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  • 2 days ago
सुप्रीम कोर्ट ने वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ दाखिल याचिकाओं पर फिर से सनुवाई की. कोर्ट ने एक हफ्ते के लिए पुरानी स्थिति बने रहने का निर्देश दिया है. हालांकि, कानून पर रोक नहीं लगाई है. केंद्र ने कोर्ट से जवाब दाखिल करने के लिए एक हफ्ते का समय मांगा था, जिस पर कोर्ट ने अनुमति दे दी. वहीं, याचिकाकर्ताओं को केंद्र के बाद अपना जवाब दाखिल करने को कहा गया है. अब अगली सुनवाई 5 मई को होगी. मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना, जस्टिस केवी विश्वनाथन और जस्टिस संजय कुमार की बेंच ने सुनवाई की. याचिकाकर्ताओं की ओर से कपिल सिब्बल, अभिषेक मनु सिंघवी और राजीव धवन जैसे सीनियर एडवोकेट पेश हुए, जबकि केंद्र की तरफ से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता पक्ष रख रहे थे. एसजी तुषार मेहता ने सुनवाई की शुरुआत में कोर्ट से कहा कि वह संसद से पारित एक्ट पर स्थाई या अंतरिम रोक लगाने जा रहा है, जो बहुत रेयर है. उन्होंने इसे बेहद कठोर करार देते हुए कहा कि एक्ट के कुछ सेक्शन को देख कर रोक लगा देना सही नहीं होगा. उन्होंने कहा कि सरकार ने लाखों लोगों से बात करके कानून बनाया है, जिसमें पता चला कि गांव के गांव पर वक्फ का दावा है. आम लोगों के हितों के बारे में सोचना भी जरूरी है इसलिए रोक लगाना सख्त बात होगी.

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Transcript
00:00मैं हूँ आपके साथ चित्रात्रपाथी
00:01मौलानाओं की मौझूद्धी में
00:03अर्यन्ट बेल टाल्ज स्टूडियो से आप देख रहे हैं
00:18एबी बी नियूज
00:19नमस्कार रात के नौ बच रहे हैं
00:21वक्त हो चला है दिन के सबसे बड़े खबरों
00:23और उनके सबसे प्रामारिक विशलेशन का
00:25मैं हूँ आपके साथ चित्रात्रपाथी
00:27और आप देखना शुरू कर चुके हैं जनहित
00:29आपने स्कूल में नागरिक शास्त्र की किताब में पढ़ाई होगा
00:33कि हमारे लोकतंत्रे के चार स्तंभ है
00:35पहले तीन है विधाईका, कारेपालिका और नियाएपालिका
00:38चौते हम याने की मीडिया
00:41जो इन तीनों की खबर रखते हैं और आप तक पहुंचाते हैं
00:45इस लोकतंत्र में संसद और सुप्रीम कोर्ट की भूमिका आपको पता ही है
00:49दोनों के काम बटे हुए हैं
00:51फिर भी गाहे बगाहे बहस खड़ी हो जाती है
00:53कि दोनों में सुप्रीम कौन है
00:55क्या इन में से कोई अपनी सीमा लांग रहा है
00:58दूसरे के दाइरे में जाने की कोशिश कर रहा है
01:01अब ख़बर पर आ जाते हैं
01:03देश की संसद ने जो नया वफ कानून पास किया था
01:06अज सुप्रीम कोर्ट ने उसके दो प्रावधानों पर अंतरम रोक लगा दी
01:10वो कौन से दो प्रावधान है आज हम आपको बताने वाले हैं
01:14सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में वफ कानून पर दली ले दी
01:17बताया कि मी लॉड ये संसत कन्रन है लेकिन सुप्रीम कोट फैसले पर कायम रहा
01:23सरकार को सुप्रीम कोट से मामले पर जवाब देने के लिए हफ्ते भर के मोहलत जरूर मिल गई है
01:28सुप्रीम कोट का नणे सर माथे पर आम आदमी सवाल नहीं उठाता क्योंकि मान हानी से डरता है
01:35लेकिन आज देश के उप राष्टपती ने सुप्रीम कोट के तरीकों पर सीधे सवाल खड़े किये हैं
01:41सुप्रीम कोट ने हाल ही में राज्यपाल और राष्टुपती के लिए सरकार के किसी भी फैसले को मंजूरी देने की समय सीमा तैकी है
01:49आज उप राष्टुपती जगदीब धन्खड बोले कि सुप्रीम कोट राष्टुपती को आदेश कैसे दे सकता है
01:55जगदीब धन्खड ने सुप्रीम कोट से कई तीखे सवाल भी पूछे वो भी आपको हम दिखाने वाले हैं
02:02लेकिन जनहित में खबनों की शुरुवात उस वफ कानून के साथ जो देश के संसद में बहुमत से बन चुका है
02:08लेकिन जिस पर सुप्रीम कोट ने अज सरकार का जोश थोड़ा ठंडा किया है
02:13लेकिन इससे भी पहले आपके लिए ये खास तस्वीर देखना जरूरी है
02:18ये नई तस्वीर है जिसमें मुस्लिमों के एक प्रतिनीधी मंडल ने प्रधानमंत्री मोदी के आवास पर पहुँच कर उनका अभिनंदन किया
02:26उन्हें शुक्रिया कहा इस बात के लिए कि उन्होंने वफ कानून जैसा एक कारगर और सब के भले का कानून बनाया है
02:33दाउदी बोहरा मुस्लिम समाज के इस प्रतिनीधी मंडल के प्रधानमंत्री मोदी से मिलने की टाइमिंग भी बड़े खास रही
02:40आज ही सुप्रीम कोट ने वफ कानून पर अंतरे मादेश दिया और आज ही मोदी से मुस्लिम समाज ने जाकर मुलाकात की
02:46उनसे कहा कि आपका वफ कानून सबका साथ सबका विकास की आपकी थोड़ी का ही फल है और इसमें वरी मुसल्मानों का भला होगा
02:56आपके घर में याद किया इसके लिए हम आपका तहे दिल से शुकरिया कहते है
03:05कि जब मेरे मन में वक्त के एप्ट पर काम करने का विचार आया तो सबसे मेले मैंने सायदना साब से सलामस्वरा किया
