चों को ट्रेनिंग दी जा रही है और यहां पर आप देखे कि लगातार यह बच्चे जो हैं अब यहां इस बंकर में पहुंच गए हैं और यहां छुपे हुए हैं ताकि अगर पाकिस्तान युद जैसे स्थिती में आता है तो किस तरह से यहां पर बचा �
18:39जिसकी वजा से हमने बच्छों आल्रटे प्रकेड़ आएाा ने लिय हम जब इमार्निक सेम्बली करते हैं।
18:43तो मार्निक सेम्बली में उड्चों को बरीफ करते हैं।
18:45आपको किस तरह की ट्रेनिंग यहां स्कूल सबूटन है।
18:48बहुत अच्छी ट्रेनिंग दी जाती है और हमें यहां पर बताया था कि कैसी तरह किस तरह शुपना हमें और यहां पर अक्सर हम स्कूल आते हैं तो जादा तर स्कूल में यादा फाइरिंग होती है तो कितनी बार हम स्कूल आया है तो लगातार फाइरिंग हुई है तो हमें
19:18पाकिस्तान एक पॉडोसी मुलक है लेकिन वो
19:48भरोसे के लायक बिलकुल नहीं है वो कभी भी पीठ में चुरा कौप सकता है
19:54पहलगाम टेरर अटेक की जाच में आतंकी साज़िश से जुड़े नए-नए खुला से हो रहे है
20:04सूत्रों के मताबिक जाच अजेंसियों को पता चला है कि पाकिस्तानी देश्चत गर्दों के टार्गेट पर सिर्फ पहलगाम के टूरिस्ट ही नहीं थे
20:12बलकि इसे इसे इलाके में ओडू वैली की भी रेकी करके हमले का प्लान बना कर बैठे थे आतंकी मोहरे
20:20पहलगाम आतंकी हमले में एनाईय की जाच आगे बढ़ रही है इस बीच जम्मु कश्मीर पूलिस के सूत्रों के मताबिक एक एहम सुराग मिला है
20:28कि आतंकीों ने 22 अप्रेल को बैसरन घाटी में हमला करने से पहले पहलगाम के और तीन अलग इलाकों के लोकेशन की जो है वो रेकी की थी जिसमें से एक लोकेशन थी आडू वैली
20:40हम आपको तस्वीर दिखा रहे हैं ये रास्ता पहलगाम से उपर आडू वैली तक ही जाता है लेकिन फिलहाल यहाँ पर अभी सुरक्षाबल के जवान जो है वो मुस्तैद हैं क्योंकि उपर जो है उपरी इलाकों में कॉम्बिंग और जो आपरेशन चल रहा है जिसकी व�
21:10अलग अलग जगहों की रेकी की थी जिसमें से जो सबसे पहली जगह थी वो थी आडू वैली आडू वैली वो जगह है जो की टूरिस्टों के बीच सालानियों के बीच काफी जादा प्रसिद है एक पॉपुलर टूरिस्ट स्पॉर्ट जो है वो पहलगाम का है लेकिन वहा
21:40आलू वैली में तैनात थी जिस वज़ा से जो आतंकी हैं उन्हें अपने मनसूबों को पूरा करने में उन्हें खत्रा मैसूस हुआ जिस वज़ा से आतंकीों ने आलू वैली को चुनने का प्लान नकार दिया और इसके बाद बाकी की जो तीन जगें हैं बेताब वैली, अम्य
22:10वहाँ पर जब जिस तरीके की सुरक्षा व्यस्ता थी उसको देखते हुए आतंकियों ने आडू वैली को नहीं चुना
22:18आतंकी हमले की जाच में ये भी खुला सा हुआ है कि देशदकर्द बड़े पैमाने पर खूनी खेल खेलना चाहते थे
22:28इसलिए उन लोगों ने बैसरन घाटी में सलानियों को टार्गेट बनाया था
22:33आप ये जानकर हैरान रह जाएंगे कि बैसरन घाटी से पहले आतंकी महरों ने एक एम्यूजमेंट पार्क में भी गोनिया बरसाने का प्लान बनाया था
22:43पहलगाम हमले की जाच जैसे जैसे आगे बढ़ रही है वैसे वैसे नए खुलासे हो रहे हैं
22:48और जम्मू कश्मीर पुलिस के सूतरों के मताबिक पहलगाम हमले से ठीक एक हफ़ते पहले जो चार आतंकी हैं वो अपने समू के साथ पहलगाम पहुँचे थे
22:57और यहां पर बैसरन घाटी की रेकी करने से पहले आतंकीयों ने चार अलग-अलग लोकेशन की रेकी की थी जिसमें सबसे पहला आडू वैली था लेकिन आडू वैली में सुरक्षा बलों की मौजूदगी के चलते आतंकीयों ने आडू वैली को नकार दिया और उसके बा�
23:27पार्क की भी रेकी की थी लेकिन चुकि इस पार्क में भीड कम थी होती है इस वज़ा से आतंकियों ने इस जगा को जो है वो नकार दिया और आपको बता दें कि इसी पार्क में जो हमला करने की योजना जो है वो आतंकियों ने बनाई थी लेकिन जब हमला करने से पहले वो �
23:57इस वज़ा से सिर्फ आतंकियों ने जो है वो इस जगा को नकार दिया था और इसके बाद जो तीसरी जगा है आतंकियों ने चुनी थी वो थी बेताब वैली जो की अमरनाथ यात्रा के रूट पर भी पड़ती है जिसकी वज़ा से वहाँ पर जो सुरक्षा व्यस्ता है और �
24:27आतंकियों ने बैसरन घाटी को चुना और अपने जो दह्षत पहलाने का उनका मनसूबा था इसलिए और भीड वहाँ पर जादा थी इसलिए जो है वो बैसरन घाटी को चुना गया था
24:38आज की संसनी में बस इतना ही आप रहिएगा होश यार सन्नाटे को चीरती संसनी कल फिर देगे दस तक आपकी तहलीस पर
24:51ABP News आपको रखे आगे