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00:00नमस्ते चारी जी एक प्रश्न है जो बहुत सारे साथियों ने बेजाया थी खाली में भारत में एक डिबेट स्टार्ट हो गई है वर्किंग आर्स को लेकर थे तो सबसे पहले एक साहब तो उन्होंने कहा था कि भारतियों को एक सत्ताह में कम से कम सतर गंटे काम करना चाहि�
00:30मीटिंग में अपने एक एंप्लोई को जवाब देते हुए बूला कि तुम तो सेटेडे पर काम करने के प्रॉब्लम जदा रहे हो मेरा मन करता तो मैं तुमसे संडे को भी काम करवाता और लोगों को तो 90-90 घंटे जो है प्रती हफता काम करना चाहिए और यह बात कहते हो �
01:00तो वो इस चीज़ पर बात करते करते फिर एक थोड़ा सेक्सिस्ट रिमार्क भी लिए थे वो बोल रहे थे कि तुम घर पर बैटे-बैटे करते भी क्या हो तुम कब तक अपनी बीवी का शकल देखोगे कब तक बीवी तुम्हारा शकल देखेगी इसलिए सीधे आके काम �
01:30समझें क्या नमबर दें से
01:31नहीं समझें क्या जिस कांटेक्स्ट में बात हो रही है वहाँ एक तरफ इंप्लॉयर है और एक तरफ इंप्लॉई है
01:45employer को भी ये जो पूरा काम है उससे कोई प्रेम नहीं है
01:51employer भी उस काम को इसलिए करवाना चाहता है ताकि उससे उसको पैसे मिल जाये
01:59जो employer है वो भी उसकाम को करवाना चाहता है ताकि मुनाफ़्ण गवा सके
02:07और जो employee है वो भी वो काम बस इसलिए कर रहा है ताकि उससे हो salary पा सके
02:12तो कुल मिलाकर बात बस इतनी इसी है
02:16कि आप जब बिना प्रेम के काम करते हो
02:22तो आप अपना output upon input maximize करना चाहते हो
02:30input माने कितने घंटे काम करा और output माने कितनी तंखा मिली
02:36input माने कितने घंटे काम करा और ये जो equation है
02:43जिसमें आप कहते हो कि purpose of work is to maximize output upon input
02:48ये equation बस एक loveless महौल में काम करती है
02:53अगर काम में प्यार आ गया तो फिर वहाँ दूसरी equation चलती है
03:00उसकी बात बात में कर लेंगे याद दिला देना
03:02पर ये अभी जितनी बाते हो रही है चाहे इनफोसिस की हो रही हो एलेंटी की हो रही हो
03:07चाइना का 996 है वहाँ की बात हो रही हो ये पूरा debate ही चल रहा है
03:12इस पूरे debate में कहीं भी ये तो ही नहीं ना कि काम चीज क्या होती है
03:16इस पूरे debate में काम का एक ही मतलब होता है कि काम मने वो चीज जिससे पैसा मिलता है
03:22सस्टेनेंस मिलता है काम नाई पूरी होती है अम्बिशन्स पूरी होती है वगरा वगरा
03:26तो इसलिए इस पूरी डिवेट में तुमने कहीं पर ये देखा कि कोई वर्क की परिभाशा को लेकर आया हो
03:33कि कोई पूछ रहा हो कि how do we define work first of all, ये किसी ने बात करी क्या
03:39क्योंकि वो सब इस बात पर एकमत है कि वर्क का तो मतलब होता है
03:45कुछ ऐसा जिसमें हाथ-पउंच चलाने से पैसा मिल जाता है
03:50आउटपुट है पैसा और इनपुट है हाथ-पउंच जलाया माने कितने घंटे हाथ-पउंच लाया ये इनपुट है मेरा
03:56तो कोई work की प्रिभाशा भी बात भी नहीं करना चाता
03:59तो हम चलो फबसे पहले उन्हीं की दुनिया में चले आते और वहीं बात कर लेते हैं
04:04फिर उस दुनिया से बहार के भी कुछ बात कर लेंगे
04:07वो दुनिया जिसमें काम बस इसलिए होता है
04:11कि उससे आप अपना घर चला सकें
04:14पैसे ले आएं ताकि उन पैसों से आप कुछ और खरीच सकें
04:17कहीं जा गर के मस्ती मार सकें अपनी होबीस पूरी कर सकें
04:20ये सब करें शादी बया कर पाएं बच्चों की फीज दे पाएं
04:23जहां काम बस इसलिए होता है
04:25वहां ये बिल्कुल जरूरी है
04:27कि काम के घंटे सीमित रखे जाएं
04:31और वर्क लाइफ बैलेंस का जो कॉंसेप्ट है
04:33वो ऐसे इन्वाइनमेंट में महौल में बिल्कुल एप्लिकेबल है
04:37क्योंकि भाई वो वहां पर इसलिए थोड़ी आया है
04:41कि वो काम करकर जान दे देगा
04:43जो इंप्लॉई है
04:46उसने ओफर लेटर इसलिए थोड़ी साइन किया है
04:49कि मैं 90-90 घंटे काम करके वहां जान दे दूँगा
04:51वो तो इसलिए आया है कि कम से कम काम करूँ
04:56इंपुट को मिनिमाइज करूँ और आउटपुट को मैक्सिमाइज करूँ
04:59वो आया है इसी नियत से
05:01हाँ जो उसका नियोकता है
05:03उसकी नियत बिल्कुल दूसरी है
05:05वो कह रहा है मैं इससे जादा से जादा काम ले लूँ
05:08इससे कम से कम पैसे दूँ
05:09जादा से जादा इसके घंटे ले लूँ में
05:11तो इसलिए ये एक
05:13conflict of interest समेशा होके रहेगा
