Skip to playerSkip to main contentSkip to footer
  • 2 days ago
Barbaroslar Khairuddeen Season 1 Episode 107 Urdu Hindi dubbed Review ATV Searial Khairuddin Barbarossa, also known as Barbaros Hayrettin Paşa, was a renowned Ottoman admiral and governor of Algeria in the 16th century. He is considered one of the greatest admirals in Ottoman naval history His sword is known as Bahr i Room or Sword of the Roman Sea The sword is believed to have been made in the 16th century and holds significant historical value green TV Entertainment KIZILELMA Golden Apple daily new episode on Dailymotion Geo TV Entertainment

Category

📺
TV
Transcript
00:00इल्यास बेटा, मेरे शेर बच्चे, अगर तुम्हे कुछ हो जाता, तो ये पानी भी मेरे अंदर की आग ना मुझा पाता।
00:10वो इस काबिल नहीं कि हमारा कुछ बिकार सकें। आप दिल में बिनान रखिये।
00:14खुश आमती इल्यास।
00:18बहुत शुक्रिया, अल्ला का शुकर है।
00:24तुम्हे इतनी देर क्यों हो गई बेटा, हम तुम्हारे लिए बहुत परिशान थे।
00:28चंद गीदोनों ने हमारा रास्ता रोख लिया तखाला, लेकिन हमने बता दिया समंदरी भीड़िये कैसे होते हैं।
00:34हाँ, मैंने तो पहले ही कह दिया था कि अगर उने देर हुई है तो वह जरूर काफरों को जहन्नम वसल कर रहे होंगे।
00:42हिजर और पीरी मर्यम को लेकर अभी तक नहीं लोटे हैं।
00:45नहीं लोटे।
01:04वह जोगे।
01:24दागी, आन्तो आनो ले उनार्दो को तेखाने मेले जो।
01:28जो आपका हुकम कपता, चलो तो मेरे साथ हो।
01:31हाँ तो, हम ने मैदाने जंग में एक बहुत बड़ी शादी की तकरीब बना ली।
01:35और अब वक्त है, इल्यास और आस्थर की शादी की तकरीब का।
01:43तयारियां जल मुकमल कर लो।
01:45जी बाबा उरूज।
01:47पीरी और हिजर के मर्यम को लेकर आते ही, तयारियां शुरू कर देंगे।
01:51इंशालाँ
01:53चक्ष्ट 와 क्मशच बेसे लिए
01:59झालाँ
02:07तयार उब नदित
02:12जी इंशत
02:16ँ хорош
02:18यह सब क्या हो रहा है कौन हो तुम लोग
02:31इस दर पेत्रों ने तुम्हारे पिछे जासूस भेज़ आमें पकड़ने के लिए चलो किसी महफूस जगा चलते हैं
02:45आइशा, निको, तुम दोनों अत्राफ का जाइज़ा लो
02:56वक्त पर बाहर ना आने के वज़े से हम तुम्हारे लिए परिशान होके थे मरियम
03:02तुम बाहर ना आते तो हम के लिए के अंदर दाखिल होने वाले थे
03:05मुझे अभी मौका मिला था
03:06जब मैं अंदर थी तो तुम पर होने वाले हमले के बारे में पता चला
03:10शुकर है के तुम सही सलामत हो
03:13जासूसो की वेसे तुम के लिए से फराड नहीं हो सकती थी
03:16पैत्रों ने तुमे कैसे जाने तिया
03:18उसने कहा कि मुझे मजीद रोके रखना बिल्कुल बेमाईने है
03:29शायद वो मेरे सर्ये तुम लोगों को बकड़ना चाहता था
03:33उसका क्या मौमला था तुमारे साथ
03:36क्या वो किताब के रास का मौमला था
03:39या फिर कोई और वचा थी
03:44किताब का ही मामला था जाहर है
03:48और क्या हो सकता है
03:50वेनिस्के लियोनार्दो को पकड़ लिया
03:56पकड़ लिया है
03:57उरूज कप्तान उसे इसकंदरिया ले गए
04:00उसे पकड़वाने में तुम्हारा एहम किरदार था
04:05जहां तक मुझे पता चला है वो इसाई दुनिया के लिए एक एहम शक्सियत है
04:10उसकी वज़ा से हम पर बहुत मुसीबते आ सकती है
04:14तो अब क्या करें हम
04:16पूरी दुनिया को हमारे खिलाफ खड़ा होने तो मर्यम
