यूएस दौरे पर पहुंचे लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर केंद्रीय चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए केंद्रीय चुनाव आयोग के कामकाज को पक्षपात पूर्ण कर दिया है. राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाए तो बीजेपी नेता ने राहुल के आरोपों का जवाब देते हुए राहुल गांधी के लिए देशद्रोही जैसे शब्द का इस्तेमाल भी कर दिया.
बीजेपी नेता संबित पात्रा ने किया पलटवार
राहुल गांधी के बयान का जवाब देते हुए बीजेपी नेता संबित पात्रा ने कहा कि "राहुल गांधी पहले भी ऐसा करते रहे एक बार फिर वही किया है, और हर बार राहुल अपने बयानों से भारत का अपमान करते हैं. जो लोग जमानत पर बाहर है और उनको लगता है कि विदेश की धरती पर जाकर देश को नाम बदनाम करेंगे तो यह उनका भ्रम है. संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी विदेश धरती पर जाकर भारत की महान संस्कृति को बदनाम कर रहे हैं."
इतना ही नहीं संबित पात्रा ने राहुल गांधी के बयान पर हमला करते हुए कहा कि राहुल गांधी विदेशी धरती पर जाकर चुनाव आयोग को कंप्रोमाइजड बताते हैं. चुनावी प्रक्रिया को फर्जी करार देते हैं, और यह कहते हैं कि चुनाव आयोग ने समझौता किया था. संबित पात्रा ने सवाल पूछा कि जिस दौरान महाराष्ट्र में चुनाव हुआ था और जिस पर राहुल गांधी सवाल उठा रहे हैं उसी दौरान झारखंड में भी चुनाव हुआ था, हेमंत सोरेन ने चुनाव आयोग से झारखंड में समझौता किया गया था क्या? प्रियंका वाड्रा उस दौरान हुए उपचुनाव में जीत कर आयीं थी क्या वह कॉम्प्रोमाइज था? महाराष्ट्र लोक सभा चुनाव में आपके गठबंधन को ज़्यादा सीट मिली थी तो क्या उस दौरान चुनाव आयोग मिला हुआ था? हम अयोध्या सीट हार गए तो क्या चुनाव आयोग मिला हुआ था?
संबित पात्रा ने किया 'देशद्रोही' जैसे शब्द का इस्तेमाल
राहुल गांधी पर हमला करते हुए संबित पात्रा ने इस दौरान उनके लिए देशद्रोही जैसे शब्द का इस्तेमाल भी कर दिया. संबित ने कहा कि "राहुल गांधी भ्रस्ट है जिसने चोरी की है, डकैती की है नेशनल हेराल्ड चोरी का नहीं बल्कि डकैती का केस है. करोडो रुपए की डकैती हुई जिसको मां बेटे ने अंजाम दिया है. जिस थाली में खाते में उस थाली में छेद करेंगे तो आप देशद्रोही कहलाएंगे राहुल गांधी देशद्रोही है. क्योंकि देश की संपत्ति का करोड़ों रुपये भ्रष्टाचार कर गबन किया है."
राहुल गांधी ने कही ये बात
इससे पहले यूएस दौरे पर पहुंचे लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा, "आसान भाषा में कहें तो महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में जितने युवा थे, उससे ज्यादा वोट डाले गए. ये एक सच्चाई है. हमें शाम 5:30 बजे तक के मतदान के आंकड़े मिले थे, लेकिन 5:30 से 7:30 बजे के बीच, जब वोटिंग बंद हो जानी चाहिए थी, उस समय 65 लाख लोगों ने वोट डाला."कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आगे कहा, "अब सोचिए, ये शारीरिक रूप से मुमकिन ही नहीं है क्योंकि एक व्यक्ति को वोट डालने में करीब 3 मिनट लगते हैं. अगर हिसाब लगाएं तो इसका मतलब है कि रात 2 बजे तक लोग लाइन में लगे रहे और पूरी रात वोटिंग चलती रही, जोकि सच नहीं है. ऐसा हुआ ही नहीं."
इतना ही नहीं राहुल गांधी ने आगे कहा, "हमने चुनाव अधिकारियों से पूछा कि क्या वोटिंग की वीडियोग्राफी हो रही है. उन्होंने न सिर्फ मना कर दिया बल्कि उन्होंने कानून भी बदल दिया. अब आप वोटिंग की वीडियोग्राफी की मांग भी नहीं कर सकते." राहुल गांधी ने कहा, "हमारे लिए ये साफ था कि चुनाव आयोग ने अपनी निष्पक्षता से समझौता कर लिया है. सिस्टम में कुछ बहुत बड़ी गड़बड़ी है, ये बिल्कुल साफ दिख रहा है. हमने यह बात खुलकर कही है और मैंने खुद कई बार यह बात दोहराई है."
बीजेपी नेता संबित पात्रा ने किया पलटवार
राहुल गांधी के बयान का जवाब देते हुए बीजेपी नेता संबित पात्रा ने कहा कि "राहुल गांधी पहले भी ऐसा करते रहे एक बार फिर वही किया है, और हर बार राहुल अपने बयानों से भारत का अपमान करते हैं. जो लोग जमानत पर बाहर है और उनको लगता है कि विदेश की धरती पर जाकर देश को नाम बदनाम करेंगे तो यह उनका भ्रम है. संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी विदेश धरती पर जाकर भारत की महान संस्कृति को बदनाम कर रहे हैं."
इतना ही नहीं संबित पात्रा ने राहुल गांधी के बयान पर हमला करते हुए कहा कि राहुल गांधी विदेशी धरती पर जाकर चुनाव आयोग को कंप्रोमाइजड बताते हैं. चुनावी प्रक्रिया को फर्जी करार देते हैं, और यह कहते हैं कि चुनाव आयोग ने समझौता किया था. संबित पात्रा ने सवाल पूछा कि जिस दौरान महाराष्ट्र में चुनाव हुआ था और जिस पर राहुल गांधी सवाल उठा रहे हैं उसी दौरान झारखंड में भी चुनाव हुआ था, हेमंत सोरेन ने चुनाव आयोग से झारखंड में समझौता किया गया था क्या? प्रियंका वाड्रा उस दौरान हुए उपचुनाव में जीत कर आयीं थी क्या वह कॉम्प्रोमाइज था? महाराष्ट्र लोक सभा चुनाव में आपके गठबंधन को ज़्यादा सीट मिली थी तो क्या उस दौरान चुनाव आयोग मिला हुआ था? हम अयोध्या सीट हार गए तो क्या चुनाव आयोग मिला हुआ था?
