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  • 2 days ago
पानी और बिजली...जिदंगी में अगर ये दोनों चीजें ना हों...तो फिर जीना दुश्वार हो जाता है....हैरत की बात तो ये है कि 21 वीं सदी के भारत में भी ऐसे कई इलाके हैं...जहां लोग बूंद-बूंद के लिए तरस रहे हैं...कहीं पानी नहीं है...तो कहीं बिजली नहीं है...और इन दोनों के बिना उनकी जिंदगी तबाह हो गई है....लेकिन अब आपको चुप नहीं बैठना है...जिन लोगों ने भी आपको इस विकट संकट में डाला है.उजाले के लिए बिजली....और जीने के लिए पानी....आजाद भारत में हर नागरिक का ये मौलिक अधिकार है....लेकिन बेपरवाह सरकारी सिस्टम और ढीले तंत्र की वजह से आज भी देश के कई इलाकों में लोग पानी के लिए तरस रहे हैं....पानी के बिना उनकी जिदंगी का क्या हाल है..

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00:00जब सिस्टम लोगों की जिंदगी से खिलवाड करने लगे जब सरकारी तंत्र के आगे जीवन बेहाल हो जाए और इसके बाद भी अगर आप खामोश हैं तो आप खुद के साथ ही सबसे बड़ा जुल्म कर रहे हैं और ये आप हर्गिस नहीं होने देना है
00:20नमस्कार मैं हूँ प्रतिमा मिश्रा एक बार फिर से हाजिर हूँ सो रहे सरकारी सिस्टम को जगाने तो तयार हो जाएए क्योंकि अब जिंदगी को संकट पे डालने वाले तमाम लोगों के खलाप बजानी है घंटी
00:50जल का संकट कुमारू पर आफर बोलने से चुकम है अब खाना होना खा के चला गया है अच्छा के बाद में बोलता है दो त्रीन जान पर इमने दूंगा अपने लड़की बोलता है यह ना पानी नहीं है इसलिए ना लड़की नहीं देंगे बोलते हैं जब तक पानी नहीं
01:20जिन्दगी की बत्ती गुर्ट अंधेरे में टेंशन फुल
01:3021 सदी के भारत की दर्दनाख पिक्चर
01:37पानी और बिजली जिन्दगी में अगर ये दोनों चीजे ना हूँ तो फिर जीना दुश्वार हो जाता है
02:07हैरत की बात तो ये है कि 21 सदी के भारत में भी ऐसे कई इलाके हैं जहां लोग बूंद बूंद के लिए तरस रहे हैं
02:15कही पानी नहीं है तो कही बिजली नहीं है और इन दोनों के बिना उनकी जिन्दगी तबाह हो गई है
02:22लेकिन अब आपको चुप नहीं बैटना है जिन लोगों ने भी आपको इस विकट संकट में डाला है आपको उनके खलाब बजानी है घंटी
02:31उजाले के लिए बिजली और जीने के लिए पानी आजाद भारत में हर नागरिक का ये मौलिक अधिकार है
02:43लेकिन बेपरवास सरकारी सिस्टम और ढीले तंत्र की वज़ा से आज भी देश के कई इलाकों में लोग पानी के लिए तरस रहे हैं
02:52पानी के बिना उनकी जिन्दगी का क्या हाल है सबसे पहले आप ये देखिए
02:56यहाँ पानी एक सपना है जो सुभा के उजाले के साथ ही लोगों को रूलाने लगता है
03:14कहाँ जाँ कहाँ से पानी लाने जो जिन्दगी चलेगी ये जंग एक दिन की नहीं है ये जंग हर रोज की है
03:30पधाली की ये तस्वीरे 36 गड़ की राजधानी रायपुर से महस कुछ किलोमीटर दूर रीवा गाउ की है
03:3621 सदी के भारत का ऐसा गाउं जहाँ पानी की संकट ने लोगों के जीवर पर ग्रहन लगा दिया है
03:45लोग बूद बूद के लिए तरस गए हैं और अब तो पानी की वज़े से यहाँ लोगों की शादिया भी तूट रही है
03:52लड़की वाले कह रहे हैं पानी नहीं तो शादी नहीं
03:56रहीमन पानी राखिये बिन पानी सब सून लेकिन 36 गड़ के रीवा गाउं की युवाओं का जीवन इसलिए सूना है
