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  • 2 days ago
Aik Lafz Zindagi Episode 01 - [Eng Sub] - Saad Qureshi - Hira Khan - Sohail Sameer - 5th May 2025 - HAR PAL GEO

This is a tale of how parental conflicts take a toll on their children, forcing them to bear the consequences.

In Tahir and Yasmeen’s family, persistent disputes and misunderstandings threaten to tear relationships apart. Amidst the ongoing chaos, their daughter, Hoor, emerges as a steadfast figure, burdened by loyalty and the need to protect those she loves, often at her own expense.

Her bond with Taimoor, a compassionate and supportive presence in her life, faces significant tests when reckless decisions within her family trigger a devastating incident.

Will Hoor's unwavering loyalty lead her toward salvation or downfall? Can Taimoor's love withstand the harsh realities they must confront, or will the weight of family troubles drive them
apart forever?

7th Sky Entertainment Presentation
Producers: Abdullah Kadwani & Asad Qureshi
Director: Saqib Zafar Khan
Writer: Samina Ejaz

Cast:
Saad Qureshi as Dr.Taimoor
Hira Khan as Hoor
Sohail Sameer as Dawar
Maria Wasti as Pari Gul
Shehryar Zaidi as Asif
Khaled Anam as Tahir
Shaheen Khan as Yasmeen
Azra Mohyeddin as Asiya
Kashif Mahmood as Haris
Saima Qureshi as Afiya
Fazal Hussain as Daniyal (Dani)
Sabiha Hashmi as Nusrat
Sarah Omair as Mehwish
Ikram Abbasi as Khalid
Fareeha Jabeen as Bushra
Dania Enwer as Aymen
Taqi Ahmed as Sharaiz
Sohail Masood as Akram
Salma Qadir as Lubna
Ijaz Ali Khan as Moosa
Minahil as Hoor

#AikLafzZindagi
#SaadQureshi
#HiraKhan
#nayadramaspot

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TV
Transcript
00:00मेरा तुझे से दानाता
00:17मुझे सुकू तू दे जाता
00:20क्यों दिल तुझे ना पुकारता
00:25चुदा चुदा चीदा कैसा
00:29वो चानता है तुरी क्या
00:32तनहाई जो है गुझारता
00:37वफाउ कभी कोई असर ना बाकी रहा
00:43क्यों देरा मेरा कोई मिरने ना बाकी रहा
00:47तुही बता दीवानगी बेचारगी बेगानगी का वो बाकी रहा
00:56बाकी रहा
00:59हो तीवानगी बेचारगी बेगानगी का वो बाकी रहा
01:08अवान
01:38पुपो, पुपो, पुपो, मिखिया ना किती प्यारी लगजी मेरे मेंधी, बहुत प्यारी लगजी है, बेटा हिलाओ नहीं हो, नहीं हिलाओ रही है,
02:08वाओ, अम्मी, मैं आज अपने नियो कर में पहनूँगा, आज भी पहनूगे और कल भी, अरे ये क्या तुमने बाल नहीं कटवाए, नहीं,
02:35आरेस, तुम इसे लेके तो गए ते बाल कटवाने के लिए, फिर बाल क्यों नहीं कटवा इसके?
02:40आ यार, वो बहाजाम की दुगान पर राशी बहुत जाता था, तुम घर के इपने ज़्यादा काम थे, मैंने सोचा बाद में गटवा लेंगे, बस इसी काम के लिए तुम आपस टाइम नहीं था, बागी तो घर के सारे काम करके आ गए तुम, तुम खड़े यहां क्या सु
03:10जाता इसलिए अपनी जुबान पद रखो, हाँ, हाँ, आज तुम जगड़ा क्यों करोगे, क्योंकि आज तो तुम्हारी बहन की तकरीब है ना, जाओ यार, जाके मेरा तिमाग नखराब करो, जाओ, शकल गुम करो यहां से, दफो, जाओ, अच्छा, तुम आग लगाओ �
03:40लड़के जाने के लिए तैयार खड़े, में इस कुरसियां भी तो मंगवाना थी, तुम ने यहां पर आके लड़ना शुरू कर दिया, अम्मी चान हमेशा की तरह मैं नहीं आपकी बहू ने लड़ाई शुरू की है, यकीन कीजिए, इसको पागल खाने जमा कराने का वक्त
04:10अब मैं आपनों को दिखाती हूँ कि वाकई दिमाग कैसे खराब होता है, रुक जाएं आप जड़ा, जाओ, पूर को बुला के लाओ, अभी इसी वक्त जाओ, जाओ, इनकी बातों को अब मैं सच करूँ जमाग खराब हो गया है, पागल समझावाएं ना, पूर, जल्दी
