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  • 2 days ago
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00:00क्या है पिछले पांच महीने से आप लोगों ने दूद के बिल के पैसे नहीं दिये
00:20अरे मैं दर बाजे खोलो अजी अजी माजी का अरे जे कोई तरीका थोड़ी हाटिये अरे माजी को बलाये पैसा दिंजे अब आपका पैसा मिल जाएगा आप आरचनी अरे पांच महीना हो गए अपिछा क्वाशाने मिला अरे चली का अरे अरे बापीता
00:48पैसा दो मेरा!
00:54एए, क्या कर रहा है?
00:56क्या क्या क्या खर रहा है?
00:58क्या क्या खर रहे?
01:00बोल, पांच महीने कच्छे गजा रूपए
01:02पकड़, निगलाज़ आज़े, उठाव पैसे
01:04उठाव, उठाव पैसे
01:05कल से मैट, इधर तू तेने नहीं आँगा
01:07जोड़ों का लए मैं थिसे को!
01:10आज़ों का लए मैं थिसी को!
01:13भगवा!
01:14विल देने में क्या दिख्का थे तो?
01:16इतने से पैसे के लिए सब?
01:18ये सब बतलब?
01:19मैं ले क्या किया?
01:21हाथ देख, शुकरवार का दीन
01:23और शुकरवार के दिन लक्षमी घर से बाहर नहीं जानी चाहिए
01:26और ये?
01:27हमेशा शुकरवार को क्यों आता है?
01:37ये लो!
01:38टीफिन रेडेनी अभी तक!
01:39पता ने कहर में करते हैं ये लोग?
01:41मैं भी काम ही कर रही हूँ!
01:42के अलारी कुछव पता रहा है, ये यरी आम ये ख quéम बातकरों
01:51है आप दोने जफ जाएं जाएं गया हूँ जय कर देता हूँ
02:07मैं टिफिस पैक कर देता हूँ
02:10और हो सके दो समझाओ मागो
02:12रोज जड़ा करते हैं किसनी किसके साथ
02:14परिशान हो गया हूँ मैं और ये सब ऐसे ही चलता रहा ना
02:17तो भागल खाने बिज़ना पड़ेगा उनको
02:18मैं नहीं बात करते की चीज़े
02:20कि पकड़ो अपना टिफिन और जाओ
02:27अधि बढ़वान इसको सब्सक्राइब ना हो जाए बस
02:41हलो
02:42हाँ मैं आज बात करता हूँ जुकल से
02:44हाँ
02:50मुझे किसी भी किमत पर मेरा परिवार चाहिए
03:07हस्ता खेलता परिवार
03:09हाँ
03:14मा कि क्या लुकती रहती हूँ आप
03:16आप
03:17आप
03:18आप
03:19आप
03:20आप
03:21आप
03:22आप
03:23पार आप
03:24आप
03:26आप
03:27आप
03:28आप
03:31आप
03:33आप
03:34अबत
03:35आप
03:36अप
03:40बबीता, ये बबीता, हाँ मा, आड़ बजगे, दर्वाजा बन करले,
04:10कर दो दो दो प्ताल मैगे, बता करें न बबीता, कि कना अबबीता, येका बीता, कि करा बेए.
04:31पर चुर जड़ल
05:01बोड़ी के पोडिशन अजीब है
05:12पूला, तुम बाकी गर की तलाश लो
05:16मैम
05:31बोड़ी के हाथ पे खरोचों के निशान है
05:38और सर के बीचे चोट भी है
05:39मैम
05:40दर्वाजे पे काफी कुणिया है
05:42लेकिन खिड़की खुली है
05:44इसका मतलब है कोई भी आजा सकता
05:46इस कमरे के खिड़की खुली हुई क्यों थी?