04:19हमारे खिलाफ उनका सबसे आहम हथ्यार था लियोनार्दो
04:24इसाई इत्याद की कुझी अब वो कुझी हमारे पास है
04:28लियोनार्दो को अब हम उनके खिलाफ हथ्यार के दौट पर इस्तिमाल करेंगे
04:32और जब वक्त आएगा तो सबसे पहले बेतरो और फिर उन सब को उनके ही खून में नहला देंगे
04:38लोग इसी तरफ आ रहे मेरा खैला हमें निकलना चाहिए
04:44चलो आजाओ, साहिज फिमाली दर्वाजे के बाई जानेब है
04:48मर्यम का ताकुब करने वाले हमारे जासूस मारे गए जनाब
04:55हिजर ने किया होगा, लेकिन लेकिन वो ये अकेले नहीं कर सकता
05:02कली मिनोस में उसमानी जासूस दंदना ते फिर रहे हैं, कौन है वो
05:08अब तक हम मालूम नहीं कर पाए, लेकिन पता चला है कि उनकी क्यादा देख असमानी जासूस को पीरी के गतल के बाद बिना असर की मुर्गियों की तरह घुमने दो
05:28जो आपका हुकम जनाब
05:29आज शाम इल्यास की शादी के तकरीम नकित की जाएगी
05:32हमारे आद्गियों से कह दो, वहाँ खुन की बढ़साद कर देए
05:38जो उन्होंने मारे साथ किया है, ये खुन उसके बदले के तोर पर बाहाए जाएगा
05:57हिस्दर
05:58वेनिस का लियोनार्दू
06:01इसाइयों की रियासदों में बहुत बाएसर शक्सियत मना चाता है
06:07वेनिस के दो के खानदान से तालूग है उसका
06:11केलेम नौस से यहाँ तक तुम उसे की बात कर रहे
06:14तुम्हें क्या हो गया है मर्यम
06:17तुम्हें अचानक से उसकी परवा क्यों हो रही है
06:21मुझे इसलिए परवा है क्योंकि वो ही शक्स हमारे बास है
06:27इसकी वज़े से पूरी इसाइय दुनिया हमारे पीछे बढ़ सकती है
06:30इससे पहले तुम्हारी आँखों में चमक हुआ करती थी
06:34तुम्हें फौजों के खिलास अके लिए ड़जाने की हिम्मत होती थी
06:38लेकिन वो मरियम कहां खो गई
06:46क्या बात है जो मैं जानता मरियम
06:48नहीं मैंने जो सोचा है तुमसे कह दिया
06:53है अगर कुछ गलत कह दिया है तुम आफकर दिना110 e
07:00अपनी सोच को पेश करने में कुछ गलत नहीं है लेकिन तुम्हारा खौफ सदा होना गलत यह
07:06खेर, ये जान लो, वो लियोनार्दो हमारे कबजी में रहेगा, और उसके जरिये हम पेतरों और दूसरे इसाईयों को तबाह कर देंगे, तुम्हारे लिए मेरा मश्वरा है, उस वक्त तक के लिए इन परिशानियों को अपने जहन से निकाल दो, और पुरानी मर्यम बन जा�
07:36सियोनोर पारपरी को, आपके पास इतना सोना है कि वेनिस से आप जितना चाहे मंगभा सकती, अगर आप इने तावा ना दा करें तो ये हमें छोड़ देंगे, तुम कज्जाक हो इसलिए हर चीज को सोने के तब दो,
08:06लेकिन रुच वैसा नहीं है जैसा तुम समझते हो, उसका मकसद बहुत बड़ा है, वह रगदो बेटा, ओ बुजरक इंसान, हमारी फिर मुलाकात तो,
08:36तुम्हारा सफर तबील था, तुम्हे भूक लगी होगी, ये रहम दिली जुदोके से कहीं ज्यादा जालम है, तुमने अपनी इस हरकत से कितने इमानदा रिसाइयों को अपने दीन में दाखिल किया है,
09:06लोगों के दिलों पर लगे कुफल को खोलने की हमारी कोई बिसाथ नहीं, जिने अल्ला हिदाय दे वो खुद खोल लेते हैं, तुम्हारे नसीब में नहीं है तो, मैं तुम्हारी कोई मदद नहीं कर सकता,
09:21कुछ ऐसा है जो मेरी समझ में नहीं आया, पहले, तुम उस खुदा के लिए हम से लड़ें, जिस पर तुम एमान रखते हो, और हमें अपना कैदी बना लिया,
09:36और फिर तुम उसी अल्ला की रजा हासिल करने के लिए जिस पर एमान रखते हो, हमारे साथ हम दरदी से पेश आते हो, इन दोनों को कैसे मिलाते हो,
