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Aik Lafz Zindagi Episode 04 - [Eng Sub] - Saad Qureshi - Hira Khan - Sohail Sameer - 8th May 2025 - HAR PAL GEO

This is a tale of how parental conflicts take a toll on their children, forcing them to bear the consequences.

In Tahir and Yasmeen’s family, persistent disputes and misunderstandings threaten to tear relationships apart. Amidst the ongoing chaos, their daughter, Hoor, emerges as a steadfast figure, burdened by loyalty and the need to protect those she loves, often at her own expense.

Her bond with Taimoor, a compassionate and supportive presence in her life, faces significant tests when reckless decisions within her family trigger a devastating incident.

Will Hoor's unwavering loyalty lead her toward salvation or downfall? Can Taimoor's love withstand the harsh realities they must confront, or will the weight of family troubles drive them
apart forever?

7th Sky Entertainment Presentation
Producers: Abdullah Kadwani & Asad Qureshi
Director: Saqib Zafar Khan
Writer: Samina Ejaz

Cast:
Saad Qureshi as Dr.Taimoor
Hira Khan as Hoor
Sohail Sameer as Dawar
Maria Wasti as Pari Gul
Shehryar Zaidi as Asif
Khaled Anam as Tahir
Shaheen Khan as Yasmeen
Azra Mohyeddin as Asiya
Kashif Mahmood as Haris
Saima Qureshi as Afiya
Fazal Hussain as Daniyal (Dani)
Sabiha Hashmi as Nusrat
Sarah Omair as Mehwish
Ikram Abbasi as Khalid
Fareeha Jabeen as Bushra
Dania Enwer as Aymen
Taqi Ahmed as Sharaiz
Sohail Masood as Akram
Salma Qadir as Lubna
Ijaz Ali Khan as Moosa
Minahil as Hoor

#AikLafzZindagi
#SaadQureshi
#HiraKhan

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TV
Transcript
00:00जो रहा हो ना कि लड़कियों से होती है ना मतलब इसकी बात ही कुछ अलब होती है
00:23पल्ला ने मुझे बहन नहीं दी तो क्या क्या किया जा सकता है अरे बेवापू बहन नहीं दी तो क्या हुआ शादी तो हो सकती है ना बीवी तो आ सकती है घर में आ गई ना गुमागर उसी बात पर
00:40अच्छा तुम ये बताओ तुम्हे कौन पसंद है नै और अम्मी किसके घर जाएं तुम्हारा रिष्टा लेके
00:46एक पुने डिकना है ये रिष्टा मांगने वाली बात कहां दे आ गए
00:52अरे भाई कहीं से भी आ गई हो तुम ये बताओ कि तुम्हें किरन पसंद है ना
00:56क्या हो गया भुपो दोस्त है वो मेरी ऐसे बात सोच भी कैसी लिए आपने
01:06अरे बेवकू शादी की सोच घर के बड़ों को और माबाप को ही आएगी ना और किसको आएगी अरे हम ही तो सोचेंगे तुम्हारे बारे में
01:15ठीक है होनी चाहिए लेकिन अब भी मेरा शादी करने का कोई रादा नहीं क्या मतलब तो फिर कब करोगे जब बालों में सफेदी आ जाएगी भी तुम्हारी पढ़ाई मुकमल हो गई कमा रहे हो अब किस बात की देर है बदल गया है वो वक्त अब नहीं होता ऐसे जी अब
01:45अब ही मुझे वड्र वक्त चाहिए कोई वक्त नहीं मेड़ेगा तुम्हें अरे अब को क्या हो गया आपको क्यों चुपोकर बैठागे बोले ना कुछ और हम अपनी चाले में उपस्री कुछ नहीं बोलेदी यहां क्या बोलें हम क्यों किया आपाने खिलक पैस्टा किया �
02:15जितनी जल्दी हो सकेगा, हम लड़की पसंद करके आ जाएंगे, बस.
02:22मैं बात सुनें, मैं अभी करियर पर फोकस कर रहा हूँ, जब करनी होगी, मैं आप लोगं को बता दूँ.
02:30बता रही हूं मैं आपको, यह हमें इसी तरह से टालमा टोल करता रहेगा.
02:34तो मैं कौन से इसके सुनने वाली हूँ, हम दोनों लड़की पसंद कर लेते हैं, और शादे की तारिख तेह करके उसको बता देंगे, बस.
02:41बाई, जिन्दगी का फैसला मेरा है, और डिसिजन भी मैं खुदी लोगा.
02:49क्या?
02:51अब, मश्वरा करके, मश्वरा करके.