05:49जुगल भाया अक्सर देर से आते हैं
05:51तो उनके लिए खिड़की खुली रखनी पड़ती थी
05:53मा की वज़े से शाम आट बजे घर के सारे दर्वाजे बंद हो जाते है
05:57इस सुमर में उन्हें डर लगता है कि कहीं कोई आकर उन्हें कुछ करना दे
06:00किसको पता दा कि जुगल रात को खिड़की से आना जाना करता है
06:04मैं और मा के सिवाए राजिंदर को पता था
06:08राजिंदर हमारी घर के और बाहर के सारे काम करता है
06:12और सुबध जब से पहले उस तरही जुगल भया को देखा था
06:17इस फिर नाद नहीं है अगर से ही अगर से कोई समन गाया भी एपर एसा कुछ लग तो नहीं रहा कल जुगल घर कब लॉटा रात कि आरा बजे तक तो नहीं आया थी और वैसे भी उनके घर आने को कोई फिक्स टाइम नहीं होता
06:31नहीं नहीं आप किसी भी चीज को हाथ मत लगाइए अशुदोर बॉड़ी को पोस्ट मार्टम के लिए भीज़ दो और ये खाने वा शराब के सैंपल्स को फोरण सिक लैब में और जुगल के पॉकेट में जो मोबाइल मिला है उसके सारे कॉल रेकॉर्ड निका लोग जुग
07:01यह आसपास पड़ोस में यह जहां काम करता था वहां नहीं ठीकेब अब हम चलते हैं कुछ पता चलता है तो हम आपको बदाते हैं
07:11कुछ केटेंच थाहां
07:17पुनम, वीजय, तुम दोनों यहाँ गार्डन और आसपास में देखो, कहीं कोई सुराग या निशान है क्या, बाडी घसितने का कोई निशान मिल रहा है क्या, वो भी देखो, येस बाइब, आशितुष, पहले हमें ये पता करना है कि जुगल के घर आने से पहले उसके साथ
07:47जिए, जिए, बढ़ना है, ये क्या है?
08:07ये अरिया में इस तावर की काफी रेंज है, ये एर्या में जादा जरूद नहीं है तो, तो…
08:11राजन शर्मा
08:14तुम्हारे ओफिस से पता चला कि तुम यहाँ हूँ
08:16तुमसे जुगल के वारे में कुछ बात करनी थी
08:18मतलब
08:20जुगल को सचमुछ कुछ हो गया क्या?
08:25तुम्हारा मतलब
08:26नहीं मतलब वह हमेशा मुझसे कहता था कि
08:29मुझे बचा लेना मुझे अगर कुछ हो जाए तो
08:31ऐसा क्यों बोलता था वो?
08:32जब से उसकी बीवी निकीता उसे छोड़कर गई है तब से
08:35तब से पुरी तरह से हिल गया है वो
08:37बहुत दारू पीने लगाता बहुत अजीब हो गयाता
08:39तुम दोनों रोज पीते थे?
08:41कभी-कभी
08:43तो क्या कल भी तुम उसके साथ थे?
08:47हाँ
08:49आज पूछोंगा
08:51आज पूछोंगा उससे
08:53उसने क्यों क्या मेरे साथ ऐसा
08:55मुझे छोड़कर चली गई
08:57वो गई तो
08:59मेरा छलक चला गया
09:01सब कुछ परबाद हो गया
09:09कि उसने ठीट नहीं किया राजिश
09:11राजिश
09:13तु मुझे लेकर चल उसके पास
09:15मैं पूछोंगा उससे
09:17उसने क्यों किया ऐसा
09:19वो चली गई
09:21माडम मैंने उसे कितने बार समझाया
09:23कि छोड़ दे
09:25वो चली गई है
09:27बंद कर दे दारुपिना
09:29तो क्या वो कल भी निकिता से मिल नहीं गया था
09:31पता नहीं सर
09:33मैंने तो रात को साड़े गारा बजे उसे रोज की तरह
09:35पासवाले चोहराय पे छोड़ दिया था
09:43जुगर
09:52प्रेंशर मत ले
09:54मैं चला जावा
09:59और वो किस दिल्लत की बात कर रहा था
10:02वो भी एक अजीब कहानी है माणा
10:04उसके बारे मेरे से बहतर उसके घरवाले ही बता पाएंगे
10:08अबले ही बता पाएंगे.
10:09बता पाएंगे.
10:39कब दफनाय था?
10:40मड़म ये तीन दिन पहले मुझे कुवे में मरा हुआ मिला था
10:55चलो निखाओ ये कुवा काया
11:02इसी कुवे से निकाला था मैं
11:03गरवालों के इसके बरहम किछ पता है?
11:05तुमने बताया कुछ उने?
11:06मैंने जान भूज कर नहीं बताया मड़म
11:08क्यों?
11:09वेंके जुगल भाहिया कुट्टों को लेकर बहुत परेशान होते थे
11:11अगर ये बात उनको पता चलती तो वो गोपाला ये से बहुत जंगडा करते
11:15गोपाला ये कौन है?
