पहलगाम में हमले वाली जगह लोगों के छूटे चप्पल-जूते बयां कर रहे आतंक की दहशत...देखें ग्राउंड रिपोर्ट
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00:00आपको लिए चलते हैं Ground Zero जहां 22 अप्रेल को आतंकी हमला हुआ वहाँ से श्वेटा सिंग की एक्स्क्लूसिव रिपोर्ट देखे
00:07वेल्कम टू पहलगाम जाने का वो रास्ता जिस पर इस सीजन में परियटकों की गाड़ियों की लंबी लाइन लगी होती
00:19लेकिन अब चन्द स्थानी गाड़ियां और ज्यादा सुरक्षा बल उनकी गाड़ियां देखती है
00:25बैसरन एक टूरिस्ट लोकेशन पहलगाम के भीतर
00:31यहाँ पर आप उसका जो भीतर जाने का जो द्वार है वहाँ पर ही आप देख लेंगे
00:36कि एक मैप के जरिये पूरा हिस्सा एक्स्प्लेइन किया गया है
00:39उपर जाकर ऐसी तस्वीर हमें नजर आनी है
00:41चारों तरफ पहाड यहाँ पर दिखते हैं
00:45लेकिन बैसरन के लिए करीब एक घंटे दस मिनिट का टाइम लगना है
00:50पांच किलो मीटर का यह सफर है और जो एलेवेशन है वो 2230 मीटर का होगा
00:57तो हम इस रास्ते पर लेकर चलते हैं और आपको दिखाते हैं कि उस रोज जो कुछ हुआ
01:03आतंक का जो खेल यहाँ पर हुआ हूनी
01:06किस तरीके से लोग बहा से निकल कर भागे किस तरीके से वो कोहराम मचा था
01:13बैसरन घाटी के इस रास्ते पर अधिक्तर या तो आपको पैदल ही चलना होगा जो कठिन होता है
01:20लेकिन उस दिन कुछ इसी तरह लोग पैदल, कुछ टट्टू के सहारे बैसरन घाटी तब उचे
01:50आगे बढ़ने की कोशिश करें
01:51आज ये घाटी, ये रास्ता वीरान पड़ा है
01:56लेकिन 22 अप्रेल तक इसी रास्ते से मिनी सुच्जर लैंड कहे जाने वाले बैसरन घाटी तक लोग पहुंचे होंगे
02:02लेकिन उन्हें अंदाजा भी नहीं रहा होगा
02:05कि 22 अप्रेल का वो दिन खुशियों में आतंक की खलबली मचाने जा रहा है
02:10जहां से लोग चीफ खुकार मचाते हुए भागे थे
02:18मौत का मनजर भयानक दहशत के उसी पल वाले रास्ते से श्वेता सिंग रिपोर्ट दिखा रही है
02:24उस मनजर की गवाही इस वीडियो में मिली थी
02:45जो घाटी में अपना चलते हुए वीडियो बनाते हुए अचानक गोलियों की आवाज सुनकर सिहर गए थे
02:50और फिर देखिए किस हाल में जान बचा कर निकले थे
02:54जाने जाने जाने जाने चांवी थोड़ी थोड़ी थोड़ी देखिए और पापा मेरे वाश्रूम रहती है
03:03उतरीन दिर में एक बंदा पीछे साया और उसने पोली साइड में रखके उससे रूचा हिंदू है कि मुसल्मान है तो पहले कलमा पड़के दिखा
03:15आतंग के दलदल से किसी तरह बचकर भागते लोगों के छूटे हुए जूटे चपल के निशानी अब भी घाटी के रास्ते में नजर आती है जो बताती है कि जान बचाना 22 अप्रेल को कितना कठिन हो चुका था
03:43कठिन हो चुका था
03:45बाज़ भागते हुए इन जूते चपलों को गिरे हुए आप नीचे देखिए है जो बड़े थे जो बच्चे थे सबके जूते टोपियां आपको इस पूरे हिस्से में दिख जाएंगी इस इलाके को अभी इस पर कोमिंग ऑपरेशन चल रहा है लेकिन सीधे तोर पर समझ
04:15किस तरह का वो आतंक रहा होगा कैसा वो खूनी खेल कि लोग यहां से इस तरीके से अफरा तफ्री में हटबड़ी में यहां से भागे देखिए
04:25आतंकी कहां गए? किस रास्ते गए? उस जंगल से भी आपको रिपोर्ट हम कुछी देर में दिखाने वाले हैं जिनकी तलाश में इस वक्त बड़ा ओपरेशन चल रहा है
04:36यहां पर आपरेशन चल रहे हैं यह तलाशने की कोशिश की आतंकी कहां हो सकते हैं पीछे जो हरे रंग का बड़ा आप देख रहे हैं उसके पार ही वो पूरा मेडो है इसी हिस्से से होते हुए दौड़ते हुए
04:53लोग यहां से भागने की जान बचाने की अपनी कोशिश कर रहते हैं बहुत कठे ने रिया है बहुत ही मुश्के ले रिया है और सुरक्षा बलों के सामने उतनी ही बड़ी चुनोती कि कैसे आखिर वो ऐसे इसे इलाके से इन आतंकियों को ढून निकालें