केदारनाथ धाम के खुल गए कपाट, भक्तों में जबरदस्त उत्साह
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00:00नमस्कार आप जिकरे आज तक मैं हूँ आपके साथ इमान शुर्दिक्षित जिस पल का भक्तों को बेस अबरी से इंतिजार था वो खत्म हो गया है
00:11बाबा केदार नाद के कपाट खुल गए है और बाबा के दर्शन के लिए हजारों शद्धालों का हुजूम घाटी में उम्डा हुआ है
00:18हर तरफ जै भूले बंबं भूले नाद के जैकारों की गूँच है और हर कोई इस पावन घड़ी में बाबा केदार की दर्शन करना चाता है
00:26बाबा के दर्शन के लिए लंबी कतार भक्तों की लगी होई है लेकिन इसी बीच वहां डमरू और आर्मी बेंड ने समाबादा हुआ है
00:34सबसे पहले आडमी बेड़ ने बाबा केदार का स्वागत किया
00:36और इसके बाद डमरू टीम ने बाबा केदार नाथ के स्वागत के लिए खास पेशकर्ष ती
00:41और फिर महराश्ट से पहुची एक टीम ने भी बाबा के स्वागत में रत्त प्रस्तोती दी
00:46केदार नात धाम से आई इन तस्वीरों से अंदाज़ा लगाया जा सकता है
00:50कि इस वक्त आस्था का केदार धाम अधुत है और आलोकिक है
00:55तो यह तस्वीरे जब आप देखेंगे तो आप समझेंगे कि भक्त बेसबरी से इंतिजार करते हैं
01:04कि कब बाबा केदार नात धाम के कपाट खुल जाएं और वो दर्शन कर सकें
01:08क्योंकि शीत काल में बंदे कर दिया जाता है अत्यादिक बर्फ होने की वज़ा से
01:11और जब पालकी यहाँ पर आती है डूली यहाँ पर आती है तो धूम धाम से कपाट खुलते हैं
01:16मुख्यमंत्री पुष्कर सिंग धामी भी इस दोरान यहाँ पर मौजूद रहे और उसके बात आप देखिए कि अलग अलग राज्यों से जब कलाकार आए तो उन्होंने यहाँ पर सांस्कृतिक प्रस्तुतिया दी और जो बैंड है सेना के बैंड उनकी तरफ से जो धुनी �
01:46आप तो वज़े बाबा केदार धाम के कपाड़ खुले उस वक्त हमारी सेयोगी शुर्ता जहाँ पर मौजूद थी उनकी एक रिपोर्ट आपको दिखाते हैं
01:52मुख्य मंतरी सियां धामी यहाँ पर मौजूद हैं और मुख्य रावल यहाँ पर देखे पूरे विधि विधान से केदार नाथ मंदर के कपाड़ खुलगा रहे हैं और साथी साथ जो मुख्य रावल है
02:05मंदिर के वो भी यहाँ पर पॉजूद है और लगातार मंत्रों चार तार्चारों तरफ किया जा रहा है
02:13उद घोश हो रहा है भोले नात के नाम का सेना की प्राट की धुन वो लगातार आपको सुना ही दे रही होगी
02:21उतरा खंड सरकार की तरफ से आपको बताते कि तमाम सुनशा दरस्था के पीच आज मंत्र के कपार्ट पूरे विधी विनान से यह लेकी खोल दिये गए
02:32और अब बाबा के डार के दर्शन सहर किसी को खूपाएंगे
02:38सुखा पूजाएगा जो अब तक पिछले छे माईने तक दुर्टा था
02:43हर हर मादेर के कुछ के साथ बाबा के दारनाद के कपार्ट खोल दिये गए है
02:50सीधी तस्वीरे को ट्योस्टुडे पर हम आपको दिखा रहे हैं
02:54मंदिर के कपार्ट के दारनाद के कपार्ट खोल दिये गए और इसी के साथ
02:59छे वहिने का इतिजार जो था तमाब शिव भक्तों का वो खत्म हो गया है
03:05तो सीधी तस्वीरे आप देख सकते हैं फूलों से सुसजित शुशोभित के दारनाद मंदिर
03:13सारे 11,000 फीर की उचाई परस्थित ये मंदिर जो कि साक्षाथ शिव का साक्षी है
03:20कहते हैं कि भोले नाद साक्षाथ यहां पर वास करते हैं
03:24उसकी तस्वीरे हम आपको यारी की गुट न्यूस टुड़े के मात्यम से लगादार दिखा रहे हैं