11:17हमारे पास ही रहते है मड़म
11:18उनको कुट्टों से बड़ा प्यार है
11:20वो कुट्टों को कई भी खाना खिलाने लग जाते हैं
11:22यहां तक कि हमारे घर के बाहर भी
11:24है कई एर साब कि घर किला है का वीजा मशलाव एर humour है
11:26यहां पर खुटों कद कलना अप्ड़ा करो आपको
11:28समझमन ही लगा है जार कई
11:30परिशान कर एंखा हूआ है
11:32यह शार से बात कररहां है
11:34मेरी बाह सुनन ए अप या सुने का तुम्हरा बात
11:36प्रोज का एक ही बात, क्या प्रॉब्लम क्या तुम्हारा?
11:40मेरा प्रॉब्लम भी है, यहर सहाब, कि मैं बोलता हो रोज आपको कुट्टों को हडा मत खिलाया करो, मास समझ मनी आती है आपको
11:45यह कुट्टा तुमको क्या करता है, कभी काट आएगा?
11:47इस जगडे के बार में और किसी को कुछ पता था, सभी को तो पता था मेंडम
12:00नेकिता जोगल भया की बेवी थी, उसी ने सब कुछ बरबाद कर दिया, हमारा हराब हरा परिवार था, सब खराब करके चलती बनी, एक वो और एक सूरज, दोनों की दोनों घटिया और नीच लोग, सूरज कॉन?
12:15मेरा पती
12:30आप यह प्रसाद सब में बाठ दीजिए
12:33रुखिये, सूरज ची का है
12:36अरे बबीता, जाओ अपने पती को जल्दी बुला के लाओ
12:38एक मिनिट, मैं बुला के ले क्या आती हूँ
12:41सूरज ची, सूरज
12:46आ रहो
13:00अरे बई, जल्दी आजो, सूरज वेट कर रहे हैं
13:10आ रहे है, अबीता, टावल देना
13:16अबीता
13:19सूरज, यह क्या करे हूँ
13:34आरे प्यार आ रहा है तुम प्याज
13:35छोड़ो, कोई देख लेगा
13:37यहाँ कोई देखेगा
13:39इतनी धूर गड़ी, उदर आमो
13:49लेकिन जब माने उन दोनों से पूछा
13:53तो दोनों ने साफ हिंकार कर दिया
13:55क्या बंद कर दे, किस बारे में बात कर रही हैं
13:58मेरी तो कुछ समझ में नहीं आ रहा है
14:00जूट, तुम दोनों जूट बोल रहे हूँ
14:03मैंने खुद देखा और सुना तुम दोनों को बात करते हुए
14:06बभीथा, मैं बात कर रही हूँ ना
14:08आप भी क्यों बात कर रही है
14:09हमारी इज़त का तो ख्याल करिए
14:10निकिता बाभी के बारे में सोचिए
14:12शर्म मानी चाहिए आप लोगों के
14:13अच्छा, तुम्हारे कहने का मतलब यह है
14:16कि तुम दोनों के बीच कुछ नहीं जल रहा
14:18आपकी कसम, भगवान की कसम ऐसा कुछ भी नहीं है
14:21ठीक है, इस बात को यहीं खतम करते है
14:24परिवार की शान्ती बिगड़नी नहीं जाए
14:26याद रखना
14:28लेकिन फिर उसी दिन
14:31दोनों खुले आंप बिना शरम के
14:34सूराज
14:42सूराज
14:44क्या तुमने अपने पती को ढोड़ने की कोशिश नहीं की
14:50नहीं, मैंने सूराज को डिवार्च दे दिया था
14:53तो सूराज उस घर में घर जमाही बन करे रहा था
14:56हाँ, उन दिनों सूराज का काम घाटे में जल रहा था
14:59इसलिए कुछ दिनों के लिए हम मा के हाँ शिफ्ट हो गय थे
15:02सूराज ने मुझसे कहा था कि उसे जल्दी एक बड़ा ओडर मिल जाएका और फिर हम अपने घर में शिफ्ट हो जाएंगे
15:06फिर उसके बाद आपकी तरह जुगल ने भी निकिता को डिवोस दे दिया नहीं उसने मना कर दिया था
15:13अजीब बात तेरवा देवी का जम आई सूर अजू निकिता के साथ भाग गया शायद इसी सदमे ने तेरवा देवी और उनके परिवार को
15:30जुगल की पॉकेट से जो फोन मिला उसकी कॉल रेकॉल्स आ गया है उसके हिसाब से निकिता और जुगल की बीच काफी कॉल्स हुए
