वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 के खिलाफ दायर याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल ने आपत्ति जताई कि राज्य सरकार कैसे फैसला कर सकती है कि कोई मुस्लिम है या नहीं. कपिल सिब्बल ने नए कानून के उस बदलाव पर आपत्ति जताई है, जिसमें कहा गया कि वक्फ को संपत्ति दान करने के लिए जरूरी है कि वह व्यक्ति कम से कम 5 साल से इस्लाम धर्म का पालन कर रहा हो.बार एंड बेंच की रिपोर्ट के अनुसार कपिल सिब्बल ने वक्फ प्रबंधन अधिनियम के सेक्शन 3R का जिक्र करते हुए यह सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि ये कहता है कि वक्फ का मतलब है- किसी व्यक्ति की ओर से किया गया स्थाई समर्पण, जो पांच साल से इस्लाम धर्म का पालन कर रहा हो. उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि उस व्यक्ति को ये बताना होगा कि वह पांस साल से इस्लाम का पालन कर रहा है, लेकिन राज्य सरकार को ये फैसला क्यों और कैसे करना चाहिए कि कोई मुस्लिम है या नहीं. कपिल सिब्बल ने सवाल उठाया कि राज्य सरकार में कोई ये बताने वाला कौन होता है कि इस्लाम धर्म में विरासत किसके पास जाएगी. कपिल सिब्बल की इस दलील पर मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने उन्हें टोका और कहा, 'लेकिन हिंदू धर्म में ऐसा होता है... इसलिए संसद ने मुस्लिमों के लिए कानून बनाया. हो सकता है कि वह हिंदुओं जैसा न हो... संविधान का अनुच्छेद इस मामले में कानून बनाने पर रोक नहीं लगाएगा.' उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 26 सर्वभौमिक है और ये धर्मनिरपेक्ष है क्योंकि ये सभी पर लागू होता है.
Category
🗞
NewsTranscript
00:00शादाब शम्जी अब कैसे समझाएंगे बंगाल जल रहा है ममताब एनरजी बीजेपी को कड़ गरे में खड़ा कर रहे हैं कि हिंसा अगर हो रही है तो ये भारती जन्ता पार्टी की वज़े से आप उत्राखन वक्त वोट के अध्यक्ष हैं
00:10आँ बहाना मिल गया ये गोल टोपी का सहरा ले रहे हैं और ये गोल टोपी का सहरा लेकर ये वही है
00:40टीमसी के कारेकरता जो हमेशा से जिनके नेचर में ये एग्रेशन है और वो लगातार इस एग्रेशन का फायदा पॉलिटिकल माइलेज लेना चाहते हैं।
00:50मैं इतना जरूर कहूंगा कि हिंदू मुसल्मान करके शायद हम दीदी को एज दे रहें क्योंकि यही वो चाहती हैं और इसलिए वो बहुत सौफ्ट खेल रही हैं।
01:20मादीदी पुरी तरह से फेल हैं और जो भू माफिय और वक्फ माफिया है जो वो चाहता था ही उसके मन का हो रहा है।
01:50मादीदी के जिन्होंने पिछले चुनाओं में बंगाल में नंगा नाच किया था यह वो ही लोग हैं जो जरूरत जरूरत आप देखिये ना पूरा वक्फ माफिया वहां के गरीब मुसल्मानों का हाल दे कि एक कपड़े में।
02:02मैं पश्चिम बंगाल गया हूँ, मुर्शिदाबाद गया हूँ, बशीर हाट गया हूँ, तमाम जगा मेरी देखी हुई है कैसे लकड़ी के पुल आज भी वहां मौजूद हैं।
02:10कैसे एक सारी के अंदर बाईक सी पतली सी सारी बदन के अंदर के एक एक अंग दिखाई देता हो, उसके अंदर अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं लोग।
02:40कैसे आप संदेश तो दे सकते हैं कि आप मुसल्मानों के साथ हैं।
03:10कैसे पारें अपनी पैचान के साथ आगया हैं।
03:16कैसे अपनी पैचान के साथ हैं।
03:18कैसे अपनी पैचान के साथ हैं।