09:47हमारी किसी से दोस्ती और दुश्मनी दोनों ये अल्ला की रजा के लिए होती है
09:55हम फितने और जल्म के दुश्मन है
09:59हमारी लडाई का मकसद तबहा करना नहीं होता
10:03सिर्फ दुरूस्त करना होता है
10:05हम लडाई शुरू करने से पहले
10:08दुश्मन को हत्यार डालने की पेशकर्श करते हैं
10:14और अगर वो कुबूल नहीं करता
10:16तो जल्म और फितने को खत्म करने के लिए
10:20हम अपने दुश्मन को अपनी ताकत से जेर कर लेते हैं
10:23अगर उसे पश्तावा हो और वो अपनी शिकस्स से सबक सीख जाए
10:29तो फिर वो हमारा दुश्मन नहीं रहता
10:32और ये रहम दिली हमारी तरफ से नहीं है
10:40बलके हमारे पेखंबर सल्ल्लाब अल्यावाली वाली वसल्म की तरफ से है
10:45ये उनके हुक्म की बजावरी के लिए है
10:48उन्होंने फरमाया
10:51जो तुम खाओ वोही कैदियों को खिलाओ
10:54जो तुम पहनो वोही कैदियों को पहनाओ
10:58ये उनका हुक्म है
11:03यानि जो कुछ तुम्हारे पास है
11:06वो हमारी दुर्फ से नहीं
11:08उनकी वसीहत ये है कि तुमें मारने के लिए
11:14आने वाला तुम्हें देखकर नई जिंदगी पाए
11:21जब खाना खालो
11:44कैसे हैं आप जी मतर्मा कही है
11:58ये मसाले मिलाकर मुझे एक ओका दे दीजे
12:00अभी देता हूं मतर्मा
12:02सुना है औरूज की पना से निकल कर सराय वापस आ गई हो तु
12:10शहबास की इमारत देखकर तुम्हारी नियत खराब हो गई ना
12:14सच कहूं तो तुम बहुत ही चलाक हो रहत हो
12:17तुम्हारी हिम्बत कैसे ही मुझसे इस तरह बात है ने की
12:22कैसे होई मेरे दोथ पर हातों धने की
12:36रुक जाओ एक मर्द होकर खातूम पर पीछे से हमला करोगे तुम
12:43बेशरम अपने जिस्म की सारी हडिया तोड़ने पर मजबूर बर्स परो मुझे यहां होगे
12:50इन गुस्ताख कुटों को इनकी आउकाद याद दिला दो
12:57यहां आओ तो बारत पर हाथ उठाते हो
13:00आपका शुक्रिया खाला
13:06कैसी बाते कर लेगे इस तरह के खलीज हर जगह होते हैं
13:11वैसे मैं तुम्हें यहां शादी की दावत देनी आई थी आज कीरा
13:15इल्यास और इस्तर की हवेली में शादी है और हम चाहते हैं कि तुम भी शामिल हो
13:20बहुत खुश हो मैं इल्यास और इस्तर के लिए लेकिन मेरा वहाना मुनासिब नहीं होगा
13:29क्यों मुनासिब नहीं होगा हमारा घर हमेशा से तुम्हारा भी तो है
13:35अपने देखा नहीं हो माखादा अपने सोचता है कि मैंने अरूज को धूका दिया यह कुब नहीं कर सकती मैं
13:45और जो को चब तक हो गया है उसके बाद अगर फिल्बी में आई तो वहां मौदूद लोगों का मजा फिरकर आओगा
13:53लेकिन बहुत शुक्रिया मुझे खुशी है उनके लिए बहुत मेरी दुआए है
14:00क्या तुम वाकि उन घटिया और गुस्ताख ठेले वालों के वज़े से ऐसा कह रही हूँ
14:05देखो बेटी नहीं अरूज और नहीं हम यह सोचते हैं कि तुमने धोका दिया
14:14तुम आओगी तो हमें खुशी होगा और तुम्हारे दिल से यह बोज़ भी उदर जाएगा
14:22अल्लाह रजी हुत झादिया
14:47हमा खातून
14:52क्या बात है
14:55अपने काम के लिए
14:57सिकंदरिया में अब मर्दों को तलाश कर रही हो
14:59इसकंदरिया की
15:01इन दुकानदारों में कोई हकी
15:03मर्द हो था तो काम पर этого
15:05रख लेती
15:05मतलब क्या है इस बात का
15:08इन दुकानदारों ने बीच बाशार में
15:10एक लड़की को डंडे से मारने की कोशिश की, तो कहां है ममलूग सिपाही?
15:16कहां है, बताओ मुझे.
15:18कहां है वो ममलूग इंसाफ?
15:22अगर उन्होंने उस्मानी सरहत में ये हरकत की होती,
15:27तो पहले ओडे लगाई जाते.