15:37कल रात तो भी निकिता ने उससे बात की थी और यह जुगल की आखरी कॉल थी कितने बजे करीब साड़ी ग्यारा बजे
15:42मेडम जुगल के दोस्त राकेश ने भी यह बताया था कि तक्रेबन इसी टाइम के असपास उसने जुगल को चुराय पे ड्रॉप किया था
15:49हो सकता है कल रात जुगल अपनी बीवी निकिता से मिलने गया हो और उसे मौत का सामना करना पड़ा हो क्योंकि ये बात हम जानते हैं कि जुगल ने डिवोस देने से मना कर दिया था
15:58इसलिए सूरज और निकिता ने मिलके जुगल को मार दिया हो
16:01पुनम जुगल मिश्रा के एक घर के कमपाउंड में उसकी बॉड़ी घसिटने के निशान मिले
16:07नहीं मा लेकिन एक अजीब बात सामने आई है उनके घर के नौकर राजेंदर को एक कुत्ते की लाश मिली जो उसने दफनाई
16:14घरवालों में से किसी को नहीं बताए और उसका कहना है कि उसके घर के पास रहने वाले गोपा लेयर का जुगल से जगडा नहों
16:19इसलिए उसने ये बात किसी को नहीं बताई
16:21यहां इस केस में सब हजीब है वो बुज़ूर्ग मा उनके जमाई और बहू नौकर राजेंदर और अब ये गोपा लाइयर इस गोपा लाइयर की कुड़नी निकलो पता करो कि ये कल रात वो कहा था और ये सूरज और निकिता के बारे में पुश्टाश करो
16:34इसे ये पर्शू की करो ले ना? क्या मेगा की मा? नेना की सादी का तो कोई मुकाबला ही नहीं हो सकता है
16:41znajit pekeak. मैं अपने अर्दोर और्जुदी की �षादी ऐसे करूंगी की एकन मी देखती रह जाओघागी आंखें भट जाए मूंटाइदा ये सथी वर कोने मा
16:54अभ बाविदा वो आया वो आय वो नहीं आया विन से क veggie बताया था ना?
17:05अब उसे आना ही होगा
17:08अब आना ही होगा उसे
17:11परसु रात को आपने जुगल को फोल क्यों किया था
17:20माफी मागने के लिए
17:22अच्छा
17:23परसु रात आप कहा थी
17:25यहीं घर पे ही थी
17:27इस बात का कोई गवा
17:29गवा की क्या जुरूरत है
17:30मैं यहाँ घर पे ही थी
17:31मगर आप ये सब क्यों पूछ रहे हैं?
17:34कल सुबह जुगल के कमरे से उसकी लाश मुझे
17:36तो?
17:39इससे आपको कोई दुख ने पहुचा?
17:41जो होता है अच्छे के लिए होता है
17:43अब सूरज के साथ शादी करने के लिए आप आजाद जो हो?
17:46आजाद, सूरज ने तो कब से अपनी आजादी चुल ली है
17:49मतलब हमारे बीच में अब कुछ भी नहीं है
17:52तो आप सूरज का है, मुझे नहीं मालूँ
17:55गोपाला येर आपका ही नाम है न?
17:56जी मेरा नाम है
17:57जुगल मिश्रा को जानती थी
17:59वो, दरिंदा
18:00मेरे को तो उसका नाम भी नहीं सुना
18:02परसू सुभे आपके उसके साथ लड़ाई हुई था
18:04हाँ, वो तो रोज होती है
18:05कौन सी नहीं बात है?
18:07और आपने उसे मारने की धमकी भी दी
18:09अरे मेरा मैं तो उसे डरा रहा था
18:14पता नहीं उसे कुट्टों से तनी नफरत क्यू थी
18:16अब देखें न, पिछले हफते मेरे तीन कुट्टे गायब हो गए था
18:19उसी ने शायद कुछ किया होगा
18:21अच्छा वो मर गया
18:22कम से कम मेरे कुट्टे तो बचे रहेंगे
18:24इस फिरता मेरे से काया से कुट्ट है
18:26परसे शामको और रात को आपको आप कहा थें
18:28न, गर पर था, पूरी रात गर था
18:30आपको चीनु आपको जिय तो मेरे बईभी से पोच ती
18:31लेकिन आप लोगं यह सा मुह से के पूछ रहे है हैं
18:35आपको क्या लगता है? मैंने कुछ किया?