03:19फिर उन्होंने आपको मेरे पास बेजा तो मैंने इनको तीन साल तक परेशान किया
03:29कि आप ज़रा इसको अपने तरीके से देखिए
03:35आप अपने लीगल एडवाइड लीजिए मुझे ड्राप दीजिए
03:39यानि आप कलपणा नहीं कर सकते इतना कंसल्टेशन में उन्होंने मेरा साथ दिया
03:46आप पैसे जो भी जानकार लोग उनको बात करकर के लिए और एक एक शब्द
03:52फुल स्टॉप को मा मैं क्या करना चाहिए यहां तक मुझे मदद मिली
03:57जो आपने अभी वाकव बिल का जो पास हुआ है उन में हमें हम माइनोरिटी विदिन माइनोरिटी है और उन में हमें आपने जगगा दी है हमारा नामाया है
04:13और जो काम हुआ है हिंदुस्तान की तरहरकी के लिए आपकी खौहिश है कि सबको साथ लेकर चाह चाह चाह चलना है
04:25और जो काम हुआ है और हो रहा है वो इंशाल्ला इंदिया के लिए हिंदुस्तान के लिए और पूरे देश के लिए बहुत खूब होगा
04:38तो देखा आपने नए वक्ष कानून पर दाउदी बोहरा मुस्लिम प्रधानमंतरी नरेंदर मोदी का शुक्रिया आदा कर रहा है
04:47लेकिन सुप्रीम कोर्ट में सरकार के लिए आज दृष्य इतना अच्छा नहीं था
04:51कुछ लोगों का दावा है कि सुप्रीम कोर्ट का आज का आदेश सरकार के लिए जटका है
04:55एक हद तक है भी क्योंकि ऐसा बहुत कम ही देखा गया है जब संसत से पास हुए
05:00किसी कानून के एहम प्रावधानों को सुप्रीम कोर्ट ने शुरुवात में ही होल्ड कर दिया हो
05:05लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश में आप अभी से किसी की हार या जी तै नहीं करें
05:11कुछ लोग ऐसा कर रहे हैं हमारी तो यही सला है कि आप ऐसे किसी आधे अधूरे उत्सा में ना आ जाएं
05:17क्योंकि वक्फ कानून पर विध्वत सुनवाई तो अभी शुरू भी नहीं हुई है
05:21इसलिए सुप्रीम कोर्ट में जो कहा सुना गया उसे समझ कर ही अपनी राएं बनाएं
05:25कानूनी प्रक्रिया थोड़ी जटिल होती है इसलिए आज जनहित में हमारी पूरी कोशश है
05:31कि वक्फ कानून पर ये सुप्रीम ओडर आपको सही और बेहत सरल ढंग से समझा सकें
05:36तो सबसे पहले ये नोट करें कि ये सुप्रीम कोड का अंतरिम आदेश है
05:41अंतिम आदेश नहीं यानि टैंप्रिरी ओडर तब तक जब तक कि फाइनल ओडर नहीं आ जाता
05:48और अब इन दोनों अंतरिम आदेश को पढ़िए
05:51पहला अंतरिम आदेश है वक्फ की कोई संपत्ती डी नोटिफाई नहीं होगी
05:56दूसरा अंतरिम आदेश है वक्फ बोर्ड या काउंसिल में कोई नई नियुक्ती नहीं होगी
06:02और अब इन दोनों अंतरिमादेश का मतलब आपको समझा देते हैं
06:06पहले अंतरिमादेश यानि कि वक्त की कोई संपत्ती डी नोटिफाई नहीं होगी का मतलब है
06:11वक्त की कोई भी संपत्ती वो चाहे रेजिस्टर्ड हो या अन्रेजिस्टर्ड या फिर डीड हो उसे डी नोटिफाई नहीं किया जा सकेगा
06:18मतलब ये संपत्ती जिसके पास है वो इस्तिमाल करता रहेगा
06:23यानि कि सरकारे ऐसी प्रॉपर्टी अपने अधिकार में अभी नहीं ले सकेंगी
06:27दूसरे अंतरिम आदेश यानि कि वक्त बोर्ड या काउंसे में कोई नई नियुक्ती नहीं होगी
06:33इसका मतलब है जितने भी वक्ट बोर्ड हैं उनमें कोई नए नियुक्ति नहीं हो पाएगी जिन दो गैर मुस्लिम समुदायों को रखने की बाद नए खानून में है वो नियुक्ति भी नहीं हो सकेगी
06:43वक्ट बोर्ड का धाचा अभी जैसा है वैसा ही बना रहेगा
06:47यानि सरकार ने जो करने के लिए ये नया वक्ट कानून बनाया उसकी ये दो बड़े काम फिलहाल वो नहीं कर पाएगी
06:54आप इसे जटका लगना भी कह सकते हैं आप चाहें तो इसे स्पीड ब्रेकर भी कह सकते हैं
07:00वो ना तो किसी भी वक्ट प्रॉपर्टी को डी नोटिफाई कर पाएगी और ना ही किसी वक्ट बोर्ड का स्ट्रक्चर बदल पाएगी
07:06अब आप जानना जरूर चाहेंगे कि आगे क्या होगा दो प्रावधानों पर अंतरिम रोग तो लग गई पर आगे क्या होगा
07:14तो सुप्रीम कोट ने सरकार के मांगने पर उसे जवाब देने के लिए साथ दन का बग दिया है जैसे ही सरकार जवाब देगे उसके पांच दिरों में वक्ट कानून के खलाफ या चिकाय देने वालों को भी अपना जवाब देना होगा
07:26इसके बाद सुप्रीम कोट पांच मही को मामले की अगली सुनवाई करेगा
07:30ये तो हुआ नए वक्ष कानून को लेकर सुप्रीम कोट में जो हुआ है उसका सारांश
07:35अब बताते हैं कोट में जिरह क्या हुई
07:38कल वक कानून पर पहले दिन दो घंटे की सुनवाई हुई थी लेकिन आज दूसरे दिन आधा घंटा भी पूरा नहीं हो पाया
07:45सिर्फ पचीस मिनट में सुप्रीम कोर्ट ने अंतरम आदेश दे दिया
07:49सॉलिसिटे जनरल तुशार महता ने कहा मैं बहुत सम्मान से कहना चाहता हूँ कि आप संसत से पारित एक्ट पर रोक लगाने जा रहे हैं
07:58एक्ट के कुछ प्रावधान देखकर इसे रोक देना सही नहीं है ये लाखों लोगों की राय से बनाए गया है
08:03हम लोगों के लिए जवाब दे हैं रोक लगा देना बेहत सक्त होगा हमें एक हफ़ते में जवाब देने दे इस पर चीफ जस्टेस संजीव खन्ना ने कहा हम आपको सुनेंगे लेकिन हम ये नहीं चाहते कि सती में बहुत बड़ा बदलाब हो फिलहाल पहले जैसे सती बनी