संबित पात्रा ने किया 'देशद्रोही' जैसे शब्द का इस्तेमाल
राहुल गांधी पर हमला करते हुए संबित पात्रा ने इस दौरान उनके लिए देशद्रोही जैसे शब्द का इस्तेमाल भी कर दिया. संबित ने कहा कि "राहुल गांधी भ्रस्ट है जिसने चोरी की है, डकैती की है नेशनल हेराल्ड चोरी का नहीं बल्कि डकैती का केस है. करोडो रुपए की डकैती हुई जिसको मां बेटे ने अंजाम दिया है. जिस थाली में खाते में उस थाली में छेद करेंगे तो आप देशद्रोही कहलाएंगे राहुल गांधी देशद्रोही है. क्योंकि देश की संपत्ति का करोड़ों रुपये भ्रष्टाचार कर गबन किया है."
राहुल गांधी ने कही ये बात
इससे पहले यूएस दौरे पर पहुंचे लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा, "आसान भाषा में कहें तो महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में जितने युवा थे, उससे ज्यादा वोट डाले गए. ये एक सच्चाई है. हमें शाम 5:30 बजे तक के मतदान के आंकड़े मिले थे, लेकिन 5:30 से 7:30 बजे के बीच, जब वोटिंग बंद हो जानी चाहिए थी, उस समय 65 लाख लोगों ने वोट डाला."कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आगे कहा, "अब सोचिए, ये शारीरिक रूप से मुमकिन ही नहीं है क्योंकि एक व्यक्ति को वोट डालने में करीब 3 मिनट लगते हैं. अगर हिसाब लगाएं तो इसका मतलब है कि रात 2 बजे तक लोग लाइन में लगे रहे और पूरी रात वोटिंग चलती रही, जोकि सच नहीं है. ऐसा हुआ ही नहीं."
इतना ही नहीं राहुल गांधी ने आगे कहा, "हमने चुनाव अधिकारियों से पूछा कि क्या वोटिंग की वीडियोग्राफी हो रही है. उन्होंने न सिर्फ मना कर दिया बल्कि उन्होंने कानून भी बदल दिया. अब आप वोटिंग की वीडियोग्राफी की मांग भी नहीं कर सकते." राहुल गांधी ने कहा, "हमारे लिए ये साफ था कि चुनाव आयोग ने अपनी निष्पक्षता से समझौता कर लिया है. सिस्टम में कुछ बहुत बड़ी गड़बड़ी है, ये बिल्कुल साफ दिख रहा है. हमने यह बात खुलकर कही है और मैंने खुद कई बार यह बात दोहराई है."
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00:00औरियंट बेल टाइल्ज स्टूडियो से आप देख रहे हैं एबी बी नियूज
00:18नमस्कार मैं हूँ संदीब चौधरी आज सीधा सवाल में मैं बात करने वाला हूँ अपमान की और सम्मान की
00:26हमारा पूरा ध्यान पूरे देश का पूरे समाध का ही ध्यान सम्मान और अपमान में ही लगा हुआ है
00:37बस हमारी शान में गुस्ताकी नहीं होनी चाहिए बाकी रोटी कपड़ा और मकान हो या ना हो
00:43पेट में दो दाने और जेब में दो आने हो या ना हो
00:51कोई फर्क नहीं पड़ता
00:53बस सम्मान बना रहना चाहे
00:58और वो बात चाहे औरंग जेब से छिड़ी हो
01:02या राना सांगा पर आई हो
01:05या बाबा साहिब भीमराव अमबेड कर की बात हो
01:08गुस्ताखी नहीं होनी चाहे ये शान में
01:13और अब तो बात देश के अपमान और सम्मान तक पहुँच गई है
01:19राहूल गांदी साथ समंदर पहर पहुँचे अमेरिका में थे
01:23और जो एक उनकी आदत बन गई है
01:26वहाँ फिर से सवाल उठाने शुरू कर दिये
01:30अभी भी वो पीड़ा महराश्री चुनाव हारने की पीड़ा
01:33खत नहीं होती दिखी है राहूल गांदी की
01:36फिर उन्होंने विलाप किया
01:39कि चुनाव आयोग ने समझोता कर लिया है सरकार से
01:44उनका एजेंट
01:45उनका शब्दईया पर सार यही था
01:48कि चुनाव आयोग सरकार का एजेंट बन गया है
01:52साड़े पांच बज़े कुछ बताया गया
01:55साड़े साथ बज़े फिगर कुछ और निकलती है
01:5865 लाख वोटर कहां से
02:00दो घंटे में वोट डाल लेते हैं
02:02ये पहले भी कह चुके हैं
02:04चुनाव आयोग इस बारे में सफाई भी दे चुका है
02:06लेकिन राहुल गांदी
02:08अभी इस मामले पर
02:09पीछे अटने को तयार नहीं
02:11अब बीजे पी उन्हें देश दिरो ही कह रही है
02:14कि बाहर जाकर देश का अपमान किया जाता है
02:16पर वो अपने गिरेवान में
02:19जाकने से इंकार कर देती है
02:21जब उन्ही का एक सांसद
02:24चार बार का सांसद निशिकान दुबे
02:26सुप्रीम कौट को
02:29ग्रिही युद्ध का जिम्मेदार बता देता है
02:31भाई कहां ग्रिही युद्ध हो रहा है देश में
02:33पर उन्हें लगता है
02:34और सुप्रीम कौर्ट जिम्मेदार है
02:37और सुप्रीम कौर्ट के मुक्खे नियाधीश
02:39वो धार में की युद्ध करा रहे है
02:45धार में की युद्ध हो रहा है
02:48और एक मुक्खे चुनाव आयुक्त
02:52वो कुछ अपनी चिंताएं जाहिर कर देते हैं
02:55वक्ष शंशोधन खानून को लेकर
02:57तो कहते हैं रहे आप तो चुनाव आयुक थे ही नहीं
02:59आप तो मुस्लिम आयुक थे
03:01मुसल्मानों के
03:03वोटर आई कार्ड बनवाते थे
03:06जारकंड का जिक्र किया है
03:07उसकी भी पॉल पट्टी
03:10मैं आज खोलने वाला हूँ
03:12लेकिन
03:14ये देश के बारे में अगर
03:16हमारी विवस्था संस्थाओं के बारे में
03:18कुछ सवाल उठाई जाएं तो वो
03:20अपमान होता है या सम्मान होता है
03:22और उसमें लहजा
03:24और किस तरह से क्या बात की जा रही है
03:26क्या वो एहम हो जाती है
03:28या दोनों तरफ से ही
03:30सत्ता पक्ष और विपक्ष संस्थाओं पर सवाल उठा उठा कर पूरे लोकतांत्रिक धांचे पर सवालिया निशान लगा रही हैं क्या