15:29फिर उन्हें घोडे पर उल्टा बिठा कर,
15:32पूरे बाजार में घुमा कर,
15:34तमाम गवाहों के लिए इबरत का निशान बनाया जाता.
15:38शुकर रहे हमने वहां पहुँच कर,
15:41उस्मानी अंदास में इंसाफ के तकासे पूरे कर दिये.
15:52इस मामले को एक तरफ रखते हैं.
15:53तुम उस सराय वाली इजाबेल से क्या बाते कर रही थी?
15:59कहीं तुम उसे अपने लिए काम करने का तो नहीं कह रही थी?
16:04क्या इतना गिर चुकी हो हुमा खातून?
16:07या फिर मजबूर हो गई हो तुम?
16:10कुछ कहती क्यों नहीं?
16:11तुम्हारी कोशिशों से कोई फर्क नहीं पढ़ने वाला.
16:16तुम मेरे बिज़ाए गए जालों से चुटकारा हासल नहीं कर सकती.
16:20तूरे इस कैंदरिया में तुम्हें हैं.
16:22एक शक्स भी ऐसा नहीं मिलेगा जो तुम्हारे लिए काम करने को तैयार हो.
16:26दारूल हुकुमत से आप जिन की तवक्व कर रही थी, वो पहुच चुके हैं.
16:36फिरोजा खातूल, इत्मिनान रखिए.
16:40हमने इस मामले को भी उस्मानी तरीके से हल कर लिया है.
16:44अब से ममलुक सर्जमीन भी देख लेगी के दुकानदारों के काम और अखलाग का तर्ज से अमल कैसा होना चाहिए.
16:53चलती हूँ अब.
16:54समंदर में अमल्ला की मानिन थाबित खदम रहू.
17:16हो सकता है अल्ला तुमें फता से हम किनार कर दे.
17:19हर रास्ते पे आपको एक रहनुमा की जरूरत होती है.
17:26हर मल्ला को इल्म के उसूल और अच्छे काम करने की जरूरत होती है.
17:38आपने अपनी तेज़ धार तलवार रखकर नोकीले कलम उठा लिया हाँ?
17:43हाँ. एक बहुदूर इनसान की जिंदगी.
17:45तेज़ तलवार और नोकीले कलम के दर्मयान ही गुसरती है मेरे भाई.
17:51एक तरफ नक्षा और दूसरी तरफ तहरीर है?
17:56ये कैसी किताब है?
17:59किताब अलबहरिया नाम रख़ा है इसका.
18:01मैं इसके दाब पे अपनी यादों को कलम बंद और नक्षे सामिल कर देता हूँ.
18:08और इसके अलावा अपनी सारी मालूमात भी दर्यर करता हूँ.
18:11काफी मुश्किल काम है नक्षा निगारी सीखना.
18:18वैसे आपको कैसे इसमें दिल्चस्पी बैदा हो गई?
18:22कैसे कदम रखा अपने इल्म के समंदर में?
18:27तो ये तमाम समंदर तुमारे लिए काफी नहीं है?
18:30जो तुम मेरे समंदर में कूदना चाहते हो.
18:32यहां से मेरी काहनी शिरू होती है.
18:43क्रोया के लिए से.
19:02तो वो तुम हो जो छुपकर कुरोया के लिए का नक्षा बना रहे थे.
19:14ये तुर्क जासु से. पकड़ लो इसे.
19:19छोड़ो!
19:21यहां लाओ इसे मुझे दो. लाओ दो. दो मुझे.
19:25तो इस नक्षे के मुताबिक तुम कुरोया के लिए पर हमला करोगे.
19:34अब मैं पहले इसे फाड़ूंगा. और फिर तुम्हारी चान.
19:39मत करो. इसे मुझे दो मत फाड़ो.
19:43तुर्कों ने हमला किया है. होश्यार हो जाओ.
19:55दरो नहीं बेटा. ये हाथ सिर्फ जालिमों को नुक्सान पहुचाते हैं.
20:20मजलुम की दाद रसी करते हैं. अपना हाथ दो मुझे.
20:31चलो.
20:42तुम यहां क्या कर रहे हो? क्या तुम सरदी गाओं के हो?
20:47अन्य दोलर से हूँ मैं.
20:50अच्छा.
21:09अर्द्वी हमायोन में ख़फिया तौर पर घुसने वाला बच्चा यही है.
21:13जी यही है सुल्टानम अस्थम?
21:19हम.
21:20फॉच्चा.
21:43जी यही यही हमायोन में.
21:46फ ந्क्रे ढ्म जाला पर पर अईपी झाले तूर्दं.
21:50झाल झाल

Recommended