08:33कारवाई नहीं होगी सॉलिसिटर जनरल ने कहा ये बात कानून का हिस्सा है सरकार अगली सुनवाई तक संपत्या डी नौटिफाई नहीं करेगी बस इतनी सुनवाई के बाद सुप्रीम कोट ने जवाब दाखिल करने के लिए सरकार का एक ख़पते का अनुरोज स्विकार
09:03किस किस तरह के दावे अब किये जा रहे हैं
09:33मुसल्मानों को इसा जुजूम जात्ती हो रही है उसमें जरूर मुसल्मानों को रहत मिलेगी है बहुत खुशी है आज पुरा समाज कुछ है सुप्रीम कोट के जज्ज्मिन से उन्होंने एक टेम्परिली जो है इसके दिया है
09:48विपक्ष संसद में भले ही नए वक्त कानून को रोक नहीं पाया हो लेकिन आज से दावे कर रहा है कि सुप्रीम कोट में हम इस कानून पर रोक ज़रूर लगा देंगे
10:01विपक्ष नेताओं के दावी भी सुनिये है हमारे बिंदू तीन चार और हैं उन पे निर्ने अभी नहीं दिया गया है उसमें अंत्रिक आदेश नहीं हुआ है
10:10निश्चित रूप से जो यथास थी थी कानून के पहले दिन थी एक दिन पूर्व वो इन तीन बिंदूओं पे उच्टम ल्याले ने पुनर स्थापित की है
10:21तो वो बहुत अच्छी बात है हम उसका सागत कर रहे हैं नौर्मली में समझता हूँ कि उस चीज़ का सागत नहीं किया जाता है जिसमें हम हार गए हूँ
10:29या तकलीव हो जिससे हमें
10:30ये वो कागजात है जो मैंने खुद लिखके दिया था जे पीसी के सामने
10:35आम आदमी पार्टी के और से कि भाई ये काम मत करो यही चीज़ आज सुप्रीम कोट पूछ रहा है
10:41इसमें वभबाई यूजर पे भी मैंने लिखके दिया था
10:43कि भाई वभबाई यूजर को आप चेंज मत करिये
10:48यह साब तोर पे मैंने लिखके दिया था अपने पत्र में लिखके दिया था
10:51यही बात वा सुप्रिम कोट ने इन से पूछा
10:54यह तो हमने विरोध के तोर पे पहले ही लिखके दिया था
10:59वाफ कानून के विरोध की एक बड़ी आवाज AIMIM के चीफ असदुदिन ओवैसी भी है
11:05लेकिन ओवैसी खुशफेहमी में नहीं है
11:07वो खुद कहरे हैं कि यह लड़ाई अभी बहुत लंबी चलने वाली है
11:10हम को बड़ा कौशियस रहना पड़ेगा
11:14और जहां तक मेरी राय है हमारी लीगल अभी जंग बाखी है
11:19क्योंकि उसमें ऐसे कई प्रोविजन्स है जिसका मैंने अभी आपके सामें जिकर किया
11:24उससे कंप्लीटली वाफ वाफ वाफ प्रापर्टी लूस करेगा वाफ बोर्ट
11:28यह मत समझे के वाफ प्रापर्टी बच रही है यखीनन सुप्रीम कोट ने एक इंट्रिम आउडर दे कर
11:35जो कहा है कि सेंटल वाफ काउंसल स्टेट वाफ बोर्ट को काउंस्टिट नहीं किया जाएगा
11:40और जितने वक्त प्रापर्टीज रेजिस्टर्ड हैं नोटिफाइड हैं जिसमें वक्त यूजर भी है उनका डिलीशन नहीं होगा ठीक है
11:49मगर उसमें दूसरे जो 40-odd amendments हैं जो पूरे के पूरे वक्त को बर्बाद करने के लिए खानून बनाया गया उसका क्या होगा बताईए
11:59असद दो दिनों वैसी को आपने सुन लिया लेकिन सरकार भी पूरा आत्मविश्वास दिखा रही है
12:05कि उसका वक्त कानून किसी समवधानिक बाधा में नहीं फसेगा
12:08सरकार और बीजेपी ने भी सड़क पर जन समर्थन दिखाना शुरू कर दिया है
12:13केंद्रिय मंत्री जी किशन रेड़ी आज है अदरबाद में वक्त सुधार जन जागरन अभियान कारुक्रम में शामल हुए
12:19यहाँ उन्होंने मुस्लिम समदाय को संबोधित किया
12:22वक्त संशोधित कानून के फायदे बताये विपक्ष पर ध्रम फैलाने का आरूप लगाया
12:30क्योंकि अंतरिम आदेश में वक्त प्रॉपर्टी को डी नोटिफाई करने पर अंतरिम रोक लगी है
12:35इसलिए आपको एक बर्फर से बताते हैं कि देश में वक्त की ऐसी कितनी संपत्ती है
12:40देश में वक्त बोड के पास कुल आठ लाग बहत्तर हजार संपत्या बताई जाती है
12:46इन में से चार लाग दो हजार प्रॉपर्टी वक्त बाय यूजर हैं
12:49यानि कि जिन्हें लंबे समय से इस्तमाल के आधार पर वक्त का माना जाता है
12:54सुप्रीम कोट ने अंतरिम आदेश देने के साथ एक और फैसला दिया
12:59आपने देखा है कि संससे वक्त कानून के पास होने के बाद कितनी तेजी से
13:04इसके खलाफ सुप्रीम कोट में याचिकाए दाखिल हुए एक तरह से आपस में होड मच गई थी
13:09सुप्रीम कोट में 150 याचिकाए दाखिल हुई थी
13:12कोट ने कल और आज इनमें से 72 याचिकाओं पर सुनवाई की
13:16लेकिन अब पाँच माई को सर्फ पाँच मुख्य आपत्यां ही सुनेगा
13:20चीफ जस्टिस ने कहा क्योंकि वक्त पर सभी याचिकाओं को सुनपाना संभव नहीं है
13:25उन पाँच लोगों के नाम भी आगए हैं जिनकी याचिकाएं कोट सुनेगा
13:30ये पांच लोग हैं जम्यत उलेमाय हिंद के प्रमुक मौलाना अर्शद मद्नी, मुहम्मद जमील मर्चंट, मुहम्मद फजलुर्रह्मान, शेक नुरूल हसन और AIMIM के अध्यक्ष असद दिन उवैसी
13:43चीफ जस्टिस से सुनवाई के लिए नोडल वकिल नियुक्त करने और दोनों पक्षों से अपने वकिलों के लिस्ट देने के लिए भी कहा है
13:50जो वफ़ कानून के पक्ष विपक्ष में जिरह करेंगे
13:53कोट के आज के आदेश को किसी के हार या जीत के नजरिये से देखना ठीक नहीं होगा
