अमेरिका और चीन ने 90 दिनों के लिए टैरिफ वॉर पर ब्रेक क्यों लगाया? क्या यह अमेरिका की मजबूरी थी या चीन की चालाकी? इस वीडियो में रणनीतिक मामलों के जानकार Abhishek Khare विस्तार से बता रहे हैं कि इस टेम्पररी डील के पीछे का असली गणित क्या है। जानिए...
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00:00अमेरिका और चीन के प्रतिनिदी कल जिनेवा में सुट्जलेंड में मिले और मिलने के बाद उनके बीच में यह सहमती बन गई कि अगले 90 दिन के लिए जो उनके बीच में टेरिफ वार चल रहा है उसे फिलाल रोका जाएगा
00:15अमेरिका ने फिलाल चीन के ऊपर 145 परसेंट टेरिफ लगाए हैं वो उसे घटा कर 30 परसेंट कर देगा अमेरिका के स्टोर में जो चीन का सस्ता सामान था वो लगवग दायब होने लगा था कम हो गया था अमेरिका में 3 परसेंट महंगाई इस एक महा में पढ़ दे थी ट्र
00:45से चल रहा जो टेरिफ वार था ट्रेड वार था वो अब फिलाल 90 दिन के लिए रोक दिया गया है तो आईए इस पूरे डेवल्प्रेंट को समझते हैं तो देखिए अमेरिका और चीन के प्रतिनिदी कल जिनेवा में सुट्जलेंड में मिले और मिलने के बाद उनके बीच
01:15जिनेवा में अमेरिका और चीन के प्रतिनिदी मिले इस टेरिफ वार को 90 दिन के लिए रोक ने सहमती हुई और इसके बाद ये सहमती हुई कि जो अमेरिका ने फिलाल चीन के ऊपर 145 परसेंट टेरिफ लगाए हैं वो उसे गटा कर 30 परसेंट कर देगा और इसी तरह से जो
01:45करेंगे और इसी हपते इस विशेव पर जो चीन के राष्ट पती हैं शी जिन पर पूल से चर्चा भी करेंगे तो हम समझने के कोशिश करते हैं कि आखिर ये घटना करम क्यों हुआ देखिए जैसा कि आपको पता है दो अप्रेल को अमेरिका ने पूरी दुनिया के ऊपर �
02:15क्यों उनको वापिस यूटन लेना पड़ा चीन के भी मामले में तो इसे समझते हैं तो इसके पीछे जो प्रमुप कारण है वो कारण है सबसे पहला कारण तो ये है कि अमेरिका में जो मैनुफेक्शरिंग थी वो बहुत तीव रिगती से कम हो गई थी क्योंकि जो मैनु�
02:45अमेरिका में 3% महँगाई इस एक महा में पढ़ दे थी अन्यकारण क्या है कि जो प्रमुख रूप से 90% अमेरिका के किसान अपना मक्का और सोयबीन चीन को निर्यात करते थे वो निर्यात रुख गया था और अमेरिका में पहले ऐसा सोचा था कि वो ब्राजील और आफरि
03:15प्रेशर सरकार पर बनाया फिर इसके बाद अमेरिका की जो जनका में असंतोष बढ़ने लगा और उनने ट्रम के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिये इस से भी ट्रम को के उपर प्रेशर आया अगला इंपोर्टेंट कारण यह है कि पिछले एक महा के दोरान अमेरिका में �
03:45समस्ते हैं कि आखिर इस दील के पश्यात पूरी दुनिया को अमेरिका को चीन को क्या फायदा होगा तो सबसे पहले तो हम देखते हैं अमेरिका को क्या फायदा होगा तो देखिए अमेरिका को यह फायदा होगा कि अब उसके हां वापिस जब चीन का कच्छा सामान आने ल
04:15जो प्रमु खुरूप से मक्का और सोयवीन का निर्यात करते थे चाइना को 90% निर्यात चाइना को करते थे वो भी अपने सामान का जो गोदामा भरा भरा है निर्यात कर पाएंगे इससे उन्हें भी राहत मिलेगी और इससे चीन अमेरिका को फाइदा भी होगा एक्सपोर्�
04:45पढ़ेंगे और उनका मैनुफेक्ट्रिंग बढ़ेगी इसके लावा चीन की ग्लोबल साख भी बढ़ेगी कि उन्होंने अमेरिका के सामने नहीं जुके और उनका मुकाबला किया और बाद में अमेरिका को जुका लिया भारत को क्या फाइदा हो सकता है पहले देखते हैं
05:15अर्थ विवस्था हैं फिर उसके बाद सबसे बड़ी चीज़ है कि दुनिया के जो शेयर मार्केट में बहुत तेजी से गिरावट आ रही थी वो भी अब थमेगी और जैसा कि कल इस गोशना के बाद ही दुनिया के जो प्रमुख शेयर मार्केट हैं वो पुना बढ़ ग�
05:45के दंग से हो पाएगी और इसके साथ अमेरिका भी भारत को अब एक अच्छे रिलाइबल पार्टनर की तरह देखेगा और साथ चीन के रेप्लेस्मेंट के लिए अभी से वो प्लान करेगा कि भारत हम मैनुफेक्शिंग पढ़े और चीन के साथ भारत के साथ अमेरिका के
06:15कर दो