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  • 2 days ago
Mann Mast Malang Episode 26 - [Eng Sub] - Danish Taimoor - Sahar Hashmi
Mann Mast Malang is a captivating love story that follows the journey of two families once bonded by an engagement but torn apart by a single incident. What begins as a deep connection between Kabeer and Riya turns into rivalry, forcing them onto opposite sides. However, fate has other plans—despite the animosity, their hearts find their way back to each other. As love rekindles, they must navigate the complexities of family feuds, proving that true love can heal even the deepest wounds. Will their love be strong enough to reunite their families and overcome the past?

7th Sky Entertainment Presentation
Producers: Abdullah Kadwani & Asad Qureshi
Director: Ali Faizan Writer: Nooran Makhdoom

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Transcript
00:00एक सवाल है
00:30मेरी बातें आपका दिल रखती है या दुखाती है
00:33अच्छी बात है करती हूँ तो
00:39अच्छा तो बताएं
00:43रिया जमा
00:45ये कैसा सवाल है
00:52ये सवाल तो उठेगा
00:55बताएं
01:00रिया यमा या या या
01:09कुछ नहीं इस या को आप रहने दे
01:16पहले इन दूनों में से तो चुनाव करें
01:21चुक्के किसी एकको ही चुन्नाओगा
01:23इनल्गा
01:24पहले पहले है
01:25पहले है
01:26अच्छा या
01:27पहले दून पहले है
01:29ये तो
01:31अच्छा
01:32झाल झाल
02:02मिना, क्या हुआ, जो समझाया था, वो ही का ना, बाची वो ही सब कुछ का है, लेकिन कोई फायदा होगा, आपने जो बातें बताई है ना, उससे तो कबीर के दिल में रिया और बस जाएगी, मेरी जगा थोड़ी बनेगी,
02:29मेरी बात सुनो, तुम ये सावित कर चुकी हो, कि तुम कितनी अच्छी हो, हाँ?
02:36तुम्हारा दिल कितना बड़ा है, कबीर को पता है कि इस घर में अगर को उसके दिल को समझता है, किसी को उसके दिल की फिकर है तो वो तुम हो,
02:46उसकी मा से भी ज्यादा मिना से बात सावित हो चुकी है, बस इसी तरह अच्छी बनी रहो, रिया तो क्या कोई भी लड़की होगी, दर दर हो जाएगी?
03:00हमें बस कबीर को ये सोचने पे मजबूर करना है, कि अगर उसने रिया कुछ चुना, तो उसे अपनी मा को छोड़ना पड़ेगा, और तुमिया में कोई भी लड़का, अपनी मा को नहीं छोड़ता किसी लड़की के लिए, रिया को छोड़ना पड़ेगा.
03:18माही जी का क्या जो बात पर बात पर कबीर के रिए रिश्टे नून रही है
03:24तो में दो गर में रिश्टा मौजूग है लड़की मौजूग है
03:31सिर्फ माही जी का दिल जीतना है कैसे उसका बंदो बस बने कर लिया है
03:42क्या सूच रही है अब इत लंबी सकूम की नींद अची दिमाह खराब हो गया अपका मारना चाहते है अप माही जी को इतना बड़ा रिस्क लेंगे मैं तो बिलकुर साथ नहीं दूंगी आपका
04:00पिवकुफो तो मारना नहीं चाहती है अचाछ करना चाहते है अपना और तुमारा कैसे आचो आचो मासोन बेहन मेरी आचो अचो और लगने लगा ने चौप से मुझे भी
04:21सच जी क्या करे हो भाई काम कर रही हूं वफा जी
04:27कम तो कर रही हो, तो मुझे भी दिख रहा है, पर, क्या बचात रही हो, कुछ बना रही हो?
04:34देखे रहे हैं, लुक भर कि वसी खत्म हो इ। आर प्लिक कर भालो हुआ न लेते हैं अब देखे हैंख़ो न गाना पकाती है।
04:46हुआ अलार अलू गोष बनाओगी।
04:48तुम छोड़ दो, मेना बना देगी, बहुत अच्छा बनाती है।
04:51हम बना दूँगे।
04:53नहीं मावीना जी ने बोला है कि तुम भी ने पकाना है।
04:57अच्छा लेकिन शकल ऐसी मुझाही मुझाही लग रही है।
05:01थकन हो रही है क्या।
05:03जी, सर में दर्द है?