13:59क्योंकि वक्फ कानून को लेकर असली सुनवाई पांच मई को होगी
14:03तब तक सभी पक्षों को कोट में अपना अपना पक्ष रखना होगा
14:06हम तो यही कहेंगे कि कोट का जो भी फैसला हो उसका हर किसी को सम्मान करना चाहिए
14:12और अगली खबर ध्यां से देखना आपके लिए बेहर जरूरी है
14:16क्योंकि ये सौफ फीसदी जनहित से जुड़ी ही खबर है
14:19इसका सीधा वास्ता आप से हमसे और सभी 140 करोड हिंदुस्तानियों से है
14:24लोकतंद्र और संवधान में अगाद शद्धा और अटूट विश्वास रखने वालों के लिए ये बहुत बड़ी खबर है
14:31देश के उपराश्टुपती जगदीब धनखड़ने आज बहुत बड़ी चिंता जताई है
14:36उस सवाल को उठाया है जो संवधानिक संस्थाओं के शक्ति के बटवारे से जुड़ा हुआ है
14:41जिसमें लोकतंत्र की मूल भावना नहीं थै
14:44हमारे संवधान की प्रस्तावना ही हम भारत के लोग से शुरू होती है
14:49और हम भारत के लोग राज्जी के वधान सभा और देश के संसथ में अपने प्रतिनिध्यों का चुनाव करते हैं
14:56संसत कानून बनाती है, वो संसत जिसका पहला अंगर राश्ठवती हैं और फर लोग सभा और राजी सभा
15:03आप जानते हैं कि राश्ठवती के दस्तखत से ही संसत से पारित विध्याख चानून बन जाता है
15:08यानि संसत का दर्जा सबसे उपर है जबकि सुप्रीम कोट को संवधान का रक्षक कहा जाता है
15:14लेकिन कुछ मामलों में देश की सबसे बड़ी अदालत ने संसत के फैसलों को भी पलट दिया है
15:20जिससे संवधान और कानून के जानकार न्याइक अतिक्रमन करार देते हैं
15:38आप हो बहुत गौर से सुनना होगा
16:08चर्चेस हो विल लेजिसलेट हो विल परफोर्ण एजिक्टी फंक्शन विल अग्जित अग्यूटिभ को यानि प्रशक्षों के छठे बैच को संवधित करते वे कही
16:29उन्होंने सुप्रीम कोट से देश की प्रथम नागरिक तीनों से नौ के सरवच कमांडर और संसत के मुख्य अंग राश्टुपती को नरदेश मिलने पर अपनी चिंता जताई है
16:39उन्होंने सवाल उठाय है कि सुप्रीम कोट राष्ट पती की किसी फैसली की समय सीमा कैसे त्यत कर सकता है
16:45उन्होंने इसे सूपर संसत जैसा बताये है
16:48जगदीब धंखर ने ये बाते सुप्रीम कोट के वस फैसली पर कहीं जो इसी आठ अप्रेल को आया है
16:54ऐसे में उस ओर्डर कॉपी के पढ़ने को फिर से पढ़ना बेह जरूरी है
16:58उस आदेश में सुप्रीम कोट ने कहा था रज्यपाल की ओर से भेजे गए बिल पर राश्चुपती को तीन महीने की भीतर फैसला लेना होगा
17:06कोट के फैसले के मुताबिक इसमें देरी पर रज्यपालों की तरफ से भेजे गए बिल के मामले में राश्चुपती के पास पॉर्ण वीटो या पॉकेट वीटो का अधिकार नहीं है
17:28कोट के ओर्डर के मुताबिक राश्चुपती के फैसले की नयाइक समिक्षा की जा सकती है और बिल की समबाधानिकता का फैसला नयाए पालिका करेगी
17:37सुप्रीम कोट का ये फैस्ता तमिलाडू सरकार के उस याजिका पर आया जिसमें राज जिपाल पर विधानसभा से पारित वधियक की मंजूरी में देरी की शिकायत की गई थी
17:46क्या राश्ट्रपती के लिए सुप्रीम कोट की ओर से समय सीमा तै करना ठीक है
17:53इस पर हमने खानून के जानकारों से बातचीत की है तो उन्होंने भी इसे अनुचित करार दिया है
17:59सुप्रीम कोट के दो जाने माने वकील इस पूरे मामले में क्या समझा रहे हैं सुनिए
18:03यह जन्मत और निश्यती देता है टकलाओ को क्योंकि राश्ट्रपती को इस तरह से नीचे लेयाना सर्वोच नियालय के माननियन अधीशों के द्वारा यह अनुचित है
18:22सुप्रीम कोट का डिसीजन रिव्यू करने लाइख है और यह 142 आर्टिकल 142 में सुप्रीम कोट के पास यह पावर नहीं होता कि सम्विधान को री राइट करें
18:36इंटर्प्रेट करने का प्राधान है और सम्विधान में जब ऐसी डेड्लाइन नहीं दी गई है प्रेसिडेंट के लिए तो वो डेड्लाइन डालना मेरे हिसाब से गलत है
18:47अब सवाल यह है क्या यह न्याय पालिका की ओर से लक्षमर रेखा लांगना है इसे हमारे लोगतंत्र के तीनों स्तंभों विधाय का कार्य पालिका और न्याय पालिका को तै करना है लेकिन इस पर उप्राश्वपती धनकर ने क्या कहा है अब उससे भी सुनिए फिर मैं आ
19:17वारगमें बेती हैं। एफारे पूलस जाप्साल जकातологीब।
19:23ंताँ है।S जुनूख्टेता हैं।
19:27भारी आगि टाकाइबbane त सहीं।
19:31लुट
19:35ज सकत्थiva में टुक no जुट भाव ठ SUPER TD
19:39कर दो, we need to make a this on that ।
19:41अपुट ऑन ए सकत्य में।
19:43interpretation will be by majority or five constitutes more than majority in eight but
19:51leave that aside article 142 article 142 has become a nuclear missile
20:01democratic forces available to judiciary twenty four and two seven vice president
20:11nye samadhan ke doh anuchydeno ka zakr kiya pehla anuchyden 145-3 jiske anusar mehetupon
20:17maamlo me 5 yes se adhik nyayadhisho wali samadhanik peetho ke sthaapna ki jati hai
20:22jabkye anuchyden 142 bharat ki supreme court ko ye adhikar deta hai ki wapond nyayi
