Skip to playerSkip to main contentSkip to footer
  • 2 days ago
Israel पर आंख बंद करके भरोसा क्यों करता है अमेरिका? एक्सपर्ट Abhishek Khare से जानें वजह

Category

🗞
News
Transcript
00:00नमस्कार दोस्तों आज बात करते हैं एक बहुत ही महत्पून टॉपिक पर कि आखिर अमेरिका इसराइल का इतना अंदा समर्थन क्यों करता है तो आखिर ये बात कहां से निकली तो देखिए हुआ ये कि अभी हाल में ही ट्रंप ने जो हावर्ड इन्वसिटी है अमेरिका की
00:30कारणों में जो सबसे इंपॉर्टेंट कारण है वह हावर्ड इन्वसिटी में होने वाले इसराइल ग्रोधी आंदुलन को रोकने में हावर्ड इन्वसिटी की नाकामी
00:39और जो चात्र सांदोलन में शामिल थे उनकी लिस्ट अमेरिकी प्रशाजन को ना देना
00:45तो आईए इस संदर्ब से समझने कोशिश करते हैं कि आखिर इतना समर्थन क्यों करते हैं अमेरिका इस्राइल
00:52तो देखिए इसके पीछे अनेक कारण है तो उन कारणों को बारी बारी से समझते हैं और उनका विशलेशन करने की कोशिश करते हैं
00:58तो सबसे पहला और इंपोर्टन कारण तो यह है कि जो अमेरिका और इस्राइल है वो बहुत ही महात्पूर रणनितिक सहयोगी है
01:08रणनितिक सहयोगी वो वैसे भी है और इसके लावा मिडल इस्ट में तो वो विशेश तोर्पा आपस में एक दूसरे के साथ बहुत ज़्यादा रणनितिक सहयोग करते हैं
01:17दूसरा जो प्रमुक कारण है वो यह है कि अमेरिका और इस्राइल दोनों ही एक वाइवरेंट डेमोक्रैसी हैं लोग तांत्रिक मुल्यों में उनका विश्वास है और दोनों ही काफी फ्लोरिश हो रहे हैं तो एक दूसरे के साथ वो नैच्रल सपोर्ट है
01:30तीसरा और एक बहुत ही इमपोर्टेंट रीजन है दोनों के सपोर्ट का, अमेरिका के सपोर्ट का इस्राइल को वो है अमेरिका में मौझूद यहोदी लॉबी जिसे कहा जाता है AIPAC यानि अमेरिकन इस्राइल पबलिक अफेर कमेटी ये बहुत-बहुत इमपोर्टेंट �
02:00चाहे मेडिया हो, चाहे राजनिती हो, चाहे उद्योग हो, सभी जगे यहुदियों का बहुत ज़्यादा प्रभाव हो.
02:06तो ये जो कमेटी है, पहले इसके बारे में समझ लेते हैं, तो देखिए ये जो कमेटी है, इसराइल अमेरिकन जो पुब्लिक अफिर कमेटी है, इसका प्रमुक रूप से जो काम है, वो काम ये है कि अमेरिका और इसराइल के बीच में मजबूत, सुरक्षित, इस्थाई सम्
02:36पूर्पूर्प की उदेश नीती है अमेरिका की उसको प्रभावित करती है राजन्यतिक दबाव डालती है ये कमेटी और दोनों ही पाइटी को समर्थन करती है इसके अलावा ये दोनों पाइटी के लिए डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन के लिए फंडिक भी अप्रतेक्�
03:06राजनीती में, अमेर की मेडिया में, अमेर की उध्योग में, लगबग सभी शेत्रों में. तो अन्न कारण क्या है जिसकी वज़से अमेर का समर्थन करता है इसराइल का वो देख लेते हैं. तो देखिए इसके बाद है कि सैन्न और खुफिया सहियोग भी आपस में दोनों द
03:36जानकारी के लिए. तो यह भी एक इंपॉर्टन कारण है. इसके बाद है धार्मिक संबन्द, एतिहासिक संबन्द. तो देखिए, क्या है? जो यहूदी है, उनका वाइवल में जिक्र है. और जो अमेरिका में रहने वाले बहुत यहूदी व्यक्ति हैं, विशेश तो पर �
04:06कि सेकंड वर्ल वार के समय हिटलर ने जर्मनी में रहने वाले यहूदीयों को 60 लाग यहूदीयों को गैस चैंबर में यातना देके मार दिया था. तो उसकी वज़े से भी अमेरिकी लोगों में यहूदीयों के परती बहुत सानब हो थी. इसके अलावा फिर जो इरान का सम
04:36समर्तन आपस हैं बहुत हावशा है. इसके बाद आतंगबाद पर समर्तन. तो देखिए, मिडल इस्ट में जो हमास है, प्लिस्तिन के, जो यमन के हूती हैं और जो हिजबुल्ला हैं लेबनान के, यह भी अमेरिका इसराइल दोनों के लिए तकलीफ दाएक हैं. तो दोनों ह
05:06हैं, जिनका पब्लिक में वो नहीं है, पब्लिक डोमेंड में उपलब्द नहीं है, लेकिन वो एक दूसरे के साथ रणनेतिक और अन्य सही हों के लिए हैं. तो यह कुछ कारण है जो मैंने आपको बताएं, जिसकी वज़े से अमेरिका इसराइल का अंधर समर्तन करता है औ
05:36सीना चौणा करके मिडलीस में मौजूद है, जन्यवाद।

Recommended