05:06सरदर्द से फटा जा रहा है।
05:08तेखा, पता लग रहा है, साफ पता लग रहा है।
05:10और मुझे दिखो, आप में दवाईयां लेके गूम रही है।
05:13यह सरदर्द की दवाई खा लो
05:15ने पान लाए।
05:16यह पान लाए।
05:17दवाई खालो, सरद ठीक हो जाएगा।
05:19तो जाएगा।
05:20तो जाएगा।
05:21एक काम करते हैं, चाय बनवाते इसके लिए
05:23सही अच्छी सी चाय भी बनाओ, सरका दर्द ठीक हो जाएगा।
05:26लेकिन स्क्वाएदार्द, खाओ यार, क्या सोच रही हो।
05:28सज्जी पाता है इसके बैर ना थोड़ा अराम करना होता है इसे गूमना परना नहीं है, फिर सो जाना थोड़ा सब।
05:38सजी
05:56सजी खाना लगा दो आप तुम जानती हो मुझसे भूख बरदाश्ट नहीं होती
06:01जल्दी लेकर आओ खाना
06:03खाना
06:05सजी का है
06:08वो तो सो रही है
06:10सर में काफी दर्ट था तो
06:11तवाई लेके सो गई
06:13उसे मैंने कहा था आलू गोश्ट बना दे
06:16पदा नहीं तुम क्या खालाई हो
06:17आलू गोश्ट
06:19चलो शुकर है सोने से पहले कमस कर
06:22मेरी पसंद का खाना बना दिया सुए
06:35क्यों अच्छा नहीं बना
06:47मैंने पूछा किसने बना है
06:50मैंने
06:52सजी तो काफी देर से सो रही हैं
06:55आपने आलू गोश्ट कहा था बनाने के लिए तो मैंने बना लिया
07:00आपको अच्छा नहीं लगा तो
07:04I'm really sorry मैं तो बस चाहती थी कि आपको वक्ते खाना मिल जाए
07:08अच्छा ना बनता तो मैं दूसरा नवाला ना लेती
07:16चलो
07:20कमस कम तुमारे हाथ में तो जाइका है
07:22तुमारी बहन के हाथ में तो पिलकु जाइका नहीं है
07:26और तुम
07:30सालन दे दो तूड़ा सा
07:34सालिट
07:38सालिट
07:48लड़की कल तुमारा लास्ट परे तुम पढ़ क्यों नहीं रही हो क्या हो गया है
07:52गो
07:54गो क्या
07:56गो क्या
07:58मेरा पढ़ने का दिलने कर रहा
08:00वाट
08:01अब क्या चाहिए तुम्हे
08:03मुझे ना
08:06मुझे यहां नहीं बढ़ना
08:08कहीं और चले
08:10अज़त चलो
08:12कहां
08:14चलो
08:16कहां
08:18चलो ले चल रहा हो यह लो
08:20कहां चल रहा हो यह लो
08:22कहां
08:24कहां
08:36कहां
08:40कहां
08:42कही अ
08:46कहां
08:48लो भय आगे है समंदु
08:50अब पढ़ने के लिए कुई और फर्माईश ना करना मुझसे
08:53क्यों? तुम पूरी नहीं करोगे
08:56क्या हो गया तुम्हें?
09:01मुझे तो कुछ नहीं हुआ
09:02वो तो तुम्हें गई है महबबत मुझसे
09:05अब साबित करो
09:08और कैसे साबित करो?
09:15अब कुशिश करते रहो
09:20अब अदा मुझे पसंदा चाए
09:21हो गया है तुम्हारा शौक पूरा समंदर किनारे पढ़ने का?