20:28ke liye koi bhi adhish, nirdeish ya fesla dhe sakta hai. Chahe woh kisii bhi maamlo
20:33me ho. Nyayipalika aur karipalika ko eek dousre ka pourak ho na chahe ye. Lekin kuch
20:38maoqo par dhonon ke bich taqraaf ke haalat bhi banei hai. Ispar hamne aap ki
20:43janakari ke liye ek kunji tiyar ki hai. Ab usse bhi dhekhiye. 2014 mein deish ki
20:49sanstad ne samadhan me 991 sanchodhan kiya. Jajo ki nyukti ke liye rastriye nyayik nyukti
20:55ayokka kanun binaya. Lekin 2015 mein supreme court nye isse radhikar dya. 2007
21:01ka I.R. koilio banaam tamiladu rajya case bhi surkjyo me raha. Isme court nye
21:06ye fayasla dya ki 1973 ke baad 9-1 anusuchy me shamil qanun ko mool
21:11sanrachna ke ulanghan ke adhara par chunauti dhe jasa sakti hai. 1980 mein minerva
21:17mils banaam bharat sangh case me supreme court nye anusche 368 ki khanndi
21:21čar ko a samadhani karar dya. Jujo nyayik samikša ko siemit karta tha. 1995 mein indra
21:28gandhi banaam raja narayan case me court nye 49 mein samadhan sanshodhan ko
21:32radd kar dya tha. Kyunki ye mool sanrachna ke khlaaf tha. 1973 ke keishwanand bharati
21:39banaam kiral rajji case me supreme court nye mool sanrachna saddhan ko
21:43sthapad kiya. Jujo ye bataata hai kis san sat samadhan ki mool bhaawna se chheer
21:48chhaad nahin kar sakti hai. Ab eek bar phir opraashopati ke bhashan
21:53par loatate hai. Unhoney apne sambodhan me dillhi high court ke puru judge justice
21:57yashwant barma ke ghar cash kandh ka bhi zikr kia. Suniya unki ur se kya kaha gya.
22:02Event happened on the night of 14th and 15th of March. A new daily for seven days. No one knew about it.
22:17We have to ask questions to ourselves. Is the delay explainable? Condonable? Does it not raise certain fundamental questions?
22:34in any ordinary situation? And ordinary situations define rule of law? Things would have been different.
22:46It was only on 21st March. Disclosure by a newspaper that people of the country were shocked as never before.
22:59Mehtaupurna ghaatna. And later on this ghaatna. And later on this ghaatna,
23:05Kye tefasil jana cari Supreme court se hii mili thi. Court ne a pnei website per
23:09Delhi high court ke mukhi niyaidhiish se mili input ke adhar par biora saja kiya.
23:13Uparashopati dhankhad ne iska abhi zikr kia. And saying that Supreme court se mili input
23:18se saap tha. Kye kuchh gad badh hua hai. Lekin is case ka natiija kya nikla?
23:23Desh ko ab tak maloom nangyin.
23:26यहाँर दच्डिनल मास पार्ट
23:49वो दोब कीदों मेज़ कि अमस्, अमद्मेखühr राफिष्ट, कि नस्तितनाओ कर एक्षाद।
23:56नवेज़ाद हैं़ नचोंण के लिएमाद्ट और देत्य बात्थद।
24:08अन्याद रही स्थिति नच्छाल इस पेली उवेज़ जहें डियक्तिति उठीज़।
24:12institutions to which people have looked up always with highest respect and difference
24:20was put in the dock
24:25ये तस्वीर आपको याद होगी ये विडियो खुद सुप्रीम कोट ने जारी किया विडियो दिल्ले हाई कोट के पूर्व जज ये श्वंत वर्मा के बंगले का है
24:36जस्टिस वर्मा के घर आग लगी थी आग बुझाने दिल्ली पुलिस और फारफाइटर्स की टीम पहुँची थी इसी दोरान जले अजले नोटों की ये गड़्डिया मिली थी
24:45इस केस में सुप्रीम कोट के मुख्य नयाई धीष ने हाई कोट के तीन जज़ों की आंतरिक जांच कमिटी बनाई जिसकी रिपोर्ट का इंतजार है
24:53इस बीच जस्टिस यश्वंत वर्मा का तबादला इलहाबाध हाई कोड कर दिया गया जहां उन्हें कोई न्याईक कारिय नहीं दिया गया है
25:00उप्राशुपती धंकर ने इस पर भी चिंता जताई है उन्होंने कहा कि जांच तो कारेपालिका का क्षेत्र है जांच न्याईपालिका का शेत्र तो है ही नहीं उन्होंने आंतरिक जांच समिती पर भी सवाल उठाए और इसे खानून के शासन को कमजूर करने बाला करार दि
25:30ऐसे में तीनों पहियों की मजबूती पर ही स्वर्णिम भारत का भविश्य टिका है लेकिन इसमें पारदर्शिता जरूरी है सरकार संसत और सुप्रीम कोर्ट के अधिकार वाली इस बहस से निकल कर आगे बढ़ते हुए और बात अब वक्त विरोधे हिंसा में सुलगे पश्
26:00रोज का रोजगार करने वाले लोग हिम्मत करके सड़क पर निकले स्कूल भी खोले गए बच्चों को कुछ लोग पढ़ने के लिए स्कूल भेजने की कोशिश करते भी दिखे
