जयपुर, राजस्थान: बीजेपी सांसद राधा मोहन दास अग्रवाल ने IANS से बात करते हुए कहा कि कपिल सिब्बल अक्सर राष्ट्रीय हितों के खिलाफ मामलों में रुचि लेते हैं। एक वकील के रूप में उन्हें केस चुनने का अधिकार है लेकिन जनता को उनके कार्यों का मूल्यांकन करने का भी हक है। वक्फ विवाद पर उन्होंने कहा कि कोई भी कानून बनने पर अदालत में चुनौती दी जा सकती है। वहीं कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी के पास अब कोई मुद्दा नहीं बचा। वह राजनीतिक रूप से बेरोजगार हो चुकी है साथ ही बंगाल हिंसा पर उन्होंने टीएमसी की निम्नस्तरीय राजनीति को जिम्मेदार ठहराया जो समझ चुकी है कि उसके दिन अब गिने-चुने हैं।
#IndianPolitics #RajasthanNews #BJP #Congress #KapilSibal #TMC
#IndianPolitics #RajasthanNews #BJP #Congress #KapilSibal #TMC
Category
🗞
NewsTranscript
00:00हर व्यक्ति का अपना व्यक्ति तोर सोच होती है है वो अपने सभाव के अंदल काम करता है करता है
00:08कपिल सिबल देश के अंदर जितने भी ऐसी मुकदमे होते हैं जो जो रास्ट्री हिटों के प्रतिकूल होते हैं
00:15हिई
00:16प्राष्ट्रीय आहितों के विपरित काम करने वाले अधिवक्ता की रुपतारी कर में किसी मुकद्म पर को पर किकिन हम्रें देखें
00:46नहीं होगा या नहीं होगे यह निरड़े लेने का अधिकार भारती जंता के पार्टी के पास नहीं होता है
00:53ED और CBI के पास नहीं होता है यह निरड़े तो अंतिमस्तर पर माझने आले लेते हैं
01:01अपरात की गंभीरता को देखते हुए
01:07समाज में उसके प्रभाव को देखते हुए
01:11इस बात की संभावना को देखते हुए
01:15कि यदि वो बाहर रहेगा तो क्या मुकरने को प्रभावित कर सकता है
01:19या क्या उसके देश के बाहर भाव जाने की संभावना है
01:24तो इन सारी परस्थितियों में कोट क्या निर्ड़े लेती है यह कोट की उपर होता है और मामीन जायदिस की उपर होता है
01:33महत्वपूर किसी की गरिफ्तारी या जमानत नहीं होती है
01:38महत्वपूर यह होता है कि उस केस में अंत में उसका फैसला क्या होता है
01:44और मैं या कोई भी समझदार बेखती, मैं ही नहीं कोई भी समझदार बेखती
01:50जो कुछ नेशनल हेराल के मामले में स्रीमति सुनिय गांधी और राहुल गांधी में किया है
01:59वो अप्राद इतने सफस्ट हैं और उसके तथ्यात्मक स्रबूत कावज पर इतने अधिक है
02:08कि वो इस मुकदमे को जीत सकें इसकी संभावना नहीं के बराबर है
02:13तो मानी नियाले आज वो तुरंद गरिफतार किये जाएं कि न किये जाएं
02:21ये तो मानी नियाले इसके वोगवाद नहीं होता है
02:26लेकिर उनको सजा मिले कि न मिले यह तो तत्यों पर होता है
02:32तो सजा तो उनको मिलने वाली है उससे तो अब वो बच नहीं पाएंगे
02:37क्योंकि अपराद बहुत गंबीर है दो किसिम का अपराद है
02:42Associated General Limited देश की आजादी के लिए संघर्ष करने वाले
02:51स्वतंता संग्राम सेनानियों के पैसे से सेर लेकर कि उसस्ता को बनाया गया था
03:02एक और वो लोग देश के लिए स्वयन बलिदान कर रहे थे तन से और मन से
03:06और दूसरे और स्वतंता अंदोलन की लड़ाई को लड़ने के लिए अपने पास का धन दे रहे थे
03:12उसमें भावना बड़ी उची लगती है, लिखे यह तो देश का संविधान है, कोई भी कानून जब बनाया जाता है, तो उस कानून के निर्वचनियता पर माननी उचेतर न्याले कोई भी न्याले में जा सकता है,
03:31और कोई भी इस बात की चुनौती दे सकता है, कि यह कानून भारत के संविधान की भावनाओं और सब्दों के अनुरूप नहीं है, बलकि इसमें कुछ ऐसा है जो भारत के संविधान के विप्रित हैं,
03:49माननी उचेतर में हाले उस संविधान की पुनरवाख्या नहीं कर सकते, लेकिन यह ज़रूर देख सकते हैं,
04:03कि वो संविधान की भावनाओं के अनुरूप है या नहीं है, उसकी कांस्टिशनल्टी पर उन्हें वीचार करने का आधिकार होता है,
04:11अब करंगरेस के पास कुछ मुद्दे बचे नहीं है, यह लोग एक्चुली बिरुजगार हो चुकी है,
04:19चाहे गलोज जी हो, चाहे पालट जी हो, इनके पास न तो कोई राजबीत में काम करने को बचा है, तो कोई पुंजी बची है,
04:27तो यह अपने वजूत के संकट से गुजर रहा है, तो उनको लगता है कि एक बड़ी नेता पर आक्रमर करके हम अपने आपको चर्चिन बना सकते हैं, कि उसी का प्रयास से इसमें कोई दम नहीं है,
04:40तो कुछ बंगाल में हो रहा है वो टीमसी की घटिया राजमित कफल है, टीमसी इस बात को समझ चुकी है कि अब बंगाल में उसके दिन बहुत बचे हुए हैं, और जब भी चुना होगा तब जनता उनको पूरी तरह रिजेक्ट करने वाली हैं,
05:01इसलिए वो प्रयास कर रहे हैं कि कम से कम जिन ओटों को समाला जा सकता है, उन ओटों को समाला जाया,
05:11मुस्लिम समाज तकरीमन 30% मद दाता है वहाँ और इसलिए वो नंगे होकर कि मुस्लिम समाज के
05:20समर्थन में आ रहे हैं उनका तुस्टी करन कर रहे हैं उन्हें लगता है कि अगर ये 30% मद दाता उनके पास होंगे
05:28तो वह फिर से चुनाओं दीख सकते हैं जब कि सचाए इसके ठीक भी परित है अब किसी भी हालत में मुस्लिम समाज तो पहले भी उनकी पास था अब किसी भी हालत में जब भी चुनाओं होंगे वह दुबारा चुन करके नहीं आने वाले हैं