05:15जब भी कभी
05:17ये statements आएंगे कि और ज़्यादा काम होना चाहिए
05:19और ज़्यादा काम होना चाहिए वो या तो
05:21owners से आएंगे या CEOs से आएंगे
05:23और जो
05:25outrage मचेगी
05:26क्यों रहे नहीं नहीं इतना काम क्यों करा रहे हो
05:29work life balance कहां गया burn out हो जाता है
05:31वो सारी employees की और से मचेगी
05:33तो तुम Reddit की बात कर रहे हो
05:35Reddit हो Twitter हो उस पर जाके अच्छे से देख लेना
05:37कि जो कोई कह रहा होगा
05:39कि ये तो गलत है और ये exploitation है
05:41और एक upper limit होनी चाहिए
05:44weekly hours पे कि इतने घंटे काम होना चाहिए
05:46या कि ये सब CEOs जो इतने घंटे काम करने की बात कर रहे हैं
05:50ये तो शोशक हैं और नलायक हैं
05:53उनका मजाग उड़ा जा रहा हो ये कुछ हो
05:54वो सब employees होंगे जो मजाग उड़ा रहे होंगे
05:56क्योंकि ये उन्हीं के पक्ष की बात है
05:59कि मुझे कम से कम काम करने को मिले
06:01कम से कम
06:03तो ये तो एक तरह का class struggle हो गया
06:06ये एक वर्ग संगर्ष है
06:07एक वर्ग है जो अपना
06:10कम से कम काम करना चाहता है
06:12दूसरा वर्ग है जो ज़्यादा से ज़्यादा
06:14काम लेना चाहता है तो वो दोनों इस पर बात कर रहे हैं
06:16लेकिन
06:18अगर आप
06:20ये भी चाहते हो
06:22कि जो आपका
06:24employee है उसकी productivity
06:26maximize हो और ये अभी मैं
06:29उसी loveless environment
06:30के संदर्व में बोल रहा हूँ ठीक है अभी इसमें
06:33ये तो कहीं आया ही नहीं है कि work manage सच्च
06:34मुझ क्या work की परिभाशा गया होती है वो नहीं आया
06:37अभी मैं एक जो general corporate environment
06:39है मैं उसकी बात कर रहा हूँ
06:40अगर general corporate environment भी लोग है
06:43जहां हमे productivity maximization करना है
06:45तो अगर
06:47मामला loveless है तो ये बिल्कुल
06:48ज़रूरी है कि
06:50जो घंटे हैं
06:52वो upper limit cap करी जाए
06:55और
06:56वो
06:59upper limit पर एक
07:00सीमा कितने आप
07:02घंटे काम करोगे इसलिए नहीं लगती क्योंकि
07:04लोग गरीब है
07:05जो जितना गरीब होता है
07:07उसका हाथ उतना दा मुरोडा जा सकता है
07:09तो इसलिए आप पाते हो कि
07:12जर्मनी है जापान है
07:14निदर लैंड्स है
07:16या Scandinavian countries है
07:18ये सब
07:2031, 32, 35, 36 घंटे
07:22यहां पे आपको मिलेगा average जो
07:24work week होगा
07:25बस ये इतना ही काम करते हैं
07:28हफते में 32 घंटा गई
07:3036 घंटा गई इनका इतना ही चलता है
07:32और जो गरीब देश होंगे
07:34बाराज, पाकिस्तान
07:36या जो और अभी
07:40विकासील देश है, मेकसिको हो गए
07:42ब्राजील हो गए, ये लोग हो गए
07:43इनमें जो average work week पाऊगे
07:45वो होगा 45 घंटे का
07:48इतने ही भारत की आधी आबादी है
07:52जो पचास घंटे से
07:53ज़्यादा के work week पे काम करती है
07:55और ये चीज़ आपको विकसित देशों में देखने को नहीं मिलेगी
08:00UK में
08:02Britain में
08:03और
08:04Germany Japan में शायद
08:07जो 4 day work week है
08:09उससे भी प्रयोग करके
08:12देखा गया और पाया गया कि नहीं साब
08:13productivity ठीक रहती है
08:156 घंटे का work day भी करके देखा गया
08:22कि दिन में 6 घंटे काम करो देखा
08:23productivity ठीक रहती है
08:254 दिन का work week कर दो
08:27वो इतना खुश हो जाता है कि अब 3 दिन मुझे
08:29मौज मारने को मिलेगी
08:30तो वो बिल्कुल
08:34ड्योड़ी ताकत से काम करता है 4 दिन
08:36क्योंकि वो अपने काम से नफरत करता है
08:40जिस चीज से आप नफरत करते हो
08:44उसे आप जल्दी जल्दी निप्टा देना चाहते हो
08:46जिस चीज से आप नफरत करते हो
08:48उसे आप
08:48जब पाते हो कि
08:51तीन दिन नहीं करना पड़ेगा तो आप भहुत खुश हो जाते हो
08:54दुनिया की ज्यादा तर आबादी उधित अपने काम से नफरत करती है
09:01अभी दो साल पहले फ्रांस में सिर्फ रिटायर्मेंट एज दो साल बढ़ा दी गई
09:09दस लाख लोगों ने मार्च निकाली
09:11दस लाख लोगों ने मार्च निकाली रिटायर्मेंट एज सिर्फ दो साल बढ़ा दी गई थी
09:19लोग बोले हम काम नहीं करना चाते हमें रिटायर होने दो हमें जल्दी दे पेंशन मिलनी शुरूँ
09:23क्योंकि लोग अपने काम से नफरत करते हैं
