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सवाईमाधोपुर. जिले में मेहनतकश किसानों की समस्याएं थमने का नाम नहीं ले रही है। धरतीपुत्रों ने कड़ी मेहनत कर खेतों में गेहूं फसल की बुवाई थी लेकिन जब फसल कटाई के बाद बेचने का समय आया तो गिरदावरी में गड़बड़ी की शिकायतें सामने आ रही है। हालात यह है कि पटवारियों की लापरवाही इन दिनों धरतीपुत्रों को झेलना पड़ रहा है। पटवारियों ने किसानों की गिरदावरी में गेहूं की जगह सरसों की फसल दर्ज कर दी है। इससे किसानों को परेशान होना पड़ रहा है।
गिरदावरी गलत तरीके से करने का आरोप
हलौंदा निवासी किसान रामजीलाल गुर्जर व हर्षवर्धन सिंह गुर्जर ने बताया कि इस बार गेहूं की बुवाई की थी लेकिन गिरदावरी गलत तरीके से दर्शाई गई है। हमने गेहूं की खेती की है, मगर पटवारी ने ऑनलाइन गिरदावरी में सरसों की फसल बता रखी है। इससे सरकारी कांटे पर गेहूं की तुलाई नहीं की जा रही है।
खरीद केन्द्रों पर पहुंचे तो सच्चाई आई सामने
जिले के किसानों ने बताया कि चैकचैनपुरा स्थित अमरूद मण्डी व अन्य केन्द्रों पर पहुंचे तो पता चला कि गेहूं की जगह पटवारी ने सरसों की फसल दर्ज कर दी। इसके बाद किसानों की फसल केन्द्रों पर ही रखी है। अभी तक किसानों ने तुलाई भी नहीं कराई है।
संशोधन की कर रहे मांग
समस्या को लेकर रविवार को किसानों ने खण्डार विधायक को भी ज्ञापन सौंपा। किसानों ने जिस फसल की बुवाई की है, उसे बदल दिया है। इससे किसानों को समर्थन मूल्य पर उपज बेचने में परेशानी हो रही है। ऐसे में सरसों के स्थान पर गेहूं फसल का संशोधन कराने की मांग की है।

आ रहे है मामले सामने
खरीद केन्द्रों पर गिरदावरी में गेहूं की जगह सरसों की फसल दर्ज करने के कई मामले हमारे सामने आ रहे है। गलत दशाई गई फसल के संशोधन का प्रयास किया जाएगा।
विनोद जांगिड़, गुणवत्ता निरीक्षक, एफसीआई सवाईमाधोपुर

इनका कहना है...
गिरदावरी में गलत फसल दर्ज करने की शिकायतें आ रही है, तो किसान तहसील परिसर में आकर संशोधन करवा सकते है। गिरदावरी में गेहूं की जगह सरसों की गलत फसल दर्ज होने को सुधारा जाएगा।
नीरूसिंह, तहसीलदार, सवाईमाधोपुर

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