Skip to playerSkip to main contentSkip to footer
  • yesterday
Pahalgam Terror Attack: पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर उल्लंघन के बीच और पहलगाम आतंकी हमले के बाद जो स्थिति बनी है, उसके बाद पाकिस्तान की तरफ़ से होनेवाली फायरिंग, दागे जानेवाले बम-गोलों से खुद का बचाव करने के लिए सीमा पर बसे गाँवों के लोगों ने अब अपने घरों में ही बंकर बनाने की शुरुआत कर दी। उरी तहसील का नांबला गांव जो पाकिस्तानी पोस्ट साजीवार, ख़्वाजा बांडी और हाजी पीर पोस्ट से केवल 2-3 किमी के हवाई अंतर पर है वहाँ के लोगों ने अपनी सुरक्षा के लिए कच्चे बंकर बनाना शुरू कर दिया है। यहां के निवासी जहांगीर से एबीपी न्यूज ने बात की और जाना की आख़िर सरहद पर रहनेवाले भारतीय मौजूद हालात पर क्या राय रखते है।

Category

🗞
News
Transcript
00:00जिस जगह पर मैं खड़ा हूँ ये एक बंकर है ये भारतिय आर्मी का बंकर नहीं तो LOC पर रहने वाले अपने भारतिय नागरिकों ने बनायवा बंकर है
00:10मैं फिलाल उरी इस शेतर में मौझूद हूँ उरी भारत-पकिस्तान सीमा पर बसा एक तहसील है तो उरी के बारे में सब जानते हैं और जिस तरह पहलगाम हमले के बाद भारत-पकिस्तान के बीज जंग के आसार बने है उससे उरी के तमाम नागरिक खौफ
00:39अब जब जंग के आसार लग रहे हैं तो इस तरह बंकर बनाया जा रहे हैं ताकि अगर
00:45post जो पाकिस्तान post वहां से shelling होती है युद्ध जंग शिड़ता है तो सीधा असर उन पर हो सकता है
00:53उनके घरों पर हो सकता है तो इस वज़े से अगर कोई हलचल हुई और उस तरह की स्थीति निर्माण हुई तो सारे लोग अपने परिवार के साथ इस बंकर में सेफ रहेंगे और इस तरह हर घर में लगबख हर घर में उरी और लोग बंकर बनाते हैं अपनी सेफटी के लिए
01:23इस बंकर कasında हैं कुछ है तुछ होता है तो पहले आसर आप आप लोगों पर पड़ता है तो यह बंकर बनाए है क्या मैसूस कर रहे हैं।
01:29जी हाँ, बिल्कुल सर, जैसे की कंडिशन्स बनी हुई है, इससे हमें बहुत डर है, क्योंकि हमने ऐसी कंडिशन्स देखी हैं, जबी भी शेलिंग होती है, हम पूरा असर हम पर पढ़ता है, हमारे गरूब पर कहीं बार लगता है, आकर उससे बजने के लिए सर, हम थोड़ा
01:59इतना मश्बूत तो नहीं है, लेकिन फिर भी अगर हाँ, हम सेफटी के लिए इसी में आते हैं, और हम चाहते हैं, कि अगर हमारे साथ कुछ किया जाए, इस बंकर को थोड़ा मश्बूत ही दी जाए, आपील करते हैं, कि इस बंकर को थोड़ा मश्बूत बनाएज़े, ता
02:29यहां पर यह पर यह पर बहुता ह्, डर का महौल है laquelle समझ सकता हूँ, जब आप रात में घरोग जाते हैं सोने के लिए समय थे और सुकता हैtır अुक, डोलिया चल सकती है जिसका अस्तर सिदा अप पर हो सकता है तो लोग सा है जी यहां, बिल्कुल किसी भी टाइम, उसकी थाल स
02:59जल्दी से कोशिश करते हैं कि यहां पर पहुंचे पहले तो बहुत प्रॉब्लम हुई थी अब खुश्टे हम कुश्टाइम सब्सक्राइब था तो उससे हम बहुत खुश्टे लेकिन अब फिर से जैसी कंडिशन बनिये सर बहुत खौफ है रात को भी अगर कुछ थोड़ा
03:29जमा करके और थोड़ी सी सीमट वगएरा से बनाया था और ऊपर यह थोड़ी बहुत लगड़ी थी तो उसी से लेकिन अतना मजबूत तो नहीं यह सर अगर इसके उपर लगे तो बहुत मतलब नकसान तो हमें तो अगर इसके उपर सलेव वगएरा पड़ जाए तो यह हमा
03:59एक अलग बनाया यहां दो तीन गरूने मिलके वो जो पहले कुमिनिटी बेंकर्स आये थे वो तो सर हमारे महले में तो आया ही नहीं और आया भी तो जहां भी आया बहुत दूर है सर गरूस से तो बहुत खत्रा आकरी सवाल आपसे क्या कहना चाहेंगे क्या उमीद रखते ह
04:29अपील कर देखे औरते हैं यह युवा है आप पढ़ते हैं जी सर बिल्कुल पूरी पढ़ाई एफेक्ट होगी यह इससे भी मतलब डर लगा रहता है कि ताबों पर बैठे है आवाज आ जाए तो कहां सर वो फोकस बारिंग रेंज में देखे पाकिस्तान के पोस्ट के फा
04:59अपने तरीके से किसी तरह बना दिया लेकिन अगर इसको मजबूत पुक्ता करना हो जिससे इनका बचाव हो सके तो सरकार से मदद की अपील वो करते हैं कि हमें इसमें मदद करें ताखि अगर कुछ खुदाना खास्ता अगर इस तरह की स्थिति हुई और जंग चिड़ी �
05:29बादिश महाजन के साथ गनेश ठाको जीरो लाइन नाम पूरी

Recommended