09:27और अभी हम उसी महल की बात कर रहे है रिसर्च लैब्स में मालू में क्या देखा जाता है कि जब रिटायर होने का वक्त आता है तो जो वैज्ञानिक हैं
09:44वो कहते हैं अभी हम और काम करेंगे किसी तरीके से हमारी रिटायर्मेंट की उम्र बढ़ा दो
09:50वो बहुत आतुर रहते हैं और रिटायर्मेंट की जो उम्र होगी उनकी लैब में मालू 65 साल है तो ऐसा तक देखा जाता है कि वो 75 साल तक भी अपनी लैब में लगे हुए है
10:02और ये देखा जाता है कि जो निचले दर्जे के लोग हैं जिनको उस काम में किसी तरह से कोई प्रेम हो ये नहीं सकता था
10:13असिस्टेंट हो गए टेक्नीशियन हो गए ये लोग हो गए इनको जैसे ही रिटायर होने का मौका मिलता है भागते हैं क्योंकि दुनिया के ज़्यादातर काम है ही ऐसे कि आप उनसे कोई प्यार करी नहीं सकते
10:22जो आप उससे प्यार नहीं कर सकते तो वहाँ आप एक ही चीज़ कर सकते हो कि बस किसी तरह आउटपुट इनपुट मैक्सिमाइजेशन हो जाए
10:30और वो जो आप उससे इनपुट ले रहे हो मैं बिलकुल मानता हूँ उसको एक सीमा में रखना जरूरी नहीं तो आदमी पागल हो जाएगा
10:41कारण बहुत साफ है
10:42आप काम से क्या करते हो
10:44नफरत
10:47और आप से कहा गया
10:49हाँ नफरत करते हो
10:50और आप से कहा गया
10:51जिस काम से तुम नफरत करते हो
10:53वो काम तुमें हफते में 90 घंटे करना है
10:55तो तुम क्या हो जाओगे
10:56पागल हो जाओगे
10:59तो इसलिए जरूरी है कि काम के घंटे रोक के रखे जाए क्योंकि दुनिया में ज्यादा तर लोग ऐसे काम में फसे हुए हैं जिनसे सिर्फ नफरत करी जा सकती है
11:07या तो नफरत या इंडिफरेंस एपैथी उदासीनता जो काम आपको पसंद नहीं है उसको आप इतना ज्यादा करोगे तो नियूराटिक हो जाओगे बरना उठ हो जाएगा सब कुछ हो जाएगा और प्रोड़क्टिविटी भी आपकी डिप करने लग जाएगी सब हो जाए
11:37और काम होता है जीवन साथी जैसा जीवन साथी को तो आप फिर भी तलाग दे सकते हो और भहुत लोग शादी ही नहीं करते हैं लेगिन कोई आसा नहीं होगा जो काम नहीं करता है
11:49तो जितनी खराब हालत होती है एक गलत व्यक्ति के साथ विवाहा में बंध जाने में
11:58उससे ज्यादा खराब हालत होती है एक गलत काम में बंध जाने में
12:02और आप व्यक्ति के साथ बंध गए हो तो फिर भी उपाय है
12:06संबंद विच्छे दो गया भाई तुम अपना देखों अपना देखेंगे
12:10हैं नहीं हम किसी के साथ
12:12पर ऐसा तो कोई नहीं मेरेगा जो कहेगा
12:14मैं काम ही नहीं करता, काम तो करना पड़ेगा
12:16किसी के साथ रहो चाहे न रहो
12:18पर काम के साथ तो रहना पड़ेगा
12:20तो जिसने काम गलत चुन लिया जिसने काम ऐसा चुन लिया जिससे प्यार करा नहीं जा सकता
12:26उसकी बड़ी देनी हालत है और उसके लिए तो मैं कह रहा हूं बिल्कुल ठीक है
12:30कि उसके काम के घंटे लिमिट करके रखो नहीं तो मर जाएगा
12:33और अब खौफनाग बात ही है कि दुनिया में हम क्या रहे हैं
12:3895 प्रतिशत लोग शयाद और ज्यादा लोग ऐसे ही काम कर रहे हैं
12:42जिसमें उनका दिल नहीं है बिल्कुल क्यों क्यों क्योंकि तुम्हारी शिक्षा विवस्था
12:46नहीं उनको तयार ही करा है काम को बस आउट्पुट अपॉन इन्पुट के तौर पर देखने के लिए
12:53तुम्हारे परिवार ने तुम्हारी संस्कृते तुम्हारे प्लेसमेंट ओफेस ये सब क्या बोलते हैं
13:02गो एंड लुक फॉर अमीनिंग्फुल वोकेशन ये बोलते हैं क्या ये बोलते हैं गो एंड लुक फॉर दे सी टी सी फिगर तो तुम वही देखते हो कि कितना पैसा मिल रहा है और तुम कहते हैं उतना पैसा अगर बस हफते में एक घंटे काम करके मिल जाए तो कैसा मज�
13:32कि काम तुम काम के लिए करी नहीं रहे काम तुम सेलरी के लिए कर रहे हो और ये जिन्दगी जीने का सबसे घटिया तरीका है कि काम मैं करता हूँ कुछ और करने के लिए लोग कहते हैं वर्क लाइफ बैलेंस तो होना चाहिए न क्या करोगे अच्छा घर जा करके वर्क ल
14:02हो नहीं मैं घर जा करके quality time spend करूँगा अपने बीवी बच्चों के साथ
14:06तुम quality individual ही नहीं हो तुम quality time कैसे spend करूँ किसी के साथ
14:10तुम quality individual होते हैं तो तुमने सबसे पहले quality work
14:14अपने लिए खड़ा करा होता ना तुम आदमी ही ऐसे हो
14:18जिसने अपने आपको बेच रखा अपनी नौकरी में
14:21CTC के चक्कर में ये बिका हुआ आदमी घर में क्या quality time spend करेगा
14:26ये तो अपने बच्चों को भी बस बिकना सिखा देगा
14:28और मैं इस आदमी की सेहत के लिए बिलकुल कह रहा हूँ
14:33कि भाई से आदा काम मत कराओ
