Mere Sai - Shraddha Aur Saburi Episode No. 601 TV Series Online - Dattu Confronts Uma
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00:00साईयो
00:08बच्चो चलोग छोजाओ
00:30साईयो
00:40व्योजा
00:44साईयो
00:49य्योजा
00:51है कर दो उना तो का है
00:56कुछ बहुन हुई हमसे आई बाबा हुने के नाते हमने दद्टो की परबरिश में
01:26इसी कौन सी कमी रखी जो इस तरह से सजा दे रहा है हमें
01:31याद है ना साई में क्या कहा था
01:33दद्टो को हमें पहले की तरह प्यार दुलार देते रहना है
01:37फिर देखना एक दिन उसका गुस्सा हमारे प्रेम के आगे बिखल जाएगा
01:43शाबाश उमा तुमसे कुछ जरूरी बात करनी थी
01:54कल चतुर्थी है
01:56मुले शाहिस्त्री जी का वरत है
01:59और उन्होंने मुझे पूरा दिन धर्मशाला में रहने के लिए कहा है
02:03और कल खेत में कटाई भी है
02:05तो उसके लिए तुमें ही जाना होगा
02:08तुम अकेली नहीं कर पाओगी तो दट्टू को अपने साथ ले जाना
02:13दट्टू? वो आएका मेरे साथ?
02:24क्यों नहीं आएगा?
02:26यादा एक दो साल पहले जब हम खेत पे जाते थे
02:29वो हमारे पीछे भागते वोया आता था
02:32बहुत बहला फुसला कर उसको वापस घर बेचते थे हम
02:36अगर तुम कहोगी तो वो ज़रूर आएगा
02:39और इसी बहाने वो तुमारे साथ रहेगा
02:42तो शायद तुमें भी उसके मन की बात जानने का मौका मिले
02:45मैं कोशिश करूँगी
03:02साई हमारे परिवार पे अपना आशिर्वात बनाए रखेगा
03:07आप अखेले अखेले मुस्कुरा रहें
03:28क्या वात है साई
03:30जरा मुझे भी तो पता चले
03:35इस गाओं में सबसे स्यादा पड़े लिके
03:38सबसे समश्दार तुम हो किशब
03:42तुमने दुनिया देखी है
03:44इस संसार में इश्वर ने हमें सब कुछ दिया है
03:51लेकिन उन में से सबसे अनमोल क्या है चानते हो
03:57आशा
04:05मालिक की इस देन के लिए मैं हर रोज उसका शुक्रिया करता हूं
04:15इसी के दम पर हर रात की सहर होती है
04:20सार्यो, सार्यो, सार्यो माल
04:29के ब occurने हो
04:31सार्यो, सार्यो
04:42अढकिन तुमन फारत करतो
04:44झाल झाल
05:14इस मौसम में सुबा सुबा कुछ गरम खाना होता, तो और भी अच्छा होता.
05:35तेरी पसंद का शीरा बनाये मैंने, खास तेरे लिए.
05:44अज तत्तु का वहवार पहले से अच्छा लग रहा है, मेरे साथ खालिहान जाने के लिए मान जाएगा.
06:03हो सकता है, इसी बाने हमारे बीच का तनाफ खतम भी हो जाएगा.
06:14तत्तु, मेरे साथ खेद पर चलेगा, अज फसल की कटाई है.
06:25मतलब आप मुझे मजदूरी कराना चाहते है.
06:28तत्तु, आई बाबा की मदद करने को मजदूरी नहीं कहते है.
06:32मुझे समझता नहीं क्या?
06:33मुद्धू समझा मुझे, ये लिजी अपना शीरा.
06:36अबने मतलब से किलाए अप?
06:43तत्तु, तुझे शीरा पसंद है, इसलिए बनाया मैने.
06:46और इससे पहले कभी ने किलाया तुझे?
06:49पहले किलाया भी होगा तुझे मतलब से?
06:54अबने मेर नादान था, इसलिए समझ भी पाया.
06:57लिगे अब सब समझा रहा है मुझे.
