CJI Khanna on Waqf Law: CJI Khanna on Waqf Protest: सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में आज नए वक्फ कानून (Waqf Law) के खिलाफ दायर याचिकाओं पर सुनवाई शुरू हो गई है. सुप्रीम कोर्ट में 73 याचिकाएं दायर हैं, सुप्रीम कोर्ट में इसकी वैधता को चुनौती दी गई है. याचिकाओं में दावा किया गया है कि संशोधित कानून के तहत वक्फ की संपत्तियों (Waqf Assets) का प्रबंधन असामान्य ढंग से किया जाएगा और ये कानून मुसलमानों के मौलिक अधिकारों (fundamental rights of muslims) का उल्लंघन करता है. चीफ जस्टिस संजीव खन्ना, (CJI Sanjiv Khanna) जस्टिस संजय कुमार (Justice Sanjay Kumar) और जस्टिस केवी विश्वनाथन (Justice KV Vishwanathan) के रूप में तीन जजों की बेंच मामले की सुनवाई कर रही है. दूसरे दिन की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम आदेश जारी किए हैं... और इन्हीं याचिकाओं को लेकर बीजेपी ने कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) और अभिषेक मनु सिंघवी ( Abhishek Manu Singhvi) पर गंभीर आरोप लगाए हैं...
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~PR.338~ED.104~HT.410~GR.344~
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00:00यह जीत और हार का मामला अभी तक नहीं है ना किसी की हार है ना किसी की जीत है बलके बिलकुल इत्दाई प्रोसीजरल पार्ट है यह इसको उत्रा ही रखना चाहिए उसली बात में यह अर्ज करना चाहता हूं मैं उस्तकिल टेलीविजिन पर और अख़पारात में और सब ज�
00:30बाहर एक वत्रमा वकीर साहिबा भी फर्मा रही थी कि हिंदू पक्ष जीत किया तो ये हिंदू पक्ष और मसलिम पक्ष का तो मामला लहीं है यह मामला है
00:38एक Constitution of India का और Constitution of India रहीं नहीं है वो तो से कुलर है दूसीर जो आप Джagdambikas ता
00:48statement आप court कर रही है
00:50ये तो बिल्कुल ठीक है कि ये
00:52properties के management का
00:54मामला है लेकिन
00:56किसकी properties के management का
00:58मामला है क्या ये
01:00सरकारी जमीनों के management
01:02का मामला है तो फिर A.S.I. काफी है
01:04archaeological survey of it लिए देख लेगा
01:06सबको और बिल में एक provision
01:08कर भी दिया है जो मुझे तो बहुत
01:09खतरनाक लगता है कि बहुत सारी
01:11properties जो सौ साल पुरानी है
01:13वो अगर A.S.I. चाहेगा
01:16तो ले लेगा ये वक्फ
01:18की properties का मामला है और
01:19वक्फ क्या है वक्फ एक धार्मिक
01:22charity है ये
01:24मुसल्मानों को पुरान की कई
01:26शिर्णों से ये का गया है
01:28आप वो सब कुछ
01:30दान कर सकते हैं
01:32जो आपकी जरूरत से ज्यादा है
01:33और इसी बुरियात पर ये वक्फ
01:35किये जाते हैं वरना अगर ये
01:37सिर्फ एक property के
01:40management का मामला हो
01:41तो फिर तो वक्फ के नाम की
01:43भी कोई जरूरत नहीं है charity commissioners
01:46काफी है फिर तो वक्फ कोई
01:47खतम कर देना चाहिए वक्फ council की भी
01:49क्या जरूरत है और पूरे के पूरे
01:51वक्फ amendment की ही क्या जरूरत है