14:34अधिक से अधिक 40 घंटे इस से हफते में काम कराना
14:39नहीं तो ये पागल हो जाएगा
14:41मैं तो बहुत दया है इस पे मैं तो इससे और कम काम कराओ
14:45मैं जिनको देखता हूँ कि उन्हें अपने काम से प्यार नहीं है
14:48मैं उनको सजा ये देता हूँ कि उनका काम कम कर देता हूँ
14:51क्योंकि उनको काम देना उन पर अत्याचार है
14:55मैं कैसे किसी पर अत्याचार करूँ
14:57काम मैं उसको देता हूँ जिसको काम से प्यार हो
14:59बढ़ी अजीब बात है इसको काम से प्यार होता है
15:01प्यार तो अनंत होता है तू और कर और जिसका मुझे दिखता है कि नाग भौसी कोड रहा है जादा हो गया यह नहीं करूँगा वह नहीं करूँगा हो नहीं रहा है
15:10अब यहां आप से हम आते हैं कि काम की परिभाशा क्या होनी चाहिए
15:19बहुत लोगों ने तो यह जो रिकार्डिंग हो रही है यहीं तक देखनी बंद कर दी होगी
15:26जैसे ही हमने कहा कि यह जो तुम वर्क लाइफ बैलेंस मांगते हो बस इसलिए मांगते हो
15:31क्योंकि तुम्हारी जिंदगी में काम के लिए कोई प्यार नहीं है वैसे भॉत लोगों नहीं नहीं
15:36यह तो बेकार की बात है हमने सुन्ट रहे हमने सुन्ट है थीक है एक बार है अदमी अपने आपको
15:46CTC के लिए बेच दे, उसके बाद सच सुनना उसके लिए बड़ा मुश्किल हो जाता है, काम क्या होता है, काम आशिक ही होता है, काम वो चीज होता है जिसके लिए तुम कहो मैं पैसे देने को तयार हूँ,
16:06मैं पैसे देने को तयार हूँ, ये तो छोड़ दो कि मैं सेलरी मांग रहा हूँ, कुछ मिल गया उपर से तो बोनस है भाई, बहुत कुछ मिल गया उपर से तो ग्रेस है भाई, अनुकंपा है, अनुग्रह है, ग्रेस है, कुछ और मिलता गया तो कोई दिक्कत नहीं, आ रहा ह
16:36कैसे पता चले हमारा कितना आवर का वर्क वीक है हमने कभी घंटे गिने यह नहीं कि ऑगिनेंगे तो एक ही आकड़ाएगा 24 क्योंकि दिन में 24 घंटे होते हैं और 24 तो घंटे अम आशिकी के लावा कुछ करते नहीं वहीं आशिकी हमारा प्यार हमारा काम बनकर सामने आ जाती
17:06पर इन्हें अपने काम से बहुत प्यार है इसलिए कह रहे हैं और काम करो ना ना ना ना अभी तो जो इंप्लॉई की तरफ से तो हमने बोला कि वो तो बिचारा बस आता है पैसे के लिए करने तो यही कह घंटे कम करो मेरे
17:18पर जो CEO और जो उनर्स होते हैं जो बोलते हैं कि घंटे बढ़ाओ वो भी घंटे इसलिए बढ़ाने को नहीं बोल रहे हैं कि वो उन्हें बहुत प्यार है काम से घंटे बढ़ाने को इसलिए बोल रहे हैं क्योंकि आम इंप्लॉई की तुलना में वो 300-400-800 गुना सेलरी उठ
17:48जो एवरेज CEO कॉम्पेंसेशन है वो 300-1 है भारत में और कुछ-कुछ कंपनियों में 1000-1 से भी वो आगे का है
18:01माने जो एवरेज एम्प्लॉई सेलरी है और जो CEO सेलरी है उसमें 1000-1 का रिशियो है
18:07काम करता हुँ तो इतने काम ने करेगा तो तुझे बोल रहा है कि मैं रोल मॉडल हूं इतना काम करता हूं चलो तुम सब भी करो
18:24जितने पैसे तुम्हें मिलते हो उनको भी देदो तो वो भी करेंगे उनको ग्या बता रहे हो कि तुम्हें 90 गंटे काम करना चाहिए
18:33190 गंटे घाम करना चाहिए जितना तुम खाते हो उनको भी खिला दो तो वो भी करेंगे खुशी-खुशी करेंगे यह सब तो रूखी जिन्दगी के अफसाने हैं यह सब वही है कि काम इसलिए होता है कि पैसा आए पैसा इसलिए होता है कि कंजम्शन करेंगे
18:53इसलिए गीता चाहिए होती है
18:57वो बताती है कि क्या मौज है निश्कामता में
19:02कि जब कर्म इसलिए नहीं होता कि कर्म फल मिलेगा
19:08कर्म इसलिए होता है कि कर्म अपने आप ही उची से उची चीज है
19:13क्यों उची है क्योंकि वो हमारे बोध से निकल रही है
19:16हम कुछ समझते हैं हम कुछ जानते हैं इसलिए हम कुछ करते हैं तो हमारे करने में फिर एक धार है एक बात है एक प्यार है
19:25हम पीछे नहीं हटने वाले
19:27स्टार्ट अपस इतनी फेल होती हैं हम जानते ही हैं 20 अगर स्टार्ट अपस होती हैं उसमें से 19 फेल कर जाती हैं फेल क्यों कर जाती है
19:38इसलिए कि उन्होंने market segment से नहीं चुना था उनका product खराब था
19:43funding नहीं मिली कुछ नहीं ज्यादातर startups fail नहीं करती हैं बंद करी जाती हैं
19:49क्यों बंद करी जाती हैं क्योंकि वो शुरू ही करी गई थी बस मुनाफ़ा खाने के लिए
19:53और दो-तीन साल हो गए दिखाई दे रहा है कि उतना मुनाफ़ा तो बंद करो इस company को
20:01काम काम के लिए थोड़ी करा जा रहा है काम परिणाम के लिए करा जा रहा है
20:07तो फिर काम से प्यार कैसे होगा