04:40हम कहा है ममा ममा, पुपो के जाओ, वह में कहा लेकि दाए है, खामुश रहो, ज्या मतलब, मुझे भी थाछरा झाओ, जगे लगएं ना, जगे लगवान क्यी, थेक्जान सक फुर मैंने कहा है खामुस हो जाओ, इसलों, यह हरक का रोना दोना था अच्छा नहीं लगता, �
05:10बसकर भी तलों चुब
05:16आर काने तुम दोनों ने अराम से बैठो
05:20अफ्या
05:25अफ्या बेटा
05:28अप्ष्या वाओ आफ्या आफ्या अई अजय तो थी तहां चली गई
05:35जा तो नहीं है बाहर होगी बाहर नहीं है आफ्या नहीं
05:39अफिया
05:44बहुत गलत किया बेटा तुमने
05:50तुम जानती भी हो तुम्हारी नंद की शादी होने वाली है
05:54ये कोई मौका था घर शोड़ के आने का इस तरह से
05:57वो मैं क्या करूँ
05:58और फिर कब तक ये जियातियां में सहती रहूंगी
06:02पासदा सहनी पढ़ती है बेटा
06:05थोड़ा सब्र कर लेती तो ये नौबत तो ना आती
06:07अल्ला अपने बंदे पे उसकी बरदाश से बढ़के कभी बोजने डालता याद रखो
06:13अरे बस कर दे बस कर दे आसिप क्या हो गया आपको
06:16और अपना ये जो लेक्चर है ना ये अपने कॉलिज में दिया करें
06:19अच्छी पिचारी आ किया गई है मेरे ग़र आप इसको डानते जा रहे हैं
06:23पहली वो मुसीबत में है आप कुदी बताएं कि मैंके और सुस्राल में क्या फरक रह जाता है फिर
06:28तुम्हारी यही बाते हैं जिसके वैसे उसका दिमाग खराब हुआ है
06:31अच्छा इसका मतलब हारिस ठीकी तो कहता है कि मेरा दिमाग खराब है
06:38नहीं नहीं अम्मी एक मिनिट मैं पागल हुना तो फिर एक काम करें अबू आप आप लोग कुछे पागल खाने में भेज दें ताकि आप लोग की जिम्मधारी ही खातम हो जाएं
06:48समझाओ इसे
06:51सुलोचो हम भाहर चलते हैं
06:57हमने आपके लिए एक रिमोट कंट्रोल की गाड़ी लिए है वो चलाते हैं चलते हैं अच्छा तो मैं वह आपने घर लेके जाऊंदा ले जानो मेरे जानो
07:13कार्टिया
07:15चानता है यही कुछ करेगी
07:19मेरी इज़त हाँ में मिलाना चाहती है
07:23क्या हो गया आपको भाई ऐसा नहीं है
07:27प्लीज अपने घुस्ते पर थोड़ा कंट्रोल कीजिए
07:30भैविश मेरा दिमाग से करागया है
07:32मैं तो समझ नहीं आ रहा कि मैं इस सिट्वेशन में क्या करूँ
07:36तो मान जाना थी ना उसकी बात
07:38अगर तो मुस्की सुन लेते तो यह नौबत तो ना आती है
07:42मिल्चान कौन सी क्राया मत आजाते
07:44अगर दानी इनी बालों के साथ यह पंचे नहीं अटेंड कर लेता
07:47लेकिन नहीं उस औरत की जिट है
07:50वो कोई मौका हाथ से जाने नहीं देगी
07:52जिसमें वो मुझे का सूरवार ठेरा सके
07:54वो सूरवार हो तो
07:56तुम्हें सोचना चाहिए था
07:58गर मैं बेहन की तक्रीब है
08:00महमान आने वाले हैं
08:01अरे वो जो कुछ गलत भी कह रही थी अगर
08:03तो सुन लेते
08:05प्यार से समझा देते
08:07लेकिन नहीं
08:08जब तक तुम दोनों मिया भीवी लड़ना लो
08:10तुम्हें चैनी नहीं आता
08:12मिजान मेरी चान पे बनी वी है
08:14आप जाने क्या कुछ खेह रही है
08:16पताईए कि इस सुटेशन मुझे क्या करना है
08:20चलो मुझे लेकि
08:21समझा के लिए आउंगी उसे
08:23नहीं
08:24मैं आपको उसके बास लेके नहीं जाओंगा
08:28वो आपकी मेज़दी करेगी
08:30और ये मुझ से बरदास्त नहीं होगा
08:32और बात पेगड़ जाएगी नहीं
08:33मैं आपको लेके नहीं जाओंगा
08:35वो भाई लेकिन
08:37कुछ नो कुछ तो करना पड़ेगा ना
08:39अच्छे आप मुझे लेके चलिए
08:41मैं बात करते हूं उसे जाके
08:43तुम कैसे जा सकती है
08:45अरे माईयों की दुरन
08:47घर से नहीं निकलती
08:49आप अमी जल भी तो जाओंगी ना
08:51पहला तयार होने के लिए
08:53वो अलग बात है वो तो जरूरी है ना
08:55तो यह उससे जादा जरूरी है
08:57यहां इज़त का सवाल है अमी
08:59भाई आप मुझे लेके चलिए
09:01मुझे यकीन है
09:03के वो मेरी बात जरूर मान चाएंगी
09:05आप
09:07जाओ लेके
09:09इसके लाव़ कुई चारा भी नहीं
09:13एके चलो हाँ
09:15अब तुम्हे क्या हुआ
09:17अब तुम्हे क्या हुआ
09:19अरे क्यो इस तरह अपना मूड ओफ करके बैठ गीगी यो बिटा
09:21तुम्हे अरे अभू ने
09:23जो तुबे कहा है, क्या बुरा लग गया?
