Skip to playerSkip to main contentSkip to footer
  • 5 days ago
Barbaroslar Khairuddeen Season 1 Episode 100 Urdu Hindi dubbed Review ATV Searial Khairuddin Barbarossa, also known as Barbaros Hayrettin Paşa, was a renowned Ottoman admiral and governor of Algeria in the 16th century. He is considered one of the greatest admirals in Ottoman naval history Makki tv subtitles Urdu Hindi Mehmed The Undefeated Warrior Turkish drama serial PTV Urdu TRT original

Category

📺
TV
Transcript
00:00इल्यास को ले जाने वाला जहाज सामने है
00:30इस बात तुम बुरी तरह हार गए हो रूच
00:44जिसका तश्चिकस्त खाओगे तो तुम्हे अंताजा होगा
00:49कि तुमसे हकाजाक से नहीं निमट सकते
00:52चलो साथियो लंगर उठाओ बात्मान लेहरा दो
00:57अनका पानी निकालने से पहले ही डूचाएगा हम सुराफ मनने नहीं कर सकते
01:22हैं विसे भी पानी बहुत जुका है
01:25गंदर, चल कर कप्तान को बताते हैं
01:28चलो
01:29उन्होंने पूरे जहाज में स्वराख कर दिये हैं बावरूस
01:37पानी खुटनों तक आ गया है जहाज डुप जाएगा
01:40हम इससे बाहर निकलना होगा
01:41इसका मतलब उनके पीछे नहीं जा सकते हैं
01:43वो मेरी नजरों के सामने इल्यास को दूर ले जा रहे हैं
01:48तुम जहन्नम की गहराई में भी चले के तो तुम्हें पकड़ लूगा
01:51मैं इल्यास को तुम्हारे पास तहीं रहने दूगा
01:53बाबा हुरुच आपका सखम बिगड़ता जा रहा है
02:03हमें इस जहास को डूपने से पहले ही बाहर निकालना होगा
02:06इसके अलावा हमें आपके जखम का इलाज भी तो कराना है ना कप्तान
02:09लेस्वास खबर विजवाता हूँ
02:13उनसे कहो के कैलम नोस में उसमानी जासूसों से
02:17इल्यास के बारे में पता लगवाए
02:18इसाथ भाई से कहना
02:20कि अपनी तमाम फौजों को इखटा कर ले
02:22काफिर रोदोस के जंगजूओं से हमारी जंग शुरू हो चुकी है
02:31आज के बाद से
02:41इसकेंदरिया की कोई भी खातून बेरोसकार नहीं रहेगी
02:46मैं आप सब को हमारे रियासती उमूर के लिए
02:50मुलाजमत पर रखूंगी
02:52रियासत
02:54सब चीजों पर मुकद्दम है
02:57आप सब का मुवज़ा आपकी सूच से ज्यादा होगा
03:03बैटी रही
03:16और अब तुम इन सब को अपनी तरफ कर रही हो जिनने हम अपने लिए राजी कर चुके थे
03:23यू मूच आकर आने से गुरेस किया करो हमा खातून
03:29और लोगों को अपनी तरफ करने से क्या मुराद है तुम्हारी
03:34हमारी तरफ होना मतला रियासत की तरफ होना
03:37इसकेंदरिया के लोग हैं ये
03:41तो काम भी हमारे लिए ही करना चाहिए
03:44तुमने ये इसलिए किया कि कोई मेरे लिए काम नहीं कर सके
03:50रियासत की बातें तो बस कहानी है
03:52तुम लोगों ने हमारी तसलील की
03:58हमारा मुहाइदा हुआ था
04:00यहां तक के मुआफ़जा भी दिया जा चुका था
04:03लेकिन आपने हमें छोड़ दिया
04:06हमेशा रियासत तरजीह होती है हुमा खातून
04:08हम क्या कर सकते हैं
04:10सुल लिया तुमने
04:11हमारे यहां अवजी तरजीह सिर्फ
04:16रियासत को दी जाती है
04:19हमारे लिए तुम्हारे उसूल और मुहाइदे
04:24बेवुक्कतों बेमाया हैं
04:29बहतर होगा कि इस अकिकत को कुबूल करके पीछे अब जाओ, वर्ना हमारे हाथों बहुत तकलीफ अठाओगी.
04:37हमने अब तक तुम्हारी हर साजिश पे नकाब गी, और आगे भी करेंगे.
04:42अपनी हरकतें जारी रखो, हम तुम्हें तबाह करके अपनी ताकत का एहसास दिलाएंगे.
04:55दर्बान!
04:59हमां खातून को बहर ले जाओ.
