कश्मीर में टैक्सी ड्राइवरों की कमाई ठप, पहलगाम हमले का दिख रहा असर, देखें
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00:00धर्ती का सुअर कहलाने वाला कश्मीर हमेशा से देसी विदेशी सैलानियों का पसंदीद रहा है यहां की अर्थवयवस्था का बड़ा हिस्सा परेटन पर आधारित है पहलगाम में 22 अपरेल को आतंग की हमले से परेटन उत्यों को चटका पहुंचा है आतंग की हमले में 26 �
00:30टेक्सी ड्राइवरों को भी बहुतना पड़ रहा है।
01:00ट्राइवरों को भी बहुतना पड़ रहा है।
01:30ट्राइवरों को भी बहुतना पड़ रहा है।
01:48कुछ ड्राइवरों ने याद किया कि पहल गाम हमले से पहले उनका कारोबार कितनी अच्छी तरह फलफूल रहा था।
01:54पहले काम इंसिडेंट से पहले हम लोग बहुत अच्छा काम कर रहे थे हैं।
01:59अगर हम बाइस अपरे से पहले यहां पर आते तो यहां पर एक भी गाड़ी खड़ी नहीं होते थे।
02:09पहले हम बाइस अपरे से पहले हैं।
02:13फिलहाल टेक्सी ड्राइवरों और छोटे वेपारियों का कारोबार मन्दा है।
02:29पिर भी हुने उम्मीद है कि जल्द ही गाटी में सलानियों का आना शुरू हो जाएगा और यहां की अर्थेवस्ता को मजबूती मिलेगी।
02:39जैसे कि मैं सो रहा हूं तो पिता जी को जगाना है मुझे।
02:43तो वो डिरेक्ट उठाने के बजाए और हिंसा की परंपरा मेरे यहां नहीं थी सो भागे से।
02:48तो वो क्या करते थे कि उस कम्रे में आ जाएंगे या बाहर से गुजरेंगे और चौपाई बोलेंगे।
02:53कभी कभी मैं गुस्से में उठकर के रहे पापा।
03:03तरनस प्रश्की अर्श हो गया मने काम मत इठाना है।