09:26नहीं अम्मी, मुझे अब्बू की किसी भी बात का बुरा नहीं लगा है।
09:31मुझे तो अफसोस होता है हाजस की हरकतों पर।
09:35असल में अम्मी, मेरे नसीबी पूटें।
09:39इस आदमी ने ना कभी भी मेरी कदर नहीं की।
09:42मुझे एमियत नहीं दी।
09:44हमेशा मेरी बात को रद करता है।
09:47मुझे ऐसा लगता है जैसे जब मैं परेशान होती हूँ तो इसको कुछ लग सा सुकून मिलता है।
09:54बिल्कुल सही किया है तुम दे।
09:56जो अपने घर चली आई।
09:58आज उनके घर में फंक्षन हो रहा है ना देखूँगी कैसे उसको सुकून मिलता है।
10:04जान पर बनी होगी दोनों मा और मेटेगी।
10:07तोपा, चाह मेरी बच्ची मैं हूँ ना तेरे साथ परेशान ना हूँ।
10:11कि बच्ची के लिए कुछ लेक्या हूँ, कुछ काहोगी, प्योगी।
10:15बच्चो नहीं अम्मी, बस आप यही बैठे मेरे पास।
10:18कुछ नहीं कहना हूँ।
10:20वहसत के मेरे तिर पास नहीं हूँ हूँ हूँ।
10:23प्र प्यादी बेठी है।
10:25यह देख खुज नहीं कहा चलिये तिर तिर तिमेरा।
10:30अरे यह तो गाड़ी छोटी है इसलिए पसंद नहीं आई है।
10:35नहीं नहीं, अच्छी है।
10:37तर बेटा खेलते क्यों नहीं हो, खेलो।
10:40चाहँ इसका भी दिलचार है घर जाने का।
10:44नाना अबू, आज पपो की शादी है।
10:48शादी नहीं है अज महंदी है, कल शादी है।
10:52देखे नाना अबू, किते प्यारी महंदी लगाई है।
10:56अर्शे भई वाह, वाह, वाह
10:59मुले सब को दिखानी थी वहापे नाना।
11:01लिके मामा यहाल ही आई।
11:04बेटा बात ही है कि वो इसलिए अबू ने मेरे बाल छोड़े ने करवायते है इस वज़े से अबू और अमी में बहुत लडाई हुई
11:11लिके नाना बूलर आई तो रोज ही आती है हम रोज तो यानी आते है फिर आजर नान क्यों आए है नाना बू जी मेरी चाहते है मुझे पुपो के बास जाने और अपने न्यू कपड़े भी पहनने है फिर उर पहनना अच्छा तुम दोरों काम आँ आप इस गाड़ी से खेल
11:41लो भी गरम-गरम चाहे तुम साथ में भी स्क्राइब शुक्रिया अमी देखो आफिया प्रेटा जितने भी टैंचने है ना वो सब की सब अपने जहन में से निकालके बाहर प्रेंगे तुम लोग तो फिर पिर बगैर बताये क्यों आगे तुम लोग अमी लेके आई थी त
12:11इसको मना कर देते हैं कि हमें नहीं जाना अई क्या हो गया राम से बाहत करें बच्चे तुम इन देखो में आथ करके आथा हूँ
12:21अपो आप कितनी प्यारी लग दिये हैं एक यह तुम भी बहुत प्यारी लग अचे बताओ तुम लोग ने गहाना काया अपी तक ऐसी अम्मा की डांटी काई है अजी जलूंते चल भाए आज़ो
12:36अम्मी मुझे एक बात समझ में नहीं आती है इंसान अपने मतलब के लिए जुग जाता है लेकिन इसको किस चीज का गुरूर है पता नहीं भाई यही जाने है अप्या अप्या अप्या अपना मतलब का तो आगए तो और क्या आम लेकूं वालेकूं असलाम बैट जाओ बै
13:06मेरी हरकते नजर आती है अपना सुलुक भूल जाते हो
13:09कभी तो वक्त का मौके का लिहाँ कर लिया करो तू हर बात का लिहाँ मैं करूँ और तुम तुम सिर्फ मुझे बाते सुनाओ और मेरी बेजतियां करो हाँ
13:24अफिया तुम क्यों हर बात को घलत रंग देती हूँ
13:28अभी तो बर्दास कर लिया करो लिहास कर लिया करो
13:31कौन सी क्यामत आ गई अगर एक दफा मैं तुम्हारे कहने पे बच्चों के बाल वक्त पे कटा करी लेकर आया
13:38तुम सारा इल्जाम मुझ पर लगा दो और तुम हर बात से अजाद हो जाओ
13:42दुनिया में जितने भी एब है न वो तुम ये बोलो कि वो सारे एब मुझ में है
13:47बोलो बोलो
13:48देखो मैं मात को खत्म करने हाया हूँ
13:51मैं बढाने नहीं आया हूँ
13:53तुम लेने आया हूँ चलो मेरे साथ
13:55अच्छा इतने सालों से हजारों बार में रूटकर अपनी मा के घर आई तब तो मुझे लेने नहीं आये
14:03आज ऐसा क्या हूँआ जो दोड़े दोड़े आगए मुझे लेने के लिए
14:05इसब की दर्स
14:07क्योंकि मैं नहीं चाहता के खांदान वाले तुमें और मुझे लेकर तरा तरा की बातें करें प्लीज ट्राइ टॉरे टॉरे इंडेस्टेंड़े बस कर दो हारिस
14:15तुम्हें मेरी कोई फिकर नहीं है
14:17तुम अगर यहां आए हो ना तो सिर्फ अपने भेहन के सुस्राल के डर से कहीं वो इतनी सारी बातें करेंगे बस वो कॉप तुम्हें या लेकर आगिया
14:25एक बात याद रखना मैं नहीं जाने वाली तुम्हाए साथ
14:29तेखुप
14:31हाभी
14:32मेरे कहने से भी नी जाएंगी
14:36मैविश तुम, तुम क्यों निकलकर आगई हो
14:39तुम्हे इस तरह से नहीं आना चाहिये था तुम ठाश्याए का देन है
14:44मेरी ऐसा क्छ ऐ खुशी का क्या फायता जिसमें मेरी भाबी ही न हो
14:51मैविश तुम सब जानती हो
14:53मेरा क्या आशार होता है?