05:12जख्म कैसा है तुम्हारा?
05:21ठीक है. कुछ दिनों में बेहतर हो जाएगा.
05:28उनका मसला मेरे साथ है.
05:31लेकिन बात यहां खत्ब नहीं होती.
05:33मेरी वज़ा से सब मुसीबत में मुबतला हो रहे हैं.
05:36एक हमला वो करते हैं तो एक हमारी तरफ से होता है.
05:38आखिर ऐसा कब तक चलेगा है सर?
05:42यह तब तक खत्म नहीं होगा.
05:44जब तक हम हत्मी हमला करके उन्हें खत्म नहीं कर देते मरीम.
05:47तुम क्या कहती हो?
05:50कोई शुबा नहीं कि हम उन्हें तबाह कर देंगे.
05:53लेकिन इस अमल में, जिससे मैं प्यार करती हूँ.
05:56बस यहीं डर है कि हमारे प्यारे तकलीफ में आ जाएंगे.
06:07तुम तो उनके लिए एक अदफ हो ही मरीम.
06:11उनका बड़ा मकसद हमें गहरे रूम से बाहर करना है.
06:14हमारी दुश्मनी तुम्हारी वज़ा से शुरू नहीं हुई.
06:16बिलावजे खुद को इल्जाम मत दो.
06:20ये एक अजीम जंग का वक्त है.
06:24अब वो और हम दोनों ही जंग की तैयारी में लगे हुए हैं.
06:29तुम देखोगी, इसके बाद तमाम मुश्किलात का खात्मा हो जाएगा.
06:42इसे अपने साथ दर अलहुकूमत ले जाओ.
06:45महतरम वजीर आजम के पास.
06:48ममलूक भी देखेंगे कि उनकी साज़िशें कैसे उनके सर पर उलट कर आती है.
06:52जो आपका हुक्म हुमा खातून?
06:53अरूज की कोई खाबर आई?
06:54कप्तान अरूज के ब्रोजे नामी जंग्जू को शिफाखाने ले गए हैं.
06:57जखमी था वो.
07:00और इल्यास?
07:01वो दोनों साथ ही थे.
07:03तो फिर इल्यास कहा है?
07:05अरूज बेटा, ये क्या हुआ?
07:15रास्ते में हम पर हमला हुआ था खाला.
07:18मुझे बंदूग की गोली रग गई थी.
07:21और इल्यास, वो कहा है?
07:25उन्होंने तमाम मसलूम हप्शियों और हमारे जंग्जूओं को शहीद कर दिया.
07:30इल्यास को अपने साथ कैलेमनोस ले गए.
07:35इल्यास?
07:36बेटा, इल्यास को क्यों ले गए वो?
07:39जाहर है, उनका हम से किसी बड़ी चीज़ का मतालबा होगा, खाला.
07:42लेकिन आप बेफिकर रहे, मैं उनकी साजिशन नाकाम बनातूँगा.
07:47बताईए भाई, हम क्या करें अब?
07:50इल्यास को उनसे कैसे बचाए?
07:53देखे, मैं कहीं भी जाकर बाहर आजाँगी.
07:57मुझे पहले भी कैलेमनोस ले जाए गया था.
07:59इजासत दीजिए, इल्यास को बचाने के लिए मैं कुछ भी कर सकती हूँ.
08:02कैलेमनोस पर पहले भी हमला कर चुके हैं.
08:11लेकिन, अब उसी अंदाज में दोबारा ऐसा नहीं कर सकते हैं.
08:15हमने कैलेमनोस में जासुसों को खबर बिजवा दिया.
08:18जैसे ही कोई खबर आई,
08:20हरकत में आने का मनसूबा बना लेंगे.
08:22पता करो, ब्रोजजे कैसा है.
08:27और मेरे लिए भी तबीब ले आओ.
08:30जो आपका हुकम.
08:39पेस तर, संभालो.
08:45उसके वापसी पर हमारी शादी थी, खाला.
08:49क्या हम इसके मुस्तहक हैं?
08:52पहली बहुत कुछ जह चुके हैं.
08:56अब बर्दाश नहीं कर सकती हैं.
09:00काफिरों से हमारी जंग हो रही है.
09:03वो हमारे साथ बहुत बुरा भी कर सकते हैं.
09:07चाहे हम कितनी ही तकलीफ में क्यों ना हूँ,
09:10हमें मस्बूती से खड़े रहना है.
09:12इसके अलावा हमें इल्यास के लिए द्वा कत्मी हैं.
09:16तुमने मच बलाया? क्या हुआ?
09:44सुबह तुम सराय में नहीं थी, इसाबेल.
09:48आखिर कहां थी?
