मुंबई, महाराष्ट्र: फिल्म निर्माता और अभिनेता अनुराग कश्यप ने अनंत महादेवन की जीवनी पर आधारित फिल्म 'फुले' को मिल रही आलोचनाओं पर चिंता जताई है। प्रतीक गांधी और पत्रलेखा अभिनीत इस फिल्म को जातिवाद को बढ़ावा देने के आरोप में कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। निर्माताओं को केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने 25 अप्रैल को रिलीज होने से पहले फिल्म में जाति के संदर्भों को हटाने के लिए कहा है।
#phule #anuragkashyap #entertainment
#phule #anuragkashyap #entertainment
Category
😹
FunTranscript
00:00फिल्म निर्माता और अभिनेता अनुरापककश्यक में अनंत महादेवन की जीवनी पर अधायद फिल्म फूले को मिल रही आलोशनों पर चिंता जताई है
00:09पतिक गांधी और पत्रलेखा विनीत इस फिल्म को जातिवात को बढ़ावा देने के आरोप में कड़ी आलचनों का सामना करना पड़ रहा है
00:17निर्माताओं को कींद्री फिल्म बढ़ाण बोर ने 25 अपरेल कुरीज होने पहले फिल्म में ज्राति के संदर्फ को हटाने के लिए कहा है
00:25CBFC के दिशानिर्देशों के बार निर्माताओं को कई जातीगा संदत को हटाना पड़ा
00:31जिन में महार, माह, पेशावाई और मानुकी ज्वाती अवस्ता जैसे शब्द शामिल थे
00:38CBFC के पैसले पर अपनी परिशानी साजा करते वे
00:42कश्यप ने अपने इंस्टा स्टोरी पर एक नोट लिखा
00:45पंजव, 95, 30, भाकर्टू, फूले
00:49मुझे नहीं पता कि इस जातीवाती, छेत्रवादी नसलवादी के एजेंटे को उजागार करने वाली
00:55कितनी अन्य फिल्में अवरुद हैं
00:58हमारे नेता जातीव सिस्टम को खतम कर दिया है
01:01यह फिल्म सब से रिवादों में है, जब से इसका ट्रेलर आया है
01:06इससे पहले फिल्म निर्माता अनुभव सिनह ने भी सोशल मीडिया पर फिल्म सेंसर्शिप पर सवाल उठाए थे