01:53आप पुले तोड़ पर
01:55वक्फ को वो आप amendment
01:57लाने की बजा है आप रिपील कर दी
01:59वक्फ एक 2095 को
02:01पर रिपील कर दी ये पूरा का पूरा
02:03कह दी रहे सारी properties जो है
02:05वो चली जाए एसाई के पास
02:08मैं आपको एक सेकेंड के लिए रोक रही हूँ
02:09बस
02:09रिबटल देनी चाहिए और I am sure कि
02:15दर्शकों को भी इस पर clarity चाहिए
02:16यासर जलानी अभी उन्होंने कहा
02:19ये धार्मिक मसला है क्योंकि जब जो आपके पास ज्यादा है
02:23Muslim beliefs के हिसाफ से जो ज्यादा है वो आप डोनेट कर रहे हैं
02:26तो ये हमारे लिए धार्मिक मसला हो जाता है
02:28वाइडियो से अट कि ऐसा नहीं है
02:30देखिए यही confusion
02:34मुसलमानों के बीच में
02:36मिली तन्दी में पैदा कर रही है
02:37और लगातार पिछले साठ सालों से
02:40Muslim personal law board है
02:42और भी कई सारी ऐसी तन्दीम है
02:44जिसके बड़े इसको समझने की जरुवत है
02:47धाननड डे अरब पती मुसलमान
02:4925-26 परिवार भारत में ऐसा है
02:51जो मुसलमानों पे अपना वर्चस सो बनाए रखना चाहता है
02:54उसमें 17-18 लोग ऐसे हैं
02:57जो डिरेक्ट वक्ट प्रॉपटी से के साथ इन्वाल
03:00जिन्होंने कब्जा किया हुआ है
03:02अरबों की संपती
03:03यह सचा ही है
03:04यह जो शंशोदित होके बिल आया है
03:06यह उन्ही के खिलाफ एक मुहीम है
03:09जिसकी वज़े से यह सब एक छट के नीचे आ गए
03:11और गरीब मुसलमानों को भर्मित करके
03:15डरा के उनको सड़कों पे निकालना चाहते है
03:17जिस तरीके से C.A.N.R.C. के वक्त निकाला था
03:20और कहा था कि हर घर का मुसलमान जो है
03:22वो भारत से बाहर चला जाएगा
03:24डिटेंशन सेंटर में चला जाएगा
03:26यह जवाब कोई नहीं दे रहा है
03:28मैं भी डिबेट पे रहता हूँ
03:29मैं भी सवाल पूछ रहा हूँ
03:31तो यह इनके पास किसी तरह का जवाब नहीं
03:33रिलिजियस बॉड़ी नहीं है
03:35यह क्लियर है
03:36जब मुसलिम प्रसनला का सौरूप
03:391972 के बाद बदल के
03:42मुसलिम प्रसनला बोड बना दिया गया
03:44तो उस पे चर्चा क्यों नहीं
03:46आज तक हिंदुस्तान के
03:47मुसलमान नौजवान जो है
03:49उनके सामने हूँ
03:50मेरी दूसरी एक दस सेकंड में
03:52एक बिंदू आज़
03:53किसी तरह का अंदोलन और जो डर और भै की
03:56राजनीती ये मिली तंजीन के लोग कर रहे हैं
03:59वो अपने फैमिली के मिंबर को सामने क्यों नहीं लाते हैं
04:03असदुद्दीन ओवेसी का बेटा अंदोलन
04:05क्यों नहीं करता
04:06मुस्लिम परसनलाव बोर्ट के भाई भतीजे सड़क पे क्यों ही निकलते
04:10इमाम शरिया बिहार के लोगों के जो यंग जनरेशन के बच्चे हैं
04:13वो लंदन में क्यों पढ़ते हैं
04:15वो क्यों नहीं उनके उपर F.I.R. दर जोती
04:17C.A.N.R.C. में आप यकीन करें
04:19200 ऐसे मुसल्मान गरीब घरों के नौजवान हैं
04:22जो जेल गए और आज भी पांच-पांच साल से उसमें
04:25एक महतरमा भी जेल में ये पलट के नहीं देखते हैं
04:28ये भड़का के अपनी वोट बैंक की राजनीती को दुरस्त करना चाहते हैं
04:32और चाहते हैं कि ये जो जमीन पे कब्ज़ा है वो बरकरार रखे
04:35इसलिए देखिए लंबी बात हो जाएगी लेकिन इसको कनेक्ट करना जरूरी है