09:45हाँ बस थोड़ी सी सर्थी लग लिए है
09:49अब तुम्हें बताओ ना
09:51पहरे शर्वां के मार डाला
09:54फिर सामने बां के मार डाला
09:57साकिना पिला इतुने आखिर
10:01तर्सा के मार डाला
10:04बच्चे ना मिला तो फकत अदा से
10:07तर्पा तर्पा के मार डाला
10:11वबादार हमसे जमाने में कम है वबादार हमसे जमाने में कम है
10:18बबा हमने की है वफा कर रहे है
10:21वोई उनसे कहने पुरा कर रहे है
10:24वफाओं के बदले जबा कर रहे है
10:28ने क्या कर रहा हूँ वो क्या कर रहे है
10:31वफाओं के बदले जबा कर रहे है
10:34मैं क्यां कर रहा हूं जार कर रहे है
10:38सितम ढाने वाले सलामत रहो तुम
10:55सितम ढाने वाले सलामत रहो तुम
10:58सिदम डाने वाले जालामत रहो तुम
11:01सिदम सहने वाले दुआ कर रहे है
11:04मैं क्या कर रहा हूँ, क्या कर रहे है
11:08अचा बस यहीं पर ड्रॉप किर तो कहीं कोई तेखना ले
11:20तो देख ले, मैं डरता नहीं हूँ किसी से
11:29मैं तो गरती हूँ ना, वो भी आस्मा पसे
11:35देख ले ना, तो फेर आजें के पिस्टल लेके तो मैं गोली मारने
11:41तो तुम बचा ले ना
11:50एक बार फिर से मेरे सामने हाजेना
11:52आए, तुमने गोली खाए थी मेरे लिए
11:58कितनी परवायना तुमे मेरी
12:02खुश फेहमी है तुमारी
12:04इस खुश फेहमी में मैं अपनी सारी सिंदगी बजार सकता हूँ
12:07है, इस कुछ पहने में सारी जिन्दगी गुजारने से बहतर है कि इन्सान मर जाए
12:13मर भी जांगो, अपने हाथ उसे गोजी मार के देखो
12:37साकी आ पिला इन्तुने आगृ
12:41जाओ कुई दिख लिए की वह पहागल हो तो
12:52हमसे जमsecurity में कम है, वभादार, हमसे जमsecurity में कम है,
12:58मभभा अमने किये वफात रहे है
13:03डिया,
13:05जी अपा,
13:07कहांसे आ रही है?
13:12क्या मतलब? कहांसे आ रही हो?
13:13क्युशन भ़ड आ है, मैं कशहफ के घर से?
13:17जाकेट किसकी है
13:22मेरी जैकेट
13:30कशफ
13:42मेरी बास आ रही है
13:46कशफ मेरी जाकेट रिया के बास
13:49कुछ पूछ नहीं हूँ मैं तुमसे
13:54ये जाकेट किसकी है
13:57ये भी उस रुमार के तह मैं सड़क पड़ी मिडी थी
14:02या किसी ने बहुत ही महबबत से तुम्हें सर्दी से बचाने के लिए औराई
14:06किस तरह की बाते कह रही है आप
14:12मेरी बात तो सुन ले
14:14क्या बात सुनों मैं तुम्हेरी क्या चल रहा है भई
14:17मुझे भी तो पता चले के किस की याद में चुप चुप के हस्ती रहती हो
14:26कभी रुमार उठा कर ले आती हो कभी ये जैकेट
14:33क्या लगता है तुम्हेरी मेरी आंखो में दूल जोंकू
14:43बताओ कौन है वो याद जैकेट तो देतो याद भाई मांग रहे हैं
14:52याद एक तो मुझे ये समझ नहीं आता है
14:59कि जब भी मैं इससे सवाल करती हूं तो जवाब तुमसे क्यूं आता है
15:03बेस्ट फ्रेंड्स है ना हमेशा साथ होते हैं इसलिए
15:08ये जैकेट तुम्हारे भाई की है वसीम भाई की है
15:14अपरिया को सद्धी लग रही थी इसलिए मैं उसे ले दी थी
15:16क्यों तुम्हारी कोई शॉल ये स्वेटर नहीं था जो तुमने भाई की जैकंट दे दी
15:29अम्मी अम्मी ने सारे मेरे कपड़े दूलने के लिए डाल दिये
15:32मैं खुद ये पहन रही थी
15:34थैंक्यू
15:35ताफिस
15:38आपा
15:43आप तो मुझ पर ऐसे नजर रखती है कि मेरी हर सांस से पूछें कि मेरा पता कहा है
15:49मेडी बहन हो तुमारी हग का मेरा