03:04वलीद को और कोई दुख नहीं था, बस अगर दुख था, तो हूर आपी से दूर होने का.
03:10हूर भी तो कितना प्यार करती है उससे, वाक्यी.
03:14बहुत पहरी लड़की है, माश्या अल्लाव.
03:18अल्ला मेरी हूर के नसीब अच्छे करे.
03:20आमीन, आमीन, आमीन, आमीन.
03:22बही, मैश्य तुमने कल फोन पे जिकर किया था, किसी रिष्टे का.
03:32जी, माश्या मेरी है, बलके खालेद आप बताईए ना.
03:37मेरा दोस्त ते लिए, वो इसका भाईया लंडन से आया वाया.
03:40इसके लिए लड़की देख रहे थे तो, मेरे दिल महूर का ख्याल आया, बहुत अच्छी फैमिली है.
03:47मैंने आपनों की फैमिली का दिकर किया है उनसे.
03:49अगर आपनों को मुनासिव लगे तो, मात आगे बढ़ा लीजे.
03:52खालिद बात अच्छा लगने या ना लगने की नहीं है.
04:02बात ये है कि पूर अभी बहुत चोटी है और मैं चाहता हूँ कि उसने चितना पढ़ना है, उतना पढ़े.
04:12तो, इस टू अर्ली ना.
04:14अरे बहुत चोटी उमर की बच्चीयों के रिष्टे बलके ज्यादा अच्छे मिल जाते हैं, अगर बच्चीयों की उम्रे ज्यादा हो जाएना, तो रिष्टों में बहुत दुश्वारी होती है, और सुस्राल वालों के डखरे अलग.
04:25बिल्कुल सही कह रही है, बुश्रा. अरे बही, जहां तक पालीम का मामला है, तो लड़का चाहे तो आगे भी पढ़वा सकता है.
04:37अम्मी, अगर लड़का अच्छा है, घरवाले अच्छे हैं, तो क्या जरूवत है आगे पढ़ने की उसे? अपनी खरदारी करे ना.
04:42लड़का क्या करता है, मैवेश? भावी, असल में यूके में उसने अपनी सारी पढ़ाई की है. वह ही वो जॉब भी करता है. अभी एक महीने के लिए यहां आयावा है, शादी के लिए. कह रहा था कि शादी करके लड़की को अपने साथ ही ले जाएगा.
04:59उनका प्लान ही है कि अगर रिष्टा पका हो जाता है तो वो औरन से निकाह कर लेंगे. चट मंगनी, पट बयावली बाते हैं.
05:09लेकिन बेटा, यह कोई ज़्यादर जल्दी नहीं है? वेलकुल सही कह रहे हैं. इतनी जल्दी कोई अपनी लड़की कैसे दे सकता है?
05:21अरिष्बा, इस फामली को मैं बच्च्पन से जानता हूँ. अली बहुत नेक है. अपने वालिद के साब उनका बजनेस समाल रहा है. और एहसन बहुत शरीफ लड़का है, मैं बच्च्पन से जानता हूँ उसको. दो साल पहले पाकिस्तान आया था, वहारी अक्सर मुलकात
05:51अर रिष्टा देखने में कोई हर्च तो है नहीं. और वैसे भी मैं विश कौन सा ऐसा वैसा रिष्टा लेकर आएगी आखिर अपकी भतीजी का सवाल है.
06:01साहरे भाबी, भूर और दानी तो बिलकुल मेरे बच्चों की तरह हैं. वलीद में और इन में तो कोई फर्क ही नहीं है मेरे लिए.
06:10अरिस भी क्या स्कोच रहे हैं आप चो दिल में हैं बता दें?
06:15एर सच पास तो ये है कि दिल मेरा कुछ और कह रहे है, लेकिन आप नोंकी बात हैं, कुछ और और कह रही है .
06:22वे मेरे ख्याल में तो अल्ला कर नाम लेकी बुला लेते हैं
06:35वी लेते हैं एक दफाह आगे जो अल्ला की मर्सी, होना होगा तो यहाँगा, पर नाम.
06:41बढ़ाओ.
06:42जो अल्ला को बंजूर.
06:44मिश्चुद.
06:50ठीक है.
06:52मेल लेते हैं पर.
06:58अब कब ली कर आ रहे हो खालिद?
06:59वो तो कहली ही आ जाएंगे उन्हें तो बहुत जल्दी है.
07:02ने ने यार क्या इतनी जल्दी पी रहे हैं.
07:04कल तो मेरा आओफिस है. नेक्स वीक पे कुछ देख लेते हैं।
07:13तुम का जा रहे है?