03:30इसलिए यहां पर सरकार की तरफ से और साती साथ उतराखंण सरकार की तरफ से और तमाम राजबासियों की तरफ से
03:43यहां पर भोले नाद को विशेश आभाद वक्त किया जा रहा है
03:48मंदिर के कपाट देखे अब खुल गये हैं
03:50और यहां अब छे माईने के बाद पूरे विधी विधान से पूजाजना होगी।
04:20और शलिए अब आपको ज्रून कैमरे से ली गई केदरनाधाम की भव्य और डिव ये तस्वेरे दिखाते हैं।
04:34आसमान से कैद किये गए इस वीडियो में बाबा केदरनाधाम का डिव ये नजारा दिख रहा है।
04:40गेंदे के फूलों से सजा मंदेर और मंदेर के चारों तरफ भक्तों का जमावड़ा।
04:44हलाकि ये बताया जा रहा है कि कई कुंटल फूलों को यहां पर लाया गया है और सिर्व भारत ही नहीं।
04:50नेपाल से श्री लंका से अलग अलग देशों से भी यहां पर गेंदे और गुलाब के फूल आए हैं।
04:55अब अगले छे महीने तक यहां कुछ ऐसी ही रौनक रहने वाली है।
05:00तस्वीर को आप देखिए आप समझेंगे कि क्यों इसे स्वर्ग कहा जाता है।
05:05बाबा केदार नात धाम मंदिर परिसर की यह तस्वीरें हैं।
05:28केदार नात धाम के कपाट खुलने के मौके पर मंदिर और मंदिर परिसर में मौझूद भक्तों पर हेलिकॉप्टर से पुश्प वर्शा की गई।
05:35आस्मान से हुई फूलों की बरसाथ से भक्तों का जोश कई गुना बढ़ गया।
05:39हर हर महादेव और जै जै केदार के जैकारों से ये घाटी गुंचती रही है।
05:47हेलिकॉप्टर यात्राएं भी शुरूर होगी और ये लेकिन उससे पहले आप देखें कि हेलिकॉप्टर से पुश्प वर्शा यहां पर की गई है।
05:59आपने देखा होगा हलाकि उतर प्रदेश में ऐसे कई तस्वीर आई होंगी जब कावड़ी निकलते हैं तो उस वक्त पुश्प वर्शा उन पर पी जाती है।
06:06लेकिन यहां पर बाबा के दार धाम के जब कपाट खुले तो उस वक्त जब शद्धालू का पहला जथा यहां पर पहुचा तो उनको स्वागत किया गया पुश्प वर्शा की गई और हेलिकॉप्टर से पुश्प वर्शा की गई है।
06:20गये देखें मंदिर परिसर में जो शद्धालू मौजूद है उनके उपर यह पुश्प वर्शा की जा रही है है।
06:50पार्ट की जलक दिखाते हैं मंदिर परिसर में सफेद ट्रेस पैनी टीम ने शिफ्ट अंडव स्थोत का पार्ट किया और इस सभी के हाथ में ध्वजा भी थी
06:58कर दो जंग तुणना मालिकां आप्ट माणी नाद मत्ट मर्वयं चार जंग दांडवाप्न दोचना शिवा शिवा शिवा
07:18कर दो दोजित क्षिए ऐस पिदुबिए लिपार आप ग्रबगना इस तुट नहीं से नुजनी पालेचारिए विलोल मीचि गलारी विराज मानना मोन
07:34कांडवस्तोत की दचना की थी जो शिर्फ को काफी प्रिय है और उसी को यहां जो इस्थानिय कलाकार हैं जो बाहर से आई हुए कलाकार हैं वो शिर्फ कांडवस्तोत की
07:58यहां पर आप सुनीं कि शिर्फ कांडव स्त्रोत जाते हुए और बकाईदा उस्पंदर्ति भी करते हुए
08:07हर हर महादेव और जैशिव शंभू के जैकारों से केदार घाटी गोंज रही है बड़ी संख्या में भक्त बाबा के इस पावन थाम में मौजूद हैं जो आते जाते हैं हम आपको अपनी इस खास रिपोर्ट के साथ छोड़े जाते हैं
08:26बाबा केदार की जैजकार
08:39आर्मी प्रेंट की मधूर सुरुली तान
08:56भक्ति की शक्ति से ओत प्रोत हजारों भक्तों के बीच भोले बाबा के डमडम बस्ते डमरू की आवाज
09:05और ढोल नगाडों की मनमुहग धुन के बीच आखिरकार खत्म हुआ श्रधालूओं का इंतसार
09:22विदिविधान से पूजा अर्चना और हरहर महादेव के जैगोश के साथ
09:26पारंपरिक रस्मों रिवाजों का पालन करते हुए पुजारियों ने आज तड़के केदार नाद धाम के कपाट खोल दिये