18:58कैसा बना है?
18:59हुम, ठीक है
19:01अरे ठीक है या, अच्छा है
19:03अच्छा है माँ
19:04दीराज, अगर कुछ कम है तो पता दे में और डाल देती हुसे
19:06नहीं, बराबर एक तम
19:15दीराज, पीटा
19:16कितना बड़ा हो गया तुम
19:18पांच साल हो गये, तुझे तेखे
19:20अरे?
19:21अपनी दादी और बुआ को अंदर नहीं बुलाएगा
19:23आजाए
19:24आजाए
19:25बविता, टीफिन ला
19:27दीराज, बेटा, आजाओ
19:29इंधर आजाओ, खाएगे
19:31कौन है दीराज, दीराज
19:33आप दोनों से मैंने साफ साफ काय
19:37क्या आपसे हमारा कोई लेना देना नहीं
19:39सुना ही नहीं देरा आपको
19:41सुना ही नहीं देरा आपको
19:42इज़त से निकल जाएगे
19:43वरना धक्के मारके निकल वाऊंगे
19:45अरे ले, दीराज मिटा
19:47ले मिटा
19:49ले अरे
19:51मेरे हाथ का बना घर का ताजा खाना है
19:53और सब कुछ इसकी पसंद का है
19:55दीराज
19:57इनके अखत का बना कुछ मत खाना
19:59क्या नहीं
20:00खाने थे उससे
20:01कुछ लियो का उससे
20:03फिर भी वो नहीं खाएगा
20:05पपिदा
20:07खा खा ये खा
20:09ताकि उसको पता चले कि इसमें
20:11मने जहर नहीं डाला है
20:13देख
20:15और सुन
20:17दीराज मेरा पूनता है
20:19मेरे घर मेरे रहना चाहिए
20:21मेरे साथ
20:23दीराज उस घर में कभी नहीं जाएगा
20:25उस घर में एक भी मर्द
20:27जिंदा नहीं रहता है
20:29अब तो जुगल को भी खा गया आप लो
20:31याद रखताने
20:33बहुत बचता है कि तू
20:35निकलिए
20:49अब
20:51अब
20:53अब
20:55अब
20:57अब
20:59अब
21:01अब
21:03अब
21:05अब
21:07क्योंकि तू
21:09हर काम में सबसे पहले है
21:11तुझे सबसे पहले कुए में से
21:13एक मरा हुआ कुटता मिला
21:15जुगल की लाश को भी सबसे पहले तूने देखा
21:17जगड़े के बारे में भी
21:19सबसे पहले तूने हमें बताया
21:21अब सच सच बता
21:23तुझे कुए में से एक मरा हुआ कुटता मिला
21:25या थी?
21:27नहीं मेडम सिर्फ एक ही कुटता मिला था
21:29मैंने मेडम को बताया तू था
21:31ठीके
21:33तुम जा
21:35कुन
21:39इसमें नजर रखना और वो तेरवा देवी का जमाई सूरज वो का बार है आगे अगर
21:45क्यों सूरज निकिता से कब शादी कर रहे हूं शादी हाँ शादी क्योंकि अब जुगल मुष्णा जो नहीं था
21:55जुगल मुष्णा नहीं ना बुड़िया अपने आखरी बेटी को भी खागी
22:00मतलब पहले दो बेटे मर चुके हैं उनके पर मा मेरा उस घर से और बभीता से ना कोई रिष्टा नहीं अब
22:09तुम निकिता से आखरी बार कब मिले थे? कई महीने हो गए मुझे तो पर हाँ बभीता का फोन आया था दो अफते पहले
22:15बभीता का? हाँ वो बोली थे मिलना एक कुछ मदद चाहिए लेकिन बाद में ना कोई फोन आया ना मिलने आई
22:21ठीक है बभीता ने इसे फोन क्यों किया होगा?
22:51बभीता से मिलना है वो तो घरपा नहीं है कहाँ चली गई वो? मंदिर गई है वो देशे लोटे है आपने बताया ने के जुगल के और दो भाई भी थे
23:13जुगल के मौत के बाद हमने काफी लोगों से पुछता चकी सबका यही कहना है कि इस घर के मर्द जिंदा नहीं बचते ऐसा क्यों?