07:06मज़ना है समझ, क्योंकि अब तो बदल गया है, पर मैं अब भी तेरी वही आई हूँ, जो पहले भी तुझे प्यार करती थी, अब ही करती हूँ और हमेशा करती रहोंगी, मुझे पता है, तो गुस्सा है, अब मैं तुझे अपने हाथों से खिलाती हूँ
07:21कहाना नहीं खाना मुझे
07:51उसे चूट नहीं पोचाओ
08:21कि अपने बेटे को प्यार दे दे रहा हूँ, उसे ये महसूस होने तो, कि वो चाहें जो भी करें, उसके लिए उसके आई बाबा का प्रेम कभी कम नहीं होगा
08:51तो, तुम मुझे समझ नहीं रहे है, खूब समझ रहा हूँ मैं आपको भी, आज कल गढ में साथा तर वही मनता है चो हरी को पसंद है, मुझे तीका पसंद है और हरी वो खानी पाता, तो अब तीका बनाती ही नहीं
09:10जब तु छोटा था, तीका नहीं खा पाता था, मैं तब भी नहीं बनाती थी, और तु यह सब क्यों बोल रहा है, कि मैं नहीं सह सकता हूँ
09:19आपको हरी की गलती दिखती ही नहीं है, आप हर चीज के लिए मुझे दोशी ठहराती है, अज तिन भी जब हो काका हरी को पिना गलती के टार्ट रहे थे, इसलिए मैंने सबख सिखाना चाहता था, मैं बड़े बाई होने का फर्ज ने बारता फिर भी टार्ट मुझा ही प�
09:49अब से ज़्या तुझे ही चाहती हूँ, पहली बाप बने का सुख पुषी तुछ से मिला, मैं तेरा भला चाहती हूँ, और जो भी बोलती हूँ, तिरी भले के लिए ही बोलती हूँ, ना तब मेरा कोई मतलब था, ना यह शीरे के पीछे है, तो मेरी मदद ना भी करे, त�
10:19इसी बादे तेरे साथ तोड़ा समय बिताने को मिल जाएगा, और कुछ नहीं, कि मेरी मदद क्यों, हरी के ग्यों नहीं, हरी अभी छोटा है, उससे वो काम नहीं हो पाएगा, जो तू कर सकता है, और अकर तू, वाह, यही पक्ष पात है, हर बात पे उसका पक्ष, कि वो छ
10:49कब तक जूट बोलती रहेंगी मुझसे, सच क्यों नहीं कह देती, जूट, कौन सा जूट बोला है मैने तुछ सच पी तो नहीं बोला आपने, जटा, आई बाबा से बच्चों का कुछ छुपाना अच्छे बात नहीं होती, और अकर आई बाबा ही बच्चों से कुछ चु
11:19आई से नहीं, अरी चोटा इसलिए उससे काम नहीं करवा रहें, या पिर वो आपका अपना है इसलिए, जूटा इसलिए
11:49आपने तो मुझ से ये भी चिपाया कि मैं आपकी अपनी आउलाद नहीं हूँ
11:54गोदली आया मुझे
12:19ऑलिये, बताये कभी
12:28तो ये आप कहती है कि आप जूट नहीं बोलती
12:30पर आपकी कही भी किसी भी बाततर में कैसे मिश्वास कर लूँ
12:33छोग को लगता है कि मैं पोजिव आपन
12:37और आप लोग को ये भी लगता है कि अगर मैं आपकी जिन्दगी में ना होता है तो आपकी जिन्दगी खुशा लोती जब से हरी पैता हुआ है आप दोने मुझे चुटकार आप आना चाहते हुआ है ये खबर सुनकर सफकार बहुत कुछ होंगे
12:55तित्तु मैंने तुझे पहले भी खाया और मैं फिर कह रही हूँ आरी से सादा तुछ से प्यार किया है वह तो बात में पैदा हुआ पहले तो मेरे जीवन में तु आया था और ये बात सच है ऐसा विचात मेरे तुमें कभी नहीं आया या
13:25जैसे तो सोच रहा है एक और जूट
13:29मैं हरी तैसा बच्चा नहीं हूँ जो ना समझूँ कब से दिखते हारा हुचाही गल्ती किसी की भी हो हरी किसी और की आप दोश हमेशा मुझे ही देती है रही प्यार की बात हरी के पैदा होने के बाद से आप दोनों ने मेरे सथ सौतेला व्याहर किया है
13:47पूर्क था बे जो पहले समझने ही भाए लेकिन अब मुझे सब समझा था है आप लोग मेरे कोई नहीं
13:59पंद कर अपनी बखवास तो हमारे परिवार का हुतने हिस्सा है जितना मैं हूँ हूँ
14:15मैं हूँ, तुझे कितना ही गुज़ा कर ले, किती नफरत कर ले, पर ये जद कभी नी बदलने वाला, और ये सारी बाते तुझे किसने बटाई है? बोल, किसने बटाई? चुप क्यों कर रहे, बोल!