09:49तुम है क्या?
09:51तुम होते कौन हो मुझसे पूछने वाले?
09:55उरूच पर हमला हुआ और उर्सी वक्त तुम भी यहां से गायब थी, इसाबेल.
10:00क्या तफाक है?
10:03हाँ.
10:03आख का पूरा दिन है तिफाकाट से भरपूर है.
10:07उरूच पर हमला करने वाले रोदूस के जंगजू थे, ये बात प्हली है.
10:11हाला के वो जंगजू यहां सिर्फ यूनिता के जहाज के जहाज के जरीए ही आ सकते हैं.
10:15तो तुम्हें इस कंदरिया में यूनिता की कटपुतली होने के बावजूद इस बारे में कोई ख़बर नहीं थी?
10:21मुझे पता होता तो तुम्हें भी ख़बर होती.
10:23और तुम दस्तावेजाद चुरा कर दोड़ती हुई.
10:25उरूज को जाएकर सब कुछ बता देती, सही कहा ना?
10:28अगर मुझे उरूज की जान के फिक्र होती, तो ऐसा ही करती मैं.
10:31फिर तुम्हारा भाई मारा जाता?
10:33तुम्हें मुझे अपने काबू में रखने के लिए उसे जिन्दा रखना होगा.
10:40इतने यकीन से मत कहो.
10:49देखो.
10:57तुम्हारे भाई का खुम्हें.
11:03गटिया इंसान!
11:06अब बताओ मुझे,
11:08कि तुम्हें उसकी जान ली है ताके मैं तुम्हारी गर्दन काटू.
11:15अभी नहीं मारा.
11:17तुम्हें खबरदार करने के लिए बस थोड़ी सी तकलीफ पहुँचाई है.
11:22अगर तुम्हें उरूज की मदद जारी रखी,
11:23या उसके बास भी गई,
11:26तो याद रखो तुम्हारा भाई.
11:30खत्म.
11:37और मैं भी आखरी बार कह रहे हूँ.
11:40अगर दुबारा तुम्हें मेरे भाई को तकलीफ पहुचाई,
11:43तो मैं तुम्हें तुम्हारी ये खुन में नहलाऊँगी.
11:45बेरहमी से.
11:53बहुत शुक्रिया, दर्वेश.
12:15आप हर मुश्किल में हमारे काम आते हैं.
12:17खेर, मेरा काम तो सिर्फ इलाश करना है.
12:25अल्ला का शुक्र है कि तुम सही वक्त पर आ गए.
12:28अगर गोली कुछ देर और जिसम में रहती,
12:31तो ये जखम नासूर बन जाता.
12:35मेरे इंतगाम की आग के सामने ये जखम तो कुछ भी नहीं है दर्वेश.
12:38उन्होंने मस्लूमों को शहीद कर दिया.
12:43मेरे भाई को अगवा कर लिया.
12:51इस सब का जिम्मेदार सिर्फ मैं हूँ.
12:55जो कुछ भी हो रहा है, इसमें कुसूर मेरा है.
12:58अपने दान भीच लो.
13:01या शाफी, या शाफी, या शाफी.
13:06और अब, तुमने क्या सोचा के उनसे इस जुल्म का बदला कैसे लोगे?
13:25जंग के लिए पहले ही से तलवार निकाल चुका हूँ.
13:28काफिर अगर मौजों की शकल में भी मेरे सामने आये तो मैं पीछे नहीं हड़ोगा.
13:31या तो वो काफिर मेरे हाथों मारे जाएंगे, या फिर इस मकसद के लिए मैं शहीद हो जाओंगा.
13:39ये जंग तो तुमने शुरू की है, हो सकता है, रियास्तों के दर्मियान तनाजिका बाइस बन जाएंगे.
13:49शाये जिससे सियासी तवाजन में तबदीली पैदा हो जाएंगे, और हो सकता है, तुम्हारे दुश्मन तुम पर हावी हो जाएंगे.
13:56हम एक मजलुम की दादरसी के लिए भी सारी दुनिया से टकराने के लिए तैयारे दर्वेश.
14:04सही रास्ते पर होने के बावजूद क्या हमें ये जेब देता है क्या हम पीछे अट जाएंगे.
14:07बिल्कुल ये जेब नहीं देता अरूच बेटा, बिल्कुल जेब नहीं देता, अपने इस वैस्टे के साथ.
14:18आप अल्ला के हुक्म की तामिल कर रहे हैं.
14:21अल्ला आयत करीमा में वाज़ तोर पर बयान करता है, अम्न में खलल और हर तरह की खिलाफ वर्जियों पर जवाबी कारवाई का हुक्म देता है.