03:20कैसे अपनी पैचान के साथ हैं।
03:24कैसे अपनी पैचान के साथ हैं।
03:30कैसे अपनी पैचान के साथ हैं।
03:36तो आप मुसल्मान के लिए काम करते हैं।
03:42पराही ने कहीं करा थैं।
03:44आप तो इसको बहुकू बनाते हैं।
03:46कर दी तो आप जिसको साथ में गुंडा करते रहे हैं यह नाट को पैसे खांगे तो पैड़ गया है यह नाट को पैसे खांगे तो पैड़ गया है आपको बीजेपी के एक दलाल अग्मी है
04:15अब बीजेपी के दलाल नहीं करेंगे पता नि कहां से आप लोग लेकर आते हैं ऐसे शब्द परिवार के साथ छोड़ी चोड़ी बच्चों के साथ लोग देख रहे होंगे ऐसे शब्द अगर आप बोलेंगे यहाँ पर डिबेट हो रही है सड़क्चा भाशा को लेकर यहा
04:45अधिकार शेत्र से बाहर है यह संसद ने जो कानून पारित कर दिया है उसको आपको लागू कराना ही होगा क्या डबल गेम खेल रही है यहाँ पर मम्ताव एनर जी और साथ ही यह दंगायों को लेकर जिस तरह की सियासत चल रही है उस पर भ्याद की टिपड़ी
04:57सबसे पहले तो मैं यह जो दंगे फसाद है मैं इस पर मैं बात करना हूँ तो यह जादा बेतर है अभी प्रेम शुकला जी उसे हिंदू और मुसल्मान की नजर से देख रहे थे अभी शादाब शम्स साहब उसे गोल्टोपी और हरे रंग के कपड़े से भी देख रहे थे
05:27यह जो जलते हुए घर हैं और यह जो उजड़े हुए बस्तियां हैं और यह जो स्टेशनों पर नजर आने वाले लोग हैं मैं उनके साथ खड़ा हूँ मैं हिंदोस्तानी हूँ और इस हवाले से हिंदू और मुसल्मान की नजर से नहीं जल्म किसी पर भी हो हम जारिम की म�
05:57जायदाद, मुसल्मान अपने
05:59अल्लाह को खुश करने के लिए देता है
06:01जिसका इंतिजाम उसके हाथ में
06:03नहीं है, अब जाहिर से बात
06:05ती उसमें खुर्द बुर्द, इससे पहले
06:07की सरकारों ने भी किया है, हमारी
06:09पहली डिमांड ये है
06:11के इससे पहले की
06:13सरकारों ने जिन जमीनों पर कब्जा किया जिन जमीनों को बेचा जिन जमीनों को दूसरों को दिया गौर्नमेंट को तो मुसल्मानों के फेवर में ये कानून लाना चाहिए था क्यों कैसे वापस आएंगी ये उल्टा इस तरह की कोई बात नहीं हुई है मैं बड़े वादि
06:43मैं मिसाल दे रहा हूँ आपके सामने कि भगवान जगनात के पास
06:52आप मैं बता दूँ कि 60,426 एकर जमीन है
06:56इसमें 974 जमीनों पर गैर कानूनी तोर पर कब्जा है
07:01मैं उनके खलाफ भी हूँ जैसे कि वक्फ की जमीनों पर कब्जा है
07:05गौर्नमेंट इसके लिए कुछ करे ना इसके लिए कोई सजा का पर वीजन जो पहले से था
07:12अपने कहा सजा का प्राउधान था
07:27अपको मालूम है अब 7 साल से कम पे बार भार हो जाता है
07:32और आज तक किसी को सजा हुई नियूस आफिंस में, क्यों जूट बोल के जनता को गुमरा कर रहे हैं इस मुर्दे पे, लगातार बोलने हैं, मैंने मुझे अच्छा नहीं लगा, मैंने इंटर्वीन किया बीच में, लेकिन मत बोलिए न जूट, इसलिए मना किया, क्योंकि उ
08:02कि इन जमीनों के साथ वही रवया एक्सियार किया, कि जैसे किसी का हाथ काट दिया गया हो, लेकिन ये गौर्नमेंट हाथ के साथ साथ गर्दन काट रही है, अब बोलने नहीं करके बोलेंगे आप, बता तो रहा हूँ, जूट बढ़ने ने दे रहा हैं, अब मैं बता तो �
08:32सो, नहीं नहीं नहीं, मैं आप इजाज़त पूरी ले लिए, जिससर आपको बोलने के लिए बिलाया है, सौ से जादा सांसदों ने लोगसभा और राज्जिसभा में जिस मुद्दे पर बहस की हो, जिसको लेकर जौइन पार्लिमेंटरी कमिटी का गठन हुआ हो, जिसको �
09:02अहम बात उठाई कि जेपीसी इसके लिए तयार किये गया, जेपीसी के जो स्टेक होल्डर्स थे, जो उसमें लोग शामिल थे, उनकी, उन्होंने जिन पॉइंट्स को उठाया था, जो एताराजात किये थे, वो नहीं माना गया है, जेपीसी के मेंबर्स के साथ आप ये ब
09:32ना आपको संसर्ट पे येकिन, ना देश की समयधानिक सिस्टम पे येकिन, अरे कहां जाएं, पहले से एलान हो गया, जला दो, अभी जजमेंट आ नहीं, बंग्राल जल रहा है, क्या चाह कि आ रहे हो आप, क्या देश जलाना चाहते हो, आम मुसल्मान के नाम पे गुंडा
10:02के आप ये बता दीजिए, मैं एक दो चीज़े आपके सामने रख रहा हूँ, जिस तरीके से बंगाल की गौर्निमेंट ने अपने नहीं लागू करने की बात की, अरे सार, मैं पूछ रहा हूँ, यहां का बताईए ना, वक्त पे दिक्कत क्या है, जो बंगाल जल रहा है, �
10:32गौर्निमेंट ने भी यही बात की कि हम अपनी हाँ लागू नहीं करेंगे, जाहर से बात है कि मैं हमेशा यह कहता हूँ कि कानून की तरफ से अगर कोई गलत चीज मुसल्मान समस्ते ही कि उनके खिलाफ आ गई है, तो मैं बिलकुल नहीं कह रहा हूँ कि इसके खिलाफ दं
11:02की संपत्ति बताया जाता है, बहुत सारे ऐसे मामले हैं जिसको लेकर आगे क्या होगा देखना दिल्शास प्रेका, एक क्लोजिंग कोमेंट राजीव रंजन जी जल्दी से आपका
11:09देखिये, मैं तो बस इतना ही कहना चाहूँगा कि सांति पुन तरीके से प्रतिरोध करना, प्रतिवाद करना, आपका लोकतांत्री कदिकार है, लेकिन जिस तरह की हिंसा बढ़का ही गई, और निसंदे ये पस्चिम बंगाल के होने वाले चुनाओं को ध्यान में रख कर,
11:39और ये बहुत आसानी से मिटने वाला ये फासला नहीं होगा, और इसके लिए जो लोग भी इस पाप में शामिल है, जो लोग भी उन्हें समर्थन दे रहे हैं, वो बड़ी बईमानी कर रहे हैं, या तो आपका कानून में यकिन नहीं है, अगर कानून में यकिन नहीं है, �
12:09इसका भी फैस्ता हो जाएगा
12:37लेकिन वक्त कानून को लेकर जो भड़काओ बयान दिये गए हैं
12:41इसका नतीजा पश्चिम बंगाल में देखने को मिल रहा है
12:43लागातार वहां हिंसा खतम होने का नाम नहीं ले रही
12:46मुर्शिदाबाद में हिंसा की जिस तरह की कहानिया और जो तस्वीरे सामनी आ रही है
12:50वो दर्दनाख है भयाब हैं
12:52कानून ववस्था को लागू करने का जिम्मा पूरी तरह से ममता सरकार के फात में हैं उनके पास है
12:57लेकिन आंदोलन की शुरुआत से ही बंगाल की पुलिस संसा करने वाली भीड के आगे बेबस दिखाई दे रही थी
13:03यही वज़ा है कि बाद के दिनों में दंगा करने वालों के होस्ते बढ़ते चले गए
13:07सेक्रों लोगों को संसा की वज़े से पलायन करना पड़ा
13:10गर के साई में मुर्शिदाबाद में लोग रह रहे हैं लेकिन मुर्शिदाबाद जाने के बदले ममता बैनाजी कोलकाता में बैठ कर दंगे के नाम पर ब्लेम गेम खेल रही है
13:19वो महा कुम्भ को मृत्य कुम्भ बताती है लेकिन मुर्शिदाबाद में हत्या और पलायन पर घंगो और चुपी साध ले जाती है
13:27अब इस तरह का जो दोहरा चरत रहे वो राज्जी को लेकर कैसे आगी बढ़ेगा ये बड़ा सवाल है
13:32अमीद यही कि जल से जल धगाईों पर लगाम लगाए जाए ताकि रज्ज में शान्ती आपाई
13:38आगे क्या बनेगी परस्ती उस पर बनी रहेगी एबीपी निउस के निजर
13:42अभी के लिए दीजे अजाज़त देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए आप देखते रहेए एबीपी निउस
13:45आप को रखे आगे