07:16दोस्क के पाद जा रहा हूं.
07:18अली.
07:20कौन अली?
07:22गली की कोने पे रहता है.
07:24मैं या इसी गली में रहा थाू।
07:26दोनो कोनों का चाँनता हूं.
07:27तोनों कोनों में कोई अली नहीं रहता
07:38नए शिफ्ट हुए हैं वो आप चलने बाहर में मिलवा देता हूं आपकुछ से
07:42अरे अब हारिश भी बस किने थे ना क्या हो गया
07:47बच्चा है एक दोस्त होगा उसका
07:49क्या आप भी
07:52तोलो भरी कि स्मोसा लो
07:53खो चाय पिया
07:57अरुपर रखे थे बैग में वलीद को डेने के लिए
08:23टून टून के ठख गई मिलेने रहे
08:27टानी निना निकाल दिया हूँ
08:32इस बात का जिकर किसी से नहीं करना है
08:35अल्मारी में अच्छी तरह देखूँगी, मिल जाएंगी
08:39दादो
08:41तब यह ठीक है आपकी
08:45बेतर मैसूस कर रही है
08:46चलती हूँ अपने कमरे में
08:54दादो
08:56दादो, क्या हो गया?
08:59अपके तब यह ठीक नहीं लग रही मुझे
09:01मैं मैं अमीपो उठाती हूँ
09:03क्या कर लेगी वह?
09:05अभू को बला देती हूँ
09:07नहीं नहीं उसे मत उठाने
09:09उसको सबाइ जल्दी ऑफिस जाना है
09:12उठ जाएगा तो दुबारा नीम नहीं आई कि उसे
09:15इसरा चक्रारा है पेरा
09:21मैं आपका सर्दबाम?
09:23क्या नाम है इस लड़के का?
09:25दानी?
09:31जो डॉक्टर है
09:33तैमूर?
09:35हाँ
09:36इसको बिला लो
09:38हब तब यह फराव हो रही है
09:40सर में दर्द बुरा है
09:42नहीं सिर्फ भट रही है
09:44मैं कॉल कर क्या थी?
10:06हूर
10:16हूर
10:18हूर
10:20हूर
10:28हलो हूर
10:30जहरीत
10:32हलो तैमूर
10:34हूरी है
10:36आप पीज जल्दी से आजए है
10:38वो कहरी है आपको भुला लूँ
10:40अच्छा
10:42हूर
10:56हूर
10:58हूर
11:04देती के दवाई खाये थे आजाती।
11:10खाये थी सबाह।
11:12देपे आए था आपदा।
11:15कुछ ऐसा वैसा तो नहीं खाया।
11:20आज बदपरेजी हो गई थी थोड़ी से।
11:24दवाई खा लेते हैं।
11:28अब दादी की दवाईया यहां रखें मैं।
11:33आपको जब भी ऐसे लगे ना कि बीपी की वज़ा से आपकी तव्यत खराब हो रही है।
11:44तो दवाई खा लिया करें।
11:46अब भेतर खील करेंगे।
11:58चीते रो बिटा।
12:02चले हम आराम करें।
12:10सो जा।
12:12तुमको आधी रात को जगा दिया।
12:14तुम भी आराम करो जाके।
12:16कोई बात नहीं आती है।
12:20पूर।
12:22पिटा दर्वाजा ठीक से बंद कर लें।
12:24पिटा।
12:26अबशाई।
12:28अबशाई।
12:30अबशाई।
12:34अबशाई।
12:38अबशाई।
12:40अबशाई।
12:42घर में कोई बात लिया।
12:46इड़ाई कोई जगडा।
12:49अबशाई।
12:51अबशाई।
12:52अबशाई।
12:54अबशाई।
12:56तुम मुझे परेशान ता गिलिया।
12:58वो..
13:00मैंने दादो को कहा तो कि मैं अबशाई पर था गेती हूँ,
13:03लेकिन अबशाई।
13:04आपको पॉल किवाथ, आपको बला ली।
13:07अच्छा किया ना, मुझे बला लिया।
13:09जब भी दादी की तबियो तराब हो तो मुझे पॉल कर ले।
13:12असबा हॉस्पिरल जाने से पहले मैं कॉल करते हैं, इंकी तबियत मानू कर ले।
13:22इतना देख ख्याल रखते।
13:23लुप्टे भात है नशीबों की मिलना भी छड़ना टोतना किसी रहत मंझिल तोई रुडना जो सदा दिलों ही मेरे दे होते नहीं है बोचधा
13:53प्राइल
14:23बही इस लड़की ने तो हदी करती है
14:30ना उठने का नाम ले रही है और ना ही कमरे से बाहर आ रही है
14:33उसको मत जगाना बिटा
14:35क्यों? मैं मशीन हूँ
14:38अम्मी मैं भी थक जाती हूँ
14:40वो भी थक के आधी रात को सोई है
14:42आधी रात को क्यों भई?