14:29लताना नी ने!
14:30अज़ अज़ा ने बटाई है, अगर उन लोगों ने थोड़ा और इंतिजार किया होता, तो उनके जीवन में सिर्फ ठरी होता!
14:47अधानी किसका खोन है तू जो आइसा रंग दिखा रहा है?
14:51अधानी ने ये भी खा कि आप लोग पश्तार है मुझ जैसे आनाथ को गोद लेके!
14:58कः तू ये सब जूट है! तू तू तू जी मैंने अपने सा के बच्चे से भी सादो प्यार किया है!
15:08तू ज़ा ज़ा देरी भी कर किया है!
15:11अर्डू मेरे ने अपने बाभा का मेलाडला अर्डू ने की सोज़ हमें कैसे कि तू अधर भूज आज़ा है!
15:23ये अपकी छिक्नी चुपणी बातों के जाल में नहीं बसने वाला अधे जो देखा और सम्झा है वो जूट ता ही है!
15:31आप जो कहने ही वो जूट है.
15:34आप उचसे प्यारन ही करती।
15:36मुझे तो लगते है आप लोगे ने तरस्टा कर मझबूरी में मुझे अजबूरी में अजबूरी में मुझे अपने साथ रखा है।
15:40लोगों के डरसी है, कि लोग क्या गएगे?
15:45आप रहे हरी के साथ!
15:46निस सग्य बेटी के सब
15:48ना मैं आपकी औलाद हूँ
15:51ना ही आप मेरी असली माँ
15:53नहीं रहना मुझे इस नर्क में
15:57जोड के जा रहा हूँ आपको
15:59आपके इस घर को
16:01और आपकी दुम्या से दूर
16:04कभी ही वापस नहीं आऊँगा
16:08कभी नहीं
16:16कर दुम्या नहीं
16:46कर दो��aster कर दो
16:58लुख अदकलだ
17:04लगे या लुक्राथ जुख मैं!
17:08frightju लगे लगे लुका ल evidence
17:16देटो!
17:17प्रोरों के हालत खराब हो गई हमावाईनिकी
17:20कोई जाके बालचन भाव को खबर करो
17:23अरे उन्हें तो आने में देर होगी
17:25इनकी मौसी का गर यहीं पास मेही है
17:27उन्हें जाकर खबर कर दो
17:30लट्डा मौसी
17:46साही
18:02यह काम अधूरा छोड़के कहा जा रहे हो?
18:05कोई उसीबत में है क्या?