03:38ऐसे में आपकी राए आपके सुझाव और आपके सवाल जो सीधा सवाल का एहम हिस्सा बन चुके हैं
03:46उनका रहेगा इंतजार
03:47तो देश में एक नया राजनति घमासान चड़ गया है और इसमें देश के सम्मान और अपमान की बात आजे लिए
03:54और ये क्यों आई दरसल नेता प्रतिपक्ष और कॉंग्रेस के सबसे बड़े नेता रहुल गांदी आजकल साथ समंदर पार है
04:02अमेरिका में है और वहाँ पर बॉस्टन में और वहाँ पर रहुल गांदी ने कहा कि विधान सभा चुनाव जो महराश में हुए वहाँ जितने युवा थे उससे तो ज्याद़ वोट पड़ गए
04:16साड़े पांच और साड़े साथ बजे के बीच जब वोटिंग बंध हो जानी चाहिए थी 65 लाख वोट पड़े
04:24कि साड़े पांच बजे आकड़ा दिया गया कि भाई पांच करोड 61 लाख वोटरों ने अपने मत का इजहार कर दिया है
04:33ये 58.22 फीजदी था लेकिन बाद में साड़े 11 बजे बताया गया कि साड़े साथ बजे तक चली वोटिंग और 65 फीजदी मद्दान हो गया
04:46साथ फीजदी का इजाफा 6 करोड 27 लाख लोगों ने वोट डाले
04:51यानि कि कुल मिलाकर जो आकड़ा बढ़ गया वो था 65 लाख 61 अब राहूल गांदी कह रहे हैं
05:01कि ये 65 लाख लोग साड़े 5 बजे से साड़े 7 बजे तक वोट डालो एक आदमी को वोट डालने में 3 मिनट लगते हैं
05:08ये तो डाही तीन बज जाते रात के कुछ तो गड़बड जाला है अब राहूल गांदी की सुही यहां अठकी हुई है बहुत दिनों से 20 नवंबर को चुना हुए थे पिछले साल महराश्र में वहां की हार वो पचा नहीं पा रहे हैं वो लगतार ये सवाल उठा रहे हैं
05:38होता रहता है जुड़ता जाता है बहुत जगह रात के ग्यारा बजे तक एवियम आ रहे हैं कई अगले दिन भी आते हैं और बहुत सारी जिम्मेदारिया निभानी होती हैं जो पोलिंग स्केशन्स पर चुनाव अधिकारी होते हैं तो इसमें कोई गड़बड जाला नहीं
06:08राजसबा सांसर भी हैं बीजे पी के उन्होंने किताब लिखी थी उसकी प्रस्तावना लिखी थी लाल कृष्णा अधवानी ने जिस पर एवियम पर सवाल उठाए गए कि गड़बर जाला आई जी बैलट पेपर आए आज यही बात राहुल गांदी कह रहे हैं तो बीज
06:38कोई भी देश बगत अपने देश को विदेश में जाकर बदनाम नहीं करता मोहन यादा मध्यपरदेश के मुक्खे मंत्री हैं वो कह रहे हैं विदेश में ऐसा कोई नेता नहीं जो अपने देश का बाहर इस तरह से माहौल बनाता है और संबित पात्रा ने तो कह दिया कि �
07:08उनकी आदास से पुराने कुछ बयान बिलकुल साफ कर देना चाते हैं देवेंदर फड़नविस मोहन यादाव और संबित पात्रा दोजार पंदरा में शेंगाई में देश के प्रधान मंत्री महां गए और कहा कि पहले भारत में पैदा होने पर शर्म महसूस होती थी अब
07:38फिर वो सोल जाते हैं शेंगाई तो हो गया चाइना में साथ कुरिया जाते हैं और कहा कि एक वक्त तो ऐसा था लोग कहते थे कि अरे भाई क्या फूटे करम है हमारे किस देश में पैदा हो गए क्या पाप किये थे पिछले जनम में ये भी कोई देश है ये भी कोई सरकार ह
08:08पर यहां पर सवाल ये भी है, ये foot in the mouth disease क्यों हो जाती है राउल गांदी को
08:13बाहर जाकर जब देश में चुनाव आयोग है, उनसे सवाल किये जा सकते है
08:18और जब चुनाव आयोग EVM को लेकर उनसे कहता है demonstration दे दीजे या हमारी देख लीजे
08:23तब वहां पर आदे कांग्रेस के नेता पहुंचते भी नहीं है, कपिल सिबल लंडन में एक कांफरेंस में बैठे पाई जाते हैं और सवाल उठाते हैं
08:32ये सवाल यहां भी उठाए जा सकते हैं या नहीं, ये अपने आप में एक वजब सवाल है
08:38लेकिन जब देश के अपमान और सम्मान और देश दिरोह की बात हो जाती है
08:43तो आईना बीजेपी की तरफ भी कुछ सवाल लिए मूबाय खड़ा होता दिखाई देता है
08:53क्योंकि दो दिन पहले की बात है, उनके चार बार के सांसद
08:56गोड़ा से सांसद हैं, जारकंड से गोड़ा जो लोग सबाशेतर है, निशिकान दूबे
09:03उन्होंने क्या कहा? उन्होंने कहा कि भाई, ये जो सुप्रीम कौट, सरवोच अदालत को
09:14ये अपनी सीमा से बाहर जा रहा है, धार में की युद भड़काने के लिए सिर्फ सुप्रीम कौट जिम्मेदार, धार में की युद भड़क रहे हैं, कहां भड़क रहे हैं, मैंने कल तफसील से
09:25एक कारिकरम किया था इस बारे में, 17 अपरेल को वक्फ संचोधन खानून को लेकर दो अंतरे मादेश जारी किये सुप्रीम कौट ने, परहिंसा तो मुर्शीदाबाद में 8 अपरेल से हो गई थी, धर्म युद या धार्मिक युद निशिकान दुबे चेड़ना चाह रहे
09:55को और बाकाइदा, एक्सपर, ट्वीट करते घूम रहे थे अपने बयानों को, सुर में सुर मिलाया दिनेश शर्मा ने, उप्मुक्य मंत्री रह चुके हैं, उत्तर प्रदेश के हैं, और राज्य सबासान सब भी हैं, जेपी नड़्डा ने ट्वीट करके कहा कि हमारा ऐस
10:25या यह जो लड़ाई है, यह ताली जो दोनों हाथ से बज रही है, और यह सवाल मैंने कल भी उठाया था, यह जो हमारा लोकतंतर का धांचा है, खाका है, जो यह स्तंब हैं, यह हमारी जो संस्थाएं हैं, 78 साल हो गए हमें, आजाद हुए, इनका जो इकबाल है, उसे हम त
10:55का रहे पालिका पर सवाल, और इसी में अपमान सम्मान, रोटी कपड़ा और मकान मिले या ना मिले, किसी को कोई फर्की नहीं बेंदा, इसी पर आज मैं चर्चा करूंगा, और ऐसे में आज का सीधा सवाल, शुरू हुआ घमासान, राजने ते घमासान है यह, कौन कर रहा