14:44मेरी तबियत खराब हो गई थी रात को
14:48बीपी बहुत हाई हो गया था
14:50बिचारे तैमूर को बलाया
14:52उसने चेक किया
14:54फिर दोबारा दवा दी
14:56फिर कहीं जाके सुकून मिला है मुझे
14:58अरे अम्मी आप भी कमाल करती है
15:00जब आपको पता है कि आपका ब्लड प्रेशर हाय हो रहा है
15:03तो आपको चाहिए ना कि आप डॉक्टर के पास जाएं
15:06और डो टाइम की दवाई लिखभा कर लाएं
15:08अब जाओंगी तो बताओंगी उसे
15:11मेरा फोन आ रहा है
15:13असलाम लेकुम अम्मी
15:25वालीकुम असलाम आपक क्या हो रहा है
15:29क्या होना है
15:31सास की तबियत खराबी के रोने सुन रही थी
15:34आपको उनकी तो मौजे है
15:37तुम जैसी अच्छी सुगर्ड खित्मतगार बहु मिल गई है उनको
15:42वो तो आराम से रेटी रहेंगी
15:44वो तो रेस्ट करेंगी कोई बात ले
15:46कर ले आश कितनी देर करेंगी
15:49ए बात सुनो आफिया तुम तो मुझे बताया ही नहीं
15:52कि महफिज जो है वो रिष्टे के लिए आरही है
15:54अरे अम्मी मुझे भी कल ही आप लोगं के सामने पता चला है
15:58बलकि उनकी बेटी ने तो पहले ही अपनी मा को फोन पर सब कुछ बता दिया था
16:03सोचो देखो रो कितनी बातें चुपाई जाती हैं तुम से
16:07अल्ला ही बचाए इनसे भई
16:08वो सिर्फ इसलिये ता कि मैं आपको ना बता सकूँ
16:12और नहीं आप लोगो बुला सकूँ
16:14वो तो पता नहीं मेरे दिमाग में क्या बात आई
16:16कि मैंने आपको फोन करके बुला लिया
16:18नाना नानी की तो बहुत तकलीफ है ना उनको
16:21तो कि नाना नानी की तो कोई हैसी एती नहीं उनकी नजर में
16:24बेक्स लूँगी इनको तो मैं
16:26अच्छा अमी मैं बाद में बाद करती हूँ आपसे
16:29अल्ला आपस
16:30मिशालला खौफ किया करो
16:39अरे बड़ी बच्ची का रिष्टा आ रहा है खुशिया मनाओ
16:43तुम तो दोनों एक दूसरे के दिल बुरे करने पे लगी हुई
16:47क्या बुरा कर दिया मैंने मैं तो अच्छे काई सोचती हूँ वो बुरा कर रही है बैटी भी
16:53वो क्या कर रही हो यह दुआ करो परवद्गार से कि बच्चे के नसीब अच्छे हो
16:57मैं तो आप क्या सोचती है अपनी दोती के लिए मैं दुआ नहीं करती
17:02लगता तुले नहीं तुहार रिवये से कैसा करती होगी है।
17:06आप फोन देखिया लिए।
17:09जोड़ा धीरज रखा करो, धीरज, सब से ही हो जाएगा, इंशालों।
17:23अच्छा किया न, मुझे बला लिया किया।
17:26जब ही लादी की तबीयों खराब हो तो मुझे कॉल कर लें।
17:32इतना दी ख्याल रखते।
17:43तुम्हारी हरकते न, मैं पहले दिन से नोट कर रही हूं।
17:47एक बात कॉन खोल कर सुन लेना मेरी, के तुम्हारा और मेरे तैमूर का कोई जोड नहीं है।
17:56कमेरे चीरी का फ्यानी खांगे
18:03हलो।
18:04यूए।