23:24बता नहीं है हमारे ये घर के मर्दों को क्या हो जाता है कोई रहना ही नहीं चाहता इसका मेरा बड़ा बेटा योग्राज चौदा साल की उमर में ही बिमारी की विजे से मर गया और दूसरा बेटा गीरी जेश्र उसका एक्सीड़न हो गया
23:54उसके बाद गिनी जेश की बीवी खानी मेरे पोते को लेकर घर चोड़ कर चली रही ये कब की बात है आठ साल पहले की बात बवीता जैसे घर आये उन्हें कहिएगा कि हमें कॉन्टैक करें और आपका नौकर रजिंदर कहीं नहीं दिख रहा गया होगा इधर उदर कहीं ज
24:24उन्हेर चाह
24:35भीक साया
24:54अशुतोष, तेर्वादेवी के पोते धिरज के बारे में पता करो, तेर्वादेवी चाहती थी कि उनका पोता धिरज वापस घर लोटे, शायद इसी बात में जुगल की मौत का राज छिपा, और मैटम ये ग्रिजेश की मौत, क्या वाकिय में एक एक्सिरेंट थी, या पर �
25:24तेर्वादेवी के वहम के हिसाब से, वो चाहती हूँ कि उनका तीसरा बेटा भी मर जाए, लेकिन पोता बज़े, और इसकी वज़े से उनकी घर की खुश्याली वापस लोटे, और साथियम तेर्वादेवी के बेटी बविता, दमाज सूरज, बहु निकीता, पड़ोशी
25:54दादी और बुआ घर पे नहीं है, नहीं वो कल शाम को निकले थे, अभी तक वापस नहीं आये, लेकिन मुझे तो आज घर आने कहा था उन्होंने, कल शाम को उनके जाने के बाद, अगर वो वापस घर नहीं लोटे, तो तुमने हमें आके क्यों नहीं बताया, और आखरी �
26:24उनके पास कुछ सामान वगर था, एक छोटी सी थेली थी मैडम बस, ठीक है, उनके बारे में अगर कुछ पता चलता है, तो हम तुम्हें बताते हैं, जी मैडम, अशुतोश ये बड़ी हैरानी की बात है, बभीता और तेरवा देवी का गायब होना और जुगल की मौत का, क
26:54अशुतोश निकलती भी नहीं थी, कहर इन अदोलों की फोटोज शेयर के सारे पुली स्टेशन्स में सर्कुलेट कर दो
27:24मैडम, जुगल मिश्रा की पोस्टमाटम रिपोर्ट, इस रिपोर्ट के मुताबिक, जुगल की मौत अलकॉल होगा डूस के विजा से विजा से विजा से ज्यादा शराब पीनने के विजा से वो, उसे वोमिट सेंसेशन हुआ, जो उसके विंट पाइप में ठक गया, और �
27:54के दवाई के ट्रेसिस भी मिले, डॉक्टर ने रिपोर्ट में डेथ बैर नेचरल कौजी लिखा है, और फॉरंसिक रिपोर्ट के मुताबिक, शराब शुडाने के दवाई के ट्रेसिस उस खाने के प्लेट में भी मिले है, जो हमें जुगल के रूम से मिली थी, लेकि अब
28:24बभीतो तेरवा के फोन रेकॉंड्स, तेरवा के फोन रेकॉंड्स में कुछ खास हाथ नहीं लगा, लेकिन बभीता की राजे शर्मा के साथ अक्सर फोन पे बाते होती थी, राजे शर्मा, कौन वो जुगल का दोस्त, उसका फोन लग नहीं रहा, इसलिए उसका फोन ट्र
28:54यह कुछ भी, अपना जो भी हिसाब ना हो लेते के खतम कर देंगे, उसके बाद भाई-बाई बैटेंगे, पार्टी करेंगे, आर हमसे क्या बोलते हूं?
29:07तुम यह क्या कर रहे हो? और अजंदर का है?
29:10सा मैं वो अपीब, दादी और बुआ से मिलने आता बस
29:14यह राजिश शर्मा का ही घर है, हाँ?