15:54मुझे पता होना चाहिए तुमारी जन्देगी में क्या चल रहे है और क्या नहीं
15:59छोटी बहन हूँ मैं आपकी
16:01लेकिन मैंने तो आपसे कभी नहीं पूछा कि यह कौन सी ऐसी मननत है
16:10जो हर जुमेरात आपको दर्गा तक ले जाती है
16:14और कई सालों से मांग रहे है ना आप यह मननत
16:22अब तक तो पूरी हो जानी चाहिए लेकिन हुई नहीं
16:26हुई नहीं
16:30आप छोट क्यों नहीं देती है ऐसी मननत को
16:35क्या पकुआस कर रहे हैं
16:37यहीं फर्क है आप पे और मुझ में
16:44मैं आपकी जिन्दगी में किसी भी बात पर मदाखलत नहीं करती है
16:51लेकिन आप हर वक्त मेरी जिन्दगी में तांग जाख करती रहती हैं
16:56तांप देगिंग
17:26तुम ठीको
17:56मुझे लगता है कि वो दिन दू नहीं जब अस्मा पाँ में पकड़ लेंगी
18:08मैं तुम्हें कुछ नहीं हो रहनोंगा
18:10जब पुकारोगी मुझे अपने पास पाऊगे
18:15हाँ
18:16खुदाहाफस
18:26केसी लग रही हुँ लग रही हुँ लग रही हुँ ना कयामत
18:39जो उसकी तरफ देखता है उसकी मौबबत में दिवाना हो जारो
18:45मेरी जिंदगी के अब गोल्स वाद डिफेंट हो चुके हैं
18:48मैं अब उन पर फोकस करना चाहते हुँ
18:51कहानी अच्छी नही बनाती तो
18:54नाट बिलीवबल
18:55सालो बीबी शुरू से शुरू गरते हैं
19:00उसने कहा कि मैं तुम्हे बर्बाद करतूं का
19:02मारी बात का कोई यकीन नहीं करेगा
19:07साराथ भी भी भी भी देख लो इसका पागलपन पिर कोई नसर आया इसको
19:10मुझे अपुसे नहीं बहुत डर लगने लगा यह जैसा लगते हैं
19:15सच्कुछ किसी दे मार दे को
19:16तुम्हे मुस्कराने का कोई हप नहीं है सारा
19:19मैरे मेरो लाओंगा
19:21मैरे दुष्मना
19:40शोत्या देर
19:44देर
19:48शर्ट तो लेकिन अभी यही है
19:50मिलना तो दूर की बाद
19:52तुम कभी उसकी शकल भी ने लिक सकोगे
20:05नहीं तेर होगी
20:07सजी
20:18आपको कोई काम था
20:20तुम सजी हो
20:22वो का है उसे बुलाओ
20:26मुझे मसाज कराना अपने पाउं का दर्द हो रही है
20:28जी
20:30तेर हो गई है
20:40सजी काम बर गई हो
20:42सजी काम बर गई हो
20:44सजी काम बर गई है
20:46वो अता सु रही है
20:48क्या हो गया उसे हर वक सोती रहती है
20:50घोड़े गदे बेच के
20:52आँटी वो पहले ना उनके सर में दढ़ था
20:54उसके बद चाहिए
20:56उसके बखार हो गया है
20:58मैं देखती हो ने आम रुकिये ना
21:00आँटी वो पहले ना उनके सर में दढ़ था
21:02उसके बद चाहिद बखार हो गया है
21:04मैं देखती हो
21:06ने आम रुकिये ना
21:08मैं आपके पांगा मसाज कर देती है
21:10अरे नहीं नहीं तुम का मसाज करोगी
21:12सजी को आता है मसाज करना
21:14जादू है उसके हाथोमें फॉरन मुझे आराम आजाता है तुम रहने दो
21:20नहीं मैं अपनी अम्मी के भी ऐसी मसाज करती थी पांग
21:24पर मैं तुम्हारी माँ नहीं हूँ
21:26मेरी खिदमत करने की तुम्हें कोई जरूरत नहीं
21:30होते हैं लेकिन माएं तो सारी एक जैसे होती हैं ना उनके दुगतर भी एक जैसे होते हैं उनको मसाजिस वगएरा की नहीं थोड़े से प्यार और तबज्जों की जरूरत होती है
22:00हुआ है
22:31क्या भान व्यास हो गाइँ ची अपता ने सुकून मिला जी सुकुन मिलाओंगा तब भी तढ़ तो सुगई है
22:42राप
23:00सजी कहा अई
23:05मिन्यू आ मेरी बास सोना और यहां न
23:11यह कुछ पैसे हैंगे तुम रख लो
23:21क्या हुआ?