14:55अब अब प्लीज सब भूल जाएए
15:00मेरी खातर
15:02आपको पता है मैने और अम्मी ने इनकी हूप लास लिये
15:05और उन्होंने हमसे वादा किया है कि आइंदा आपसे नहीं लड़ेंगे
15:08वादा करके वफा कर जाएए
15:10नमों किन सी बात है मैविश
15:13एक और फियो
15:17सिर्व एक गंटा रहे किया है
15:19मेमानों के आने में
15:21बहुत से काम है
15:22बस जाने तो बात को चलो
15:24उठो मैंसा चलो
15:26चले नमी प्लीज
15:27चले नमी प्लीज
15:29मुझे तयार भी होने
15:31और अपनी स्पैडर मेंड वाली गोस भी पहन दी है
15:33चुपकर हो तुम
15:34चलो नमी
15:36बेटी का मामला है चली जाओ बिटा
15:39प्लीज भापी
15:40खुश फेमी मेमत रहना तुम
15:42अगर मैं जाने के लिए तयार हुई तो वो
15:44सिर्फ मैविष्खी वजा से
15:46अगर ये ना आती ना तो कभी भी ना जाती
15:49ठीक है ठीक है पता है
15:51पुटो जलो
15:52थेंक्यू भापी
15:53जब जब जब जब जब जब
16:03अगर अच्छी मेंदी लगाई यह से
16:05पुपो
16:07मैं तो बहुत थग्या
16:08मैं कपरे लिए उतारूँगा
16:09तो किसने काई चेंज करो, मत करो
16:11पुपो
16:12जादो कह रही थी आप कल चली जाएंगे
16:17है पुपो, सच
16:19हाँ, क्योंके शादी के बाद लड़की यह अपने घर चली जाती है
16:22लेकिन यह भी तो आपका ही पुपो
16:24पुपो
16:25वो तो ठीक है लेकिन शादी के बाद पका पका वाला घर जा तड़की का वही वाला होता है
16:30पुपो
16:31अमी बताई थी के इस नामबाद बहुत दूर है
16:34क्यों?
16:35इसको मतलब हम आप से मिलने नहीं आपाएंगे
16:37क्यों नहीं आपाओगे?
16:39अरे अमी अबबो को बोलना न क्यों पुपो से मिलने जाना वो लेकर आएंगे
16:42ठीक है फिर मैं सरूर मिलना हूंगा
16:44और मुझे खालेद अंकल तो बहुत पसंद है
16:47तुम्हें पता है वो धुला है
16:49हाँ मुझे पता है
16:50मुझे पुपो ने बता दिया था
16:52और दादों ने भी
16:53अच्छा तुम जाओ ने यहांसे
16:55मैं पुपो के साथ सौंगी
16:56तुम्हादी के पास सो जाओ
16:59नहीं मैं यहांसे भी जाओगा
17:00तुम चली जाओ
17:01जाओ
17:02तुम जाओ
17:03नहीं, मैं यहीं सुनुगा, दुपो के पास.
17:05अरे, क्या हो गया? लड़ की हो रहे हो?
17:07मैं नहीं लड़ा, यह लेड़ी है.
17:09विकुड़ अपने बाप पे गई है.
17:13यह क्या बात की है तुमसे?
17:14अम्मी एसी कहती है.
17:17नहीं बेटा, वह…
17:18यह सरज बोला, वह ऐसी कहती है.
17:21यह सही बोला दुपो, अम्मी ऐसी कहती है.
17:25अच्छा बास अब जल्दी से लेट जाओ.
17:29अच्छा मेरी बात की.
17:32अम्मी एब्बू ना पड़े हैं.
17:34संजी?
17:35और अब्बू को बहुत सारे बाहर के काम होते हैं.
17:37आफिस जाते हैं, इतने सारे लोगों से मिलते हैं, इतने काम होते हैं, जंजट होते हैं.