18:05बुर्डूर्ण।
18:06दादी की तबियत कैसी है।
18:09दादी की तबियत अब बहता रहे।
18:12और आत को फ़़रण सो कही थी।
18:15और तूम।
18:17रह भी सो कही थी।
18:19सुनो यह छोड़ी जोड़ी बातों पर घबराओ मत जाये पर
18:26नहीं तो वो बढ़ाँ वो बाबा ने दुवारे नोट्स त्यार कर दिये थे वो आज आकर ले जाना
18:33ठीक है खुदा आफैस खुदा आफैस
18:49जोड़ी जोड़ी बातों में दपरा जाती है
18:57मुझे तो कसम से समझ में नहीं आता कि इस घर की सारी वरतों को हो क्या किया
19:10कोई आपकी कदर क्यों नहीं करता आपको आपको सिर्फ पैसा बनाने की मशीन समझ रख कैसमें
19:15यह बड़ी अफसोसना ख़वर है मेरे पास तुम्हारे लिए
19:21क्या ख़वर है क्या कह रहा है जुबेर ने तुम्हें तुम्हें तलाक देने का फैसला कर लिया
19:28कितनी खुशनसीब है न सद्रा वेसे लेकिन तुम्हारे साथ ना बिलकुल ने जच दी
19:40तुम तो भाई की तरफ नहीं गए थे यहां क्या कर रहे हो
19:44अरे भाई यह क्या हुलिया बनाया वाय तुम्हें ने नीची आओ आओ आखर तयार हो महमान आए में आए
20:06कौनसे महमान तुम्हारे रिष्टे के लिए आए में अब जल्दी आओ देर मत लगाना हो
20:13आए
20:17इस नहीं जल्दी आए
20:23आए
20:27आए
20:29देक तो आप इना जिद करते हैं
20:34अरे सुभान आए
20:35असलाम लेकरम
20:37वा अले वा अले वा जल्दी आए
20:39भाई भाई खुश्छी में खाई जारी है भाई
20:41अरे भाई खुश्छखबरी है
20:43कैसी खुश्छखबरी
20:45वो हूर का रिष्टत ए हो गया है
20:55क्या?
20:56याद भी
21:10ना जाने क्यों जीने का देती नहीं है
21:14होसला
21:16है बर्सों से टूटा हूँ आ सलसला
21:20मैं तुझे
21:22समाने की बाहों में देखू ना हो
21:26असा कभी
21:28अगर ऐसा हो तो क्या जीना में रहा
21:32मिले भी तो क्या
21:34ये दिल तो जलता रहा
21:38मुझे सब शोले
21:40धुमा सा बाकी रहा
21:42तुही बता दिवानीगी
21:44बेचारगी
21:46बेगानीगी का बन
21:48बाकी रहा
21:50बाकी रहा
21:52हो
21:54दिवानीगी
21:56बेचारगी
21:58बेगानीगी का बन
22:00सकी दाओ, सकी दाओ
22:30नहीं, ऐसा कैसे हो सकता है।
22:37क्या मतलब क्यों नहीं हो सकता।
22:39वैसे, मुझे भी बहुत हैरत हुई थी।
22:43इतनी बड़ी खुशखबरी और यू अजानक से, उसका रिष्टा तैह हो गया, और मैंने सुना है कि बहुत अच्छी जगा तैह हुआ है।
22:50इसमें कोई इतनी अन्होनी बात तो नहीं है।
22:54अक्सर ऐसी बातें लोग वक्त से पहले नहीं बताते हैं।
22:58लेकिन हम एक गुसरे को बच्पन से जानते हैं।
23:02उसने तो कभी जिकर नहीं किया।
23:04बलके मैं कली उससे मिलने गया था, तब भी उसने मुझे कोई बात नहीं बताई।
23:07क्यों? तुम क्यों गये तो वहाँ?
