जम्मू कश्मीर के रामबन में बादल फटने से भारी तबाही हुई है, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और पुलिस ने करीब 100 लोगों को बचाया। रविवार सुबह आई इस आसमानी आफत से पहाड़ का मलबा गांव और एक होटल में घुस गया, जिससे कई घर, दुकानें और वाहन दब गए। एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि "रविवार सुबह उनका सामना जो है वो मौत से हुआ है"। लैंडस्लाइड के कारण जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे और किश्तवाड़ प्रदेश मार्ग बंद है, जिससे सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं।
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00:00जमुकिश्मीर में आस्मानी आफ़त ने कहर बरपा दिया, रामबन में बादल फटने से भारी तबाही हुई, बादल फटने से तीन लोगों की मौत हो गई, पुलिस ने करीब सौ लोगों का रिस्क्यू भी किया, बादल फटने से अचानक बाड़ा गए, पहार का मलबा गा
00:30इन्हाल इलाके में कई जगा लांसलाइट की वज़े से जमुश्मीनगर नाशनल हाइवे जो है, उसे बंद करना पड़ा है, सेक्रो वहन यहां फटने से बंद है, यहां वहनों की आवजाही फिलहाल रोक दी गई है, क्योंकि हाइवे पर मलबा पड़ा हुआ है, मारगों
01:00आपको मौके से बितनी उसंभाद आता, आज है बाचलू की एक रपोट
01:30इवे है, उससे करीब 15 फीट उपर हम हैं, और यह उचाई आप आगे देखे, बढ़ती जाएगी, मतलब 15 फीट का यहां गारा है, और इस गारे में, मैं कैमरा मेंन से कहूंगे, जो सामने आप देख रहे हैं, इस गारे के नीचे बड़ी बड़ी गारियां फसी हुई है, �
02:00पूरी तरह गारे से बरे हुए हैं, और यह पारकिंग एरिया है, जहां पर दरजन वाहल लगे थे, लेकिन यहां अभी उन वाहनों का कोई नामों निशान नहीं है, यह वो पहाड़ है, और यहां पर आप देखे, कि किस तरह न केवल यह होटल, बलकि इस तरह से मैं कैमरा
02:30पत्थर, मिटी और गारा, हालात इस तरह हैं कि अभी भी लोग डरे से में हैं, लोग जिन में जो अपने बचे हुए मकान में से सामान निकाल रहे हैं, जो कुछ भी वो बचा पाएं, और यहां पर जिन लोगों की गाडियां फसी हुई है, सुभा मेरी उन से बात हुई है
03:00तो रविवार का दिन था, रामबन में बादल फटने के बाद एक होटेल में मलबा खुज गया, होटेल के बाहर खड़ी गाडियां मलबे में दब गई, हाला कि होटेल का स्टाफ और यहां ठेरे हुए लोग इस बात का शुक्र मना रही हैं कि कि किसी तरीके की जान का नु
03:30और यहां से नीचे जाने ही नहीं आता है, बिलकुल नहीं जाना है, यह तो दूसरा चाहते है, पूरा डूब गया है, यह ओपर भी सारी बुरी हालात है, इसकी तो बाहर में देखाँ कुछ गाडियां है, कितनी गाडियां लगी थी और क्या उनका कुछ पता है?
03:54देखो सर, मैं तो जल्दी ही दस साड़े दस वह सो गया था तो नीचे गाडिया लगी हुई थी, तो इस में ना मॉलम कितनी गाडियां है, और यहां पर यह पूरा फ्लोर बढ़ा हुआ है गाडियां से तो अब लगी ही रहती थी ती हर वक्त गाडियां, डूब गे यह न
04:24आपने इस तरह का बयंकर तस्वीरें देखी हैं पहले, इससे पहले कभी हम ने देखे नहीं है, यह बहुत बुरी कंडिशन हुए रामबन में, इससे बहुत जादा फलड़ था, जिससे बहुत आया, बेहसा अब तेज आया, आप जब यह फलड़ आया, रवी वार को सु�
04:54आपने इनको दिखा लिया, यह बी के अपर से पानी चार रहा था, जो गाड़ा प्ली पागे प्लीस हाके इनको निकाल दिया बाहर तो गाड़ा नहीं निकल सकी
05:14और आप पर कई ही वाहन जो है इस गारे में पूरी तरह समा चुके हैं इस गारे में पूरी तरह दब गए हैं
05:44और अब लोग यहां पहुंच रहे हैं, वो लोग जो इस होटल में थे, वो लोग जिन्हों ने इस तबाही को अपनी आखों से देखा, वो लोग जिनके वाहन यहां फसे हुए हैं, वो अब अपने वाहनों को डूनने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन यहां पर सिवाए गारे क
06:14लिए नीचे पानी आगया जल्दी निकलो हम देखने लगे कि इधर पानी आ गया है तब हम खड़की से देखा जहां से पूरा पानी बहरा है ठीक है तो हमने अपनी फैमिली को उठाया जल्दी जल्दी उठो ठीक है हमारे साथ चोटी दो साल की बच्ची थी पीछे खिड की
06:44हराँ था इधर हमारी घड़ी घड़ी ती तीन साठे तीन वज्य वजे में उठा तो बहुत पर रहित थी मैंने बाहर देखा कि गाड़ी है गाड़ी पर रहा था ही तो हमंजा व्यद्ट राया तो मैं द्रवाजा जांसे होटल के अंदर गया तोड़ कर ऊपर अपने दोस्त
07:14गुर्दवारा में छोड़ा उन्होंने
07:44कई किलोमीटर तक दूल्हा समेथ पूरी बारात पैदल चलती नजर आई तो बारातियों को पैदल चलकर जाना पड़ा
07:53तस्वीर आपके सामने देखे किस तरीके से दूल्हा है साथ में बाराती हैं पैदल चलकर सब जा रहे हैं
08:02हमारी तो शादी है हम जारे निल गगना के लिए तो कल जो बारिश गिरी उसकी वज़े से आज ही हाल हो रही है तो अब पैदल जाना पड़ रहा है यहां से तो अब पैदली जाएंगे आगे तक
08:15तो कितना दूर अभी चलना है अभी तो कम साथ आठ किलोमेटर लगबग पैदली सफर करना पड़ेगा और आगे से कोई काडियों का समचार करेंगे हम तो फिर जाके हम कहीं ठेकाने तक महुंच सकते