29:24राजिश का है? पाता ने मट, उसे एमने कही बाढ़ जाते हुए देखा भाहाँ
29:35हाँ
29:44हाँ
30:05लेकिन इस रिपोर्ट के मुद्व
30:08यह राजिश शर्मा तीम दन से गायब है, कुछ आता पुता ने है
30:11उसका फोन भी ट्रेस नहीं उपाया
30:12लेकिन हमारे खब्रियों से यह पता चला है कि बभीता और वो अकसर चुप-चुप कर मिला करते थे
30:19यह कैस उलच्टा ही जा रहे
30:20कहीं यह राजिश तेरवा देवी और बभीता के साथ मिलकर कुछ साजिश तो नहीं कर दा
30:25मेडम यह भी तो सकता है कि बभीता और राजिश के रिष्टे को जुगल और तेरवा देवी का विरोध था
30:29इसलिए जुगल की मौत के बाद उन्हें तेरवा देवी को अपने नास्ते से हटा दिया
30:33फिर यह बभीता क्यों गायव है और वो उनका नौकर राजिंदर वो कहां चला गया
30:37तेरवा देवी की इस डायरी में बहुत कुछ लिखा हुआ है अगर कभी मुझे कुछ हो जाए तो उसके
30:51जिम्मेदार ये लोग होंगे वो दूद वाले नील ने मुझे धक्का दिया और मेरे सर पे चोट लगी और उसने मुझे जान से मानने की धमकी भी दी
30:59मैंने तो अपना पैसा मांगा था मैडम लेकिन बुढ़िया ने मुझ पर ही डंडे से हमला कर दिया
31:05सूरज और निकीता दोनों बहुत जूठे हैं उन्होंने मेरे सामने जूठ पे जूठ बोला उन्हें अपनी गलती की सजा मिलनी ही चाहिए
31:24सर मैं सच बोल रहा हूँ मैंने कुछ नहीं किया है सर हमारा एक दूसरे से कोई लेना देना नहीं है उस परिवार में कोई जी है या मरे उससे हमें क्या फाइदा मैं जो कुछ भी हुआ है उसे भुलाने की कोशिश कर रही हूँ
31:36ये गोपाल एयर मेरे जुगल के साथ बहुत जगड़ा करता है
32:06माद भी हितने जुगल को दारू लाके दी मैं छोड़ू की देंस
32:10माजी बोलती थी कि मैं जुगल भाहिया के जान के पीछे पढ़ा हूँ अब जुगल भाहिया के ही कहने पे मैं उनके ही पैसों से उनके लिए शराब लाके देता था अब उनकी तवियत खराबती तो उसमें मेरी क्या गलती अच्छा
32:24कि क्यूरू आउरू कुच्टो से बहुत प्यार है तुझी हां सिफ दो हाफतों से प्यारें नहीं मैज इसा नहीं
32:30कुप्टों से तो बच्पन से प्यार करते हैं एक गाव में बाला हुआ भी है थीक है जब तक हम नहीं कहते शेहर से बार जाना मत
32:39आशुतर्ष, हमें इस पर भी नज़र रखनी होगी
32:46देरच के आने के बाद ही हमारे घर में सुख और शांती लोटेगी
32:51मगर ध्यानी चाहती है हम सब मर जाए
32:53देरच का इस्तमाल करके हम सब को पहले ही मार डालेगी वो
32:58धेर सारे पैसे अलिशान मकान यही तो चाहती थी तू
33:01अब ना तेरवादे भी पीछ में आएगी और नहीं बवीता
33:04मैडन ऐसी कोई बात नहीं है मुझे उस घर से एक कौड़ी भी नहीं चाहिए
33:08ये ड्रामा बन करो और आपको चाहिए हो या ना हो
33:11हमारे इंफर्मेशन की मुताबिक
33:13धीरज महलो के सपने जरू देखता था
33:16अरे काका चुका दोगा ना आपका बिल
33:19देदो अभी
33:20आँ जानता हूँ बहुत बड़ा आदमी है तू
33:22बहुत बड़ा घर है तेरा तू चाहे तो सब को खरीच सकता है
33:26अरे जाओ यहां से कुछ भी नहीं मिलेगा
33:27अगर हमें पैसे और आलिशान मकान ही चाही होता
33:31तो मेरे पती के मरने के बाद मैं वो घर छोड़ कर नहीं आती
33:34वो घर शापित है वहाँ एक विमर्द जिंदा नहीं रहता
33:37और अगर मेरा बेटा धीरज वहाँ रहता तो वो भी मर जाता
33:40धीरज मैं ने तुझा मना किया था ना बोला था ना इन लोगों से दूर रहना
33:46आशुतोष बभीता के बारे में भी लिखा इस डाइरी में
33:50तेरवा देवी को बभीता के लक्चन ठीक नहीं लग रहे थे
33:53देर से आती थी, जबान लडाती थी
33:56मैं, शेय के भारवल जंगल से खबर आई है
33:58लाश पे घाव का निशन काफी भारी और गहरा है
34:13लगता है किसी ने बहुत बहरेमी से मारा है इसे
34:16इस केस की शुरुवात जुगल की मौत से हुए थी
34:18तब हमें लगा था कि यहत्या है, परसा था निए
34:21और अब जुगल की मा तेरवा देवी गायव है
34:23और बहन बभीता की लाश मिली है
34:26बभीता इन में से एहम कड़ी थी, अब वो भी तूट चुकी है
34:28तरवादेवी गायव है और नौकर राजिंदर, अभी तक उसके कोई ख़बर ने
34:48या कर देककि नीज़ग काया है कि तू कहा था?