11:25संयोग या प्रियोग, ये यका ये हमले क्यों हो रहे हैं, और ये प्रियोग हो रहा है क्या, और ये दोनों तरफ से हो रहा है क्या, चर्चा में आज मैंने किसी भी राजने ते डल के किसी भी नुमाइंदे को नहीं बुलाया है, क्योंकि तेरा अपमान मेरा अपमान उसी �
11:55देश के सबसे बड़े चुनावी विशलेशकों में से एक प्रोफेसर संजे कुमार है
12:03जाने माने राजनेतक विशलेशक पंकज शर्मा कॉंग्रेस से भी लंबे समय तक जुड़े रही है
12:12हिंदुस्तान टाइम्स के पुलिटिकल एडिटर रह चुके हैं वरिश पत्रकार हैं विनोध शर्मा
12:18और इस पैनल में सबसे तजुर्बेकार नीरजा चौधरी हमारे साथ जुड़ गई हैं पर इनकी एनरजी ऐसी है उर्जा ऐसी की हमें भी पानी पिला देती हैं
12:30अभी भी फील्ड में जाती हैं दौड़ती भागती रहती हैं पर नीरजा आपकी दौड़ भाग तो अलग है ये राहुल गांदी की दौड़ भाग क्या कहती है ये साथ समंदर पार जाते हैं और वहाँ पर फिर से वही
12:46रटे रटाए कुछ सवाल उठाने लग जाते हैं ये सवाल यहां उठाए ना चुनाव आयोग से दिक्कत है कोई गड़बर जाला हुआ 65 लाट लोग कैसे बढ़े साड़े पांच से साड़े साथ के बीच चुनाव आयोग जवाब दे चुका है और नहीं तसली हुई तो �
13:16सब्सक्राइब कर रहे हैं करते भी हैं तो क्या फरक पड़ता है इतना कमजोर देश तो है नहीं कि एक स्टेटमन से इसकी जड़े हिल जाएंगी सिक्योरिटी इशू हो जाएगा अंटी नैशनल तो मैं नहीं मानती हूँ वो सवाल उठा रहे हैं ये बात बिल्कुल सही है
13:46ये मैं मानती हूँ अगर इतना इंका दुका उधारन देकर कि शिर्डी में जी पांच अजार एकी अड्रेस पर वोटर वो रजिस्टर हो गए वहां से जवाब आया बाई एजुकेशनल इंस्टिटूशन है वहां स्टूडन्स हैं उनको वोटर आई कार्ड बनवा कर दिय
14:16लेकर साड़े ग्यारा वजे के बीच पहने नौفीजदी अकोला में फिर लगबख दस लिए हिंगोली में फिर 9 बी नंदूर बार में और यहां पर हमने बाकाइदा बताया कि कहीं बारा सीते थी ग्यारा जीत गई महायुती कहीं पर दस सीते थी 10 की 10 बीजे पी के अगवा
14:46इसके बारे में opposition parties exercised हैं बहुत लोग बात करते हैं तो यह बात बिल्कुल आपका ठीक है कि यहां करिए ना यहां follow up करिए सड़कों पर उतरिये अब national herald को लेके
15:00कांग्रेस अपना nationwide protest बना ही रही है ना सड़कों पर उतरने वाले हैं press conferences करने वाले हैं कांग्रेस के नेता उसी तरह इस issue पर भी करिए वो बिल्कुल बात सही है लेकिन अगर वो करते भी है बाहर जाके तो कौन सा बड़ा तूफान आ जाएगा
15:17नहीं तूफान मना रहा है ना बीजेपी वाले हाँ दिवेंदर फटनवेस मोहन आदव संवित पात्रा वो भूल जाते हैं देश के प्रधान मंतरी ने शेंगाई और सोल में क्या कहा था या वो memory erase करना चाहते हैं आप सवाल उठाएं तो जायज कोई दूसरा उठा दे तो
15:47एक बहुत दिसिप्लिन पार्टी माने जाती है थार्ड टायम एंपी ऐसा बोल रहे हैं बार बार बार बोल रहे हैं बील संतोश ने भी आगागा फोरमर चीफ की कमिशनर को मूसलिम कमिशनर का तराग दे दिया तो इसमें बहां सेंगत बहाँ है और बहात ही कटू बहाँ �
16:17Twitter पर expert jp Natta ने कह दिया ये तो व्यक्तिगत भयान है
16:22मलिकार जून ख़ड़के भी कहादि कि रहूल bibas आप चाहभा जाएगी सब्सक्राइब
16:29अजाप लु� thirds इसकाविश और मैं ते बहुंeri और वा रही है hm
16:34पर मैं कह रही हूं, मुझे करदा, में आप कहिए करेता है, बहतर है कि आप बोलिए, एक दुम्क्रिसी में, फिर होना देजे बहस, जो खुलके हो रही है, क्यों भाजप के कुछ लोग ऐसे कह रहे हैं, और भाजप में पार्टी के प्रेजद्स कह रहे हैं, कि हमें इससे ले
17:04से अपनी कथिक तथ जो कहा है यह शब्तों मैंने कल कहा भी नीर जा धर्मियूद और ग्रिह यूद ऐसे शब्तों हमारे देश में कभी इस्तमाल होते नहीं दिखाई दिखाई दिये थे दंगे हुए हैं कड़वी हकीकत है पर धर्मियूद देश में धर्मियूद कब हुआ �
17:34देश को रही है कि राहुल गांदी ने सवाल उठा दिये साथ समंदर पार तो वो देश द्रोही हो गए और जो यह निशिकान दूबे कर रहे हैं यह कौंसा देश का सम्मान कर रहे हैं क्या शान में कसीदे पढ़ रहे हैं यह सुप्रीम कौट ही
17:58मैं छोटी सी कहानी बताता हूँ जब हम इस्कूल जाया करते थे तो रास्ते में साप और नेवले की लडाई के रूप में वो तमासा ही कठा करता था और उसमें सब लोग हम लोग ख़ड़े हुआते थे बस्ता रखके और वो तमासा में जई इसी पब्ली की कठा होती थी �
18:28और हर आदमी अपनी तावीज बेचना चाहता है तो राहूल गांधी को लगता है कि हम बिदेश में बैठके जो बोलते हैं वो हमाई लिए ज्यादा प्रभावकारी है निर्जा जी ने बिल्कुल सही कहा यह दिए चुनाव आयों की बात आपको करनी थी तो नॉम्बर से आ�
18:58अमेरिका ही गए थे सितंबर 2014 में वहां भी कहा थी 240 भी जो यह बीजेपी के आई है इसमें भी गडबर जाला है फिर आप बिदेश में बैठ कहते हैं कि भारती लोकतंत्र खत्रे में हैं सवाल इस बात का है कि आपको जो भी आपतियां हैं आप भारत में पब्लिक के बीच