17:43और अम्मी रोज सुबा उटके तुम लोगों को ठाती हैं, स्कूल भीचती हैं, फिर पूरे घर का काम करती हैं, खाना बनाती हैं.
17:50और इतने सारे काम करने के बाद ना अमी अबू ठक जाते हैं और अगर वो गुस्से में कुछ बोल दें तो तुम लोगों को वो बात रिपीट नहीं करनी है कौनसी बात कोई भी बात समझी और एक और बात बच्चे ना आपस में प्यार से रहते हैं और तुम दोनों तो सगे
18:20यहीं समझे चलो अब रात बहुत होगी सोजाओ चलो उठो तक्या लगाओ अराम से यह तो अतार दो चलो क्या बाश्य मैं विच में लेटेंगी ने भी मैं अरे मैं यार्व तरले लेटा वादा देगी ना भू को तो मैं भूला यहार्व मेरे साथ सोने मैं बीच में ले�
18:50आज बारात कि खाने की लोगों ने इतनी तारीफें की के सुनके मेरा तो दिल खुश हो गया
19:06खैर कल बली में पर मेरे मैं के वाले नहीं आएंगे
19:12Oh really? How nice! What are great news!
19:16क्यों? खैरियत है? किसे ने कुछ कह दिया?
19:22कोई कुछ क्यों कहेगा? तुम ओना तुमने मेरे घरवालों को इसकदर इग्नोर किया है कि बस अपने निश्टदारों में तो खूब हसी मजाग चल रही थी
19:31और मेरे घरवालों को बिल्कुल इस नहीं कराई तुमने?
19:34किस कदर जूटी हो तुम? पर मैं आसिफ अंकल और इब्राहिम भाई एक टेबल पर बैड़ के ना जाने कितनी देर तक सियासत को खंगालते रहे? पर जब खाना खुला तो मुझे नहीं था?
19:46अपने रिष्टदारों को प्लेटे भर भर के लाके दे रहे थे और मेरे माबाप से एक दफा भी नहीं पूछा कि आपने खाना खाना है? वो खाएं ना खाएं तुम्हें कोई फर्क नहीं बढ़ा है
19:56मैं अंकल और आंठी को अपना रिष्टदार नहीं अपना घरवाला समझता हूँ और अपना घरवाला समझ के अगर मैंने उनसे नहीं पूछा तो तुम पूछ लेती? तुम नहीं थी वहापे? लेकिन जनाब को तो फुर्च्षद ही नहीं थी? तस्वीरे उतरवाने की? �
20:26उस वक्त मेरे माबाप याद नहीं आये? क्यों नहीं दी उनको एहमियत? पसका तो माफ कर दो मुझे मैं
20:33अफिया? बेटा दानी बगहर कपड़े बदले सो गया है इसको देख लो आके
20:40अमा अपनल सारे काम मुझे मठ डाला करे ये बेठे है न आपके बेटे इसका जी बीटा है, यह करवा देंगे चेंज
20:50देख रही हैं हमियां ति आप मुझे केती है किbs प्र आप मुझे कहती है कि मैं बोलता हूँ
20:54बस कर दो तुम दोनों, मुझे दो नाइट सुट में खुछ चेंज करा दो
20:58अब रुके में आ रहा हूँ
21:01ख़त करते हो तुम लोग भी
21:04कुछ भी कह लो, लग में बहुत अच्छी रही थी
21:11क्या मेकप किया था, वह
21:14और इसको तो खर तारीफ करना आता ही नहीं
21:17जैलिस, सिर्फ लड़ाई के लिए अवल नंबर रहें इसके, तो मुझे कौन सा कुछ फर्क पड़ता है
21:24ऐसी तस्वीरें आई हैं ना ठीक साहिए
21:27मेरी किस्मत में क्या यही लिखा है
21:32मिलना और बिछड जाना
21:35क्या बस दोगड़ी की महबबत ही है मेरा नसीब
21:38यह तुम से घलत किया शबाब
21:40यह तुम पैदा ही लोगों का नसीब बिगाड़ने के लिए
21:43जा कदब रखती है वाँ परबादी हो जाती है
21:45पर पर बहुत हो गया
21:47बहुत उचे खाप देख रहे थी
21:51और यह खाप देने की इसास्ट मैं उसे ने दे सकती
21:55तुम्हें कोई हक नहीं है किसी की सिंदगी तबाह करने का
21:59कौन लड़की अपनी महभबत की गुर्बानी देगी
22:03लेकिन मैंने दिये
22:05मेरी महभबत मुझसे एक बात पहचींग ली जाएगी आमा
22:10आज मुझे ऐसास हो रहा है कि तुम बहुत कम जोड़ा
22:16आज के बाद तुमने मुझे स्कूल जाने के लिए का अरे क्या हो गया खेरियत तो है
22:32क्या कुछ नहीं हुआ मैंचान बेज़त करवाके रखती है
22:35शिकाइतों के अंबार लगे पड़े
22:37यह आपका पोता ना इसे सबक याद है ना पढ़ाई पे तवज्जो है