14:35अगर आप पर किसी ने हमला किया है तो उसका जवाब दें और अल्ला रब लजजद के हुक्म का एतराम करें.
14:51अब ब्रोज जे की अहालत कैसी है दागी?
14:59फिल्हाल तो तबीब उसका इलाज कर ही रहे हैं कप्तान. वो बहुत ही जल्द सहत्याब हो जाएगा इंशाल्ला.
15:06जब तक कैलम नौस से कोई खबर नहीं आती तब तक हम यहां के मामलाद देखेंगे.
15:10और इसका आगास हम उस बदमाश कराबाई से करेंगे.
15:15रोदोस के जंग्जू भी जल्दी पकड़े जाएंगे.
15:18कराबाई ने हमारा जहास जब्द कर लिया है.
15:20अब वो अपनी गर्दन फुला कर सकंदरियां में गुम रहा है.
15:22मैं अच्छी तरह जानता हूं उसे कैसे शर्मिन्दा करके अपने जहास को उससे वापस लेना है.
15:29इनसाफ के तरह जुकाओ तुम्हारी तरफ है.
15:32अब ये तुम्हारा फर्स है कि जो तुम्हारे खिलाफ जल्म करते हैं, उन्हें सजा दो.
15:38वो जिन्होंने हमारे खिलाफ साजिश की, जिन्होंने हमारा खुन बहाया, वो हवा भी बन जाएं तो सिर्फ खाग की उड़ा सकते हैं.
15:43लेकिन जब बाबा उरूच का समंदरी तुफान उन्हें अपनी लपेट में लेगा, तो हर कोई देखेगा कि मैं उन्हें कैसे धुए में तब्दील करता हूँ.
15:52बुरूच के जहाज से हमें चुपाई हुई तोपें भी नी थी, मौतरम नाइब रियासत, कानून के मताबिक हमने जहाज और तोपें जब्द करनी.
16:19मेरा मतलब है, उरूच कप्तान के लिए ये एक बहुत बड़ा धच्का है.
16:24मैं आपको सहराता हूँ काराबाई, अच्छे काम जारी रखें, किसी को भी हमारी सर्जमीन पर ऐसी हरकत करने ना दें.
16:31उस उरूच कप्तान को सज़ा जरूर मिलनी चाहिए.
16:34अमीर करना बाई.
16:40कौन हो तुम?
16:42बाबा उरूच.
16:44मैं यहाँ अपना जहाज वापस लेने आया हूँ.
16:45तुम्हारा जर्म वाज़े है, अरूच कप्तान.
16:51मुतरम नाइब रियासत यहां मौजूद है, मैं इने सब बता चुका हूँ.
16:54सिर्फ यही तुम्हारा जर्म नहीं है.
16:56उन हफशियों को भी खत्म कर दिया गया जिने तुम सोना लोटा रहे थे.
16:59अगर मौलूक रियासत को ऐसे काम नहीं करने दोगे, तो ऐसा ही होगा चंड डाकू ने तुम्हें अपना शिकार बना लिया.
17:06जिन्हें आप डाकू कहते हैं, वो रोदोस के जंग्जू है.
17:08अगर मौलूक रियासत इतनी है काबल है, तो वो काफिरों को मौसल्मानों की जमीनों पर खून बहाने से कैसे नहीं रोख पाई?
17:15ये तुम क्या कह रहे हो, रोदोस के जंग्जू?
17:17वो हमलावर रोदोस के जंग्जू थे.
17:18वो डाकूओं का भेज बदल कर आए, और आप उन्हें नहीं पहचान सके.
17:25ये कैसी मुस्लिम रियासत है जो काफिरों को मुसल्मानों का खून बहाने से नहीं रोख सकती.
17:29अगर आपका, इसकंदरियां में ये अमीर, मेरे जहास के पीछे पढ़ने की बजाए ये देख लेता तो, इतना खून ना भाया जाता.
17:40इस बात का क्या मतलब है, कारवाई?
17:43हमारी हर जगा चौकियां मुझूद हैं.
17:45मैं वादा करता हूँ, बहुत जल्दों लोग उससे हिसाब लिया चागए.
17:49रहने दीजे रोदूस के जंगजूओं से हम खुद हिसाब ले लेंगे.
17:52एक जहास के लिए रियासती ताकत का खेल खेलने की बजाए, तुम्हें अपने फराइज अदा करने चाहिए दे.
17:57ये बाते तज्जीक आमेज हैं, उरूस कप्तान.
18:03जो आपने किया था ये उससे ज्यादा तज्जीक आमेज नहीं है, मौतरम नाई बे रियासत.