20:10सारा प्यार तो परिणाम से है
20:11और ये चीज बच्पन से ही डाल दी जाती है
20:13दिमाज में
20:14मम्मी बोल रही है
20:17धनिया छोटे को
20:19कि तू अगर बोर्ड टॉप करेगा
20:23तो मैं तुझे बहुत बहुत प्यार करूँगी
20:25माने प्रेम भी तुम्हें मिलेगा
20:30एक अकम्पिश्मेंट के तौर पर
20:33वा बेटा वा
20:34तो कहता है कि टॉप ही तो करना है ना
20:39इसमें ये थोड़ी है कि मैंने कितनी गहराई से
20:41गड़ित पढ़ी कि इतिहास पढ़ा कि
20:43क्या पढ़ा टॉप ही तो करना है कि
20:45किसी भी तरीके से टॉप कर जाओं तो मेरा काम हो जाए मने रिजल्ट फोकस प्रोसेस फोकस नहीं मामला लब फोकस नहीं मामला हाट फोकस नहीं बस किसी भी तरीके से आड़े दिर्चे तरीके से एक रिजल्ट ले आदो तो रिजल्ट ही जब ला रहा है तो रिजल्ट जित
21:15काम करूँगा और मैं उनसे सहमत हूँ मैं तो क्या ही नहीं रहा कि इनके घंटे बढ़ाओ मैं कहा रहा हूँ इनके घंटे और कम कर दो विचारों की बड़ी दुर्दशा है इन पर दया करो
21:24इससे बड़ी सजा इनको क्या मिलेगी कि ये ऐसा काम कर रहे हैं जिस कोई चाहते नहीं ये तो इतनी बड़ी सजा है अब इनको काम पे बुला के और सजा काय को दे रहे हो
21:35जिस आदमी को जिन्दगी में एक मकसद मिल गया हो परपज उससे जाके पूछना
21:50तुम पाओगे कि उसकी कलाई में घड़ी तक नहीं बंदी हुई है
21:54क्या दिन क्या रात क्या गुरुवार क्या शनिवार क्या इतवार क्या ये महीना च्या वो महीना क्या गर्मी क्या बरसात
22:06वो तो डूबा हुआ एपनी मोज में
22:10गलती उस employee की नहीं है गलती उस व्यवस्था की है जो दिल पर नहीं आखड़ों पर चलती है
22:24तुम छोटे थे तुमको कहा गया कि नंबर ले आदो नंबर एक आकड़ा है
22:31फिर तुमसे कहा गया कि बोर्ड में नंबर ले आदो वो भी एक आकड़ा है
22:35फिर तुम से कहा गया एंटरेंस एक्जाम में एक रैंक ले आदो वो रैंक भी एक आकड़ा है
22:39फिर तुमसे काया गया कॉलेज में एक CGPA ले आदो CGPA भी एक आकड़ा है
22:43फिर तुमसे काया गया प्लेस्मेंट में एक CTC ले आदो CTC भी एक आकड़ा है
22:47उसके बाद कुछ लोग entrepreneur बन जाते हैं
22:51उनसे का जाता है तुम IPO ले आदो
22:53और वो IPO भी एक आकड़ा है
22:55दिल तो कई ही नहीं आकड़े हैं
22:57आकड़ों के पीछे आकड़े खेल रहे हो आकड़ों का खेल
23:00तो फिर जो work hours है वो भी एक आकड़ा ही है
23:04तो बसी आकड़ों के पीछे लड़े रहो
23:07इसमें जिंदगी कहीं नहीं है इसमें प्यार कहीं नहीं है
23:10तो जिनको बिकी हुई जिननी है मैं बिल्कुल सहमत हूँ
23:20उनके लिए वर्क आवर्स बिल्कुल लिमिटेड होने चाहिए
23:24और उनके वर्क लाइफ बैलेंस का पूरा ख्याल किया जाना चाहिए
23:27लेकिन मैं साथ ही ये भी पूछ रहा हूँ
23:31कि आखणों पैसों के पीछे सुईधाओं के पीछे बिकी हुई जिना जरूरी है क्या
23:36तुम्हारा काम चाहिए तुम्हारी नौकरी हो चाहिए तुम्हारा व्यावसाय हो अपना व्यापार हो
23:47वो एक दिली चीज़ क्यों नहीं हो सकता
23:52दिली चीज़ क्यों नहीं हो सकता, ये सवाल है, सब के लिए सवाल है
23:58और दिल से नहीं जी रहे हो तो जी भी रहे हो क्या
24:03रोज सुबह ऐसा काम करने पहुँच जाते हो कि उठते हुए कोफ्त होती है
24:08कार्ड स्वाइप करते हुए नफरत होती है
24:11तो ये जिन्दगी है कि क्या है
24:13और ये सब किसलिए
24:16थोड़े से पैसे मिल जाते हैं
24:19महीने के अंत में उनसे घर चल जाता
24:21और खुश हो जाते हैं कुकर की सीटी बज़ गई
24:23मज़ा आ गया
24:23पश्चिम में बड़ा रोचक चल रहा है
24:27हिसाब किताब
24:28अब
24:31life expectancy बढ़ती जा रही है
24:34हम
24:36मलदार किस्था है ध्यान से सुनना
24:39life expectancy बढ़ती जा रही है
24:41ठीक है
24:42और
24:45birth rate कम होता जा रहा है
24:48ठीक है
24:51और morbidity भी कम होती जा रही है
24:53morbidity भाने बीमारी
24:54बीमारियों के भी लाज आ रही है
24:56हू
24:57तो मतलब ये है कि
24:59बुढ़े लोग बहुत लंबा-लंबा जी रहे हैं
25:02बुढ़े लोग बहुत लंबा-लंबा जी रहे हैं
25:07और बीमार है नहीं
25:09और रिटायर साथ में हो गए थे
25:12और जीएंगे नबे तक
25:15और साथ से नबे के बीचे भी हटे-कटे यह भी हो
25:18और birth rate कम हो गया है तो जवान लोग है नहीं
25:23लेकिन यह जो बुढ़े थे यह 60 में रिटायर हो गए
25:27तो अब economy production कौन करे जवान लोग है नहीं
25:30बुढ़े 60 में रिटायर हो गए पर जीए अभी लंबा