26:10मुर्शिदाबाद के दंगा प्रभावत अलाके जल्द से जल्द पट्री पर लोटें जन्दिगी स्थामान ने हो इसी बात की बहां पर कोशिश है
26:17लेकिन इस घर्टा में जिस तरह से पुलिस, प्रिशासन और सरकार की भूमी का पर सबाल खड़े हुए हैं वो हैरान करने वाला है और उससे जादा परिशान करने वाला
26:27दंगो की जांश की देशा में क्या हुआ है उसके बारे में आपको आगे बताएंगे उसे पहले कोलकाता से आए कुछ तस्वीरे दिखाते हैं
26:35बीजेपी की नेता और केंद्रिय मंत्री सुकांदा मजूमदार के नत्रित में कुछ महिलाएं आज राज्यपाल सीवी आनंद बोश से मिली ये वो महिलाएं हैं जो दंगा पीड़ित हैं अपने ही देश में अपने ही सूबे में शररार्थी बन कर इन्हें स्कूल में समय �
27:05दुकांदा मजूमदार ने कोलकाता बुलबाय था लेकिन मुख्यमंत्री से मुलाकात नहीं हुई डीजीपी महस दस मिनट ही मिले थे इसके बाद आज महिलाओं को साथ लेकर वो राजभवन पहुचे राजपाल से मुलाकात की परित महिलाओं का दर्द सुनने के बाद र
27:35चाने के खबर जैसे ही CM House पहुचे ममता बैनरजी निशानती की दलील देते हुए वहाँ नहीं जाने की उन्हें सलाह दी है
27:56मम्ता ने खुद के नहीं जाने का हवाला दिया ये कहते हुए कि उनसे अपील की कि बहाँ जब हालात सामाने होगा तभी मैं जाओंगी आप भी तभी जाईएगा
28:04लेकिन राज्यपाल ने मम्ता की अपील ठुकरा दिया है कि सती ठीक नहीं है
28:33इसलिए वहाँ जाना जरूरी है एक फ़र मुर्शिदाबाद के मसले पर राज्यव वर्सेज राजभवन हो गया है
28:39मम्ता राज्यपाल आमने सामने हैं
28:43कल राज्यपाल जस मुर्शिदाबाद का दौरा करने वाले हैं वो कोलकाता से करीब 200 किलो मीटर की दूरी पर है
28:48ये पश्चिम बंगाल का मुस्लिम बहुल इलाका है साथ में बेहत संवेदन शील भी
28:53इसलिए यहां कि अशान्ती देश और प्रदेश के लिए बड़ा मसला है
28:56पश्चिम बंगाल में हिंसा की शुरवात आठ अपरेल को हुई थी लगातार
29:00एबीपी न्यूज आप तक ये जानकारी पहुँचा रहा है
29:02उस दिन मुर्शिदाबाद से 47 किलो मीटर दूर जंगीपुर में वफ कानून को लेकर प्रदर्शन हो रहा था
29:08प्रदर्शन कारियों ने हंगामा और बवाल काटा पुलिस वालों को नशाना बनाये गया
29:12जंगीपुर से हिंसा की जो हवा चली वो 11 अपरेल को मुर्शिदाबाद की सूती पहुँची
29:1612 अपरेल को शमशेद गंज और धुलियान में बवाल हुआ
29:20दंगा प्रभावती अलाके मुर्शिदाबाद जिले में ही आते हैं
29:23इसी अलाके से लोगों का पलाइन हुआ है
29:25कुछ लोग पडोस के जिले में गए तो कुछ लोग जान बचानी के लिए पडोसी रज जहारखन में जा पहुँचे
29:30इसी आलाकी में दो पितापुत्रों की बेरहमी से उपद्रव्यों ने हत्या कर दी
29:35जिसके बाद डर का महौल है
29:37मुर्शिदाबाद के सिंसा को लेकर ही कोलकाता से दिल्ली तक सियासी हंगामा मचा हुआ है
29:42ममता बैनर जी ने हिंसा के लिए बीजेपी को जिम्मदार बताया
29:45घुसपैट के लिए बीजेपी को जिम्मदार ठहराया
29:47लेकिन अब वही बीजेपी के जवाब में अशांत इलाके में शांत बहाली करने का
29:52बेसेफ के जवान लगातार काम कर रहे हैं वहाँ पर डटे हुए हैं
29:57कोलकाता हाई कोट में आज बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी के अरजी पर सुनवाई भी हुई
30:01कोट ने आदेश दिया है कि अगले आदेश तक प्रभावत इलाकों में बेसेफ के तैनाती रहेगी
30:0621 अपरेल यानि सोमवार को अगली सुनवाई होगी
30:09शुभेंदु ने हिंसा की जांच NIA से कराने की मांग कोट से की है
30:14लेकिन हिंसा के आठ दिन बाद पर्शम बंगाल सरकार और वहां की पुलिस के नींद खुली
30:208 अपरेल को पहले हिंसा हुई और कल 16 अपरेल को रज्जी पुलिस के मुक्या ने जांच के लिए SIT बनाई
30:26इस SIT में 9 पुलिस वालों को शामल किया गया है
30:30ESP rank के अधिकारी को इसका head बनाए गया है
30:33लेकिन अब यहां पर मेरा एक सवाल है
30:36सवाल यह है कि आखर सरकार ने जो पहली जांच टीम बनाई उसमें सिर्फ पुलिस वालों को ही क्यों रखा
30:42यह सवाल इसलिए क्योंकि सवालों में तो पुलिस भी है
30:45पुलिसस लिए क्योंकि जिस धुलियान में सबसे ज़ादा हिंसा हुई
30:49वहां के लोग पुलिस पर हित्वारों प्रगा रहे हैं
30:52उनका यह कहना है कि पुलिस दो किलोमीटर की दूरी दो घंटे में तैक्चों नहीं कर पाई
30:57लेकिन जब फौज नहीं आये थे
31:12पुलिस पालों की नाकामी की वज़े से ही हिंसा प्रभावत इलाकों में
31:31बियस दो कमपनी यानि की 900 जवानों की तैनाती की गई है
31:35बंगाल में जो हो रहा है उस पर सियासत लगातार गर्म है
31:38आज यूपी के सेम योगिया दितनात ने एक बार फ़र से हिंदूओं पर हुए हमले का मुद्दा उठा कर विपक्ष पर वार किया
31:44इस सब मौन है इस समय मुर्शिदाबाद पर किसी का मुण नी खुला है
31:50बांगला देश में की घटना ने इन सब को चौराहे पर पुरी तरह नंगन करके रख दिया है
32:01मौशिदाबाद की हिंसा से हिंदू धर्मगुरू भी नाराज है बागिश्वर धाम के धीरेंद्र शास्ती और कथा वाचक प्रदीप मिश्वा ने कहा है कि सेनातन्यों पर हमले देश बरदाश्ट नहीं करेगा