23:10दादी की तबियत खराब हो गए थी।
23:15तबियत बहतर होने के बात भी उन्होंने मुझे से जिकर नहीं किया।
23:18अरे बेटा, हमारी तो उन्हों लोगों से महलेदारी है।
23:22और वैसे भी उनके घर की बात है।
23:25देखो, अगर वो अपनी खुशी से बता देते तो ठीक है।
23:29वरना तुम तो जानते हो हम लोगों की नेचर कैसी है।
23:32हम तब भी जाके बिलावजा उनसे सवाल जवाब ना करते है।
23:35जो भी हुआ है लड़की की रजामंदी से हुआ होगा।
23:39उसकी मर्जी शामिल होगी इसमें।
23:42हमें तो बस दुआ करनी चाहिए कि वो लड़की खुश और आबाद रहे अपने घर में।
23:47अला करें।
24:13खुर तुम जानती हो कि ये सिर्फ तुम्हारी खाहिश नहीं थी भलके
24:19मेरी भी खाहिश थी कि तुम आगे पड़ो, जितना चाहे पड़ो।
24:29लेकिन वेटा, ये भी हाकिकत है कि अच्छे रिष्टे आजकल इतनी आसानी से नहीं मलते है।
24:43और मेरी बेटी की किस्वत बहुत ही अच्छी है। एक बहुत अच्छा रिष्टा आया और मैं इंकार ना कर सका।
24:53मुझे अपनी बेटी पर मान नहीं इतना है कि मैंने उसकी रज़ामंदी नहीं पोची और हाक करती।
25:05मुझे पुरा भरोसा है कि तुम्हें हम बेयकीन होगा कि हम तुम्हेरे लिए कोई भी घलत फैसला नहीं कर सकते।
25:17पुर्पेटा तुम्हारी मान ने तुम्हें पताया तो होगा कि लड़केवले बहुत ही चल्द शाथी खना चाहता है।
25:30फिर भी अगर तुम्हारी कोई खायश है तुम्हारे कोई अर्मान है तो तुम मुझे बता दू।
25:37मैं पिटा पूरी कोशिश करूँगा उसे पुरा करने की।
25:53ची पिराओ।
25:58मेरे ख्याल है कुछ मुझ मिठा करना चाहिए।
26:02अफ्या अफ्या अफ्या अफ्या
26:32हूर कहा हूं मेरी कॉल उठाओ
26:40हूर का रिष्टा तैय हो गया है जो भी हुआ है लड़की की रजामंदी से हुआ होगा उसकी हर्जी शामिल होगी इसमें
27:02क्या तुम खुश नहीं है तुम खुश नहीं है
27:25खुश देखो मैं मुझे अंदाजा नहीं था कि भाई और भावी तुम्हारी राय जाने बगएर इस रिष्टे के लिए हां कर देंगे
27:40अच्छे की नहीं पाते जाए
27:43मूर इसमें रोने वाली क्या बात है अच्छा एजी हो जाओ मेरी बात तुम्हारे दिल में जो है
27:55मुझ से शेयर करो
27:57जो भी दिल में है हलका कर दो कहके
28:01कहो
28:03अबी ने मुझे कहा था कि कुछ लोग सिर्फ मुझे देखने के लिए आ रहे
28:09ना हम उनकी फैमिली को जानते है ना वो
28:13मुझे क्या पता था कि आज ही हाँ हो जाएगी और शादी की तारीख भी फिक्स हो जाएगी
28:17ऐसा ऐसा कहा होता है भूबो
28:21क्या सिर्फ रही बात है
28:25तो क्या नहीं होनी चाहिए
28:27भूब
28:29मेरा बच्चा
28:31तुम जानती हो ना कि मैं और तुमारे खारेद अंकल तुमसे कितुना प्यार करते हैं
28:37तो पीटा
28:39मैंने और उन्होंने बहुत सोचते समझते
28:43ये रिष्टा तैय किया है तुम्हरे
28:45एहसन बहुत अच्छा रड़का है
28:47तुम्हें बहुत खुश्रके का
28:49तुम्हें बहुत खुश्रकेगा
28:54मैं विष्ट
28:55नहीं कुछि तुम्ह़ा तो मैंने मू narratives नहीं करवाया
28:57ये लो
28:59एक ऐफ़ार फिर तुम्हें बहुत मुबारक हो
29:01मुबारक हूँ.
29:06खेर मुबारक हूँ.
29:07बस अल्लाबाग हम सब को हग में बितर करें.
29:09आमीन.
29:10और सच में तुमने
29:12मेरी हूर का इतनी अच्छी जगा रिष्टा करवाया है.
29:16तुमने तो खूपी होने का हग अदा कर दिया.
29:19मेरी बच्ची राच करेंगी.
29:21अच्छा सुनू, जरा नीचे तो आओ.
29:24तुम्हारे भाई ने और मैंने कुछ जरूरी बाते करनी है.
29:27आप चली मैं.
29:29मैं आती हूँ.
29:35मैं आती हूँ.
29:37देखने हूँ क्या बात करते हूँ.
29:41चेरा.
29:51मैं आती हूँ.
29:55मैं हूँ क्या हूँ.
29:57आती हूँ.
29:59शभ्फेर क्या आती हूँ,
30:01आती हूँ.
30:03आती हूँ.