23:29मौपजा दे रहें आप
23:30माही जी के पैरों कर मसाज करने का
23:33अच्छे मौपजा नहीं चाहिए
23:38तो आपके अम्मी है
23:41और मैं भी उनको मा की जगा ही रखती है
23:43अच्छा लगा मुझे यह सुनके कि तुम ऐसा सोचती हो
23:48यह
23:51मैं तुम्हे रोज मर्रा के लिए दे रहा था
23:54तुम्हे जरूरत पढ़ती होगी न
23:55बेखलो
23:56अगर मैं कहूँ कि मुझे पैसों की जरूरत नहीं है
24:00पर क्या चाहिए
24:02शॉपन पर जाना है
24:05आपके साथ
24:08मेरे साथ
24:10हाँ वो
24:11चंदी कपड़े मेरे पास
24:13पाजी के कपड़े पहने हूँ कब से
24:16अच्छा
24:17ठीक है मैं ले चलते हूँ तुम्हें
24:20कल चलते हूँ
24:21पर तुम यह रख लो तुमारे काम आएंगे
24:25आपके साथ जाओंगे ना तो आप दे दी जगता
24:28अच्छा ठीक है शब्बगाद
24:30खेरियत माही जी
24:55इती साइब टाई
24:56क्यों मंगाए
24:58कबीर का रिष्टा लेकर जा रहे हूँ
25:00और सोचिए दोनों भाइये का रिष्टा साथ ही करते हूँ
25:03दोनों की शादी एक ही दिन करूँगे
25:06अबीन आएंगे तो मैं बात करूँगे उमसे
25:11कि मिलावज़ की शादी और ये सब बना कर देंगे वो
25:16मिलावज़ की क्यों मुझे मुझे मुबीन की उलाद चाहिए
25:20और तुम्हारी बे उलादी इस घर का सबसे बड़ा मसला है
25:25अच्छा और आगे अगर आपने किसी लड़की से शादी की और वहाँ भी ऐलाद
25:32नहीं हो सकी तो तुम्हारे मुझे मुझे की किसी और लड़की से शादी
25:36करेंगे और उसने मुबीन को ओलाद ना दी मेरी तरह तो फिर
25:39मिठाई खाओ
25:43मिठाई खा लो, शायद कुछ अच्छा बोल सको
25:47हर वक्त कड़वा कड़वा बोलती
25:49मूह मिठा करो तके मीठे बोल भी निकले मुझे
25:51दिल जलाव है ना मेरा
25:52तो मीठे बोल निकल नहीं सकते माही जी मुझे
25:54माही जी, मिठाई किस कुशी में?
25:56कबीर का रिष्टा लेकर जा रही हूँ
25:59पुझे असमा का, सिकंदर का और रिया का प्लान बता करना है
26:03शक है मझे उन पर
26:05मेरे लाव अभी किसी पर शक है आपको इस दुनिया में
26:08सजी
26:10यह मिठाई गाड़ी में रखवाओ
26:12फॉरण जा रहे हैं, अभी
26:14कितनी दफ़ा काये जब में घर से निकलने लगू तो टोका मत करो
26:19उस दिन भी तुमने टोक दिया, मैं लड़की के घर ड़की देखने जा ही नहीं सकी
26:23मैंने नहीं टोका था, और रिया आगी थी
26:27तो यही पता करना है ना, कि रिया आखिर आई क्यू थी
26:31सज्जी आओ ना, जी जी आए, ये मिठाई रखवा, जी
26:52क्या फाइदन के फिद्मते करने पो
26:54प्रूप ना, जी आए, तो ये तो भी लगाना, जी एक विए, ये जी ना, जी बढ़ाएज के पो
27:16ख़र तो बिलकुल वैसे का वैसा ही है, कोई मुरमत, कोई रंग रोगन, कुछ ना करवाया तुम लोगों ने
27:22हमारे जखम अभी हरे हैं
27:25और ये घर उनी की अकासी करता है
27:27तुम माजी में रहती हो और मैं हाल हूँ
27:31हमारी सोच में यही पर्ग है
27:33जिन लोगों ने हमारा माजी बरबाद किया
27:37हम अपने हाल में उनके बार में क्यों सोच चेंगे
27:42आप यहां क्यों आई हैं
27:45त्यूम नहीं आ सकती?