32:14मौशिदाबाद की हिंसा प्रायोजित हिंसा है कहीन औप कहीं बहां की सरकार का हाथ है एक प्रकार से हिंदूओं के खिलाब मूर लौंची की जा रही है हिंदूओं को डराने के लिए
32:27मुर्शिदाबाद के हिंसा पर काबू पाने में ममता सरकार ने देर कर दी
32:57वो तो भला हो बेसफ का जो मौके पर पहुँची तो हालात सुधरे लेकिन ममता है कि उल्टे केंद्रिय बलों को ही कड़गरे में खड़ा कर रही है
33:04कानून ववस्था के नाकामी माननी की बजाए रज्यपाल से टक्राफ के हालात पैदा कर रही है जो किसी भी सूरत में राज्जी के लिए ठीक नहीं
33:12गवनर केंद्र सरकार के माना की प्रतिनिधी होते हैं लेकिन राज्जी सरकार को उनकी बात जरूर सुननी चाहिए उनकी सलाह पर अमल करना चाहिए
33:20और अब आपको बिहार की राजनेती के ओर लेकर चलते हैं
33:24तेजस्वी यादव के सीम फेस पर कॉंग्रेस के लगाए गए वीटो के बाद पटना में महा गटवंदन की आज पहली बड़ी बैठक हुई
33:31विहार में महा गटवंदन की तमाम घटक दलों के नेता इस मीटिंग में शामिल हुई
33:35मीटिंग पटना की RGD दफतर में हुई
33:37उम्मीद की जा रहे थी कि आज तो सीम फेस के लिए तेजस्वी की नाम का एलान हो ही जाएगा
33:42लेकिन आज फिर कॉंग्रेस ने गेम कर दिया इस गेम की कहानी को शुरू से समझते हैं
33:48दरसल दो पहर सबा दो बजे के आसपास मीटिंग की शुरूबात हुई
33:51खास बात ये रही कि मीटिंग के केंदर में तेजस्वी यादव रही जो बीच की कुरसी पर बैठे
33:56उनके ठीक बगल में एक और कॉंग्रेस के बिहार प्रभारे कृष्णा अल्लावरू बैठे थे
34:01दूसरी और वियाईपी के प्रमुक मुकेश सहनी इन दोनों नेताओं का तेजस्वी के अगल बगल में बैठना
34:07इसलिए एहमियत रखता है क्योंकि अल्लावरू ही तेजस्वी के नाम के अलान की राह में रोडा बनी हुए हैं
34:12मुकेश सहनी के एंडिये में जाने के अटकले भी लगाई जा रही थी
34:15इस वक्त बिहार के महागटबंदन में आरजेडी, कॉंग्रेस, CPI, ML, CPM, CPI, VIP जैसी पार्टिया शामिल है
34:24लोगसभा चुनाव में इन सभी दलों ने मिलकर चुनाव लडा था
34:27भले ही CM के चहरे को लेकर कॉंग्रेस पार्टी तेजस्वी के राह में काटे बिचाने के कोशिश कर रही हो
34:32लेकिन बिहार के जो बाकी घटक डल हैं उनमें तेजस्वी को लेकर कोई कन्फियूजन नहीं है
34:37महागडवन्दन की आज की मीटिंग शुरू होने से पहले कुछ सहयोगियों ने अपना स्टैंड साफ कर दिया
34:42शायद ये दवाव बनाने की कोशिश भी है
34:46CPI ने भी तेजस्वी के नाम पर मोहर लगाई
35:14यानि मीटिंग के बाहर जो लोग थे उन्हें ये लग रहा था कि मीटिंग में कॉंग्रिस पर इसका दबाओ बनेगा
35:19लेकिन ऐसा हो नहीं पाया
35:21मीटिंग जब खतम हुई तो बाहर प्रेस कॉंफरेंस के लिए तमाम नेता एक साथ आए
35:25पत्रकारों को ये जानने में दल्शास्पी थी कि कॉंग्रिस का तेजस्वी को लेकर क्या स्टेंड है
35:30सवाल कॉंग्रिस के प्रभारी से हुआ
35:32बगल में तेजस्वी बैठे हुए थे
35:34लेकिन कृष्णा अल्लावरू ने जवाब नहीं दिया
35:37आपने सवाल पूचा है जवाब भी सुन लीजिए
35:46और घुजारिशे की जो सवाल एक बार पूचा गया है
35:51जिसका जवाब एक नहीं कहीं दो बार दिया गया है
35:55दुबारा उसको बूचेंगे तो शवाब नहीं देंगे
35:59इस सवाल पे दुबारा बुजारिश है की आप बूचेंगे
36:04तो जवाब नहीं रहेगा
36:07इसके आवा कोई दी सवाल हो तो आप बूच सकते हैं
36:13अल्लावरू सवाल का जवाब बार बार सवाल से ही देते रहे
36:18पत्रकार साफ साफ जवाब चाह रहे थे लेकिन कॉंग्रेस के प्रभारी गोल मोल घुमाते रहे
36:23इसके बाद तेजस्वे को माईक ठाना पड़ गया पत्रकारों से कहा थोड़ा इंतजार का मजा लीजिए
36:27पिसना जिसा सवाल है कि सीम थेस को मगाई ये बताईए
36:32अब आज कमिटी मागे बतन की बड़ी है इसके अधरिश्टा की जिवेवारी जो है मुश्कुती है
36:43किसी को कोई विरोध नहीं है
36:52आप बाद सुनों बाद सुने रहा आज चीज एकी दिद्दे देंगे
37:00अरे तो ये तो अनॉंस कर दीजिएगा
37:03ये चीज परत परत है पिजिए ना तोरे इंतजार का मजा जीजिए
37:07जबसे तेजस्वी की कुंडली में कॉंग्रेस के कृष्णा की एंट्री हुई है
37:13तब ही से उनके नाम पर ग्रहन सा लग गया है
37:16हाना कि सूत्रु बताते हैं कि बैठेक में सीम के नाम को लेकर कोई जर्चा नहीं हुई
37:20क्योंकि ये मीटिंग के एजंडे में नहीं था
37:22असल में CM के चहरे से पहले
37:24कॉंग्रेस सीटों को लेकर बार गेन करना चाहती है
37:26आज उसी की आपचारिक शुरुबात हुई
37:28लेकिन महागधवंदन में
37:30कौन सी पार्टी कितने सीटों पर चुनाब लड़ेगी
37:32इस गणित को सुलजाना उनके लिए सबसे बड़ी चुनाथी है
37:35सूत्रों की माने तो कॉंग्रेस पिछली बार की तरह
37:37सत्तर सीटे ही चाहती है
37:39मुकिय सहनी की व्याइपी को भी साठ सीट चाहिए
37:41लेफ्ट के तीनों दल पिछली बार