22:42पिछले तीन महीनों के टेस्ट के एक्जाम्स के नंबर पता है या तो सिफर एक या फिर दो
22:48अपने से बड़ी उमर के बच्चों से दोस्ती रखता है
22:51अपने क्लास फेलोस की चीज़ें या तो चुपाता है या फिर डस्पे नो फैंक देता है ये
22:55दानी क्या करते हो ये तुम और स्कूल वालों ने पता क्या कहीं उन्होंने काया कि अगर इसकी शिकायते खतम ना हुई या ये बास नाया तो इसका नाम स्कूल से निकाल देंगे
23:06एसे कैसे निकाल देंगे इसकूल से और ये जो मासूम बनी खड़ी है चमची अपने भाई की चमची ठीटों की तरह टीचर के सामने खड़ी रहती है वो कोई सवाल पूछे तो कोई जवाब नहीं देती पूर तुम तना ऐसी नहीं थी बेटा खशब खुदा का किसी को ब
23:36आद नहीं है कि बच्चों पर थोड़ी सी मेहनत करनी जाए अरे करती हूं मेहनत बहुत मेहनत करती हूं सारा दिन बिठाके इनको पढ़ाती भी हूं हाँ नजर आती है तुम ही मेहनत कराती हो तभी इसके एक नमबर आते हैं दो नमबर या पर सिपर तुमने फिर ताने दे
24:06तो बच्चों को लेकि जर्हा बैठा करो, उनको समझाया करो, उनको पढाओं पर तबज्योर दो
24:10चैनल लोो,ör तो तुम दोनों सन लो,च्छा के रहा हूं अगर आज के बाट स्कूल से कोई भी शिकाइदा आई, कुछ तुम ध्ल़नों के नाथ में।
24:36और तुम, तुम मेनी बात सुनो कानखून का, तुम्हारे पाइदे के लिए चीखता हूँ चलाता हूँ तुम पे, समझा रहा हूँ तुम्हे, तुमने अपनी हरकतों से बास ना आये, तो सारी जिन्दगी मेनत मज़ूरी करते रहोगे, कुछ नहीं भन पाओगे दुनिया म
25:06चोड़ने बस, ये आदत है इसकी, हमेशा अपना वबाल बच्चों पर निकालके आजाद हो जाता है, मना किया था तुम्हें मेने, तुम लोगों की बचा सही ना मुझे आज इतनी बात सुननी पड़ी है, लेकिन हमी में तो पास हो गई हूँ ना, एसान नी किया पास होक
25:36तो अपा, कोई काम भी मुकमल करके नहीं उठती है, इसी मेरी किसमत थूट गई है बिलकुल
25:46खुट गई है, अवाल देखो यह क्या पत्तमिसी है, यह मेरा बहुत स्रूरी मुवाइल है, बात सुनो, मेरी बा, इट क्या करें तुम्हें तुम्हें यार, देखो मेरी प्चुम्हें, मेरा, मेरा, मेरा
26:16लो जी, इंच सहाब का तो फोन ही बंद है, अब जो मुझे मेसेज पहुचाना है, वो मैं भला कैसे पहुचाऊँगा इंतिसार कर लो आई रहोगा, आप जानती है न अपने बेटे को, अब मैं अगर दुबारा जाने का कहूंगी तो शोर शुरू हो जाएगा, बोलना श�
26:46देखे ना दादी, मेरे पैंसल बॉक्स लिया वाई है, अरे तो इसको भी तो लाकर दिया था ना, नहीं ना दादी, यह पर घुमा चुका है, इसे मेरे निकाले अभी, दानी, तुम तुम इसका पैंसल बॉक्स यूज कर रहे हो, नहीं यह यहां पढ़ागा तो और यह मे
27:16अबिया, फारिस, अबू, क्या हुआ है, जो, कुछ नहीं वो बस, अराम से, बोलो तो सही क्या हुआ है, यह हो गया, तुम ने गन पॉइंट पे मेरा वालिट और मॉबाइल छीन लिया, या लाखेर, लाखेर, लाखेर, लाखेर, तुम ने जरूर मजामत कियोगी, देज �
27:46मुझा तुम यह जान से बढ़कर तु नहीं चाना, हारे सकर, खुदाना खास्ता, वो फायर करते थे तो फिर, अल्ला घर्ब करे उनको, जो चीजे लेके गए हैं ना, उन्हें नसीब ना हो, तकलीफ हो रही है, बस अमी जान जाते वे, वो अपना, इसल का बख मार गया म�
28:16अबू, इस खुदा का वास्ता, कभी तो मान जाया करो, मैं लेकर आजिए थोड़ा सा पीना है, बस, बस मैं गारी में बैठने लगा, चानक आगे पता नहीं लगा कहा से आया, मुझे लूट के चले गए, दिन ध्यारे, सब देख रहे थे, बस अब बस देख ही रहे थे, �
28:46को अब दूगे उने, नहीं छोड़ूँगी, हम दोनों इस्ता मानें उनने मिर बाबा को मारा है यार, बागल हो गयो क्या, अगर हम उनको मालें तो वो भी उमे मानेंगे, तो मत्ता धरते क्यों हो, बहादूर बनो यार, बहादूर बनके तो में मार खानी है, जब बहाद�
29:16वो प्रशिशन ने बतायाता, बहादूर रो, तो में तो अमी अपू दोनों मारते हैं, तुम बहादूर नियो हो, चुछ नहीं बता, अमी अपू मारते हैं, तार्ते हैं, हम्, मैं एक काम कर सकता हूं, क्या, मेरे जो बड़े दोस्ता ना, यह उनसे बोलूंगा, वह बहु
29:46और भुक अफोम भी वापस रादे हैं
29:47और वालेट भी
29:49अब भी बोल जाता हूं लोगोगो
30:05बहुत पत्ते मी सोरेता हुआ
30:06हरे, तुम लोग अब तक जाग रहे हो
30:08का स्कूल सोरेना जाता हुआ
30:10तो छुटियों का ये मतलग थोड़ी है कि तुम लोग सारी राज जागो
30:12हां
30:13चलो, लेटो, उधार उसे
30:14नहीं, बाज, बहुत हो गया
30:16नहीं भई
30:17दानी
30:19सारी खुली पड़ी भी है, मेरी चादर गंदी करोगा
30:22चलो उठाओ, तुम भी उठाओ साँ
30:25चलो
30:26चलो, सोजाओ
30:29चलो
30:29सुबा के लूमी दो जाए
30:32रखो, दानी
30:56साथ
31:05तैसर आप
31:06आप
31:07आप
31:08पर
31:10आप
31:11पर
31:13भी
31:18अछानी बड़ी हफादद की, हारिस की. पैसे का क्या है? आने जाने वाली चीज है पर आजाएगा. नम्मी इतना बड़ा हाथसह होगया, हारिस भाई के साथथ आप
31:26आपने मुझे बताया तक नहीं।
31:28कैसे बताती बिचा, तुम इतनी दूर हो और फिर तुम्हाई सुस्राल का भी मामला है।
31:32अगर उस वक्त बता देती तुम परेशान हो जाती है।
31:36हाँ, तो अब क्या हो रही हूँ मैं।
31:38कमाल करती हैं अब भी।
31:41कैसी तबियत अब उनकी।
31:43अल्ला का शुकर है, अब तो बहुत बेतर है।
31:45लेकिन अभी मेरे दिल को तसलीत अब तक नहीं होगी।
31:47अब तक मैं खुद उनसे आके मिल नहीं लूँगी।
31:49उन्हें अपनी आखों से नहीं देख लूँगी।
31:51मैं काम करती हूँ, मैं खालिट से आज ही बात करती हूँ, कहती हूँ, कल ना मुझे कराची लेके चले हैं और कुछ दिनों के लिए वही छोड़ देखा।
31:57देखा, इसी लिए नहीं बता रही थी मैं।
32:00बटा, अल्ला का शुकर है कि हारिस बिल्कुल ठीक है।
32:03अच्छा ये तो बताओ, खालिट कैसे हैं और हमारे वलीद गुड़े कैसे हैं।
32:09इसलामबाद का मौसम कैसा है।
32:11मौसम तो बिल्कुल ठीक है।
32:13खालिद भी ठीक है, सब ठीक है।
32:15बस मेरा दिल पे जहन रहेगा जब तक कि मैं आरिस बाइसे मिलनी लूगी।
32:33दादो मुझे भी।
32:37यहाँ बेटा, दूद पर शुरू करो तुम, अम्मी आ रही है अभी।
32:41चरब दूद पीलो।
32:43यह क्या अफिर।
32:48मैंने तुम्हे फ्राई एंडा कहा था, यह तो ओमलेट है।
32:51बूल गई मैं, अब यही खा लो।
32:54नहीं खाना मैंने।
32:56हारिस, तुम बच्चों की तरह क्या जिद करने लग जाते हो।
33:00जैसे तुम तो मेरी हार जिद को पूरा करती हो न।
33:03तुम्हारी जिदे पूरी करकरके मेरा यह हाल हो गया है।
33:07बिलकुल मरीज़ा लगने लगी हूँ मैं।
33:09बाफ करना।
33:11जैसे तुम आई थी, आज भी तुम बेटी ही हो।
33:14तुम तंस कर रहे हो मुझ पर।
33:17बहस बंद कर, मैं खुद बना लाती हूँ।
33:19अब यह आप बैठे, आप अपना नाश्ता करें।
33:22क्यों भई।
33:23बनाने दो इनको।
33:25सारे घर का काम तो मैं करती हूँ।
33:27प्राइंडा बना लेंगी तो मैंने कुछ हो थोड़ी जाएगा।
33:32आओ।
33:34मत मानों कुछे दानी।
33:37दानी।
33:38क्या बत तुमीजी है।
33:39तुम बात क्यों नहीं आते।
33:41चलो।
33:42अज तुमें नाश्ता नहीं मिलेगा।
33:45उठाओ।
33:46अरे क्यों नहीं मिलेगा।
33:48क्यों नहीं मिलेगा मेरे बेटे को नाश्ता।
33:49काओ।
33:50मैंने कितनी बार तुमें काया है
33:52जब मैं बोल रहा हूँ बीच में मत बोला करो।
33:55जब मैं बात करती हूँ तुम भी बीच में बोलते हो ना।
33:58उठो आज तुम्हें नाश्ता नहीं मिलेगा यही तुम्हारी सजा है उठो