18:09हमने वो जहास और तोपे काफिरों से अपनी तलवार के बल पर हासल की थी.
18:13हम काफिरों के खिलाफ मजलूमों के हुकुक के मकसद को लेकर आगे बढ़ें.
18:17लेकिन हर मोड पर तुमने हमारे हाथ बांदने की कोशिश की.
18:20और काफिरों पर एहसान करते रहें.
18:23इतनी शर्मिंदगी काफी है आपके लिए.
18:25रोदोस के जंग्जूओं से मैं अपने भाई को छुड़ा कर लाओंगा.
18:32और बहाए जाने वाले खुन का बद्ला लूँगा.
18:36तो अब आप हमें हमारी तलवार का हाख वापस देते हैं.
18:39या फिर हम इसे आगे बढ़कर खुद ले लें.
18:41औरुज कप्तान को उसका जहाज और तुपे वापस कर दी जाएं.
18:55जो आपका हुक्म ज़राब.
19:01जिन काफिरों ने हमारी सरजमीन पर खुन बहाया, उन्हें हमारे हवाले करना.
19:06हम उन्हें इबरत का निशान बनाएंगे.
19:08मैं पहले ही कह चुगा.
19:09रोदोस से बद्दा हम खुद लेंगे.
19:13और उन्हें ऐसी सजा दी जाएगी,
19:16जिसकी गुँच केलमनोस से लेकर काहरा तक सुनाई देगी.
19:34जंग जुओं से कहो जहाज तयार करें.
19:36केलमनोस से मालूमात क्या आता हैं, हम मनसूबा बनाकर सफर पर रवाला हो जाएंगे.
19:40जो आपका होक्म?
19:40इसकंदर को अपने साथ लो, और उस कुद्दे शाबास के पास जाओ.
19:44इसकंदरिया के सफीर के सामने उसकी पेशी है.
19:46अगर वो आने से इंकार या मजाहि मत करें, तो तुम्हे इजाज़त है अपना हथोड़ा चलाने की, और घसीट कर यहां ले आना.
19:53आप बिल्कुल फिगर मत करें, गपतान. मैं उसे कुचल कर घसीटा हूँ आपके पास लाँगा.
19:57चलो, आज़ो जंग्जुओ.
20:09क्या हुआ? तुम लोग यहां क्या करने आए हो?
20:12बाबा उरूज ने बुलाया है. किसी आहम मामले पर बात करनी है.
20:16अगर उरूज मुझसे बात करना चाहता है तो, उसे यहां ले आओ. यहां उसका दाफला ममनू है, है ना?
20:23नहीं, नहीं. जाहर है के तुम्हें समझ नहीं आई शाहबास.
20:30कप्तान अगर यहां खुछ चल कर आना चाहें, तो वो यहां असानी से टहलते हुए आ सकते हैं हमारी तरह.
20:37लेकिन उन्होंने चाहा, आपको वहां बलाया जाए, और आपसे उसी तरह बात की जाए.
20:42अरुज मुझे पेश होने के होकम नहीं दी सकता. किस सिलसले में बात करना चाहता है?
20:47रोदोस की जानब से किये जाने वाले हमले के बारे में, वो सब जानते हैं.
20:50मेरा उस मौमने से कोई भी तालुक नहीं. उसे अपने दुश्मनों का सामना करना चाहिए.
20:55अब तुम लोग जा सकते हो यहां से.
20:57बात सुनो, मुझे घुसा दिलाने की जरूवत नहीं है.
21:00अगर कप्तान ने तुमें बुलाया है, तो तुमें आना है.
21:06तुम लोग अपनी हर मुश्किट के लिए हमें मरूद एलस्याम क्यों ठहराते हों?
21:13इन्हों ने का इनका कोई तालुक नहीं. तुमें समझ नहीं आया.
21:18तुम्हारी उंगलियों ने तुम्हें कुछ नहीं सिखाया.
21:20ऐसा नहों कि मैं सबान कर दू तुमारी.
21:22हमारे सराए में आकर हमारे आद्वी को अना के सुछाए दूँआ.
21:24वन्ना यहीं सरुआ दूँगा तुम्हारा.
21:26और मुझे यहां रोपने वाला कोई भी नहीं है.
21:28बहुत हुआ.
21:37बाबा अरूच, उस्मानी सफीर हैं.
21:40अगर तुम्हें बुलाया है, तो आना तु पड़ेगा.
21:42उन्होंने ही हमें इस काम का हुकम दिया है.
21:44हाथियार के इस्तमाल पर मजबूर मत करो.
21:51और हमें तो उनका हुकम हराल में मानना ही पड़ेगा न?
21:54हम्

Recommended