19:28निशिकान दूबे के मामले में चुपी साधे क्यों बैठे हुए देखे संबित पात्रा जी प्रमारपत देने के इस्थिति में नहीं है कि वह राहूल गांधी देश भक्त है या देश द्रोही है मुझे ने इनका कि संबित पात्रा जी कोई बार ऐसा होता है संदीब भा�
19:58नहीं रखता कि राहूल गांधी देश दुरोही है बयान देने शेंगाई से ओल में जो बयान दिये गए थे अरे बहुत कैसा देश है यहां पर कहां पैदा हो गए यह भी तो कहा गया है कि जब कांग्रेस की सरकार थी तो विदेश में रहने वाले लोग यह कहते थे कि भा
20:28पर थी वो शायद 146 वें पर चली गई यह दिबांग गलत तो नहीं कह रहा हूं कुछ ऐसा ही आंकड़ा है ना बिल्कुल यह यह आंकड़ा है तो दो तरह की बात है कि नारेटिव गड़ा जा रहा है बस वहां पर वो कुछ लोग हैं वो नारेटिव गड़ देते हैं बह�
20:58कुछ ना कुछ तो गड़बर जाला है लेकिन उस गड़बर जाले जो आप बात कर रहें ना उसी से तो ध्यान भटकाने के लिए दोनों पक्ष अपने अपने दाओं चल रहा है और दोनों पक्ष यह चाहता है कि भारत की जनता का ध्यान हमारी बात पर के लिए नहीं हो र
21:28जिम्मेदार पद पे बैठे हुएं तो आपकी बाद का पार्टी के साथ
21:32इन्वाल्मेंट खतम नहीं किया जा सकता।
21:35चाहे आप सांसद हो पार्टी के पर अधिकारी हो यदि आपने कोई बाद कहा है।
21:38और ऐसे ही कोई हाशिये पर पड़े सांसद नहीं है।
21:41बहुत से सांसद आपने इतने साल राजिनीती कवर किये।
21:44वो कोई हम बैठे रहते हैं कोई पूछता रहीं।
21:46अरी ये वही निशिकान दुबे तो जो बड़े बड़े एहम विदेयक सरकार
21:50ने पेश किये कानून मनाने के लिए ओपनिंग की है निशिकान दुबे ने।
22:20पट भी मेरी ये दोनों गुड कॉप बैड कॉप हो रहा है बात भी कही जा रही है।
22:23अगनी मित्रा पॉल वो शाम को आ गई फिर से सामने की नहीं मैं तो समर्तन दे रही हूं निशिकान दुबे का।
22:29वही तो समस्या है ना कि जो आप कहरें चिट भी मेरी पट भी मेरी तो अब हमें क्या करना है कि हमें तो अपनी बात को पूरी मुस्ताइदी के साथ रखना है।
22:39उस तहदी के साथ रखना तो है पर विनोद शर्मा ऐसे में जो लोकतंत्र का ये खाका ढांचा है जो सम्मेधानिक संस्थाएं हैं उनका क्या रह जाएगा।
22:47राहुल गांधी चुनाव आयो कि पॉल पट्टी खोलने में ही लगे रहते हैं सुप्रीम कोट को धार्मिक युद किया जमेदार बता रहे हैं निशिकान दूबे।
22:57अच्छा ऐसा है सबसे पहले तो राकेश जी नी जो कंपैरिजन किया डॉक्टर सुब्रमनियम स्वामी का निशिकान दूबे के साथ वो तो पता लगाना पड़ेगा सुब्रमनियम स्वामी से कि वो कितने खुश हैं इस कंपैरिजन से और हो सकता है जवाब पढ़ा तीख
23:27हो सकता है बीजेपी कि अच्छी सेड़ी में ना आता हूँ लेकिन उसको छोड़ते हैं देखो यार्ड यू कंपैरिंग एपल्स और औरंजिस इसमें मुझे बाइस होना पड़ेगा अपने अनल्सिस में हाला कि हमेशा थोड़ा बहुत बाइस हो आई जाता है देखिए य
23:57संविदान के शिरी लगा रहा हूं क्योंकि हिज़त करनी चाहिए एक दूसरे की और संविदान के दौरा निर्मित संस्थाओं की वह सुप्रीम कोड के चीफ जस्टिस को क्या बोल रहे हैं ही इस एक्यूजिंग हिम ऑफ ट्रीजन और वेजिंग वार अगेस्ट इंडिया �
24:27शाली है वकोल राखे जी तो फिर सुप्रीम कोड के चीफ जस्टिस के लिए तो वड़ी संकट है धर्म बढ़ा बारी संकट आ गया उन पर
24:33अरे हेट ओफ जुडिशिरी पर यह आरोप लगा रहे हो भाई आप और इसका कोई कॉम्पेरिशन अगया बताओ मुझे बैलेंस करने के लिए कर
24:45आजकल पता है बैलेस करने की देखिए इस इस इस इस इस इशु पर डिबेट शार्प होनी पड़े की संदीब
24:55उन्होंने एस वाई खुरेजी शार्पे भी अरूब लगाया कि आप मुसल्मानों के इलक्षन कमिशनर तो उस पर तो मैं आता हूँ
25:02वो भी बहुत इंटरेस्ट ने ने आपने वो छेड़ी दिया एक सेकिंड एक सेकिंड विनोद जस आई सीक और इंडलजेंस दरसल निशिकान दुबे ने और वो जारकंड के गोदा से ही सांसर भी हैं उन्होंने सवाल जो उठाया है कि देखिए आप चुनाव आयुक नहीं �
25:32सुनिये ना सुनिये ना सुनिये सुनिये विनोद थोड़ी सी मैंने रिसर्च की मेरी टीम बड़ी महनत करती है उनकी महनत को प्रबा मैं दर्शकों तक तो ले आऊँ प्लीज प्लीज येस इपकॉर्स एक जून 2010 से 11 सितंबर 2010 के बीच राश्टपती शासन था
25:50जारखन में 30 जुलाई 2010 से 10 जून 2012 तक मुख्य चुनाव आयुक थे स्वाई कुरेशी
26:0011 सितंबर 2010 से 18 जनवरी 2013 के बीच बीजेपी की सरकार थी
26:07वहां पर अरजुन मुन्डा मुख्य मंत्री थे और ये 2011 के आख्ड़ों के आधार पर वो कह रहे हैं कि मुसल्मानों की जो तादाद है उसमें ज्यादा इजाफा था 28 फीजदी के करीब
26:23और 21 फीजदी हिंदों की तादाद में इजाफा हुआ अरे बाई सरकार आपकी थी
26:37वैसे इस सवाल को गच्चा दे गए नजर अंदाज उसको सरकम्मेंट कर गए हैं आधी अधूरी जानकारी के आधार पर वारोप लगा रहे हैं
26:47संदीब जी संदीब जी आपने बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी दी और इसके लिए आपको बढ़ाई लेकिन मैं आपको एक परस्पेक्टिव देना चाहता हूं
27:00लोस सुप्रीम कोड के आयुक्त जो होते हैं उनकी जो वर्चिस था उसको नीचे करने के कोशिश की
27:21यह किया गया लेकिन भी बाद में जब बहुत चार-पांच चीफ इलेक्शन कमिशनर ने इसे क्विरोध में बोला तो फिर सुप्रीम कोट तो फिर सरकार ने अभी ट्रेस किये अपने स्टेप्स