30:05जसे दीट को हैंग हुआ है
30:35तुमने शाय नहीं मागी।
30:37वो मैं हॉस्पिटल से निकलने से पहले पी कर आया था।
30:41हम।
30:44अब ठीक तो है ना कोई मस्रा तो नहीं है।
30:49ठीक है सब।
30:54याद है ना तुम हम बाप बेटे तो हैं, तेने दोज मी हैं।
31:01काना काओगे।
31:03जी।
31:04तुफटेबल लग रही है, आज़ो, कम, सबस।
31:10भाई हमने कुछी कुछी शादी की तारीख तो दे दी।
31:13लेकिन तैयारी के लिए हमारे पास पूरा महीना भी नहीं है।
31:17तो हमें कौन सा डोब्लम आके करने है।
31:19साथगी से निकाह करेंगे और बेटी की रुस्ती कर देंगे।
31:23लेकिन बेटा, वो लोग तो चाहते हैं ना, कि धूमधाम से हो शादी।
31:29खालिद मुझे बता रहा था कि अभी उन्होंने बेटी की शादी काफी धूमधाम से किये।
31:34काफी शान और शौकत से किये।
31:37उमीद तो है कि दोनों माबापकी अर्मान निकल गए होंगे।
31:53वैसे भी इतना धूम धड़का ना, मुझे बेटियों की शादी में अच्छा नहीं लगता है।
31:59इतनी चलाग फैमिली है। आई तो थी हमारे घर।
32:03देखे लिए होंगे कि ये क्या हालात है।
32:07क्या मत्तब है तुमारा क्या हालात हैं यहांपे।
32:10ना, शुक्री मत बढ़ो।
32:12खुदा कर शुकर अदा करो।
32:14तुम्हें हजारों से बलके लाखों से बेतर रखा हुआ है मैंने।
32:19अच्छा अधक बात है बेटा या बेटी की तो मैं दोनों में कोई पर्क महसूस नहीं करता।
32:24लाख कर शुकर है।
32:25आज भी मैं किसी अच्छे होटल में डेड़ सो दो सो लोगों को खाना खिला सकता हूँ।
32:30अच्छा यानि कि जो जमा पूंजी है वो मैं बेटी की शादी में लगा दू।
32:35बेटे को युनिवरस्टी ना भेजू बस।
32:37तुम्हारे लाडले निकम्मे बेटे को मैं आज तक पूरा करता आया हूँ।
32:41और बेट फिकर आगे भी पूरा करूंगा।
32:43बस कर दो हारेस अभी मेरा मूमत खुलवाना हूँ।
32:46कल तक बेटे को साइकल दिलाने के लिए तुमने इतना रूलाया है उसे।
32:50और आज मोटर साइकल के लिए उसको तरसा रहे हो।
32:54तुम्हारी सिर्फ बाते ही हैं और भी बहुत बड़ी बड़ी है।
32:57ये तरसा मैं उसको उसकी बेतरी के ले रहा हूँ।
33:00और तुमने जो मुग खोलना है ना खोल लो।
33:02कर लो।
33:03बस कर दो हारिस।
33:04अब अगर तुम्हें एक लफ बोले ना तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा।
33:08अब या देखने रही क्या कह रही है।
33:10मैं दोनों को देख रही हूँ।
33:11सारी जिन्दगी गुजर गई तुम लोगे लड़ते जगड़ते।
33:14कम सकम इतनी खुशी का मौका है।
33:16इस मौके पर तो खामोश हो जाओ।
33:18अब अगर बोले ना तो मैं अभी और इसी वक्त एक घर छोड़के चली जाओ।
33:24अम्ही आपको क्या जरूरत है कहीं जाने की।
33:26चुब हो जाओ तो।
33:28छोड़ें अम्ही आप मुझे ये बताएं कि शॉपिंग के लिए कर आप चलेंगी के नहीं।
33:34हाँ बेटा जाना तो पड़ेगा।
33:36हम निकलेंगे तो दो-चार जोड़े हूर के ले लेंगे।
33:39अम्ही हूर के जोड़े इतने जरूरी नहीं है।
33:41मुझे ऐसा लगता है कि हमें लड़के वालों के कपड़े पहले लेने चाहिए।
33:46अरे उसकी फिकर छोड़े। मैं विच से कह दूँगी।
33:49वह अपनी पसंद से और उनके मैयार के मताबिक ले लेगी।
33:52चलें ठीक।
33:53अम्ही जो कुछ भी लेना है लेकिन एक बात नहीं है आप हूर को साथ लेके जाएंगी।
33:57क्योंकि मुझे इसकी चॉइस में कोई इतवार नहीं है।
34:00पता नहीं क्या उठाला है।
34:01हाँ हाँ हूर जरूर जाएगी साथ हमारे के।
34:04हाँ हूर कि पती।