37:4329 सीटों पर लड़े थे इस बार भी दावा कमोबेश इतना ही है
37:46ऐसे आरजेडी के लिए महज 84 सीटे ही बचती है
37:50पिछले बार आरजेडी 144 पर लड़ी थी
37:52अभी इसमें देर सवेर पशुपती पारस की पार्टी की भी एंट्री होनी है
37:56सूत्र बता रहे हैं कि जब तक सीटों की संख्या के तस्वीर साफ नहीं हो जाती
38:00तब तक तेजस्वी के नाम का एलान कॉंग्रिस पार्टी नहीं करेगी
38:04चुनावी साल में महागटवन्दन की ये पहली मीटिंग थी
38:08इसे पहले 15 अप्रेल को दिल्ली में तेजस्वी यादव की कॉंग्रिस नेताओं से मुलाकात हुई थी
38:13उस मीटिंग में चुनाव को लेकर दोनों दलों ने रणीती बनाई थी
38:16उस रणीती को नीचे के लेबल पर पहुँचाने के लिए पट्टा में मीटिंग हुई
38:38को मुद्दा बनाकर जनता की बीच में ले जाने का फैस्ता लिया गया है
38:41कि कि अधर मोंदी जी त्री मंत्री अमिक्षा जी बार बार गिवाद आंते उसको जवाब देना चाहिए
39:01कि अधर आए तुछ जाना है तुछ काट दो रहा है तुछ शराब पी जाना है यहार जिए अधर को इंडिया का डबननेंट की कोडिनेशन कमिटी बनाई गई है जिसके देज्मित पर अधिस्वी जी करेगे
39:19महागणदन की नीता मीटिंग करके रणनीती बना रहे हैं पोस्टर जारी करके सरकार पर निशाना साथ रहे हैं
39:38अज कॉंग्रेस ने पटना में पोस्टर लगा कर नितीश कुमार पर सवाल उठाए अलग-अलग मुद्दो पर उनको घेरा है तो जवाब में एंडिया की ओर से साफ कहा जा रहा है कि विपक्ष चाहें कितना भी जोर लगा ले पचीस से तीस सी अमफर से नितीश ही रहें
40:08इसमें कन्फ्यूजन कहा है नितीशी के नितृत में हम लोग हैं आगे भी रहेंगे
40:13ये कहा जा रहा था कि एंडिया में चेहरे को लेकर कन्फ्यूजन है लेकिन इस मुद्दे पर बिहार के सियासत 180 डिग्री घूम चुकी है
40:22सीट से लेकर चेहरे तक के चक्रवियों में महा गटबंदन फस गया है
40:26अगर सीटों को लेकर बात नहीं बंदी तो फ़र इनका रिष्टा क्या चुनाब तक टिक पाएगा ये कहना मुश्किल है
40:31वैसे दोनों को पता है कि अलग होकर लड़े तो 2010 जैसा बुरा हाल कॉंग्रिस और आर जेडी का हो सकता है
40:37अब मैं आपको एक बयान सुनाओंगी जो हमारे परोसी देश पाकिस्तान के सेना प्रमुका है
40:44वो पाकिस्तान जिसकी पहचान एक नाकाम मुल्क के रूप में है
40:48जहां कटर्टा का चौतरफा बोल बाला है जिसका मुखे पेशा आतंकपाद है
40:52जिसका बजूद खत्रे में है लेकिन उस देश की असली सकता यानी फौज के प्रमुका पाकिस्तानी आवाम को कटर्टा के अफीम सुगाने में जुटे है
41:00पहले उनकी बात सुनिए फिर आगे की बात करूँगी
41:04पाकिस्तान की कहानी अपने बच्चों को जो है आपने जरूर्श गानी है
41:10ताके वो पाकिस्तान की कहानी ना भूलें
41:13विल आर फौर फादर्ट बात ऑच्छ लिए आट थे इंदूस इन आफ्री पॉसिपल अस्पेक्ट जाट जाएफ लाइफ
41:19Our religion is different
41:20Our customs are different
41:22Our traditions are different
41:23Our thoughts are different
41:25Our ambitions are different
41:26That was the foundation of the two-nation theory that was laid there
41:31That we are two nations
41:32We are not one nation
41:33आई तक इन्सानियत की तारीख में
41:36सिरफ दो रियास्ते हैं जो कलमे की बनियाद पर बनी हैं
41:39पहली जो थी उसका नाम है रियास्त तईहिबा
41:42क्योंके तईहिबा जो है वो नभी करीम साल ने उसको नाम दिया था
41:46और जबके कुरान में उसका नाम है यसरव
41:48जो आज इसको मदीना अलमनवरा का जाता है
41:50और दूसरी रियास्त जो है वो उसके तेरा दो साल के बाद
41:54अल्ला ताला ने ये आपकी बनाई है
41:57कलमे की बनियात के उपर
41:58ये पाकिस्तान की सेना के प्रमुख है
42:03इनका काम क्या है और तक्रीर में ये काम क्या कर रहे है
42:06आपने सुन लिया मुनीर पाकिस्तान में हिंदू फोबिया का पाट पढ़ा रहे है
42:10एक तरफ उनका बलूचिस्तान जल रहा है
42:13खैबर पक्तूर्णकुआ सुलग रहा है पंजाब से लेकर संद तक पाकिस्तान की पंजाब से लेकर संद तक चप्पे चप्पे पर चरम पंथावी है
42:21पाकिस्तान की कबजेवाला कश्मीर तो खुद बखुद भारत में विले के लिए बेचैन है
42:25और दूसरी तरफ अपने नाकामियों से ध्यान हटकाने के लिए पाकिस्ताना से नियप प्रमुक अपने लोगों के सामने हिंदूओं से नफरत की तक्रीरे पेश कर रहे हैं
42:34और अब आज का जनहित मंत्र शुव मंगल सिंग सुमन की साहस देती कविता की कुछ पंक्तियां आपको हमेशा याद रखनी चाहिए ताकि मनोबल हमेशा उंचा रहे
42:45लहरों के स्वर में कुछ बोलो इस अंधर में साहस तोलो कभी कभी मिलता जीवन में तूफानों का प्यार तूफानों की ओर घुमादो नाविक निजपतवार
42:57यानि अपने भीतर साहस हमेशा रखें उसी से आप विपरीत परसितियों को भी अपने पक्ष में कर सकते हैं
43:04इसी के साथ जनहत में आज के लिए बस इतना ही

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