HINDI NEWS-वक्फ कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम में कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, "लोकतंत्र में संविधान को चुनौती स्वीकार नहीं है" और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों को चेतावनी दी कि अगर वे नहीं समझे तो उन्हें "कड़वी दवा का स्वाद चखना होगा"। उपराष्ट्रपति ने यह भी कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन का अधिकार है, लेकिन संविधान को चुनौती देना या हिंसा करना स्वीकार्य नहीं है।
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00:00इस बीच वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन जो हो रहे हैं उस पर देश के उप्राश्ट्रपती का आपको बता दें कि वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन पर देश के उप्राश्ट्रपती का बायान सामने आया है
00:12उप्राश्ट्रपती के रहे हैं लोकतंत्र में सम्विधान को चुनोती स्वीकार नहीं है
00:17सारजनिक संपत्यों को नुकसान पहुचाने वालों को समझाना होगा
00:21अगर नहीं समझे तो कड़वी दवा का स्वाथ चखना होगा
00:25दिल्य उनिवस्टिक के कारक्रम में बोले उप्राश्ट्रपती जगदीब धनकर
00:28हम सीथे आपको लेकर चलेंगे
00:32हमारे साथ हमारे सायोगी अंकित गुपता इसे फक्त मौचूत है
00:35अंकित ये उप्राश्टपती की तरफ से जो कहा गया है पहले ज़रा वो विस्तार से बताई
01:05जफ्राश्टपती की तरफ से बाकाइदा वख्फ खानून के खिलाब जो प्रदर्शन है उसको लेकर कहा गया है कुछ
01:17क्योंकि हिंसा मंगाल में मुर्शिदाबाद में हुए तो क्या यहां पर वक्फ कानून बंगाल मुर्शिदाबाद इसको लेकर सीधे तोर पर उपराश्टरपती ने कहा है कुछ
01:26इसी तोर पर नाम नहीं लिया है लेकिन उन्होंने जो अभी आज जिस तरह से हाली में घटनाए हो रही है एक तरह से इशारा उनका इसी ओर था क्योंकि हो पहले समझाएंगे और नहीं होगा तो करवी दवा का स्वार चकाना होगा
01:52लोगतंत्र के अंदर जो प्रदर्शन है वो शांतिपूर्ट तरीके से उकुल मिलाकर इस मुद्धे पर उपराश्टरपती की तरफ से अपनी बात रखी गई अंकित गुपता
02:01बिल्कुल उन्होंने इसी बात का जिक्री किया है कि आपके पास यह प्रदर्शन करने का अधिकार है शांतिपूर्ट प्रदर्शन हो सकता है लेकिन सार्जिक संपत्यों को नुक्सान पहुंचाना रियर देश के समझान को चलूती देना इस तरीके की बाते स्विकार नही