27:47नहीं, हमारी दुष्मनी यह
27:49आपके बेटे ने मेरे बाप को मारा है
27:53मेरे बेटे ने तुम्हारे भ़ाई को कॉन्टरेक्ट्स दिये हैं
28:01तोजी रोटी का बंदोबस्त किया है
28:04अगर तुम्हारा भाई मेरे बेटे को इस घर में आने दे सकता है तो मैं क्यों नहीं आ सकती
28:08वो इसका मस्हला है लेकिन मैं आपको यहां बरदाश नहीं कर सकती
28:13चली जाए यहां से
28:14हाँ हाँ जा रही हूं
28:16बहले रिया को बिलाओ
28:18रिया क्यों भाई?
28:20उसके साथ आपको क्या लेना देना है?
28:22लेना देना है ना, कबीर कहता है कि वो उसकी मंगेतर है
28:25अर्किस नहीं
28:28बिल्कुल मैं भी यही कहती हूँ
28:30कबीर की और रिया की मंगनी तो कब के खत्म हो चुकी?
28:36और कबीर नहीं मानता
28:37कहते हैं सारी दुनिया जानती है कि कबीर रिया का मंगेतर है और रिया कबीर की मंगेतर है
28:44पक्वास करते हैं सब्र यही मैं भी यही कहती हूँ कबीर कहता है यही हकीकत है
28:52और यह उस ही बग बदल सकती है जब या तो रिया की मंगनी शादी कहीं और हो जाए या मैं कबीर की मंगनी शादी कहीं और कर दो
29:02वैसे मैंने सुना था कोई रिष्टा देखा है तुमने रिया के लिए
29:10बात आगे बढ़ी के नहीं कुंटे से बांधो अब उसको आपको रिया की फगर करने की कोई ज़रूरत है
29:19वो मेरी बेहन है मेरा जब दिल चाएगा मैं उसकी शादी करूगी फिलाल आप अपने बेटे को लगाम डाली
29:28वो ही कर रही हूँ इसलिए तुम इठाई लाई हूँ कबीर की मंगनी कर रही हूँ मैं
29:34मैंने सोचा रिया के मेरे घराने से जो शक्त मेरे दिल में पेड़ा हुआ हूँ सको खतम करने का यही तरीका है सिरे से खतम ही कर तो
29:51इतनी हरान को हो रही हो
29:52रिया ने तुम्हें नहीं बता है वो कशप के साथ हमारे घराई थी
29:58लो, इसमें भी वो तुम पे चली गई
30:04तुम भी बाते चुपाती थी
30:06याराने चुपाती थी, वो भी चुपाने लगी
30:11छूट पोल रही हैं, मैं यह मान ही नी सकती
30:14मैं भी नी मानती, अगर अपनी गुनागार आंखों से यह नजारा न देख लेती
30:20मुझे तो लगा कियामत की निशानी है कि विया हमारे घर आ गई है
30:26लेकिन फिर पता चला कशफ उसे साथ लेकर आई थी
30:32कशफ कबीर से ट्यूशन पढ़ती है ना
30:37किस से ट्यूशन पढ़ती है?
30:41कबीर से
30:42कशफ कबीर से ट्यूशन पढ़ती है
30:50कशफ कबीर से ट्यूशन पढ़ती है और इसलिए पास हो गई है मैंने सुना है रिया भी पढ़ाई में बड़ी कम जोर है एका दफा फेल भी हुई है कबीर की मंगनी हो जाए ना रिया को भी भेज़ते ना ट्यूशन पढ़ने के लिए पास हो जाएगी चड़ी जाएंगा �
31:20तुम पी चक कर लगाना अपनी यारिया की शादी का कार्ड लेकर कब कर रही हो शादी कब तक इंतजार करोगी मैंनेही मान सकती तुम उसे छोड़दोगी उसी की खातिर तो तुमने मुबीन से तलाख ली थी कब कर रही हो फिर kostbedingt कर रही हो फिर शादी कर ले उस दिन में म
31:50तो फिर सुन लो, अब मुबीन के अलाद होगी, मैं उसकी तीसरी शादी कर रही है, खुदा का वास्ता है, तुम भी शादी कर लो, उमर ठलती जा रही है तुम्हारी, बुडापा एक बार तारी हो जाए ना, तो फिर मर कही जान चोड़ता है,
32:20और कही जान, झालाद हो जाए थीसरी.
