Skip to playerSkip to main contentSkip to footer
  • 4/16/2025
CJI Sanjiv Khanna: वक्फ बिल (Waqf Bill) पर राष्ट्रपति की मुहर तो लग गई है. इसने अब कानून (Waqf Law) का रूप भी ले लिया है. लेकिन मुसलमानों (Muslims and Opposition Parties) और विपक्षी पार्टियों का इसके खिलाफ जोरदार विरोध थमता नजर नहीं आ रहा है. बंगाल का मुर्शिदाबाद (Murshidabad Violence) का जल उठना इसका सबसे बड़ा उदाहरण है. ऐसा नहीं है कि वक्फ कानून के खिलाफ केवल सड़कों (Waqf Law Protest) पर ही बवाल काटा जा रहा है. इसके खिलाफ कानून का भी सहारा लिया गया है और ये सिलसिला जारी भी
है. क्योंकि सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में वक्फ कानून के खिलाफ
तकरीबन 72 याचिकाएं (Waqf Law Petition) डाली जा चुकी हैं. सीजेआई संजीव खन्ना (CJI Sanjiv Khanna) (CJI Khanna) इस पर सुनवाई कर रहे हैं. सुनवाई के पहले सिख धर्म के एक व्यक्ति ने भी एक याचिका डाली है. जो कि इस मामले में सिंगल याचिका है और चर्चा का विषय भी बन गई है.

#CJISanjivKhanna #SupremeCourt #WaqfLawPetiton #ThallapathiVijay
#MurshidabadViolence #WaqfAmendmentBill #WaqfAmendmentLaw
#WaqfAmendmentLawinSupremeCourt #CJIKhannaonWaqfBillPetition
#WaqfAmendmentLawNews #WaqfAmendmentLawbreking #WaqfamendmentLaw
#Congress #CongressinSC #SupremeCourtNews #CJINews #LawNewsinHindi
#LawNews #Peripheral

Also Read

Waqf Amendment Bill: वक्फ पर आज की सुनवाई पूरी, जानिए पुरे विस्तार से सुप्रीम कोर्ट में क्या-क्या हुआ? :: https://hindi.oneindia.com/news/india/waqf-amendment-bill-todays-hearing-on-waqf-is-over-know-what-happened-in-the-supreme-court-1271797.html?ref=DMDesc

BR Gavai: कौन हैं जस्टिस बीआर गवई? जो अगले होंगे भारत के 52वें मुख्य न्यायाधीश, 14 मई को लेंगे शपथ :: https://hindi.oneindia.com/news/india/justice-br-gavai-next-cji-52nd-chief-justice-of-india-oath-on-may-14-profile-all-you-need-to-know-1271771.html?ref=DMDesc

साइनबोर्ड पर उर्दू से चिढ़ क्यों? सुप्रीम कोर्ट ने पूछा, कहा- गंगा-जमुनी तहज़ीब की शोभा है उर्दू :: https://hindi.oneindia.com/news/india/supreme-court-says-urdu-is-the-finest-specimen-of-ganga-jamuni-tehzeeb-or-hindustani-tehzeeb-news-1271707.html?ref=DMDesc