18:08हाँ परी
18:10इससे पहले कि वो अनर्थ करते है
18:14मुझे रोकना है उसे
18:16हरियोम हरियोम
18:28अब वो फकीर रोक के दिखाए
18:33शास्त्री जी का कहा सच हुआ
18:37और वो फकीर हात मलता रह गया
18:40संता
18:44संता
18:46अब समय आ गया है
18:48उस पाखंडी को उसकी असली जगे दिखाने का
18:51और काव वालों को उसकी सच्चाई बताने का
18:54जाओ
18:56काव वालों को उनके खरों से लेकर आओ
19:00और सुन
19:02शास्त्री जी को भी लेकर आना खंड है जाओ
19:08तो आगया सरकार
19:10हर्योम
19:12हर्योम
19:14हर्योम
19:16हर्योम
19:38ओमा
19:40क्या हुआ तुझे
19:42क्योंकि आपने ऐसा
19:44अध्यापको मुझसे मेरे बेटे को छीनने का
19:50यह तु क्या कहरी ओमा
19:52मेरे पेटे को छीन लिया
19:54हाँ आप दी छीना है मेरे तद्दु को मुझसे
19:58तद्दु को
20:02विलो पक्ड़ो जराज से
20:08घर चोटकर चला कि आए वो
20:10भगवान
20:12लिकिन क्यों
20:14क्योंकि उसे पता चलिकिया
20:16कि हमने उसे गोज लिया था
20:22जब आप सारे गावालों के सामने उसे यह बता रही थी
20:24कि वो आनात है
20:26हमें मंदिर के बार से मिला था
20:28जो बात है अपने उसको नमक मिर्स लगा कर बताई
20:32वो बिचारा उन बातों का साश्मान बैथा
20:34और सोचता है
20:36कि हम उसे नहीं चाहते
20:38वो अंपर बोज है
20:40मौशी
20:42मौशी
20:43महली तत्तु को मैंने अपनी कोक से जनम ना दिया हो
20:46और पहली बार माव बनने का सुख
20:48मुझे उससे मिला है
20:52क्योंकि पहली बार वो ही ता जिसने मुझे आई का था
20:56लेकिन आपकी जूट की वज़े से
20:59वो सूचता है
21:01कि हूंसे प्याहत नहीं करते है
21:05उसके रहते हमारी जिंदगी ना एक है
21:08और ये सब कुछ आपकी वज़े से हुआ है
21:10हापने मेरे बेटे को मुझे छीना है
21:13माप, मेरा यकीन कर उस समय में बहुत गुसे में ती
21:18वो मेरे ठुट मेरे भाग गया था
21:20भगा तो आप दे दिया है उसे, नेरे घर से, नेरे जिन्दिगी से, लेकिन अगर भगवान के गर इंसाफ है, तो आज जो मेरे बेटे के साथ वा है, वो इतन आपकी पोटी के साफ ही, लुप हुआ।
21:50पुमा, मा की हाय में तुनिया को बर्बाद करने की ताकत होती है, कुछ ऐसा मत कहो, जिससे भविष्य में तुम्हें पच्टाना पड़े, और याद करो,
22:20तुम्हारी लटा मौसी से जो अपराद हुआ है, उस समय ये भी घुस्से में थी, उसका परेणाम देख रही हो न तुम, मा तो मा होती है, उमा, उसकी तकलीफ, उसकी पीड़ा दुसरी मा से अलग कैसे हो सकती है?
22:50अमा, मुझे मुझे बहुत बड़ी गलती हुए है, उसके मुझे हमाफ कर दे, उसका नामी मेरा दधिलो पता ने कहां चला किया है, और गjà अपनदे हाँ उनलाओगा,
22:56कि मेरा बच्च वापस चाहिए, मुझे मेरा दधिलो वापस चाहिए, definite une
23:13मुझे मेरा बच्चा वापस चाहिए
23:17मुझे मेरा दग्तो वापस चाहिए
23:19आप उसे वापस ला दीजे साही
23:22वरना मैं उसके वेना मर जाओंगी
23:25सब तीक हो जाए लो मा
23:29शरत्था सब बुरी
23:43सायूम सायूम सायूम
23:48तो हार गया फकेर
23:51भाल चंद्र का बड़ा बेटा गाउ छोड़के चला गया
23:54अब बोलने के लिए खुश नहीं रहां तो खेल खेल रहा है
24:00थोड़ी देर पहर तो मैं यही से कहा था
24:06फिर वापस या कैसे पोच गया
24:08सब्सक्राइब