32:50किया अब मैं जवान नहीं रही है किया मैं बोड़ी हो रही हूँ
33:01नहीं नहीं ऐसा कुछ नहीं रही हूँ छूट बोलती है मां भी नहीं
33:12मैं अभी तक जवान मैं वाचित से शादी करूंगी इतनी कुर्बानी दी है मैंने
33:30मैं सरूर अपनी मुहबत को पालोगी मैं सरूर अपने मकसद में कम्याब होगी
33:42थाद रहा है में, नहीं नहीं कहला धुझके रहा हुआ ध ayudतDas में वहर है
33:51नहीं लोगे में नहीं होगी मैं पोल्य स्मूच्य कुपके, अजय को ठ्वरे है
33:57आपाँ
34:20आपाँ
34:22आपाँ
34:27आपाँ
34:29आपा ये मिठाई किसने बरबाद कर दी?
34:34मैंने
34:36आपने?
34:38लेकिन क्यों?
34:40इतनी अच्छी मिठाई है और बित्य सादा
34:46असूलन तो तुम्हारा ये सवाल होना चाहिए
34:49कि ये मिठाई कौन लेकर आया?
34:53कौन लाया?
34:55मा बीना
34:57वो यहाँ है थी?
35:02जाहर है
35:04पहले उनका बेटा हमारे घर आया
35:06फिर तुम उनके घर गई
35:11अब तो रास्ते खुल चुके हैं
35:13बस
35:14उसी रास्ते पर चलकर वो भी आ गई
35:24क्यों गई थी वहाँ?
35:28मा बीना ने जब आपको यह बता दिया कि मैं उनके घर आया थी
35:33तो यह भी पूछ रहे थी क्यों आया थी?
35:35कशफ ना साहर है?
35:41हर बहाने की जड़ तो कशफ ही होती
35:43जी वो मैं उसी के साथ गई थी
35:49उसने का और तुम चली गई?
35:51आपा वो आपको पता तो है कशफ का
35:57उस इतनी जल्दी मचाई भी थी
35:59मुझे समझ ही नहीं आया
36:01मैंने हुद तो बहुत रोका कि मैं नहीं जाओंगी
36:03आपको पता तो है कशफ का
36:07आइंदा वहां गई ना तौंगे तो डूंगी तुमारी
36:13समझी?
36:23नाबीना यह बता रही थी के
36:27कशफ का ट्यूटर कभीर ही है
36:29वो ही उससे पढ़ाता है और इसी बजोंसे वो पास हुई
36:31मैं मुझे याद आया
36:33कि कशफ ने तो कहा था कि जो उससे पढ़ाता है
36:37वो ही तुमें पढ़ाएगा
36:39क्या ना में तुमारी ट्यूटर का?
36:43क्या था?
36:45सर कर
36:47कमाल है ना?
36:49जी वही तो
36:51मैं भी यह सोच रही थी
36:53आप पागल थोड़ी है जो कबीर से ट्यूशन पढ़े कि
36:55मा बीना बीना
36:57हर बात पर जूट बोटती है
36:59किर यह बताओ कि
37:03कशफ को कबीर से क्या काम था
37:05वह आप कशफ से ही पूछे का मुझे क्या पता?
37:15अच्छा तुम्हें यह तो पता चल गया कि मिठाई कौन लेकर आए
37:21पर यह नहीं पूछा कि क्यों लेकर आए मिठाई
37:27अरे पूछो ना इस तरह बताने में मज़ा नहीं आता
37:33क्यों लाई है मिठाई?
37:37कबीर का रिष्टा कर
38:03क्यों लाई है
38:13क्यों के बदले दफा कर रहे हैं
38:16मैं क्या कर रहा हूं और क्या कर रहे हैं
38:20क्यों कर रहे हैं
38:22क्यों कर दो सक्वादा
38:23क्यों के लाई अरू
38:30भार्वार नहीं
38:36कर रहें
38:38झाल
38:39मैं

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