04:08क्यूंकि यहाँ भीशण जलसंकट है जिसके चलते अब उनकी शादी तक नहीं हो रही
04:13लोग यहाँ आते जरूर हैं लेकिन जलसंकट को देखकर अपनी बेटी इस गाउं में देना ही नहीं चाहते
04:20तो आखिर इस गाउं की युवाओं और यहाँ के लोगों का जीवन कैसा है बीशण जलसंकट से वो कैसे जूज रहे हैं और आखिर युवाओं की शादी क्यों नहीं हो रही आपको बताते हैं
04:31रीवागाओं की रहने वाले अक्षे डेहरिया नाम के इस नौजवान की शादी भी पानी के चक्कर में ही तूट गई है
04:43उम्र निकलती जा रही है और कोई लड़की शादी के लिए तयाद नहीं है विचारा अक्षे करे तो क्या करे
05:01कहाँ साधी हो पाएगा साधी तो नहीं होगा जो पानी तो साधी नहीं है अब आता है वो समस्या
05:23कि हम क्यों पानी गैंगे हमारे खर में हरी ज़ाना चाहिए सरकार से बहुत
05:30मांग किया हम लोग पानी के सरकार कुछ दियाने नी देता ही
05:34यह�� की तरह ही रीवा में और भी कई परिवार है जिनके बेटों की शादी पानी के
05:45के वज़ा से नहीं हो पा रही गाहँ वालों की माने तो यहाँ पानी लाने के लिए तीन किलो मीटर दूर जाना पड़ता है और यह किसी सजा से कम नहीं है
05:53करिकपरी दो कलिमेटर से लाते है कुकरागां से रोज यहीं काम है आवेदन बहुंत लगा चुक है सर यहां कोई ध्यान देता जनपर्द जिला पंचायत सब जगह चल गया है आवेदन पानी नहीं है इसलिए ना लड़की नहीं देंगे पोलते हैं
06:21लड़की वाले आते हैं देखते हैं अद्धियी नहीं कि अवाली आते हैं देखते हैं तो छले जाते हैं
06:35पानी के महुत समझ से घर में बोर करा दिये तो बोर में पानी नहीं है यह और डल जल कंतर गर घर में लागा दिये टोटी उसमें पानी ही नहीं तो कहां से पानी आएगा देखते सुखा पड़ा हुआ है
07:05गाओं वालों की मुताबिक तमाम नेताओं और अफसरों के चकर काटने के बाद सरकारी स्कीम के तहित यहां नल तो लगे लेकिन पानी नहीं आया
07:21ग्रामीनों की मुताबिक नल जल योजना में भारी प्रश्चाचार की वज़ा से काम सालों से अधूरा पड़ा है
07:26निकिन सरकार है कि बेशर्मी से समस्या की समाधान का ताय ठोक रही है
07:35पिछली कांग्रेस सरकार ने भारस सरकार की योजना जल जीवन मिशन की दुर्धसा की और विलंब हुआ है
07:48पर हमारी सरकार बनने के बाद हमने जल जीवन मिशन के काम को आगे बढ़ाने का लगातार प्रैद्न किया है
07:55उम्मीद करते हैं कि बहुत जल्दी सभी गाओं में हर घर तक नल से जल पहुचेगा
08:03जो वादे जूटे हूँ, खोखले हूँ, उनकी घंटी बजानी जरूरी है
08:08और इसलिए मैं आप से कह रही हूँ, अब चुप नहीं रहना है
08:12अब बजानी है, सो रहे सिस्टेम की घंटी
08:16अगली कहानी भी बूंद बूंद पानी के लिए तरस रहे लोगों की है
08:21आस्मान से आग उगलता सूरच
08:39तप्ती पत्रीली जमीन
08:44और बड़े-बड़े मटकों के साथ पानी की तलाश
08:48सरकारी सिस्टेम जब कागजों में काम्याबी की कहानिया गड़ती है
08:53तो जिन्दगी यूही प्यासी भटकती है
08:55तस्वीरे राजस्थान के बासवाडा के कुंडल गाओं की है
09:00जहां एक बूंद पानी के लिए भी लोगों को मीलों का सफर तै करना पड़ता है
09:04गाओ वालों के मताबिक गर्मियों में समस्य और भी विकराल हो जाती है
09:13नदिया दम तोड़ चुकी होती है
09:15तालाब के साथ ही कुंओं के भी प्रांड निकल जाते है