27:32देखिए आपने एक व्यक्ति को जब वह आसीन था
27:37और उसको मुसल्मान कहा है आपने जो शबत लिये एस एज मेंबर ऑफ पार्लिमन उसको पढ़ें दोबारा
27:56कि यह कोई किसी के और इस पर अभी तक वह हैं सदन में हैं आपको याद है राहूल गांदी को कि चलती निश्का किया था याद है आपको कि नहीं
28:17और आप और राहूल गांदी को बाहर जाकर यह क्या फितूर चल जाता है वहीं जाकर सवाल उठा रहे हैं
28:38वो चुनाव आयोग जब आपको opportunity मौका देता है
28:42कि आईए सारी बात सामने कर लेते हैं
28:45तब नहीं बताते हैं
28:46एक शिर्डी का उधारन देकर बात कतम कर देते हैं
28:48EVM की manipulation का सवाल उठाते हैं
28:51चुनाव आयोग कहता है
28:52करके दिखा दीजे manipulate
28:53तो नहीं जाती ही कांगरेस
28:54हमारी सरकार की बारात का बेस्ट मैन
28:58एलन मस्क है
28:59है ना है की नहीं
29:00और उसने क्या बोला है
29:03electronic voting के बारे में
29:05हमारी सरकार की बारात का बेस्ट मैन
29:08एलन मस्क क्या बोल रहा है
29:10EVM के बारे में
29:12तो कॉंग्रिस को प्रूव करना होगा ना शूट इंस कूट नहीं हो सकता तो ये आरोप लगेंगे राहुल गांदी पर वो शूट इंस कूट बस वो एक आरोप डाल देते हैं नीर जाने बड़ा अच्छा कहा है या मेरे कहल से राकेश कह रहे थे जातिगत जनगन्ना की बा
29:42है कि हर पार्टी अपने अपने तरीके से चलती है और उसमें राष्टबाद मत ढूंडिये इसमें टैक्टिक्स है अगर आप कहेंगे कि आपका पुलिटिकल टैक्टिक्स इस अगेस्ट नेशलिजम अगेस्ट अवर नेशनल और आम सॉरी हमारा नेशनल और यह तो बोला �
30:12बहुत बढ़ गया पास्पोर्ट की स्रेंथ हमारी लगातार घटती जा रही है पर यहां बात अपमान सम्मान से ज्यादा संस्थाओं का नुकसान कर रहे हैं कि हम और राजने तेक जमात दरसल दिबां दोनों तरफ से संस्थाओं पर सीधा अमला हो रहा है ना बरोसा कहा �
30:42सवाल उठा रहे हैं तो हम आदमी कहेगा कि यार यह तो किसी भी लायक नहीं यह संस्था मैं सवाल इस तरह से नहीं समझा संधीब की मतलब क्या आप चाते हैं कि संस्था काम न करें संस्था लोगों को भुलावा देते रहें और कोई सवाल भी नहीं उठाए सवाल तो उ�
31:12हर्याना के चुनाओं में साड़े पांच बजे एक आंकड़ा आया राज साड़े बारा बजे एक आंकड़ा आया चलिए ठीक है गिंती से एक दिन पहले एक और आंकड़ा आ गया उस आंकड़े में एक से ग्यारा फीसेदी तक वोट बढ़ गए भाई अगर उत्तरपूर्
31:42हुआ था हमारा पहले दूसरे तीसरे चलन के अप डेटल फिगर पांच दिन साथ दिन नौ दिन बाद भी आए अब मैं ऐसा तो सुना ही नहीं था कभी अब मैं कह रहा हूं कि अगर ऐसे आंकड़े दिखाई दे रहे हैं तो तो सवाल उठाने चाहिए क्यों नहीं उठाने
32:12आप सड़कों पर दिखाई देते क्यों नहीं आप मोर्चे निकालते क्यों नहीं आप 10 लाख लोगों की रैली करते दिली में यह जबानी जमाख घर्च की एक ट्वीट कर दिया आप विदेश में जाकर बोल दिया मैं आपको गारेंटी से कह रहा हूं नियोउक टाइंस मे
32:42आपने कैमरा लगा दिया और देखे साब देश का अपमान हो गया अरे ऐसा देश का अपमान अगर होने लगता तो देश अभी बचता ही नहीं
32:50नहीं पर बहुत से लोग यहां पर सवाल पूछ रहे हैं कि बाहर जाकर यह ऐसा क्यों बोलते हैं एक आम आदमी में संदेश के ऐसा जाता है कि यह बाहर जाकर अपमान करते हैं
32:58क्या फरक पढ़ता है बाहर नहीं जा कि किस के सामने बोले है।
33:07या अपने कारिक्स की शिरुवात ही है कहकर कही है कि अप्मान और सम्मान पर गमसान हो रहा है रोटी कपड़ा और मकान की बात ही कोई नहीं कर रहा है।
33:21ये विपक्ष के लोग ये हल्ला करते हैं
33:23आपको इस बात से शर्म नहीं आती
33:25इस बात से आपको अपमान नहीं होता
33:28कि आपकी GDP 2013 के बाद 50 फीसेदी बढ़ी
33:32और दुनिया के एक तिहाई कुपोशित बच्चे इस देश में रहते हैं
33:37ये शर्म की बात नहीं है क्या
33:51लेकिन COVID खतम हो गया 138 देशों ने ये जनगरना अपनी कर ली
33:55जन्सक्या कितनी है पता कर ली ताकि वो अपनी योजनाएं बनाए
33:58भारत में अभी तक जन्सक्या की गरना नहीं हुई है
34:01क्या ये शर्म की बात नहीं है
34:03क्या से करोर 35 लाख लोगों को हमें 5 किलो अनाज देना पड़ता है
34:06क्या ये शर्म की बात नहीं है
34:07तो मैं ये कह रहा हूँ कि आप ऐसे मुद्दों पर बात कर रहे हैं
34:11कि उन्होंने यूनिवर्स्टी में जाके कुछ लोगों के सामने बोल दिया
34:14क्या हो गया क्या कौन सा आसमान टूड़ी गया पर विपक्ष को एक देखे नहीं पर नैरेटिव आज कल विमर्ष इन्हीं बातों के इर्दगिर्द घूम रहा है ना
34:23आपको पोशन की बात न करें सुच पानी की बात न करें सुच हवा की बात न करें सिख्षा व्यवस्था जिससरे से चर्मराई हुई है लगातार एनीपी ने भी कहा और उससे पहले
34:42एजुकेशन कमिशन की जो रिपोर्ट आई थी 64 में तब भी कहा के 6 PCD GDP असली मुद्दे वो हैं आप असली मुद्दों से ध्यान बटकाने के लिए कुछ तो करेंगे ये सरकार का पक्ष है आप बिपक्ष हैं आप कुछ करना नहीं चाहते हैं सड़क पर उतरना नहीं चाह