34:50गाव गया था
34:52वहाँ पर नेटवर्क नहीं था
34:54भबबीता सटा क्या रिस्टे है थो मारा?
34:55प्यार करते थे यद में और दूसरे से
34:58तू से मारा को?
34:58मैं उसे कियू मारूंगा मैडम?
35:00लेकिन उस दिन जुगल निकिता को लेकर बहुत परिशान था इसलिए मैंने उसे कुछ कहा नहीं पर फिर अगले दिन पता चला कि जुगल की मौत हो गई
35:17तो गाव जाने से पहले उसे मिला भी था वह और तेर्वा देवी कोई चंदरपाल बाबा को मिलने जाने वाले थे
35:30चंद्रपाल, ये बविता और ये तेरवादेव, क्या ये दो आरते तुमसे मिलने आए थी?
35:43हाँ आई थी, इन्हें अपना पोता वापस चाहिए था, ये बता रही थी कि इनके परिवार पर शाग का साया है, उसी से मुक्ती के लिए उन्होंने अनुष्ठान गिया और वापस चली गई
35:53अलो
36:13हमें आप लोगों के सीनियर से बात करने हैं, हमने कुछ नहीं किया है, आप लोगों के उस्चान रहे हैं, किसलिए?
36:37किस लिए?
36:38अच्छा बताता हूँ, बताता हूँ, बताता हूँ
36:42मैं भी हरियों चंदरपाल बाबा का भाग्त था
36:45उस दिन मैंने बभीता और तिरवा दिवी को उनके आश्रम में देखा था
36:50आज से मुझे पता जाना कि वो दोनों आपे वापे वापे साने वाले थे
37:07लेकिन ये सब करके तुम दोनों को क्या हसीन होने वाला था
37:32क्या तुम तेरवा देवी से कुछ साइन करवाना चाहते थे
37:34मैम हमें तो बाद में मिलता है पहले तो उसे हासिल होने वाला था
37:39किसी
37:41अरे पर मैडम बताईए तो से क्या हुआ मैडम प्लीज
37:51सूरज और मैं अलग हो चुके थे लेकिन जुगल की मौत के बाद मेरे दिमाग में एक प्लान आया था
37:59तो मैंने सूरज को अपने पास बुलाया सूरज जुगल अब रास्ते से हट चुका है और ध्यानी तो अभी हवेली में वापस आएगी नहीं और ना धीरच को आने देगी
38:09इसका मतलब समझते हो अरी जुगल ने मुझे अब तक दिवोस नहीं दिया है इसका मतलब मैं अभी भी मिश्रा खांदान की बहू हूं और उस हवेली पे मेरा भी हख है
38:19मगर बभीता और बुडिया उसका क्या और इसलिए तुमने बभीता को इतनी बेरहमी से मारा
38:29कुट्तों को मैंनी मार के माँ प्रेकाता है
38:39सोचता बुडिया को डराता रहूंगा
38:43निकिता मेटम केही कहने पे जुगल भाया को मैं रोज जादा दारूला के देता था
38:48मैंने पता किया दा कि राजेंदर गाउं गया है तो बुडिया की लाश को कुवे में फेकने गया था
38:54वहां राजेंदर ने हम दोनों को देख लिया था इसलिए उसको भी वहीं मारना पड़ा

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