09:21एसे में पानी के लिए नीलो दूर किसी हैंड पंपर इसी तरह लंबी लाइने लगती है
09:30घंटों घंटों का इंतजार और तब जाकर प्यास की गगरी भरती है
09:37आलम ये है कि पानी को लोग यहां ड्रम में भर कर ताला लगा कर रखते हैं ताकि इसकी चोरी न हो जाए
09:51पर यहां पर हैं और दो-तीन किलोमेटर से लोग पानी बरने आते हैं यहां पर पशुपक्सियां यह सब भी पियासे रहते हैं
09:58पानी बरने के लिए उरता आती हैं तो वो भी पानी पिलानी के लिए यहां पर रह जाते हैं दो-तीन गंडे एक गंड़ा जाने हो जाता है
10:21पता नहीं कितनी बार निताओं के भी हाथ पैर जोड चुके हैं लेकिन किसी ने भी इनकी नहीं सुनी
10:27ऐसे बेपानी की ये जंग कब और कैसे खत्व होगी ये कुई नहीं जानता
10:35जल नहीं तो जीवन नहीं और इसी लिए इस संकट के खलाफ घंटी बजानी जरूरी है
11:05अगली कहानी बिहार के रहतास जिली की है और जहां पानी के साथ ही बिजली की समस्या ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है
11:14पट्टा से सिर्फ 230 किलो मीटर दूर यह है रहतास का रहतास गड़ इलाका
11:29एक ऐसी पंचाय जहां हमेशा बिजली की बत्ती गुर रहती है और पानी बूद बूद के लिए तरस आता है
11:38एक इसवी सदी के भारत में आज भी बिहार एक ऐसा राज्य है जहां दूर सुदूर इलाके से महिलाएं पानी भडने के लिए पहुचती है एक कुआ और वो कुआ भी लगभग लगभग दम तोड़ा है
12:00यहां मुझे कई महिलाएं इस तरह की दिखी हैं जरा मैं दिखाँ चुकि इन सब के तसले में पानी है और यह पानी भर के दूर से ला रही है
12:06कितनी बानी भरती है
12:08दिन भर में आठ नंव बार
12:10यही स्थिती है
12:12हाँ यह इस्थिती
12:13कब तक? कब से चल रहे हैं?
12:15पहुत पहिले से वहाँ सब्लक के बारा सूगाई अब और है काई बारा सो गए बारा सो गई बार गाउन ल्वाल है कमार पाणी ने पानी नहीं पानी ले आता है यह कि एक महिला नदर आरी हैं तीन तसला लेकर हाप पुहुंचति एहां हिए हर दिन पहुंचते हैं आप रो�
12:45इलाकों के लोगों की माने तो यहाँ नल जल योजना के तहट लगे नल सूखे पड़े हैं
12:56महिलाए रोज कई किलोमीटर पैदल चलकर कुवों से पानी लाती है
13:01या फिर टूटी पाइपों से टपकती बूंदों का घंटो इंतजार करती है
13:06इस चापा कल कहीं कहीं जगे पर इस गाउ में है लेकिन इसी तरीकी की स्थितिए कि बिल्कुल डेड पड़ा हुआ है
13:18ये आप बीच में देख सकते हैं कि हर घर जल इस योजना के तहत ये पाइप है और इस पाइप के बीच में अपना जगा-जगा जुगार बना करके पानी भढ़नी की टेकनीक एक बढ़ाई है
13:31इतनी बाइप बढ़ लेती हैं? यह दिकत सालों बढ़ की है कि अभी की है? नहीं रहे सालों बढ़ के बहीं से हैं
13:43इलाकी के लोगों के मताबक तो यहां विकास सर्फ कागजों पर हुआ है
13:57रात अंधेरों में कटती है और पानी की प्यास तमाम जतन के बाद ही अधूरी है
14:27इपरिल 2018 में नितीश कुमार यहां पहुंचे थे उन्होंने उद्खाटन किया था और उसके बाद लगभग चार से पात साल इस गाओं के लोगों को इससे फाइदा हुआ
14:41यानि 30 रुपे प्रती महिना देने पर उन्हें घर में रोशनी मिली और उसके बाद 2023 से लगभग ठप पड़ा हुआ
14:48मैं ये दावे के साथ कह सकती हूँ कि जो भी मैं बोल रही हूं उसे आप सुन रहे होंगे लेकिन कैमरे पर मुझे देख नहीं पा रहे होंगे