25:33तो बुढ़ों के उसे आ रहा है कि भाईया
25:39और काम करो, सतर की उमर तक काम करो
25:43तो एक उपीनियन ये बड़ा पश्चिम में निकल के आ रहा है कि भाई
25:48ये जो एजिंग रिसर्च हो गहरा हो रही है इसकी जरूरत ही नहीं है
25:54अगर ज्यादा जीने का मतलब ये है कि ज्यादा काम करना पड़ेगा
25:59तो हमें ज्यादा जीना ही नहीं है
26:00लोगों को अपने काम से इतनी नफरत है कि कह रहे हैं कि अगर
26:07एक extended life span का मतलब ये होगा कि हमारी retirement age भी आगे को पुश होगी
26:14तो हमें extended life span मत दो हम ज़्यादा नहीं जीना चाते
26:18पर हम काम नहीं करेंगे हम जल्दी मर जाए उस विकार है पर यह काम मत कराओ
26:22क्योंकि हम इस काम से घ्रणा करते है एक survey हुआ था
26:26ब्रिटेन में हुआ था उसके तुम details खोज लेना
26:29उसमें मैं समझता हूँ बहुत बड़ा प्रतिश्यप था शायद 40 शायद 60 या 70 वो जो
26:40British employees थे वो कह रहे थे कि we consider our job as either frivolous
26:45और redundant अभी आदमी तो कहे गाई ना कि भाई मुझसे ज्यादा काम मत कराओ
27:02और चूकि उनका काम फ्रिवलस है ट्रिवियल है रिडंडेंट है तो इसी लिए आप और एक नया भूत खड़ा हो गया है ए आई से के नाम से
27:09क्योंकि तुम्हारा कामी है असा जो कोई और कर देगा तुमने दिल से कुछ किया होता तो AI तुम्हारी जॉब नहीं छीन सकता था क्योंकि
27:23artificial intelligence को real love नहीं आता है AI को कुछ भी आ जाए प्यार तो नहीं आ जाएगा ना तुम अपने काम में वो चीज डालते होते
27:36जो सिर्फ एक इंसान डाल सकता है
27:39transcendental creativity तो AI तुमको असानी से replace नहीं कर सकता है पर तुम्हारा काम है यह बस ऐसा
27:46paper pushing तो अब तुम रोते हो कि AI मेरा job छीन लेगा
27:53कोई नर्क नहीं होता है एक सड़ा हुआ ओफिस ही नर्क है और उस सड़े हुए ओफिस को पूरा कर देता है ओफिस के बाद जब आते हो तो
28:12एक सड़ा हुआ घर और कौन सा नर्क होगा ओफिस ऐसा है जहां तुम गए हो बस किसी तरीके से कुछ पैसे पाने के लिए और घर ऐसा है कि जहां तुम आते हो बस वो पैसे खर्च करने के लिए और क्या नर्क होता है
28:31सेलरी के लिए काम करते हैं सेलरी के लिए काम करते हैं
28:39अच्छा महीने में कितने दिन सेलरी मिलती है
28:41एक दिन मिलती है
28:43तो बाकी 29 दिन कैसे जीते हो बेटा
28:47सेलरी तो एक ही दिन मिलती है
28:50बाकी 29 दिन क्या करते हो सेलरी का इंजार
28:53सैलरी डे पर बार बार अपने बैंक अकाउंट को रिफरेश करते हैं अभी आई की नहीं आई
28:58क्या
29:05बहुत खुश हो जाते हैं 4% हाइक मिल जा है तो
29:12अरे मैं कह रहा हूँ इसके वरकावर्स एकदम ही कम कर दो
29:18ये बचारा तो जानता भी नहीं है
29:22कि जो इसे आउटपुट भी मिल रहा है सैलरी के तौर पे वो भी दिन बदिन सिकुडता जा रहा है
29:29ये जितने लोग कह रहे हैं कि वरकावर्स बढ़ा दो ये सब कैपिटलिजम के बेनिफिशेरीज है
29:40और कैपिटलिजम में जो ट्रिकल डाउन इफेक्ट होता है ना उसमें वेल्थ नहीं ट्रिकल डाउन करती है
29:47उसमें पावर्टी ठ्रिकल डाउन करती है
29:48तुम्हारी सेलरी बढ़ी साल में कितने परसेंट 5% और तुम खुश होगए नाचने लग गए
29:55उसकी सेलरी कितनी बढ़ी स्टॉक ऑप्शन के साथ
30:00उसकी बढ़ गए 80%
30:03तो बताओ, तुम अमीर हुए कि गरीब हुए, तुम और गरीब हो गए, बात सिर्फ इस nominal terms में नहीं कि मैं relatively गरीब हो गया, उसके पैसे इतने बढ़ गए है, कि अब वो जिस भी चीज़ को खरीदेगा, उसके दाम बढ़ा देगा,
30:21तुम्हें भी अपने बच्चे को स्कूल बेजना है, वो जो उपर बैठा हुआ है, capitalism का beneficiary, वो भी अपने बच्चे को स्कूल बेज़ेगा, स्कूल में seatे limited है, तो वो जो limited seats है, उनको तो ये उपर वाले ही भर देंगे, मोटी मोटी fees दे करके, अब तुम भी जाओगे कि मु�
30:51पहले भी जादा थी, और 80% बढ़ भी गई, और तुम्हारी ये बस 5% तुम कैसे afford कर लोगे, जिसके पास ज्यादा से पैसा आ रहा है, वो हर चीज के prices बढ़ा रहा है, चाहे वो hotel के room हो, चाहे वो land के prices हो, चाहे वो school के fees हो, वो हर चीज के, चाहे वो hospital के charges हो, हर चीज के prices
31:21ये पूरी debate ही frivolous है, कितने घंटे काम, कितने घंटे नहीं काम, दोनों और जो लोग बात कर रहे हैं, दोनों ही कैदी हैं, एक शोशक व्यवस्था के,