09:33हर हर महादेव के कूट के साथ बाबा के दार नाद के कपाट खोल दिये गए हैं
09:46सीधी तस्वीरे गुट्योस चुडे पर हम आपको दिखा रहे हैं मंदिर के कपाट के दार नाद धाम के कपाट खोल दिये गए
09:52और इसी के साथ छे महिने का इंतिजार जो था तमाम शिव भक्तों का वो खत्म हो गया है तो सीधी तस्वीरे आप देख सकते हैं
10:03पूलों से सुसजित शुशोभित केदार नाद मंदिर सारे 11,000 फीर की उचाए परस्थित ये मंदिर जो कि साक्षाथ शिव का साक्षी है कहते हैं के भूले नाद साक्षाथ यहां पर वास करते हैं
10:19केदार नाद मंदिर के कपाट खोले जाने के साथ ही भगवान भूले नाद के इस धाम पर पहुँच रहे श्रधालूओं की यहां के गर्भ ग्रेव में अलोकित अखंड ज्योती और बाबा भूले भंडारी के दिवी दर्शुन की मनुकामना पूरी हुई
10:32भक्तों का उलास देखने लाइक है लोगों की श्रधा और आस्था का समंदर यहां पर ही लोरे मार रहा है
10:47सरदियों की दोरान छे महीने तक बंद रहने के बाद एक बर फिर से बाबा की इस धाम के कपाट खोले गए हैं
10:53तो हर कोई जल्द से जल्द उनके पावन दर्शन और भक्ती भाव से पूजन की अपनी अकांग्षा पूरी करने के लिए आतूर है
11:01बाबा के सबसे परहा दिन पहुचे हैं दर्शन कर रहा हैं
11:06बिल्कुल अभी आप लाइन में लगे हुए हैं जैसे ही बाबा के कपाट खुलेंगे तुरंद दर्शन करेंगे और हर साल ओप्रिंग के में हम ऑबा के दर्शन करने के लिए आते हैं
11:16आठ खुल गए है और देखे बक्तों की पिर कहां से आपाई है अब निक लेते हैं हम कल आठ बज़े से सुबह से लाइन में लगे हैं कल सुबह आठ बज़े से आठ बेसे कब यात्रा शुरू करती कैसे आए अब परसो रात को साड़े क्यारा बज़े हमने स्टार्ट की दी �
11:46केदार पूरी में भक्तों का समंदर उमड रहा है संपूर्ण केदार घाटी में हरहर महादेव की गूंच है श्रधालू के उमंग की सीमा नहीं है इनमें से कई लोग पहली बार बाबा के दर्शन के लिए पहुँचे हैं तो कुछ लोग एक बार फिर से ये सौभाग के हा
12:16पिले दो साल से ऐसी पूजो होती है गोले बाबा की अंदर गए हैं तो पहले दर्शन करेंगे और सब अपना पपूती हो गई सारी सीजे चड़ेंगी बेल पतरी बांग पतरी सब चड़ेगा
12:27श्रधालू को पिछले छे महीनी से केदार नाध धाम के कपाट खुलने की प्रतिक्षा थी
12:48सब के मन में यहां आकर सबसे पहले बाबा के दर्शन करने की तमन्ना रहती है क्योंकि बाबा के दार के इस धाम के महिमा अपरमपार है
12:57इस सिकर पर आके बगवान भोले नाध जी का दर्शन करते हैं उनका जीवन भावन हो जाता है
13:12सारा कस्ट दूर हो जाता है यह माहम रुतिंजय का स्थान है यह मतलब जो भी अंजानी से गल्ती से की और पाप से मुक्त हो कि उनको मुक्स प्राप्त होता है
13:21इसके लिए इनको मुक्षदामी के जाता है और माहम रुतिंजय के जाता है यह तो भगवान बोले नाध जैसे भाव है वो ऐसे दर्शन मिल जाता है इसके लिए बहुत बड़ी सोभाग एक बात है
13:33चार धाम के रिजिस्ट्रिशन के अपचारिकताओं के भाग सफर की मुश्किलों से गुजरते हुए जिन्हें पहले ही दिन यहां पहुँचने का औसर भिला वे अपने जीवन के इन ख्रणों को यादगार बनाने में जुटे निज़र आए
13:45अलकि प्रशासन के ओर से ये वेवस्था की गई है और विशिश रूप से इस बात का ख्याल रखा जा रहा है कि मंदिर परिसर के आसपास भीड जमना हो और हर व्यक्ति को एक घंटे के अंदर सुगम्था से दर्शन की सुवधा मिले
