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Tanot Mata Temple Story: पाकिस्तानियों के यु तो कई कोशिश की लेकिन जैसलमेर के तनोट माता मंदिर पर एक आंच भी ना आयी, आइये जानते है इस मंदिर की खासियत के बारे में | Tanot Mata Temple Story


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~PR.266~ED.120~HT.336~

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Transcript
00:00कश्मीर के पहल गाओं में हाल ही में हुई हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर से तनाफ का महौल है
00:10ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब दोनों देशों के रिष्टे युद्ध जैसे हालात तक पहुँचे हो
00:17अजादी के बाद से अब तक भारत और पाकिस्तान तीन बार आमने सामने युद्ध लड़ चुके हैं
00:23इन जंगों की गवाही इतिहास के पन्नों में ही नहीं बलकि कुछ खास जगहों पर भी दीखी जाती है
00:34ऐसा ही एक स्थान है राजस्थान के जैसल मेर जिले का तनोट माता मंदर जोसे आज भी अद्भुत चमतकारों के लिए जाना जाता है
00:43तनोट काओं भारत पाकिस्तान सीमा से महस 20 किलो मीटर दूर है और ये देश के आखरी गावों में से एक माना जाता है
00:50यहां स्थित मातेश्वरी तनोट राय का मंदर केवल धानमिक स्थल नहीं बलकि वीर्ता, आस्था और चमतकार का प्रतीक बन चुका है
00:59यह मंदर सीमा सुरक्षवा बल बीसेफ की निगरानी में है और इसके सारी प्रबंधन की जमिदारी भी बीसेफ के पास है
01:07यहां तैनाजवान इस मंदर को सीमा माता मानते हैं
01:11यह युद्ध, ओप्रेशन या मिशन से पहले वे मंदर में मत्था टेकर आशिरवात भी सरूर लेते हैं
01:181965 के भारत पाक युद्ध में तनोट क्षेत्र में पाकिस्तानी सेना ने भारी बंबारी की
01:24लेकिन चमतकार ये था कि करीब 3000 बं मंदर और उसके आसपास गिराए कए
01:29लेकिन एक भी बं फटा नहीं
01:32इन में से लगभग 450 बं मंदर परिसर के भीतर किरे थी
01:36ये चमतकार सैनिकों की आस्था को और ध्रेंड कर गया
01:41यही नहीं 1971 की जंग में भी जब पाकिस्तान ने दुबारा तनोट को निशान बनाया
01:46तब भी मंदर को कोई नुकसान नहीं पहुँचा
01:50इन बं मों को आज भी मंदर परिसर में बने एक संग्रहाले में सुरक्षित रखा गया है
01:55जो इन चमतकारों की गवाही देते हैं
01:58यह स्थान आजना केवल धार मिक्ष्रधा का केंद्र है बलकि भारते वीर्था और अध्यत्मिक्ता का भी प्रतीक है
02:041965 के लड़ाई के दौरान तनोट माता के चमतकारों से केवल भारते ही नहीं बलकि पाकिस्तानी अफसर भी प्रभावित हुई
02:12पाकिस्तानी ब्रिगेडियर शाहन वास खान ने भारत सरकार से मंदर के दर्शन की अनुमती मांगी थी
02:19आपकी जानकारी के लिए पता दे कि तनोट माता को रुमाल वाली देवी भी कहा जाता है
02:24माननेता है कि जो भी भक मंदर में रुमाल बांद कर मनत मांगता है उसकी इच्छा पूरी होती है
02:30मनत पूरी होने पर वो रुमाल खोल कर आभार प्रकट करता है
02:34यहीं बच्छा है कि हर साल दूर दरा से हजार उश्रत धालू पैदल यात्र कर तनूठ माता के दर्शन करने पहुँशते हैं
02:42फिल हार आज के लिए इस वीडियो में इतना ही और भी ऐसी स्टोरीज को देखने के लिए आप जुड़े रहे हमारे साथ तब तक के लिए नमस्कार

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