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  • 2 days ago
Nil Sasthi Puja 2025 : नील षष्ठी व्रत 2025 इस साल 13 अप्रैल, रविवार को मनाया जा रहा है। बंगाल समेत कई राज्यों में यह व्रत बेहद श्रद्धा के साथ रखा जाता है। इस दिन महिलाएं विशेष रूप से अपने बच्चों की लंबी उम्र, अच्छे स्वास्थ्य और जीवन में सुख-शांति के लिए उपवास करती हैं और भगवान शिव की पूजा करती हैं।

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~PR.115~ED.390~HT.336~
Transcript
00:01नील शश्टी वरत को बंगाल में खास रूप से मनाया जाता है।
00:05इसे नील पूजा भी कहते हैं, ये वरत भगवान शिव और देवी शश्टी को समर्पित होता है, जो संतान की रक्षा करने वाली देवी मानी जाती है।
00:13ये वरत चेतर संक्रान्ती से एक दिन पहले मनाया जाता है और इसे रखने का उदेश्य होता है, संतान की दीरगायू, स्वास्त और सुक्षान्ती की कामना।
00:22एक समय की बात एक भ्रामण दमपत्ती के कई बच्चे हुए लेकिन वो सभी जल्दी मर जाते थे।
00:27दुकी होकर वो काशी चले गए और गंगा किनारे बैट कर विलाप करने लगे। तभी उनके पास एक बुजर्ग महिला आई जो असल में देवी शष्टी थी।
00:35उन्होंने ब्रामण दमपत्ती से कहा कि अगर वो चेतर मास के पूरे महिने सात्विक जीवन जीए और संकरांती से एक दिन पहले वरत रखें तो उनकी संतानू के रक्षा होगी।
00:45उन्हें सला दी गई कि वो भगवान शिव और देवी शष्टी की पूजा करें। नीबू और मिश्री मिलाकर जल पियें और संतान के अच्छि स्वास्त की प्राथना करें।
00:54ब्रामण दमपत्ती ने वैसा ही किया और उन्हें संतान सुख प्राप्त हुआ।
00:57आपको बतादें ये विरत आम तोर पर चेतर मास की शष्टी धिती को मनाया जाता है और बंगाली कलेंडर में इसे चेतर संकरांती के एक दिन पहले मनाया जाता है।
01:06साल दोहजार पच्चिस में ये विरत तेरा अपरेल को मनाया जाएगा।
01:10नील शष्टी के वले एक धार्मिक परंपरा नहीं बलकि एक मा के प्रेम आस्था और त्याग की मिसाल है।
01:15ये विरत दर्शाता है कि मा अपने बच्चे के लिए हर तपस्या करने को तयार रहती है।
01:20ये दिन माओं और बच्चों के बीच भावनात्मक रिष्टे को और मजबूत करता है।
01:25माताएं इस दिन उपवास रखती हैं शाम को भगवान शिव और माशष्टी की पूजा की जाती है।
01:30शिवलिंग पर जल, दूद, बेल, पत्र, फल और मिठाई चड़ाई जाती है।
01:33माशष्टी को खील बताशे नारियल केले और बच्चों के पसंदीदा भोग अरपित किये जाते हैं।
01:39पूजा के बाद माताएं संतान की नाम से दीब चला कर लंबी उम्र की कामना करती हैं।
01:45बरत तोड़ने के समय साथ विक फलाहार किया जाता है जिसमें सेंदा नमक और फल शामिल होते हैं।
01:51फलाल इस वीडियो में इतना ही उमेद आपको ये जानकारी पसंदाई होगी वीडियो को लाइक करें शेयर करें और चैनल को सब्सक्राइब करना बिलकुल न भूलें।

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