13:59लहाजा ये भी सुनिश्षित किया जा रहा है कि दर्शन कर चुके लोग बेवजह यहां खड़े न रहें और वापस लौट जाएं ताकि दूसरे श्रधालू को आसानी से यहां पर आने का मौखा मिले
14:09के दारनाथ आ रहे तिर्थे आतियों को दर्शन के लिए लंबी कतारों में खड़ा ना होना पड़े इसके लिए प्रशासन ने इस बाट टोकन व्यवस्था लागू करती है
14:22इस व्यवस्था में हर घंटे 1400 श्रधालू मंदिर में दर्शन कर सकेंगे
14:28यहां संगम ब्रीज पर 10 टोकन काउंटर बनाए गये हैं
14:31टोकन लेने के बाद श्रधालू को अपने लिए नरधारित स्लोट के समय से 15 मिनट पहले लाइन में लगना होगा
14:37स्क्रीन पर अलग-अलग श्रेणियों के टोकन नमबर दिखाई जा रहे हैं ताकि लोगों को दिक्कत न हो
14:43यह तस्वीरे जोशी मठ के नरसिंग मंदिर की हैं
15:02जहां बद्रीनाथ धाम के कपाट खोलने से पहले विधी विधान के साथ परंपरायन उभाई जा रही है
15:08यहां भगवान बद्री विशाल के वाहन गरूर जी 500 मीटर लंबी रस्ती के स्तहारे नरसिंग मंदिर में पहुँच चुके हैं
15:17चुकि हर साल इसी परंपरा के साथ बद्रीनाथ धाम के कपाट खोलने की प्रक्रिया शुरू होती है
15:23लिहाज इस साल भी धार्मिक अनुष्ठान के साथ बद्री विशाल के कपाट खोलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है
15:29और भगवान बद्रीनाथ गरूर पर सवार होकर अपने धाम के लिए रवाना हो रहे हैं
15:34सबसे पहले जो बद्रीनाथ धाम की यात्रा परंपरा है उसके अनुषा जो बद्री विशाल के वाहन गरूर जी है
15:42वो रसी के साहरे आज जोशी मट के नर्सी हम अंदिर पहुंचते हैं
15:46नर्सिंग मंदिर में गरूर जी के पहुंचने के बाद आज जोशी मट से
16:14भगवान बद्री विशाल के धाम के लिए गरूर डोली यात्रा शुरू होगी
16:18और ये डोली यात्रा आज अपने पहले पढ़ाओ में पांडुकेश्वर पहुंचेगी
16:22जहां यात्रा का पहला रात्री विश्राम होगा
16:44जाहिर है शीतकाल में बद्रीनाद धाम के कपाट बंद होने के बाद
16:50भगवान विश्रू के वाहन गरूर जी की मूर्ती जोशी मठ में विराजमान रहती है
16:55और फिर जब दोबारा कपाट खोलने की शुब गड़ी आती है
16:59तब गरूर जी की मूर्ती को पूरे विधी विधान के साथ डोली यात्रा उत्सब के साथ
17:03बद्रीनाद धाम में ले जाया जाता है
17:06जो यहां से डोली यात्रा है मुख्य पुजारी रावाल जी तेल कलेश यात्रा संकरचार जी की गर्दी सुबा
17:12यहां पर लक्षमी जी का आवाहन के साथ गड़े स्पूजा के साथ यहां से बद्रिनाद धाम के लिए रवाना होगे
17:18अगले दिन दोली यात्रा के साथ कुवेर और उद्धव की जो मूर्टी है वो दोली यात्रा के साथ बद्रिनाथ पहुंचेगे और तीन मही को बद्रिनाथ धाम विराजमान होगी और चार मही को जब कपाट खोलेंगे तो उद्धव और कुवेर की मूर्टी जो है वो बद
17:48भक्तों की टोली बद्रिनात धाम की ओर धीरे धीरे बढ़ रही है।
18:18भले ही बद्रिनात धाम के कपाट भक्तों के लिए चार मई को खुलेंगे।
18:34लेकिन इससे पहले यहां श्रद्धालू की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए तमाम इंतजाम भी किये गए हैं।
18:41ताकि श्रद्धालू बिना किसी परिशानी के अपने आराद धिके दर्शन कर सकें।
18:45चमोली से कमल नैन सिलोडी के साथ ब्योरो रिपोर्ट गुड नियूस टुड़े।
18:50ताकि श्रद्धालू नैन सिलोड़े।