31:41जो कह रहा है घंटे बढ़ाओ, वो भी कैदी है, जो कह रहा है घंटे नहीं बढ़ाओ, वो भी कैदी है, आजाधी तो आशकी में हैं, वो दोनों में से कोई जानता नहीं, दोनों के लिए आजादी का ये मतलब है कि weekend पे जाके golf खेलाए,
31:57ये आजादी जो हफ्ते में दो घंटे के लिए मिलती है इसको आजादी कहूं कि जेल
32:03जेल के क्यादियों को भी दो घंटे की आजादी तो मिली जाती है
32:08और कुछ
32:19कबीर साबन का है सुनो कबीर साब का है
32:23प्रेम मगन जब मन भया कौन गिने तिथी वार
32:31कि जब प्रेम में मन मगन हो जाता है तो तिथी और वार वाने दिन ये नहीं गिने जाते
32:39लेकिन जिनके पास प्रेम नहीं है मैं कहा रहा हूँ उनको तो जरूर गिनना चाहिए
32:44और उनको फिल्कुल गिनना चाहिए कि 35 घंटे से आदा घंटा आदा काम नहीं के
32:47उनको तो मैं कहा रहा हूँ पहले इतनी सदा मिल रही है
32:53लवलेस लाइफ जी रहे हैं उनको और सदा क्यों देते हैं उनसे काम गरा-गरा के
32:57अचारे जी बहुत बार पने देखा कि जो हमारे साथी गीता सत्रों से जुड़े हुए वह प्रशन करते हैं लगबख शिकायत सी करते हैं कि
33:07हम लोग अचारे जी की तरफ जब आए थे तो जीवन में एक तरब की शांति चाते थे क्यूंकि हमारा जो मन
33:14तो जीवन के ऐसे पढ़ाफ पे पहुचे कि उस समय पे हम लोगों ने एक तरह की विवस्था में जीना शुरू कर ही दिया और यही दिरे समझ बाने लगा कि वह विवस्था गलत है और उससे बाहर निकलने की जरूरत हो पर यह जो विचार ही भर होता है यह अपने आप में �
33:44सही काम से स्ट्रेस नहीं मिलता है अपने लालत से मिलता है बिलकुल पसीने छूटने लग जाते हैं कि अरे अगले महीने से इतने लाख नहीं मिलेंगे क्या सही काम स्ट्रेस नहीं देता है उरे काम के छूटने का डर स्ट्रेस देता है सही काम कैसे स्ट्रेस देगो तो सही
34:14इतना पैसा इसी में तो खर्च कर नहीं है, इतना पैसा उसी में तो खर्च कर नहीं है, बुरा गाम ऐसी थोड़ी आता है, उस CTC लेकर आता है, ना,
34:24तो CTC के छूटने का डर लगता और कोई बात नहीं है
34:30और CTC कोई नहीं खाता
34:31उस CTC से जो सुविधाये भोगते हो
34:35उनके छूने का टेंशन हो जाता है
34:36सुविधाये छूट जाएंगी
34:39क्या सुविधाये यह कुछ भी नहीं
34:40सुझाज़ाएं यह है कि साधारन बात रूम मिल जाएगा अभी कौन सा अभी जकूजी वाला है बड़ा टेंशन हो गया हाट ड़ाग हो रहा है हाए हाए हाए मेरा जकूजी छूट गया
34:52क्या स्ट्रेस है कि ये साधारन टीवी है अभी मानलो कितने इंच का टीवी है कितने इंच कुछ हो गया इंच जो भी है कितने चालीस इंच का टीवी है
35:09अब उनके बास अर्मान है कि 400 इंच का टीवी खरीदना है अब पसीने छूट रहे हैं कि 400 इंच का टीवी कैसे आएगा पूरी दिवाल टीवी से भर जाए ऐसा वड़ा टीवी लाना है वो आता भी है बजार में इस बाद पसीने छूटते हैं
35:24आए के पसीने नहीं तो
35:30जिन चीजों की तुम्हें सचमुच कोई जरूरत नहीं तुम उन चीजों की आदट डाल लो
35:37उसके इर्दगिर्द तुम्हें कॉस्ट स्ट्रक्चर खड़ा गर लो फिर बोलो कि मैं तो अब मजबूर हो गया
35:43मैं साफ सुथरी सही जंदगी कैसे जी हूँ
35:47मेरे उपर तो लायबिलिटी है कौन सी लायबिलिटी है क्या लायबिलिटी
35:52नहीं लायबिलिटी ये है
35:55मुझे एक हदार स्कॉयर मीटर
35:58के प्लॉट में अपना किला खड़ा करना है
36:02ये मेरी छोटी सी आशा है
36:04और क्यों खड़ा करना है
36:08क्योंकि पता है नहीं खड़ा करेंगे तो बीवी भाग जाएगी
36:10बीवी क्यों भाग जाएगी क्योंकि बीवी को तुमसे प्यार तो है न तुम्हें बीवी से प्यार है
36:14बीवी भी तुमारे साथ इसलिए लालच में वैटी हुई है
36:16कि एक दिन वो मैंशन बनेगा वो उस मैंशन की रानी बनेगी तो इसलिए तुम्हें ले ज़रूरी है कि घटिया नौगरी भी करते रहो CTC के लालच में
36:24घर में बच्चे इज़द देना बंद कर दें बाप बेरोजगार हो जाए तो क्यों कि तुम्हें बच्चों की परवरिश यह सी करी है तो अब ज़रूरी है कि बाप कमाता रहे
36:40असली डर यह है कि नहीं कमाऊंगा तो बच्चे ही लात मारके मेरे घर से निकाल देंगे
36:44कम कमाऊंगा तो समाज में साख गिर जाएगी दोस्तों के बीच बच्चा लग जाएगा
36:57क्यों क्योंकि तुमने दोस्त बनाई ही ऐसे तुम्हारा पैसा देखके तुम्हारे पास आए थे
37:00तुम विरोज़गार हो जाओ, तुम एक साधा जीवन जीने लगो, तुम्हारे सारे दोस्त भाग जाएंगे, अच्छी बात है न भाग जाए तो, ऐसे घटिया दोस्त रखने से फाइदा है कोई, अभी किसी केंपस में हुआ था,
