मृतक शुभम द्विवेदी की पत्नी ने बताई आतंकियों की खौफनाक दास्तां | ABP NEWS SHORTS
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00:00चाही होती है, उसके गए थे हमें, गोडे से लिखे गए थे वो, रस्ता ही नहीं है कि कोई इंसान चल के जा पाये, गोडे से लिखे गए थे, उपर पहुंचे है, बस मने मैगी का ओडर दिया, और मैं शुबं बैठ के मैगी खाने जा रहे थे, शाम दी थोड़ा दूर बै�
00:30जाते हैं मुसल्मान है तो पहले कलमा खटके दिखा, जैसे हम में पतह है नहीं हम पीछे पलटके देखे हो क्या रहा है, और मुसके तरफ समायल करके भुचेंशे भईा क्या हुआ हुआ, प्रेहिझा हिंदी है थे मुसल्मान, मैंने का हिंदों मार दिया थिनुदू हमार �
01:00बहुत है बाद है कि वह बनी को बदे खाओ