Happy Akshaya Tritiya
इस अक्षय तृतीया, कमाइए ऐसा धन जिसका कभी क्षय न हो — श्री राधा रानी के चरणों में प्रेम का धन! 🌸
चलिए आज भगवान से यही वरदान माँगें — “हे प्रभु! मैं आपके चरण कमलों का मधुप बन जाऊँ, सदैव आपके चरणों के दिव्य रस को पीता रहूँ।”
प्रेम रस मदिरा — जगद्गुरूत्तम श्री कृपालु जी महाराज द्वारा रचित वह अमूल्य काव्य, जो हृदय में हरि-गुरु के प्रति अखंड प्रेम और अनुराग जगाता है।
Prem Ras Madira - Arth (Vol. 1-2) - Hindi: https://www.jkpliterature.org.in/products/prem-ras-madira-arth-vol-1-2
Prema Rasa Madira - English: https://www.jkpliterature.org.in/products/prem-ras-madira-1
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प्रेम रस मदिरा — जगद्गुरूत्तम श्री कृपालु जी महाराज द्वारा रचित वह अमूल्य काव्य, जो हृदय में हरि-गुरु के प्रति अखंड प्रेम और अनुराग जगाता है।
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00:00यह श्रीक्रिष्ण संबंधी त्योहार है और जितने भी त्योहार स्रीक्रिष्ण संबंधी होते हैं सबका अभिप्राय केवल यही है कि हम तन्मन धन से
00:21स्रीक्रिष्ण को अर्पित हो और अपना कल्याण करें अक्षे शब्दका अर्थ तो आप लोग जानते ही हैं अनन्त होता है अर्था जो कुछ दान किया जाता है उसका अनन्त गुना फल होता है बिशेश फल होता है भावार्थिये
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01:08made
01:09with
01:10them
01:11तो सोना खरीदना चाहिए, तो सोने का दान समर्थ लोगों के लिए है और असमर्थ लोग भी दान अवस्चे करें अपनी हैसियत के अनुसार,
01:27तो ये केवल सेवा का लक्ष है हर त्योहार का, उसी में एक अक्षय तृतिया भी है, दान ब्रमुख है और तन्मन तो सदा भगवान के निमित अर्पित करना ही चाहिए.