Category

🗞
News
Transcript
00:00वक्फ पर सुप्रीम कोट में सुनवाई के बीच
00:04वक्फ के खिलाफ सिख धर्म से एक मात्रियाची का दाखिल
00:09हिंदु धर्म का हवाला नए कानून का विरोध
00:13सिजियाई खन्ना की बेंच में वक्फ पर सुनवाई
00:18वक्फ के खिलाफ और समर्थन में सुप्रीम कोट में दाखिल याची काओं पर सुनवाई जारी है
00:31सुप्रीम कोट में सीजियाई संजीब खन्ना की अगवाई बाली तीन जज़ों की बेंच वक्फ की याची काओं पर सुनवाई कर रही है
00:39सीजाई खन्ना के साथ जस्टिस संजे कुमार और जस्टिस के भी बिश्वनाथन इस बेंच में शामिल है
00:45सुप्रीम कोट में सुनवाई के पहले ही 72 याचुकाएं दाखिल हो चुकी थी
00:49सीजाई खन्ना की बेंच के बैठने से पहले एक ऐसी याचिका दाखिल की गई जिसने सब का ध्यान अपनी तरफ कीच लिया
00:56ये याचिका एक सिख धर्म के व्यक्ति ने डाली
01:00अपनी याचिका में उन्होंने हिंदु धर्म का हवाला देते हुए वक्त कानून का विरोध किया
01:05सिख धर्म के व्यक्ति के तरफ से डाली गई याचिका में वक्त के पुराने कानून को सही ठहराया गया
01:11सवाल ये है कि वक्ष के खिलाफ और समर्थन में पड़ी इतनी याचिकाओं के बीच आखिर इस याचिका की चर्चा तेज क्यों है? कौन है वो याचिका करता जिन्होंने सब का ध्यान अपनी तरफ की चाहे?
01:24लाएबलॉक रिपोर्ट के मताबिक सुप्रीम कोर्ट में बख्ष के खिलाफ सिख धर्म की तरफ से एक मातर याचिका डालने वाले शख्स का नाम दया सिंग है
01:32दया सिंग हरियाना के गुरुगराम के गुरुद्वारा सिंग सभा के अध्यक्षें
01:37देया सिंग खुद को एक अंतर धार्मिक समर्थक बताते हैं साथ ही ये कई धर्मों के लिए चैरिटि करने के समर्थन का भी दावा करते हैं
01:45याचिका करता दया सिंग नी वक्फ के खिलाफ ताखिल की गई अपनी याचिका में इस कानून की समवेधानिकता को चुनोती दी है
01:53वक्फ के नए कानून को उन्होंने गैर मुसलिम को वक्फ को संपत्ति दान करने से रोकने के उनके मौलिक अधिकारों का हनन बताया है
02:02द्यासिंग हिंदु धार्मिक ट्रस्ट के स्वायत कानूनी दर्जे का भी जिकर अपनी याचिका में किया और वक्ष का नया कानून बनाना कैंदर सरकार का हस्तक्षेब बताते हुए अपनी आपत्य जाहिर की
02:13याचिककर्ता द्यासिंग के मुताबिक वक्व के कानून को बदलना गैर मुसलिमों को वक्व के तोर पर अपनी संपत्यों को दान करने से रोक देना मौलिक अधिकारों का पुरी तरह से हनन है और ये समविदान में सरक्षित है
02:27याचिककर्ता ने कहा है कि ये सिख धर्म में स्थापित एक प्रथा है जो कि दान करने के लिए सिख धर्म के लोगों का समर्थन करती है
02:36सिख धर्म के एक मातर याचिककरता ने वक्फ संशोधन अधिनियम को एक अनुसूची तवर्गिकर्ण को पेश करने वाला बताया है
02:44उनका मानना है कि ये केबल धर्म के अधार पर कर दिया गया है
02:48साथ ही उन्होंने राजसरकारों पर भी सवाल उठाए हैं
02:52जिसमें ये कहा गया है कि स्टेट गवर्नेंस दान को रेगूलेट करने की आड़ में किसी की भी धार्मिक पहचान के अधार पर उनको दान करने से रोक नहीं सकता है
03:03याचिककरता ने वक्फ कानुन को मनमाना और धर्म निर्पेकुष्टा के खिलाब भी बताया है
03:09याचिककरता ने वक्फ कानुन को मुसल्मानों के लिए भी भेडभाव से भरा बताया
03:14जिसके लिए उन्होंने तर्क दिया कि हिंदूओं और सिक्खों की धार्मिक ट्रस्ट को और्टोनॉमस लेगल स्टेटस मिला है
03:21लेकिन जहां तक वक्फ कानुन की बात है इसके जर्ये मुसलिम वक्फ मामलों में सरकार की दखलंदाजी को बढ़ा दिया गया है
03:29ये समविधान के आर्टिकल 14 का घोर उलंगन है
03:32सबसे बड़ी बात ये है कि अब जो अपनी संपत्ति वक्फ करेगा उसके लिए कम से कम 5 साल तक इसलाम की प्रैक्टिस किया होना अनिवारे है
03:41याचिक करता द्यासी ने इस नए रूल पर भी अपनी आपत्ति जताई है
03:46इस खबर में फिलहाल इतना ही खबरों से जुड़े ताजा अपडेट के लिए बने रहें One India हिंदी के साथ

Recommended