35:12उसी का ये नतीजा है और क्या है पूरा पूरा जो दौर है पूरी दुनिया भर में जो हंगामा है वो ट्विटर का है एक ट्वीट कर दीजिए वो ट्रम साब वहां से करते रहते हैं यहां करते रहते हैं उसी पर एक जो चाय के प्याले में उबाल है उसी पर आता रहता है
35:42निश्रिकांत ने कुछ कह दिया, हला हो रहा है, हम लोग भी हला कर रहे हैं, कल भी ये बात हुई थी, मैं ये ही कह रहा हूँ, कि हम लोग असली मुद्धों की बात कप करेंगे, दुनिया भर में अगर आप देखें, तो जिस तरह के से बच्चे वीडियो गेम्स खेलते हैं,
36:12मैं दो परिवारों को जानता हूँ, जिन्होंने अपने बच्चों को जब मना किया कि वीडियो गेम्स ना खेले, उन्होंने अपने हाथ काट लिये, नसे काट ली, हम लोग उन बुद्धों के बारे में, ये सोशल इशू ने, कब बात करेंगे, ये तो किसी और जमाने की �
36:42है, तो आप बड़े मुद्धों के बारे में, उन मुद्धों के बारे में बात नहीं करेंगे, जिनसे आम लोग जुड़ते हैं, गरीब लोग जुड़ते हैं, कुपोर्शन के बारे में बात 35% कुपोर्शन है, दलितों में कितना है, 40% कुपोर्शन हैं दलित बच्चों म
37:12ये कोई संयोग नहीं है ये बाकाइदा एक प्रियोग हो रहा है क्या सत्तापक्ष भी और विपक्ष भी काफियत तक इसमें शामिल है
37:18असल मुद्दो की बात ही नहीं कोई कर रहा वो उसमें मुश्किल होगी सड़क पर संग्राम करना पड़ेगा
37:24आदमियों को बताना पड़ेगा रोटी कपड़ा और मकान नहीं मान सम्मान पर घमासान असली चीज़ हो गई आज की तारीख में
37:33देखे संदीप मुझे लगता है अगर आप बीजेपी को देखें जिस तरह से चुनाओ लड़र ये पिछले 10 साल में
37:42मान सम्मान दुनिया में देश का मान सम्मान से एलेक्टोरल डिविडेंड मिल रहा है उनको और ये बड़ा नेरेटिव बना हुआ है
37:51भले ही अभी दिबांग भी कह रहे थे नीरजा जी भी कह रहे थी कुछ और लोग भी कह रहे थे
37:56राहूल गांधी ने बोल दिया तो क्या हो गया, क्या हंगामा मच गया
37:59फरक यह नहीं है, सवाल यह है कि यह narrative जो बन रहा है
38:03आम जनता में तिबांक शाय दिये भी के रहे था है
38:06आम जनता को फरक नहीं पढ़ता है, मुझे लगता है कि
38:08आम जनता को फरक पढ़ता है
38:09बहुत से लोग कहते हैं सड़कों पर, देश बहुत मजबूत हो गया है, देश का सम्मान बढ़ गया है, आधर होता है
38:16अब बाहर की दुनिया हमें ऐसे उठ जाती है, उठ खड़ी होती है भारत का नाम सुनते ही
38:21उनमें से कोई विदेश गया नहीं है इमनें से एक भी विदेश नहीं गया होता हुटा
38:29कि नहीं मैं कह रहा हूं उसकी उलट बात कह रहा हूं कि राहूल गांधी ने जो स्टेटमेंट मेहां दिया Arabic बड़ा नहरेटिव बनता है कि तो यह आदमिं तो
38:37के लिए तो कुछ कर नहीं रहा है लेकिन देश को दुनिया में देश का नाम बदनाम कर रहा है तो इससे
38:42Electoral Dividend BJP को मिलता है और आपने जिस बात का कहा उसके लिए बारे में मेरी
38:47सहमती है कि असल मुद्दे पर भटक गए असल मुद्दे पर चर्चा नहीं होगी स्कूल
38:53अस्पताल बिजली पानी पर चर्चाएं नहीं होगी और देश का सम्मान और सम्मान और उसकी बेज़ती हो रही है इसी
39:00पे सारी चर्चाएं रहती हैं और इससे बड़ा फाइदा मिल रहा है बीजेपी को चुनावी राजनीती में और इसी के लिए यह सारा नेरेटिव इसके पर जो यह संस्ताओं पर सवाल उठ रहे हैं हम दोनों पक्षों की बात करेंगे संजय पर पहले चुनाव आयोग पर ज
39:30साथ फीजदी से ऊपर कैसे बढ़ गया बही वोटिंग टर्न आउट जारकंड में भी साथ चुनाव हो रहे थे जारकंड में फिगर बढ़ी दो परसेंट महराश्रा में पांच साथ परसेंट बढ़ गई यह कैसे संभाव है
39:41लेकिन सवाल यह है कि जिसका करियर स्टेक पे था और मैं पॉलिटिकल पार्टी और उन लीडरों की बात कर रहा हूं जिनके करियर स्टेक पे थे जिनने लगता है कि हम चुनाव हार गए इस वज़े से क्योंकि हेरा फेरी हुई
40:02वो संतुस्ट दिखाई पड़ते हैं क्योंकि जिस बात का जिक्र किया इस बात को लेकि वो सडकों पर क्यों नहीं आते इसको परस्यू क्यों नहीं करते आपने एक बार बात उठाया दो बार उठाया और उसके चुपी साद लेते हैं तो निश्चित रूप से जो जवाब
40:32आप चुनाव आयुक थे तो वो मुख्य चुनाव आयुक तो मुख्य चुनाव आयुक नहीं मुसलिम आयुक थे संथाल पर गने में आपने जाद मुसलमानों को गुसपैटियों को वोटर आईडी कार्ड दे दिया पहले राष्टपति शासन था जब स्वाई कुरेशी मु�
41:02बिल्कुल इसमें इससे और ज़्यादा स्पस्ट क्या बात हो सकती है कई बार तो विपक्ष चुनाव आयोग पर सवाल उठा रहे हैं चुनाव आयोग के साथ-साथ कभी कभार ऐसा रहा होगा कि नाम लिया गया हो लेकिन चुनाव आयोग संस्थाओं की बात हो रही है कि संस
41:32से और आप एक फला समुदाय के लोगों के लिए काम कर रहे थे तो यह तो बहुत निचले स्थर पर जा रही है डिबेट और मुझे लगता इससे पूरे डिस्कॉर्स में बहुत बहुत नुकसान हो रहा है यह संयोग है या प्रियोग है पंकज लोग चल रहा हैं ग्यारा स
42:02चनाजा सजा रहे हैं भारत को बदनाम बोलो कर रहे हैं जिनकी वज़े से भारत का जो कॉर्परेट सेक्टर है उसकी इमानदारी को आजकल दुम्या भर में शक्ति से देखा जाने लगा है राहुल कुछ का है तो भारत के दुश्मन है लोग तंत्र के ग्रोधी है और हमार
