क्या आपने कभी सोचा है कि कला, संस्कृति और क्रिएटिविटी एक मजबूत अर्थव्यवस्था बना सकते हैं? यही है Orange Economy का मूल, जो फिल्मों, फैशन, म्यूजिक, गेमिंग और डिज़ाइन जैसी क्रिएटिव इंडस्ट्रीज़ से संचालित होती है। पीएम मोदी ने इसे "Create In India, Create For The World" का सही समय बताया, क्योंकि भारत के पास अपनी हज़ारों वर्षों की कहानियों और सांस्कृतिक धरोहर का अनमोल खजाना है। यह इंडस्ट्री भारत की GDP में $30 बिलियन का योगदान देती है, 8% वर्कफोर्स को रोजगार प्रदान करती है, और $11 बिलियन से अधिक का क्रिएटिव एक्सपोर्ट करती है। जानिए कैसे यह नई अर्थव्यवस्था कला, संस्कृति और इनोवेशन के माध्यम से भारत का भविष्य बदल सकती है।
Category
🗞
NewsTranscript
00:00आपने Green Economy, Digital Economy तो सुना ही होगा लेकिन अब दुनिया भर में एक नया शब तेजी सो भर रहा है इसका नाम है Orange Economy ये कोई रंग से जुड़ा आर्थिक मॉडल नहीं बलकि एक ऐसी अर्थ विवस्ता है जो कला संस्कृति और क्रियेटिविटी से चलती है फिल्मों से लेकर फै�
00:30और एक हजाना टाइमलेस है, थौट प्रोसेसिंग है और टूली ग्लोबल है पिये मोधी ने सम्मिट को 3C यानि की कल्चर, क्रियेटिविटी और क्रियेटिविटी की लहर बताते हुए इसे सिनिमा, संगीत, एनिमेशन, गेमिंग और स्टोरी टेलिंग की वेश्विक प्र
01:00इस इंडास्ट्री की साइस की बात करें तो ये करीबन 30 बिलियन डॉलर की GDP में कॉंट्रिबूशन देता है, जबकि इंडास्ट्री आठ फीजदी वर्क फोर्स को इंप्लॉइमेंट देती है, साथ ये क्रियेटिव एक्सपोर्ट 11 बिलियन डॉलर के करीब का है, आपकस प