34:34पूर रापी बही मैंने सुना है तुम मुल्क से बाड़ जा रही हो तुम अमीरों के भूल मत जाना मुझे और वहां जाके में पेपर जमा करवाद देना वीजा के लिए अपलाए करना है अक्सान के आलाद बहुत खराब हो गया है यार फिर जूल बाते मत करूं सच कह रहा ह
35:04और तुमने ही मुझे कब से आपभी कहना शुरू करती है
35:10तुमारी हाईश तो दिन आपभी कहलवानी टी
35:13मुझे तुमने कभी पूरी ने की
35:15अरे मेरी बहेन
35:17अकलमन इंसान वह है जो वक्त और हलाद के साथ खुड को बद्ले
35:20मैं हालात और उम्र के साथ बहुत अकलमंद हो गया है
35:23तालूक से निकालने लगी हो दानी
35:26देखो कम से कम करफेशनल तो नहीं हो आना
35:30यकर � फाइदा नहीं है तो तालूक भी नहीं है और बात भी ना हो
35:33खुद गर्ज हो गयो तुम
35:36देखो अब तुम फुजूल बाते कर रही हूँ, समझा रही है, जो हो चुका है ना उसे भूल जाओ, अभी कुछ दिनों बाद तुमने लंदन चली जाना है, फिर हमारी बात होगी नहीं, तो अच्छा मौक है, बैट के इच्छे-ची बाते करते हैं
35:49मुझे तुमसे कोई बात करनी ही नहीं है न, अच्छी ना बुली, मुझे नींदारिये में सुने जा रही है
35:54ये दो अभी से ही आस्मानों पे उनने लगी है, उड़े भई, उड़े, हग है इसका
36:11बस मुझे कुछ दिन अपनी जबान बंद रखने पड़ेगी, एक बार ये लंदन पहुंच आए, फिर इन्शालला इसके साथ साथी होँगा मैं भी
36:20उसकी खामोशी से क्या समझू मैं, क्या उसे वाकी अफसों से उसके रिष्टा खत्म अच्या बस, खामोश, तुम ऐसी बात किसी के सामने मुझे निकालना भी नहीं
36:32नहीं निकालूंगी, लेकिन तैमूर से तो बात कर सकती हूँ ना
36:36अगर तुमने बात छेड़ी ना, तो बात बढ़ जाएगी और दूसरी तरफ तैमूर ने अगर एक रार कर लिया तो ना तुम उसे रोक पाऊँगी ना मैं रोक पाऊँगी और ना ही ताहिर काबू कर सकेगे
36:45लोक तेरी नजरों के सामने ही रहे हैं, यह सब कुछ कब और कैसे हो गया मुझे अंदाजा ही नहीं हुआ
36:54तुमने कभी उसकी उल्टी सीधी हरकते नहीं रेकी थी
36:57अरे वह बच्पन से हमारे आती है, हमेशा से बहुत ही रिजर्व रही है
37:03जब भी मैं उसे कोई काम कहती थी ना तो बहुत खुशी-खुशी किया गटी थी
37:07ना जाने तैमूर के दिल में बस खामोश
37:11तुमें उसके दिल की जानने की कते ही कोई जरूरत नहीं है
37:14अरे मेना तो जुटकी बजाते में गुजर जाएगा
37:17उसकी रुखसत ही हो जाने दो हम भी इदर तैमूर के सर पे सेरा सजा देंगे
37:22तुम बस बिलकुल ऐसी हो जाओ जैसे कुछ जानती ही नहीं
37:26नॉर्मल बात करो तैमूर से
37:28अगर वो खामोश है कोई बात नहीं कर रहा तो तुम भी कोई सवाल ना करो आगे से
37:33देखो यासमी ने एक बात याद रखना
37:36अगर बात जबान से निकली ना तो तैमूर को मस्बूती मिल जाएगी
37:40हमें तो सिर्फ इन दिनों उसे मस्रूफ रखना है बस
37:43लेकिन ये तो बताएं कि ये होगा कैसे
37:46अरे मैंने सब सोच लिया है बस तुम खुद को वैसे ही रखो जैसे मैं समझा रही हूँ
37:51ठीक है भई नॉर्मल रहूंगी मैं
37:54उस मेरा बेटा बेचैन और परिशान ना रहे है
37:58कुछ नहीं हो गए यास में सब जीग हो जाएगा इंशार्दा
38:18मेरी बेटी किसमत बहुत ही अच्छी है
38:21बहुत अप्छा रिष्टा है और मैं इंकार ना कर सका
38:25मुझे अपनी बेटी पर मानी इतना है के
38:28मैंने उसकी रज़ामंदी नहीं पूची और खां करते लिए
38:32मेरी सदा थी जो तूने कहा
38:53हलो
38:54हमारे घर के दर्वाजे पे खड़ाओ
38:57बाहर आप बात करनी है तुमसे
38:59हो इवाद गी बेचार गी बेगान गी का गया ना की रहा
39:16हाओ
39:18हाओ

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