42:32देश के लोगों के एक बड़े तपके में ये सोचा कि दरखतों में च्छाओं होती है और भारत के मद्दाताओं का एक बड़ा वर्ग अर्टीस चालीस पीसदी लोग एक बबूल के साय में जाके बैठ गए तो तखते शाही पर मखकारों की तोली आकर विराजमान हो गई
43:02सिर्फ 2014 नहीं 2019 भी जीत गए 24 भी जीत गए और दुनिया को लगता है वही ट्रंप जैसे गले मिलते हैं पुटिन जैसे बात करते हैं प्रदान मंत्री से कि देश का रुटबा रसूख लगातार बढ़ता जा रहा है खेल तो नारेटिव का होता है राजनीती का आप मुझ स
43:32मौका मिलते ही ट्रंप को अपनी बाहों में भर लेने को उत्सुख हो जाते हैं वो नरेंदर भाई अमेरिकी टैरिफ को लेकर ट्रंप के सामने कोई दरोत दर्स कराने को तैयार नहीं है एकदम समर्पन की मुद्रा में है तो ऐसे नाहूल में भारत के बारे में प्रतिक्ष
44:02तो टैरिफ को लेकर सवाल उठाते कहते की टैरिफ अब्यूजर भारत को क्यों बताते हैं डानल्ड ट्रंप उनकी जमीन पर जाकर उनको आइना दिखाकर आते
44:12डानल्ट ट्रम्प की बाते करेंगे भारत में और डानल्ट ट्रम्प के देश में बात करेंगे भारत के चुनाब आयों की
44:19दो मेकर्स के साथ उनकी जो बैठक हुई है उसमें राहुल गांधी ने ये सवाल भी मिश्चित तोर पर उठाए है
44:25गाउन यूनिवरस्टी के छात्रों के जाम ने क्या उठाया वो अलग बात है
44:29तो जो दिबां कह रहे थे सड़क पर डटी है ना
44:42चालिस बॉस्ट्री निवरस्टी के चात्रों के साथ अपने बगल में सैम पिट्रोला को बिठा कर क्या हासिल हो जाएगा
44:48सहूलियत की राजनीती कर रहे हो क्या ये सवाल तो राहुल गांधी से पूचा जाएगा ना
44:54दड़क पर भी उतरी है कांग्रेस अभी हर जिले में अंदोलन हुए है लेकिन अगर मेंस्ट्रीम मीडिया उसको नहीं दिखाता है तो कोई क्या करे अर मुद्दे पर
45:04EVM के मुद्दे पर चुनाव आयों के बारे में मतदान प्रणाली पर अंदोलन किये गए अभी हस्ते पहले हर जिले में अंदोलन हुए है आज प्रणज से देश के 57 शेहरों में समभाद्दाता सम्मिलन कॉंग्रेस पार्टी कर रही है लेकिन मेंस्ट्रीम मीडिया इन ची
45:34मसला उठाता है तो उसको दिखाया ही नहीं जाता है उसको जान दूसकर दबा दिया जाता है तो ऐसे माहुल में जहां भी मौका मिलेगा जिसमंच पर भी मौका मिलेगा प्रणज की ये नैतुक सिर्मधारी बिलती है कि वो मसलों को उठाए इसके पैसी और बदेशी दर्�
46:04है और सवाल उठाए जा रहे हैं समवधानिक संस्थाओं पर पंकज आपके लिए यह सवाल
46:09समवधानिक संस्थाओं अगर अपना काम जिम्मेदारी से नहीं करेंगी तो सवाल तो उठेंगे समवधानिक पत पर बैठे हुए
46:23लोग अगर सुप्रीम पोर्ट पर इस तरह के आक्रमन करेंगे अगर वो ये कहेंगे कि सुप्रीम पोर्ट राजपालों और राजपती को समय सीमा में फैसले करने का निर्देश न दे इस तरह की बातें सम्वेधानिक पत पर बैठे लोगों की तरफ से पूरे हमलावर उम्र
46:53फिर तो सुप्रीम कोर्ट कुछ भी कर सकता है पर मानू मिजाइल जो कहा उपराशपती जगदीब धंकर ने वो एक हकीकत तो हो सकती है अगर उसका बेजा इस्तमाल करने पर आ जाए सुप्रीम कोर्ट बैए संसद है ना लोग चुनकर तो संसदों को बेजते हैं कारपालक
47:23जो लोग पहुंशते हैं वो समयदारी से अतना काम कर रहे हैं नहीं कर रहे हैं तो उसमें सरवच अदालत बिल्कुल दिखल देने का अधिकार रखती है तो ऐसे मैं आप सभी से आखरी सवाल पंकज आखरी सवाल एक बैनर हेडलाइन क्योंकि आप सब इतने वरश पत्रका
47:53सब्सक्राइब करने में सबसे ज़्यादा बड़ी भूमिका सप्टासीन आज के मौजूदा सप्तासीन बलपी है तो कह चुके हैं कि वो पारंपरिक हर्थों में राजनीतिक है नहीं तो भारत की स्यासत में सचाहीए प्रफेसर संजे कुमार
48:17प्रोफेसर संजे कुमार से फैडलाइन चाहिए जनता की भागेदारी के नजरिये से लोगतंत्र मजबूत हो रहा है लेकिन संस्थाओं को जिस तरह से कमजोर किया जा रहा है उससे लोगतंत्र कमजोर होता हुआ भी दिखाई पड़ता है
48:37राकेश मैं इसी तोर पे सिर्फ फितर नहीं कहूंगा कि आजादी के बाद से लगाता लोगतंत्र मजबूत हुआ है और आज भी लोगतंत्र बहुत मजबूत है और उसके उसका कारण यही है कि जो फेडरियरिजम है यानि राष्टी राजनीती और राज की राजनीती और ज
49:07दूसरे इस माहिने में कह रहा हूं कि अगर हम यह कह रहे हैं नीती आयोग यह कह रहा है कि 42 फीसदी बच्चे जो स्कूल में पढ़ते हैं पांचवी के वो गुणा भाग जोड़ घटा नहीं कर सकते लिख नहीं सकते पढ़नी सकते उनकी जिन्दगी पर इन मुद्दों का
49:37दुक्तंतर कमजोर होगा इसमें कोई संदेदी विनोद देखेंगे आइ पॉपलर डेमोकरेसी और इस्टिटुशनल डेमोकरेसी एक दूसरे के पूरक हैं एक दूसरे के बिना नहीं रह सकते हैं और अगर आप पॉपलर डेमोकरेसी को मुझबूथी देना चाहते हैं तो �
50:07कि जहां तक यह सवाल है कि जो लोग हाश्य पे थे वो केंद्र में आ रहे हैं हमारे देश में जलित हो ओविसी हो लेकिन जो इंस्टिटूशन हैं उनको उन पे दबाव है और उनको स्ट्रेंथन करना आज हमारे लोग तंद्र की सबसे बड़ी चुनौती है और उसके लिए �
50:37तंद्र जमूरियत प्रजा तंद्र के धांचे को मजबूत नहीं रख सकते यह सोचना होगा बड़ी जिम्मेदारी इसमें सत्ताधारी दलकी है लेकिन साथी साथ विपक्ष को भी कदमताल तो करना होगा जहां पर लोग तंद्र की मजबूती की बात होती है आज सीधा सव
51:07ABP News आपको रखे आगे