अलवर के लिवारी गांव में संचालित सिखी सिखिया गुरु विचार एकेडमी गरीब बच्चों को पढ़ाई से लेकर यूनिफॉर्म तक सुविधाएं फ्री में दे रही है.
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00:00अलवर शहर से लगभग 15 किलो मीटर दूर लिवारी गाउं में सिखी सिखिया गुरू विचार अकैडमी पिछले 3 साल से गरीब बच्चों को मुफ्थ सिख्षा दे रही है
00:21इस स्कूल में नर्सरी से आठवी कक्षा तक पढ़ाई कराई जाती है यहां पढ़ने वाले सभी बच्चे आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से आते हैं
00:31स्कूल में एड्मिशन से पहले बच्चों के परिवार की आए और स्थिती की 5 सदस्य कमीटी द्वारा जांच की जाती है इसके बाद ही इस स्कूल में बच्चों को दाखिला दिया जाता है
00:43संस्ता के नाम है सिख्षी सिख्या गुर्विचार अकैडमी इसकी सुरुवात 2021 से थी और इसकी शुरुवात करने वारे थे जगदेश संग्जी जो कि आजकर अमेरिका में है
00:53उनका क्योंकि वो खुद अनपढ़ है और इसी गाउं से थे तो उनका मन था कि अगर मैं एक अनपढ़ होके यहां तक पहुंच सकता हूँ
01:01तो कि आने जो इतने होरे हमारे देश के गरी बच्चे हैं वो पढ़ लेके क्यों नहीं आगे जा सकते
01:07उसी वक्त उन्होंने एक सपने लिया और सबसे पहले उन्होंने इस जमीन को सारी को स्कूल के नाम किया
01:13और अपने ही पैसों से इस स्कूल का कंस्ट्रक्शन किया
01:16कंस्ट्रक्शन करके एक दो जरीकी से उन्होंने स्कूल की सुरुआती
01:21ये स्कूल गाओं के रहने वाले जगदीश सिंग ने सुरू किया था, जो खुद भी गरीबी के कारण ज़्यादा पढ़ाई नहीं कर सके थे।
01:29उन्होंने अपनी तीन बिगा जमीन पर स्कूल बनवाया और गरीब बच्चों की पढ़ाई के लिए समर्पित कर दिया।
01:36आज वे अमेरिका में रहते हैं, लेकिन स्कूल की मदद लगातार करते हैं।
01:42स्कूल में पढ़ाई के साथ ही यूनिफॉर्म, किताबें, खाना और स्कूल आने जाने का खर्च भी स्कूल प्रशाशन ही उठाता है।
02:06स्कूल में 15 अनुभवी सिक्षक बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से
02:36सिक्षा दे रहे हैं। यहां सभी धर्मों और समुदायों के बच्चे पढ़ते हैं।
02:41संस्था का उद्देश है कि कोई भी बच्चा पैसे की कमी के कारण सिक्षा से वन्चित न रहे।
02:48जन सहयोग और भामशाहों की मदद से यह स्कूल लगातार आगे बढ़ रहा है।
02:53और अब इसे दसवी कक्षा तक बढ़ाने की तैयारी की जा रही है।
02:57अलवर से इटीवी भारत के लिए प्यूश पाठक की रिपोर्ट।