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  • 4/18/2025
विश्व धरोहर दिवस पर ईटीवी भारत बनारस की खूबियों से अवगत करा रहा है. पढ़ें डिटेल खबर...

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Transcript
00:00अरथ अमित अरू आखर खोरे बताना बहुत कुछ है और शब्द कम है मेरे पास
00:08रिवर फरेंट या घाटों की शिंखला को युनेसकों ने स्वयम धरोहर मान लिया है
00:17काशी उतर भारतिय शास्त्रिय संगीत की राजधानी है ये बात भी किसी से छिपी नहीं है
00:25लेकिन आप देखिए कि इस नगर की गलियों और उसमें बसी हुई रिहाईशों का जो जाल है
00:35वो अपने आप में किसी धरोहर से कम नहीं है कि बनारस एक लिविंग हेरिटेज है
00:42एक गतिमान परंपरा का नाम है बनारस बनारस के मनुश्यों में धरोहर सांस लेती है
00:51एक एक इनसान बनारस का मैं यह कहना चाहता हूँ देश के लोगों से
00:56कि उसे आप जीविक धरोहर की तरह बरतें और मानें
01:01जैसे विश्विद्यालेओं में संगीत सिखाया जाता है
01:05तो अगर आपने गायन को विश्य की तरह चुन लिया है
01:09तो आपको गायन की कच्छाएं मिलेंगी
01:11अधिक से अधिक प्रिक्टिकल में तबला बजेगा आपके साथ
01:14तो आप गायन को जानते हैं
01:17और थोड़ा बहुत तबले को अपने साथ बशता हुआ देखकर भी जानमान लेते हैं
01:21लेकिन बनारस के कबिर चौरा मोहले में क्या होता है
01:24एक घर है जिसमें एक भाई सितारिया है
01:28एक भाई कथक डानसर है
01:30पीसरा भाई तबला वादक है
01:32पिता सारंगी वादक है
01:35तो यहाँ पर एक ही घर के बीतर पूरा वरिंद वादन पूरा औरकेस्ट्रा है
01:40और एक कलाकार को दूसरे शिल्प की खुसूसियतें भी पता हैं
01:46तो बनारस का तबले वाला जो है वो गाईकी यंग की चीजें भी जानता है
01:51इसलिए बनारस के तबले में आपको गाईकी की अदा भी सुनने को मिलती है
01:57गाईकी में जैसे बोल बाँ तो बोल बनाओ करते हैं ठुमरी अंग में
02:01वैसे ही तबले में भी बोल निकाले हैं बनारस के उस्तादों ने
02:05ये जानने वाला इस सभ्यता का नागरिक आप उसको हेरिटेज नहीं कहेंगे
02:11तो और क्या कहेंगे
02:13बनारस की भूमिका आपने बिल्कुल सही कहा है कि संस्कृती सभ्यता संगीत ये तीन प्रकल्प तो बिल्कुल आख के सामने दिखाई दे रहे हैं
02:25अगर भारत सरकार और प्रभुधनागरिक समाज युनेस्को में डोजियर काईदे से जमा कर सके
02:33और बनारस की अलग-अलग विशिश्टाओं को युनेस्को के सामने कायदे से और कायदे से प्रस्तुत किया जा सके
02:41तो बनारस में और भी चीज़ें आपको मिलेंगे धरोहर कि तरह
02:47बनारस की साड़ी विशू विशू थै
02:49Here the Sangeeta, Ram Negar, Chitrkut, Naati Omlihi, Ramlila,
02:54ravat nek tellya, Purnaktaya, etc.
02:58These things, which are the same, which is the participation part,
03:05they are the same, the same thing that it is the same.
03:10This is the Pana is the same,
03:12what is the Pana, how many things are the same,
03:15didn't complete this
03:43Supadi bahar se ayayi hai, kathah bahar se ayayi hai, surti ka pattah bahar se ayayi hai,
03:49leakin swad banarast ka hai.
03:52Toh wuh swad joh hai, wuh bhi hemari dharohar hai, paan ka.
03:57Aisai hi aap dekhiye sangeet mein joh swad hai, joh bari ki hai.
04:02Handloom ke hathkargaha ke kaam mein joh bari ki hai, wuh banarast ki dharohar hai.

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