Skip to playerSkip to main contentSkip to footer
  • yesterday
#shorts #ramdevji #ramdevra #runicha #ramdevji #history #ramdevpir #story #facts #BabaRamdevPir #RamdevPir #RamdevPirJayanti #RamdevPirBhajan #RamdevPirTemple #RamdevPirDevotees #RamdevPirMahima #RamdevPirFaith #neeleghodewala #geetganga #baba #ramdev #maharaj #rajasthan #india #viral #views #video #hindu #babaramdevjisong #भली करें #shorts #trending #rajasthani #reels #trend #status #ramdevji #new #runicha #ramapir #ranuja #babaramdevjinewbhajan #ramsapir #rajasthan

रामदेव जी का चमत्कार | मरा हुआ बछड़ा हुआ जीवित!

रूणिचा धाम के महल में घटा एक अद्भुत चमत्कार, जब रामदेव जी की भाभी का प्यारा बछड़ा एक भयंकर बीमारी से ग्रसित हो गया और उसकी मृत्यु हो गई। भाभी इस शोक में अति दुखी थीं और रोते-रोते व्याकुल हो गईं। उन्होंने रामदेव जी से प्रार्थना की, "हे रामसा! आप तो सिद्ध पुरुष हैं, मेरे बछड़े को जीवित कर दीजिए!"

रामदेव जी, जो अपनी भाभी का दुख नहीं देख पाए, उन्होंने भगवान से प्रार्थना की। जैसे ही उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की, चमत्कारी रूप से वह बछड़ा तुरंत जीवित हो गया और उछलने-कूदने लगा। भाभी की आँखों से आंसू थम गए, और वह रामदेव जी के चरणों में गिर पड़ीं, उन्हें नमन करते हुए बोलीं, "आप सच में अवतारी पुरुष हैं!"

इस चमत्कारी घटना ने पूरे गाँव को चौंका दिया और रामदेव जी की कीर्ति और बढ़ गई।

देखिए यह अद्भुत और रहस्यमय कहानी, और जानिए कैसे रामदेव जी ने अपनी भाभी के शोक को दूर किया और बछड़े को जीवनदान दिया!
Transcript
00:00रूनिचा धाम के महल में वीरम देव जी की पतनी यानी राम देव जी की भाभी के पास एक बच्छडा था जो उनके लिए संतान के समान था लेकिन दुर्भाग्य वश वह बच्छडा एक भयंकर बीमारी से ग्रसित हो गया और अंततह उसकी मृत्यू हो गई
00:14भाभी इस सदमे से बहुत दुखी हुई वह रो रो कर व्याकुल हो गई जब राम देव जी को यह समाचार मिला तो वे तुरंत अपनी भाभी को सांत्वना देने पहुँचे भाभी ने जैसे ही राम देव जी को देखा तो उनसे प्रार्थना करने लगी
00:28हे रामसा आप तो सिद्ध पुरुष हैं मेरे प्यारे बचडे को जीवित कर दीजिए अगर वह जीवित नहीं हुआ तो मैं भी जी नहीं पाऊंगी
00:36राम देव जी अपनी भाभी का दुख सहन नहीं कर सके उन्होंने प्रेम पूर्वक अपने हाथ चोड़े और ईश्वर से प्रार्थना की
00:42हे परमात्मा मेरी भाभी के इस गहरे दुख को दूर करो बस फिर क्या था पलक जपकते ही बचड़ा उठकर जीवित हो गया और फिर से उचलने कूदने लगा भाभी की आँखों से आंसू थम गए और वह प्रसन्नता से भर उठी वह राम देव जी के चरणों में गिर प�

Recommended