गुरुग्राम विश्वविद्यालय में आयोजित ग्लोबल इंडियन डायस्पोरा कबड्डी लीग (GI-PKL) 2025 में एशियानेट न्यूज़ के साथ एक विशेष साक्षात्कार में, Tamil Lioness खिलाड़ी Mamata Nehra ने अपनी प्रेरक यात्रा साझा की। एक बार चोट लगने और कबड्डी छोड़ने के लिए तैयार होने के बाद, यह उनकी बहन का अटूट समर्थन और प्रेरणा थी जिसने उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। ममता की कहानी खेल में परिवार और लचीलेपन के महत्व को दर्शाती है।
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00:00आप पहले सबसे पहले ही बताईए कि कबड़ी के शुरॉत आपके जीवन में कैसे हुए?
00:18मैं लिड्यानी से की थी हमें, वह यह में गया रूम प्लास से स्टार्ट किया था, हुजादी, जगासर, यह हमरे प्रेक्टिस करवाते हुए
00:26तो 11 स्टार्ड से आपका कबड़ी में रूची हुई कि मुझे इस स्पोर्ट में आगे बढ़ना है और आप जाके जी आई-पी-के-ल में खेल रही हैं
00:36यह काफी एक इंडिया का एस्परेशन भी रिप्रेजन करती है यह लीग कि हम ग्लोबिल स्टेश पर आए तो अभी आपको कैसा मैसूस हुआ है
00:43मैं अच्छे लिए गए आपे सब अच्छों को स्पोर्ट करने के लिए मोटिवेशन मिलता है गर से बाहर आते हैं गर वाले देखते हैं कि हमारे बच्छे खेलने जा रहे है
00:53ममता आपके साथ एक छोटा सा चार सवालों का हम रापिड फायर राउंड करते हैं पड़ा पड़ से बताईएगा और इंट्रेस्टिंग रखिएगा आपके जवाबों को सबसे पहले बताईए कि आपके जीवन में सबसे बेस्ट एडवाइस कौन सी मिटी आप
01:06मेरी सिस्टर नहीं दी जब मेरी एंजरी थे ना तब मतलब गिया में चोड़न की सिच्वेशन आगी थी तब उसने मोटेशन क्या था को मतलब अब अब अब पढ़ लेकर चुए रहे हैं यह तो होता ही रहता है हाँ अच्छा यह बताईए आपका बिगेस्ट सपोर्टर क
01:36तो यह देखिए इनका मैसेज जो है यंग प्लियर्स के लिए और उन प्लियर्स के जो हमें अभी देख रहे हैं वो यह है कि सिर्फ लड़कों को ही नहीं लड़कियों को भी कबड़ी में आगे बढ़ना होगा और इस स्पोर्ट की कमान जो है वो समाननी होगी तो हमारे सा
02:06झाल झाल झाल