34:05तुम क्या मेरे बच्चों के दुश्मन बन गए हो खाने दो चुप करके उसे
34:09कफामा तो मैं लेकर आरी हूं तुम्हारा फ्राइंडा बना के
34:13शुरू करो तुम्हारा बच्चों की तरह बहस करते रहते हैं इसकी हरकते आपको नजर नहीं आ रही है
34:23यह हाथ से बिगड़ता जा रहा है यह सरफ मुझे क्यों दिखाई देता है आप लोगों को क्यों दिखाई नहीं देता है
34:29जल्दी खाओ
34:32अम्मी हारिस की तब्याद जैसी इसंबली ना उन्होंने तो मौक्य का फाइदा उठा लिया अब आप देखिएगा मुझे ऐसा लगता है कि अब हर सालना वो हारिस से पैसे चुपाकर अपनी बेटी के पास जाय करेंगे इसलामबाद
34:52क्याती थी ना तुम्हें समझाया भी था के बई फरमाइश कर दो उस से पहने हरिस से कभी मुझे इसलामबाद गुनाने पिराने के लिए ले जो ने उनों मानती को मेरी बात
35:02अम्मी उसे शक हो गया था, और जानता था कि मुझे जाना है, लेकिन उसने ना रातो रात प्लैन किया है और उनको रवाना करती।
35:10अरे तो तुम कमस कम, पूर कोई साथ भेज़ देती, बाते बाते सुनके आती और हमें बताती।
35:16इतनी पक्की है अपनी दादी की तरह नहीं गई, कहने लगी आपके साथ जाओंगी।
35:22अरे फित्वत तो वो दादी वाली है ना, वो अच्छे से जानती है, तो उसके सारे काम तो उसकी माँ करती है, दादी नहीं।
35:31इसके बावजूद अम्मी, हर वक्त दादी और पुपी के नाम की ये लोग माला जबते हैं।
35:37जबकि आप और अपने महंगे महंगे गिफ्ट्स देते हैं।
35:40लेकिन नहीं।
35:41हर वक्त जबान पे सिर्फ और सिर्फ दादी पुपी।
35:44दादी पुपी।
35:45बस।
35:46आप बेटा छोड़ो बच्चे है अभी।
35:49जब बड़े हो जाएंगे ना तो खुद ही अक्लो शहुराजएगा।
35:52और तुम्हारे साथ साथ रहेंगे और हर बात तुमसे करेंगे।
36:04देखते जाओ।
36:16पुपी।
36:19यह लो!
36:28आईए।
36:29वाँ भईी।
36:30तुम्हें इतने उपर चर्के दर्राजा भी खोल लिया।
36:33एक लो, किती बहादू रूम है।
36:35अच्छा, मुझे तो बहुत नहीं लगता है इतने उचाया वे चर्ड़ों से।
36:39हाँ
36:40हाँ
36:41मुझे वैसे भी पसंद है।
36:42दिरक्तर पे चर्ड़ना, दिवार पे चर्ड़ना।
36:44अब चलो।
36:45तुम चलो।
36:46तुम चलो।
36:50यह तो बता के उनको छोड़ के कहा आई है।
36:52मैंने कहा छोड़ना एम्मी।
36:54महले में वो अरे नहीं लोग नहीं आया है जिनका जिकर किया था आपसे।
36:58मही छोड़कर आई है।
36:59अरे अच्छा अच्छा वो यासमीर और ताहिर साब जिनका बेटा तायमूर है वही ना।
37:05जल्दी आजा वहूर।
37:07
37:09बहुत भूग लग रही है।
37:14एक कितन है टायम लगाते है तुम वाश्न के?
37:16मुझह नहीं बहुत भूग लगी है।
37:19बहुत भूग लगी है।
37:21अच्छा ना वो तो नेौत अंत्री सारण बीक्तिती हू।
37:25अभी सालन नोटी देती हूँ
37:27नोटी नी कहूँगा मैं
37:28ते क्या कहोँगे?
37:30पराथा
37:33वो बनाना नहीं आता
37:35अम्मी
37:37चानाव, चुपो, वो अधन तंकियो
37:48इससे पराथा बनातो?
37:49जिससे दादी काती है
37:51हाँ, जिससे दादी काती है
37:53अब, तुम दूरो
37:57दूरो
37:58कितना दूर हूँ?
38:03लाइटे
38:11पिछे हो
38:13अधनी
38:14अम्मी, वाइल दालती है इसके वाद?
38:25पता है मुझे
38:26करन रम होने तो
38:36तूरो हो तुम
38:38लेएपड़ मुझे
38:39अधनी
38:40चुम
38:43पिछे वादे
38:45भी?
38:45जिससे वादी
38:46पिछे
38:47वादे
38:48पिछे
38:49पिछे
38:50पिछे
38:51पिछे
38:53और
38:54पिछे
38:56आल
38:56यिर
38:58जिस्यव
39:00नहाय
39:03पिछे
39:04विटिए दो
39:05मिद्टी ऊओो
39:08विटिए ठो
39:09इस क tackling वई
39:11बपिस
39:12ट्योडरा ड्यों
39:27जय करो
39:29किल
39:33होती बाद गी बेचार की बेगान गी का गया की रहा

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