37:17तो, इंजिनिरिंग केंपस में, तो वो, जो कंपनी ने अपना प्रपोजल भेज़ा था, प्लेस्मेंट के लिए, तो उसमें उन्होंने सी टीजी लिखी, साधे बारा, अभी ये कोई बहुत साधे बारा लाग परेनम, अभी ये कोई बहुत,
37:43एक जम टॉप वाला कॉलेज नहीं था, तो यहां जो स्टूडेंस उन्हों के लिए बहुत बड़ी बात थी, कि कंपनी आ रही है, साधे बारा लाग परेनम का, LPA का, पैकेज देखी, मने हाथ में इसा तरस्तियार शुरू में आ जाएगा, तो बहुत बड़ी बात है, तो
38:13वो आउडिटोरिया में प्रेजेंटेशन दे रहे हैं, तो जो उनका HR का बंदा था, उसने पहली स्लाइड खोली, और उसमें देखता है, CTC लिखी होई है, 12.5 LPA, तो बोलता है, it seems there is some confusion, स्टूडेंट्स भी हारान थे, क्योंकि फ्रेशर्स की तो बहुत दुरुगती है,
38:4312 लाग देने वाली कंपनी आ रहे हैं, पूरा ऑडिटोरियम साकच भर गया, जो पास आउट हो चुके थे, कहीं और नौकरी कर रहे थे, आगे के बैचेस वाले, वो भी आगे बैठ गए कि हम भी नौकरी देतो, तो HR का उनना पहली स्लाइड देखता है, और उसने वो जो �
39:13अब तुम क्या करोगे बता हो, कोई ये भी नहीं पूछ रहा कि ये तो बता दो, जॉब प्रोफाइल क्या है, क्यारे क्या है, कुछ नहीं जानना किसी को, सब वहां करके बैठ गए दे कि पैसा मिलेगा, तो पैसे के लिए काम करना है, वो तो कहेगा, फ्री में ही दे तो �
39:43होगे, यही हमें हमारे परिवार ने, जो हमारा लोक धर्म है, जो हमारा लोक दर्शन उसने सिखाया है, कि प्यार से नहीं काम करना है, परिणाम से काम करना है, किसी भी तरीके से बस परिणाम आना चाहिए,
39:57जीता गैती है प्यार ही परिणाम है
40:04माः फले शुक दा चनम
40:06फल से हमें क्या लेना देना
40:08सर खल जिब्रान की कोट है वर्क पे
40:16वर्क इस लव मेट विजिबल
40:19और इफ यू कना वर्क विद लव
40:22बत अनले बिदिस्ट
40:23इस बेडर दाट यू शुट लीव यू वर्क एंसित अड़ गेट अव थे तेंपल
40:27और तेंपल आप आप दोस वर्क विद जॉए
40:30मुझे हमेशे सेकेंड पार्ट अप्ट समझनी आता था
40:34मुझे वो क्यों कह रहे हैं
40:35आम से मतलब से सी
40:37और टेंपल की नहीं बात हो रही है आफिस की बात हो रही है
40:42कह रहे हैं जहां कोई व्यक्ति जॉए के साथ काम कर रहा होता है
40:46वो आफिस ही टेंपल हो जाता है
40:48टेंपल के सामने नहीं बैठना है
40:52किसी ऐसे आफिस के सामने जागे बैठ जाओ
40:54जहाँ पर लोग दिल से गाम करते हों
40:56वो आफिस नहीं है वो टेमपल हो गया
40:59और जिबरान कहा रहे हैं कि वहाँ फिर जा करके
41:06उस मंदिर में आम्स लो, दक्षिना, दान, लो
41:10काहे का दान लो?
41:13कौन सा दान लोग है वहाँ पर? यही
41:15प्यार सीखों से, प्रेम दान लो
41:21सीखो कि जिन्दगी प्यार में कैसे जी जा सकती है
41:26देखो बात सिर्फ काम से प्यार करने की भी नहीं है
41:30बात प्यार करने की है
41:32जो प्यार करेगा वो काम से भी प्यार करेगा
41:36वो जिन्दगी से प्यार करेगा, वो अपने रिष्टों में प्यार करेगा, और जिसको प्यार नहीं आता, उसका ऐसा नहीं है कि बस वो अपने काम से प्यार नहीं कर सकता, वो अपने बच्चों से यह नहीं प्यार कर सकता, वो खुद से नहीं प्यार कर सकता, क्योंकि प्या
42:06उसके एक एक कदम में दिल दिखाई देगा
42:13और जो पैसे के लिए कर रहा है वो फिर कहेगा कि जहां दहेस ज़्यादा मिल रहा होगा वही शादी कर लूँगा
42:22और जहां सिटिस ज़्यादा मिल रही होगी वह नौपरी कर लूँगा
42:26और जो घूस ज़्यादा दे रहा होगा उसको contract दे दूगा
42:33और यह जो प्यार है इसको कौन सिखाता है
42:44यही सीखना wisdom है यही आत्म ग्यान है यही आत्म वलोक है न इसी के लिए हमारे गीता सत्र है
42:51पुरा गीता गार करें हमारा इसी लिए है कि हम प्यार सीख सके
42:54आप गीता में शलोक सीखने थोड़ी आए हो आप गीता में आए हो ताकि आप प्यार सीख सको
43:03और कितना आपने गीता कारेकरम से सीखा चाहे आपको 6 महीने हो गया हो
43:15साल भर हो गया हो दो साल हो गया हो एक अच्छा तरीका है जाचने का कि पूछिए
43:20कि प्यार कितना आया आपके जीवन में
43:23प्यार माने विराटता दे पाना
43:38और प्यार की कमी माने छुद्रता गिनना
43:42कितना मिला कितना मिला कितना मिला
43:44प्यार माने अनंतता
43:46जिसमें सब कुछ देने के बाद भी अनंत शियश रहता है
43:51और जहां प्यार नहीं होता वहां बस यहांसे कैलकुलेटर चलता रहता है
43:55नफ़ा नुक्सान हानि लाब