14:59क्योंकि मैं इस वक्त तेतरी देवी के घर पर हूँ और रोताज जिले के जिस गाउ में मैं हूँ
15:04यहां तेतरी देवी के घर हर दिन चुला इसी तरीके से जलता है जब शाम होती है
15:10यह डिम तउर्च के लाइट इसी से आप काम चला रही है
15:13हाँ दिदिये ही से चलो ला हाँ तो ये कभी क्या कर रही है पानी उबाल रही है हाँ अभी पानी धीपावज है कब से ऐसा है साल हो से एदी दूसल से हाँ दूसल से हाँ दूसल से सोलर पैनल्स लगा था वो खराब है हाँ वो सोलर तो खराब हो जाता है
15:32प्रियंक आप आरा से इस गाउ में शाधि हुई है आप पता था कि इस गाउ में पानी की दिक्कत होती है
15:44नहीं मुझे नहीं पता था था थोड़ा सा पता था कि हाँ मतलब सोलर से लाइन आता था था शाम को 6 बजे और 12 बजे कर जाता था
15:51तो अब जहाँ साधी हुए है अज़स्ट कर रहे हैं हम भी और जैसे ही आना च्छे महिने क बाद लाइट खराग कोई यहाँ रिपेर करने के लिए कोई नहीं है मुख्या को द्यान नहीं है पूरा देखनें नाली का पानी लोग पीता है मजबूरी है सब पीना पड़ता है क
16:21पानी के बिना प्यासी जिन्दगी, बिजली के बिना अंधेरे में डूबी जिन्दगी, यहाल देश के सुदूर ग्रामीन इलाकों का नहीं है, यहाल उन इलाकों का भी है जहां सरकार विकास का ढोल पीटती है, बिहार के रहतास जिले की ये तस्वीरें सरकार और सिस्टम की
16:51स्ट्रेचर पर महिला तड़प रही है और मोबाइल की रोश्टी में हो रही है उसकी डिलिवरी
17:09तस्वीरे मध्यप्रदेश के सतना के जिलास्पताल की है जहां बत्ती गुल होने के बाद रोश्टी का कुई इंतजाम नहीं
17:15ऐसे में अगर कोई महिला डिलिवरी के लिए आ जाए तो उसका यही हाल होता है
17:27यह महिला खुशकिस्मत थी जो टॉर्ट और मोबाइल की रोश्टी में डिलिवरी के बाद भी अपने नवजात बच्चे के साथ सही सलामत है
17:34और अब अस्पताल प्रशासन इस बामने के सुर्ख्यों में छाने के बाद दे रहा है सफाई
17:40जो आई है उस समय वो डिलिवरी की मतलब कहना चीए जो लास्ट स्टेज होती है उसमें वो अस्पताल पहुंची
17:49और कुछ संयोग ऐसा बना कि उसी समय मौसम भीड़ा था अपको मालों में आनी पानी आया तेज जोके आये लाइने टूटी लाइट गोल हुई
17:57इस बीच में अंदर भी कुछ लाइटों का डिस्टरबेंस हुआ अलाकि जनरेटर की विष्था सब जब अपने अलग-अलग अलग जनरेटर की विष्था है और जैसे ही लाइट गोल होती है तो अपना कोई न कोई स्टाफ जाके तुरन जनरेटर आन करता है ऐसे भी करके
18:27यह तस्वीर हर्दोई के जिल अस्पताल की है जहां लाइट जाने के बाद मरीजों और उनके तिमारदारों को भीषण गर्मी से बचने के लिए यूँ ही पंखा जहिलना पड़ता है
18:37बधाली की ये कोई अकेली तस्वीर नहीं है बिजली पाने की समस्या देश के ग्रामीन इलाकों से लेकर महा नगरों तक की समस्या है
18:49इस समस्या का निदान भी तभी होगा जब सरकार जागेगी सिस्टम जागेगा और लचर तंत्र को किया जाएगा दुरुस्त लेकिन इसके लिए आपको बजानी होगी घंटी
19:01अगले हफते मैं फेर आउंगी आपकी जिन्दगी से जुड़ी किसी बड़ी समस्या के खलाफ आवाज उठाने सरकार और सिस्टम को जगाने घंटी बजाने तब तक आप देखते रहेए एबीपी नियूज
19:26एबीपी नियूज आपको रखे आगे
19:31डा क्यों एबीपी नियूज दो

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