04:42आपके दर्शकों के लिए देखिए जब 85 में चार सो से जादा सांसद के साथ
04:48राजी गांदी प्रधान मंतरी थे एक बज़र्ग महिला को जिसका नाम शावानो था
04:53साथ सो रुपे महिने की उसको तैय की गई थी तो ये रिलिजियस मिली
04:58तंजीमे के लोगों ने इतना दबाव बनाया कि सुप्रिम कोर्ट से फैसला बदल दिया
05:02इस बार मैं इनको समझाना चाहता हूं कि प्रधान मंतरी नरेंद्र मोदी है
05:07और बार बार उन्होंने कहा है कि औकाफ कि किसी भी चीज़ चाहे वो मस्जिद हो इद्गाह हो कब्रिस्तान हो उस पे किसी तरह का छेड़ चार नहीं किया जा रहा है
05:162013 की जो वक्त अमेंड्मेंट की इस्तिथी थी वही आगे चलती रहेगी तो आप भर्मितना आप भर्मितना मैं रहमानी साब इस पर जवाब लूँगी लेकिन राव साब मैं आपका भी ऑपिनियन इस पर जाती हूं
05:28अब मुझे यह बताईए पैसले का बड़ा आधार तो फिर यही होगा ना पहरी लाइन में यही तैय करना है कि वक्त भूर्ड धार्मिक संस्ता है या नहीं है और अगर यह डिसाइड हो गया यह नेचर डिसाइड हो गया तो मुझे लगता है उसके बाद तो फिर आगे की
05:58कि रहिए रहेगे तो पिर उसके बाद क्या सरकार उसके अंदर दखल अन्दाजी देगी या नहीं देगी। क्या सरकार को यह चा कि बनता है जहां तक यह मामला है और यह राइट अक्रोस अबर्ड कोई वी इसको सिरफ मामला उLझाने के लिए लोग शायद कह दें कि यह �
06:28सहमत हूं बिल्कुल ये एक charity है इसकी management of properties है और आपने तसलीम
06:33रह्मानी जी ने की में बात सुनी उन्होंने भी यही बात कही है तो अभी सिर्फ इसको religious
06:39institution के बाहर रखे ये management of properties है ये सही तरह चल रहा है नहीं
06:46चल रहा है कि जो गरीब मुसल्मान है उनको इससे इसका फैदा मिल रहा है नहीं
06:54मिल रहा है जिस वजे से ये बना हुआ है उसका हो रहा है क्यों नहीं अभी ये जो है
06:58एक पहली बात तो वो आ गई सीधी कि ये हिंदू-मुसल्मान की बात ही नहीं है ये सिरफ ये सिरफ यही बात है कि जो वक्फ प्रॉपटी जो हमारे दिखे यदि थोड़ी देर के लिए भी हम सोचें कि ये रिलीजिस है हमारी पार्लेमेंट में एक्ट बनाया वक्ट ये संस
07:28कानून बना सकती है उसमें कोई गलतियां आती है कोई ऐसी चीज आ जाती है जिस वज़े से सरकार को इस बात को सुनने की जरुत पड़ी आपने कई जगा देखा होगा प्रदानमंद्री जी कई लोग समुदाएगे लोग मुसलिम सदमादाएगे लोग जो के जाके मिले उ
07:58उसमें संच्दोदर भी रहा सकता है लेकिन बार बर सर दूसरा पक्ष तो इससे असमवधानी की उतारा है ना इसे बार बर मैं यह आप ही जवाब दीजिए लेकिन दूसरा पक्ष तो इसको बारबर असमवधानी कान
08:08constitutionally तो कह रहा है जो पहला कानून बना वो कानून ठीक है और अभी कोई कानून उसमें संचोधन लाएंगे वो गलत है यह क्या दरीका है कानून जब बन रहा है उसमें कोई बात ऐसी आती है जिसमें चार लोग उसके बारे में सोच विचार करते हैं और उसमें कोई ऐसी चीज
08:38की बात होती है मामला उल्जाने के लिए आप दस चीज़ें बोल सकते हैं मगर सिरफ यही बात है कि वक्व एक चैरिटेबल इंस्ट्यूशन है जैसे हमारा इंडावमेंट और चैरिटेबल इंस्ट्यूशन हिंदू इंडावमेंट होता है वैसे वक्व है